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युद्धकाण्ड
नमस्कार दोस्तों, अब हम वाल्मीकि रामायण के सबसे महत्वपुर्ण भाग युद्धकाण्ड को सुनेंगे। इस लोकप्रिय काण्ड में 128 सर्ग हैं जिनमें सबसे अधिक 5,692 श्लोक हैं। युद्धकाण्ड में वानर सेना का पराक्रम, रावण द्वारा विभीषण का तिरस्कार, विभीषण का राम के पास जाना, लंका के लिए सेतू का निर्माण, मेघनाद से युद्ध, कुम्भकर्ण आदि राक्षसों का राम के साथ युद्ध-वर्णन, राम-रावण युद्ध, रावण वध, विभीषण का राज्याभिषेक, लंका से सीता माता को लाना, माता सीता की शुद्धि हेतु अग्नि प्रवेश, श्रीराम का राज्याभिषेक आदि प्रसंगो का उल्लेख किया गया है। तो आइए, प्रभु श्री राम का नाम लेकर युद्धकाण्ड को प्रारंभ करते हैं।