by Arthur Conan Doyle
जब मैं घटनाओं की कुछ ऐसी बातों पर विचार करता हूं जो आपस में मेल नहीं खाती, तो मुझे ऐसे मामले छांटने में मुश्किल महसूस होती है जो हर तरह से मेरे उद्देश्य को पूरा करे। यानि शरलॉक होम्स ने बहुत सारे मामले सुलझाए हैं मैं उन सबको जनता के सामने लाना चाहता हूं , लेकिन उन मामलों में से किसी खास मामले को चुनना आसान नहीं है।उन घटनाओं का जिक्र करते हुए मैंने अपने दोस्त मिस्टर शरलॉक होम्स की कुछ दिमागी खासियत को बताने की भी कोशिश की है। उनमें कुछ ऐसे मामले भी हैं जिनमें होम्स ने फैक्ट्स के सही या गलत होने के पीछे बहुत अच्छे तर्क दिए हैं जबकि आमतौर पर वे फैक्ट इतने थोड़े और सामान्य होते हैं कि मैं उन्हें जनता के सामने रखना भी ठीक नहीं समझता। इस तरह उसके छान-बीन करने के खास तरीकों भी पता चलता है।
दूसरी ओर, कई बार तो ऐसा हुआ है कि वह किसी ऐसी जांच में शामिल रहा है जहां फैक्ट सबसे ज्यादा असाधारण थे और अचानक सामने आए , लेकिन उन घटनाओं के कारणों का पता लगाने में उसने जो श्रेय खुद को दिया है मेरी नजर में वह बहुत कम है। वह वह अपनी जांच में बहुत मेहनत करता है लेकिन खुद को इतना ज्यादा महत्व नहीं देता। लेकिन मैंने उसकी जीवनी लिखी है और मैं उन मामलों को हल करने में उसे बहुत ज्यादा श्रेय देना चाहता था। वह छोटा सा मामला जिसे मैंने “अ स्टडी इन स्कारलेट" नाम से लिखा है और दूसरा, जो कि ग्लोरिया स्कॉट के नुकसान से जुड़ा है, यह दोनों ही आगे कुआं पीछे खाई जैसे उदाहरण पेश करते हैं। ये दोनों ऐसे मामले हैं जिनके बारे में लिखने से किसी इतिहासकार को हमेशा डर लगता है।जिस मकसद से मैं अपने दोस्त के द्वारा निभाई गई भूमिका लिखने जा रहा हूं, हो सकता है कि मैं उसे पूरी तरह से स्पष्ट ना कर पाऊं। और फिर भी इसकी घटनाओं की सारी बातें इतनी जरूरी है कि मैं उनको इस सीरीज से पूरी तरह हटा नहीं सकता।
मैं सही तारीख तो नहीं बता सकता, क्योंकि तारीख के मामले में मेरे कुछ जानकारियां गलत बताई गई हैं। लेकिन यह उस समय की बात है जब बेकर स्ट्रीट के एक कमरे में रहते हुए मेरा और होम्स का पहला साल खत्म होने वाला था। यह अक्टूबर का उमस भरा मौसम था, और हम दोनों पूरे दिन घर के अंदर रहते थे। मैं इसलिए सारा दिन घर में रहता था क्योंकि मेरी सेहत लगातार गिर रही थी और मैं पतझड़ की तेज हवा में जाने से डरता था जबकि शरलॉक कुछ रासायनिक जांचों में डूबा हुआ था जिन्हें समझना मुश्किल था। जब वह जांच करने लगता तो उन जांचों में पूरी तरह से खो जाता था। हालांकि उस दिन शाम होते होते उससे एक टेस्ट ट्यूब टूट गई और इसके साथ ही उसकी जांच हर रोज वाले समय से पहले खत्म हो गई। वह बेचैन और हैरान हो गया। उसकी भौहें तन गई और वह अचानक कुर्सी से उठ खड़ा हुआ।
उसने खिड़की की ओर जल्दी-जल्दी कदम बढ़ाते हुए कहा,"एक दिन का काम बर्बाद हो गया, वॉटसन । "देखो! तारे चमक रहे हैं और हवा बंद हो गई है। लंदन घूमने के बारे में तुम्हारा क्या विचार है?"
