Why Should You Read This Summary?
अपने लिए टास्क इमेजिन कीजिए। टास्क ये है कि आपको आज के दिन केवल और केवल सच बोलना है और ऐसा सच बोलना है कि आपने अभी तक जो कुछ भी किया है, अपनी लाइफ में अगर आपसे कोई उसके बारे में आकर के पूछे।तब भी आपको केवल सच बोलना है कर पाएंगे, ईमानदारी से पूछिए कर पाएंगे। अगर सोचना मुश्किल लग रहा हो तो अगले 1 घंटे के लिए सिर्फ इतना कर लीजिए, अब इमेजिन कीजिए एक इंसान ने अपनी पूरी की पूरी लाइफ खोल कर के रख दी किताब के रूप में और उसने सच कहा, सच के एक्सपेरिमेंट्स की बात की, नॉन वायलेंस की बात की। जी हाँ, मैं बात कर रहा हूँ महात्मा गाँधी की। कई लोग उनको महात्मा मिले इस टाइटल पर भी सवाल उठाते हैं।लेकिन सवाल उठाने से पहले सिर्फ एक बार अपने आप से पूछिए कि क्या आप पूरे दिन में केवल सच बोलते हैं?
हम जिस दौर में जी रहे हैं, वो दौर नैरेटिव का है। किसी की भी इमेज को चकना चूर किया जा सकता है। याद रखिए कि कितना भी बुरा इंसान क्यों ना हो। उसमें एक अच्छाई जरूर होती है और कितना भी अच्छा इंसान क्यों ना हो उसमें एक बुराइ जरूर होती है लेकिन एक बुराइ के चलते आप सारी अच्छाइयों को इग्नोर नहीं कर सकते और एक अच्छाई के चलते आप बुरे व्यक्ति से पूरी तरह नफरत नहीं कर सकते।शायद इसलिए गाँधी जी कहते थे कि घृणा पाप से करो, पापी से नहीं। एक ऐसा लीडर जो अपने समय से कहीं आगे का हुआ दी मोस्ट इंटेलेक्चुअल एंड इंटेलीजेंट लीडर कॉल्ड मोहनदास करमचंद गाँधी जिसका जन्म इसी भारत भूमि पर हुआ। कुछ नैरेटिव के चलते उनकी इमेज पूरी तरह से टर्निश कर दी गई है, लेकिन मैं आपसे रिक्वेस्ट करता हूँ कि अपनी समझ अपने विवेक का उपयोग कीजिए। जीवन में केवल सच और अहिंसा यानी की ट्रुथ और नॉन वायलेंस को अपनाने से। एक इंसान महात्मा की पदवी तक पहुँच जाता है और कैसे पहुँच जाता है इस बात को समझिए और पूरी पुस्तक पढ़ने के बाद फिर निर्णय कीजिएगा कि गाँधीजी के लिए जो सोच दिनोंदिन बनती जा रही है वो कितनी सही है या कितनी गलत?
नमस्कार मेरा नाम है अमित वादवा मैं हूँ एक गिगलेर। गीगल पर आपका बहुत बहुत स्वागत है यहाँ पर आप गीगल यानी की ग्रेट आइडियास ग्रेट लाइफ के द्वारा बनाई गई को पढ़ते हैं, सुनते हैं और लर्निंग को अपनी लाइफ में प्रक्टिकली इम्प्लिमेंट करते हैं। आज की बुक समरी है। मैं एक्स्पेरमेन्ट विथ ट्रुथ ब्य महात्मा गाँधी गाँधी जी को उनके कुछ।चाहने वालों ने कहा कि आप एक आत्मकथा लिखें। गाँधीजी को लगा कि आत्मकथा तो मैं नहीं लिख पाऊंगा, लेकिन सिलसिलेवार कैसे सच ने उनकी लाइफ को प्रभावित किया। कैसे सच को पकड़ करके वह अपनी लाइफ के हर फेस में आगे बढ़ते रहे?
उस रूप में अपनी जिंदगी के कुछ अनुभव मैं जरूर साझा कर सकता हूँ और उन्होंने किए।और ये बुक कई लोगों के लिए लाइफ चेंजिंग साबित हुई है। वो सॉन्ग सुना है ना आपने?
होठों पे सच्चाई रहती है जहाँ दिल में सफाई रहती है। हम उस देश के वासी है जीस देश में गंगा बहती है। अब इस सॉन्ग की ज़रा प्रैक्टिकलिटी देखिए नो डाउट हम ऐसे ही थे कभी इस देश में।जब होठों से हमारे झूठ नहीं निकलता था लेकिन आज होठ खुलते ही झूठ निकलता है। दिल में सफाई की जगह मेल आ गया है और बात करें गंगा की तो वो हमने मेैली भी कर दी और उल्टी भी बहा दी। अंग्रेजी में एक कहावत है पॉट कालिंग कैटल ब्लैक। यानी कि अपनी कमियों को ना देखते हुए किसी की खूबियों को ही बुरा बता देना, उसको गलत साबित कर देना। हम उस जमाने में आ गए हैं दोस्तों लेकिन लाइफ जीने का ये तरीका नहीं है। अगर आप अपने आप को जिंदगी के हर दौर में आगे बढ़ाना चाहते हैं तो आपको सच का साथ तो लेना होगा।अपने अंदर अच्छाइयां डालनी ही होंगी। उसके बगैर ये संभव नहीं है। गिगले के फाउंडर्स का ये बहुत बड़ा और बहुत ही अच्छा इनिशिएटिव है। क्यों?
उन्होंने गाँधीजी की इस बुक को ऑडियो बुक के रूप में हम सबके लिए पेश किया है। आइए इस मौके का फायदा उठाएं। समझे?
गाँधीजी ने किस तरह से सच और अहिंसा का साथ लेकर अपने जिंदगी को दिया, अंग्रेजों की नाक में दम किया और कई लोगों के लिए एक मिसाल बन गए। आइए बिना देर के शुरू करते हैं आज की बुक समरी। मैं एक्स्पेरमेन्ट विथ ट्रोथ ब्य लेट श्री मोहनदास करमचंद गाँधी।