by Arthur Conan Doyle
मैं, अपने पेन से, भारी मन के साथ इन आखिरी शब्दों को लिख रहा हूँ. इसमें मैं उन अनोखे गुणों के बारे में रिकॉर्ड दर्ज कर रहा हूँ, जो मेरे दोस्त मिस्टर शरलॉक होम्स की पहचान थी. यह तरीका बेतुका और अधूरा सा लगता हैं, पर मैं यह बातें मेरे दिल की गहराई से महसूस करता हूँ. मैंने उसके साथ गुज़ारे कुछ अजीब घटनाओं के बारे में बताने की पूरी कोशिश की हैं. "स्टडी इन स्कार्लेट " के दिनों की पहली मुलाकात से लेकर "नेवल ट्रीटी " के मामले में हाथ डालने तक जिसमें कोई शक नहीं कि शरलॉक की वजह से एक सीरियस इंटरनेशनल पेचीदा मामला सुलझा था. मैं तभी रुक जाना चाहता था, पर उस घटना के बारे में मेरी चुप्पी ने मेरी ज़िंदगी में एक खालीपन पैदा किया, जिसके दो साल गुज़र जाने के बाद भी वह खालीपन कुछ ज़्यादा नहीं भर पाया हैं. लेकिन, मेरे हाथ मज़बूर हैं.
कर्नल जेम्स मोरियार्टी की हाल की कुछ चिठ्ठियाँ में उन्होंने अपने भाई का बचाव किया हैं. इस बात ने मुझे मज़बूर किया हैं कि मैं घटनाओं की सच्चाई को जनता के सामने रखूं. इसके अलावा मेरे पास और कोई चारा नहीं हैं. मैं ही वह अकेला शख्स हूँ जिसे मामले की पूरी सच्चाई का पता हैं , और मुझे तसल्ली हैं कि वह वक्त आ गया हैं. अब इसको दबाकर रखने से कुछ अच्छा हासिल नहीं होने वाला. जहां तक मुझे पता हैं, इसके बारे में पब्लिक प्रेस में सिर्फ तीन अकाउंट लिखे गए हैं: 6 मई, 1891 को Journal de Genève में, 7 मई को रॉयटर के डिस्पैच के इंग्लिश पेपर में, और आखिरी बार उस हाल की चिठ्ठी में, जिसका मैंने ज़िक्र किया हैं. इनमें से पहला और दूसरा बहुत ही मोटा-मोटा लिखा गया था, जबकि आखिरी में सच्चाई को पूरी तरह से तोड़-मड़ोड़ कर बताया गया था. अब पहली बार, यह मुझ पर हैं कि मैं बताऊँ कि आखिर प्रोफेसर मोरियार्टी और मिस्टर शरलॉक होम्स के बीच क्या हुआ था.
मेरी शादी के बाद, और फिर मेरी प्राइवेट प्रैक्टिस की शुरुआत के बाद, होम्स और मेरे बीच की गहरी दोस्ती में कुछ हद तक बदलाव आ गए थे. कभी-कभी जब भी उसे अपने तहकीकात में मेरे साथ की ज़रूरत पड़ती थी, वह मेरे पास आता जाता रहता था. लेकिन, ये मौके भी वक्त के साथ घटते गए और मुझे पता ही नहीं चला कि साल 1890 में सिर्फ तीन मामले हुए जिनके मेरे पास कोई रिकॉर्ड नहीं हैं. उस साल की सर्दी और 1891 के शुरु-शुरू के बहार के दिनों के दौरान, मैंने न्यूज़ पेपर में पढ़ा कि शरलॉक फ्रांस गवर्नमेंट के एक ज़रूरी केस में शामिल था. उन दिनों मुझे होम्स से दो नोट मिले, जो नारबोन और निम्स से लिखे गए थे. इससे मैंने अंदाज़ा लगा था कि वह फ्रांस में शायद लम्बे वक्त के लिए रह सकता हैं. इसलिए, मुझे बहुत हैरानी हुई थी जब मैंने उसे 24 अप्रैल की शाम को मेरे कंसल्टिंग रूम के अंदर आते हुए देखा. मैं उसे देखकर चौंक गया क्योंकि वह पहले से भी ज़्यादा पीला और पतला दिख रहा था.
" हाँ, मैं आजकल खुद का इस्तेमाल बहुत फ्री होकर कर रहा हूँ.” मेरा चेहरा पढ़ लिया था. "कुछ वक्त से मैं परेशान हूँ. क्या मेरे शटर बंद करने से तुम्हें कोई प्रॉब्लम तो नहीं हैं ?”
कमरे में रोशनी सिर्फ उस टेबल पर रखे लैंप से आ रही थी जिस पर मैं पढ़ रहा था. होम्स ने दीवार की तरफ से घूमते हुए जाकर, शटर को एक साथ लपेटा और बाँध दिया.
"तुम किसी बात से डर रहे हो?" मैंने पूछा.
"वेल, सही कह रहे हो. "
"किस से?"
"एयर-गन से."
"मेरे दोस्त होम्स, तुम्हारा क्या मतलब हैं?"
"मुझे यकीन हैं कि तुम मुझे अच्छी तरह से जानते हो, वॉटसन, कि मैं किसी भी हाल में नर्वस होने वाला आदमी नहीं हूं. और, यह भी जानते हो कि अगर खतरा तुम्हारे सामने हो, तो उसे पहचानने से इंकार करना दिलेरी नहीं, बेवकूफी हैं. क्या मैं तुम्हें माचिस के लिए तकलीफ दे सकता हूँ?" उसने अपनी सिगरेट के धुएँ को खिंचा.
"मुझे इतनी देर रात डिस्टर्ब करने के लिए तुमसे माफी मांगनी चाहिए," शरलॉक ने कहा, "और मुझे तुमसे और भी माफ़ी मांगनी हैं ताकि तुम मुझे पिछे के गार्डन की दीवार को फांदकर तुम्हारे घर से जाने के अजीब रिक्वेस्ट को इज़ाज़त दे दो.”
"लेकिन इन सब क्या मतलब हैं ?" मैंने पूछा.
उसने अपना हाथ आगे बढ़ाया, और मैंने लैंप की रोशनी में देखा कि उसकी उँगलियों के दो गांठों में चोट थे जिनसे खून बह रहा था.
"यह हल्का बिलकुल भी नहीं हैं, तुम देख सकते हो," उसने मुस्कुराते हुए कहा. "बल्कि इसके ठीक उल्टा हैं. यह इतना सॉलिड हैं कि एक आदमी का हाथ तोड़ने के लिए काफी हैं. क्या मिसेज़ वॉटसन अंदर हैं?"
"वह किसी से मिलने गई हुई हैं. "
"सही हैं! तुम अकेले हो?"
"बिलकुल."
"तब तो मेरे लिए तुम्हें मेरे साथ एक हफ्ते के लिए यूरोप चलने का ऑफर देना आसान हो गया हैं. "
"कहां?"
"ओह, कहीं भी. सब मेरे लिए एक ही हैं."
इस सब में कुछ बहुत ही अजीब सा था. बिना किसी वजह के छुट्टी लेना होम्स की आदत नहीं थी, और उसके पीले, थके से चेहरे को देखकर मुझे लगा कि उसकी नसें बहुत प्रेशर के दबाव में थी. उसने मेरी आँखों में मेरे सवाल पढ़ लिए थे. उसने अपनी उंगलियों को एक साथ जोड़ा और अपनी कोहनी को अपने घुटनों पर रखा, और हालात को समझाने लगा.
"तुमने शायद प्रोफेसर मोरियार्टी के बारे में कभी नहीं सुना हैं? " शरलॉक ने कहा.
"कभी नहीँ."
"हाँ, यही तो जीनियस और अजूबा हैं." वह चिल्लाया. "वह आदमी पुरे लंदन में जाना जाता हैं, और किसी ने उसके बारे में नहीं सुना हैं. यही वजह हैं कि वह क्राइम के रिकॉर्ड में टॉप पर हैं. मैं सीरियस होकर तुम्हें कह रहा हूँ , वॉटसन , कि अगर मैं उस आदमी को हरा सकता, अगर मैं सोसाइटी को उससे आज़ाद कर सकता, तो मुझे महसूस होता कि मैं अपनी करियर के टॉप पर पहुंच गया हूँ. हाल के मामलों में जिनमें मैंने स्कैंडिनेविया के रॉयल फैमिली और फ्रेंच रिपब्लिक की मदद की थी, उनकी वजह से मेरी हालत ऐसी हो गई हैं कि मैं शांत ज़िंदगी जी सकता था, जो मेरे लिए भी सबसे बेहतर होता. इससे मैं अपने केमिकल रिसर्च के काम पर ध्यान दे सकता था. लेकिन मैं आराम नहीं कर सकता था, वॉटसन, मैं कुर्सी पर चुपचाप नहीं बैठ सकता था, जब तक प्रोफेसर मोरियार्टी जैसा आदमी लंदन की सड़कों पर खुलेआम घूम रहा हो, वह भी बिना किसी चुनौती के. ”
"आखिर उसने किया क्या हैं ?"
"उसका करियर मामूली नहीं था. अच्छे घर में जन्म और बेहतरीन एजुकेशन, और मैथ्स में नैचुरली जीनियस हैं. इक्कीस साल की उमर में उसने बायोनोमियल थ्योरम पर ट्रीटिज़ लिखा था. इसके दम पर उसने हमारे किसी एक यूनिवर्सिटी में मैथ्स का चेयर जीता, और उसके सामने एक शानदार करियर था. लेकिन इस आदमी के खून में बुरी आदतें लिखी थीं. उसके खून में ही जुर्म दौड़ता था, जो वक्त के साथ कम होने के बजाय, उसके दिमाग की ताकत की वजह से और भी ज़्यादा खतरनाक हो गया था. यूनिवर्सिटी के शहर में उसके बारे में कई अफवाहें फैल गईं थी जिसकी वजह से आखिर में उसे अपनी कुर्सी छोड़ना पड़ा और लंदन आने के लिए मजबूर होना पड़ा, जहां वह आर्मी का कोच बन गया. दुनिया वालों को बहुत कुछ पता हैं, लेकिन अभी जो कुछ भी मैं तुम्हें बता रहा हूं, वह सब मैंने खुद ही ढूंढ निकाला हैं.
तुम्हें तो पता हैं, वॉटसन कि लंदन की क्रिमिनल दुनिया को मुझसे बेहतर जानने वाला कोई भी नहीं हैं. पिछले कुछ सालों से मैं लगातार किसी ऐसे पावर के बारे में जानता हूं, कोई गहरी ताकत, जो हमेशा कानून के रास्ते में खड़ी होती हैं, और गलती करने वालों का ढाल बनती हैं. बार -बार बिलकुल अलग-अलग तरह के मामलों में -जैसे कि फोर्जरी के मामले, डकैती, मर्डर- इन सब में मैंने इस ताकत की मौजूदगी को महसूस किया हैं. और, कई ऐसे क्राइम के मामले हैं जिनमें मेरी पर्सनल सलाह तो नहीं मांगी गई पर मेरे अंदाज़े में उनके पीछे भी इसी ताकत का हाथ लगता हैं. सालों से मैंने उस पर से परदा उठाने की कोशिश की, और आखिर वह वक्त आ ही गया जब मेरे हाथ में वह सिरा आया जिसका पीछा करते हुए, हज़ारों मोड़ के बाद, यह मुझे मैथ्स के सेलिब्रिटी, एक्स-प्रोफेसर मोरियार्टी के पास ले गया.
"वह अपराध की दुनिया का नेपोलियन हैं, वॉटसन. वह कम से कम आधे बुरे काम का ऑर्गनाइज़र हैं और उन सब क्राइम के पीछे इसका हाथ हैं जो इस शहर के लोगों से छिपा हुआ हैं. वह एक जीनियस, फिलॉसोफेर, एक एब्स्ट्रैक्ट थिंकर हैं. पहले दर्ज़े का ब्रेन हैं उसके पास. वह बिना हिले-डुले बैठे रहता है, जैसे मकड़ी अपने जाल के बीच में रहता हैं, लेकिन उस जाल में हज़ारों धागे हैं, और वह उनकी हर कंपन को पहचानता हैं. वह खुद ज़्यादा कुछ नहीं करता, वह सिर्फ प्लान बनाता हैं. लेकिन उसके बहुत से एजेंट हैं जो बहुत ही ऑर्गनाइज़ तरिके से काम करते हैं. कहीं कोई क्राइम होना हो, कोई पेपर गायब करना हो, किसी के घर को हथियाना हो, या फिर किसी आदमी को रास्ते से हटाना हो, तो यह बात प्रोफेसर तक पहुँचता हैं, फिर मामले को ऑर्गनाइज़ किया जाता हैं और काम पूरा हो जाता हैं. अगर कोई अपराध करते हुए एजेंट पकड़ा जाता हैं, तो उस