मैं अपनी छोटी सी बैठक में रह रह कर थक गया था। इसलिए मैं खुशी खुशी लंदन घूमने के लिए मान गया ।तीन घंटे तक हम साथ-साथ टहलते रहे। जब हम फ्लीट स्ट्रीट और समुद्र तट के ऊंचे नीचे रास्तों से होकर गुजर रहे थे तो हमने लोगों के जीवन में आने वाली मुश्किल परिस्थितियों को देखा और यह भी समझा कि हालात हमेशा बदलते रहते हैं।होम्स की उदासी दूर हो गई और वैसे भी उसकी उदासी ज्यादा समय तक टिकने वाली नहीं थी। उसकी खास बातचीत, जिसमें उसने सभी चीजों का ब्यौरा बहुत ही गहराई के साथ दिया था और उसकी अनुमान लगाने की अद्भुत ताकत ने मुझे बहुत हैरान किया और मेरा दिल जीत लिया. जब हम घूम कर वापस बेकर स्ट्रीट पहुंचे तो 10 बज चुके थे और चार पहियों वाली एक घोड़ागाड़ी दरवाजे पर हमारा इंतजार कर रही थी।
उसने कहा,"हां, मुझे लगता है कि यह घोड़ागाड़ी किसी डॉक्टर बल्कि सामान्य डॉक्टर ने भेजी है
यानि वह डॉक्टर किसी बीमारी का स्पेशलिस्ट नहीं है। वह बहुत समय से डॉक्टरी की प्रैक्टिस नहीं कर रहा है लेकिन उसके पास करने के लिए बहुत काम है। मुझे लगता है कि वह हमारी सलाह लेने के लिए आया है और यह हमारी खुशकिस्मती है कि हम वापस आ गए।
मैं अच्छी तरह जानता था कि होम्स के तर्क के पीछे कोई ना कोई कारण जरूर होता है। घोड़ागाड़ी में सींक से बनी एक टोकरी लटकी हुई थी। जिसमें डॉक्टरी में काम आने वाले अलग-अलग तरह के औजार रखे हुए थे। घोड़ागाड़ी में टंगे हुए लैंप की रोशनी में वे सारे औजार दिखाई दे रहे थे और उन्हें देखकर ही होम्स ने यह अनुमान लगाए थे। ऊपर हमारी खिड़की में लाइट जल रही थी और इससे पता चल रहा था कि कोई इतनी रात को हमसे ही मिलने आया था। मेरी यह जानने की बहुत इच्छा थी कि मेरा कोई डॉक्टर भाई इतनी रात को हमसे मिलने क्यों आया था और यह जाने के लिए मैं भी जल्दी से होम्स के पीछे-पीछे कमरे में चला गया।
जैसे ही हम कमरे में घुसे, एक आदमी जल्दी से अपनी कुर्सी से उठकर खड़ा हो गया। उसका चेहरा पीला और पतला था। उसकी मूछें भूरे रंग की थी। उसकी उम्र 33 या 34 साल से ऊपर नहीं होगी लेकिन देखने में वह बहुत परेशान और बीमार लग रहा था मानो वह ऐसा जीवन जी रहा हो जिसकी सारी ताकत छीन ली गई हो और जवानी को लूट ली गई हो और वह इतनी कम उम्र में भी बहुत बूढ़ा लग रहा था। ऐसा लग रहा था कि वह कोई भावुक और अच्छा आदमी है वह घबराया हुआ और शर्मीला था था।कुर्सी से उठते हुए जिस तरह उसने अपने हाथ फायरप्लेस पर रखे थे, वे पतले और सफेद हाथ देखकर लगता था कि वह किसी डॉक्टर के नहीं बल्कि किसी कलाकार के हाथ थे। उसने आरामदायक और गहरे रंग के कपड़े पहने हुए थे। उसने एक काला फ्रॉक कोट, गहरे रंग की पतलून और थोड़ी रंगीन टाई पहनी हुई थी।
"गुड इवनिंग, डॉक्टर," होम्स ने खुश होते हुए कहा। "मुझे यह देखकर खुशी हुई कि आप सिर्फ़ कुछ ही मिनटों से हमारा इंतजार कर रहे हैं।"
"आपको कैसे पता चला कि मैं अभी-अभी आया हूं।“
"नहीं, साइड-टेबल पर रखी मोमबत्ती को देखकर मुझे यह पता चला। प्लीज, आप फिर से बैठ जाएं और मुझे बताएं कि मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूं।"
हमारे मेहमान ने कहा,"मेरा नाम डॉक्टर पर्सी ट्रेवेलियन है और मैं 403, ब्रुक स्ट्रीट में रहता हूं।"
"क्या आपने नसों के घावों पर एक आर्टिकल नहीं लिखा हैं?" मैंने पूछा।
उसके पीले गालों पर खुशी आ गई जब उसने यह सुना कि मैंने उसका आर्टिकल पढ़ा था।
उसने कहा,"मुझे उस आर्टिकल के बारे में इतना कम सुनने को मिलता है कि मैंने सोच लिया था कि लोग इसे भूल चुके हैं।मेरे इस आर्टिकल को छापने वालों ने मुझे इसकी बिक्री का बहुत ही कम पैसा दिया। मुझे लगता है कि आप खुद भी एक डॉक्टर हैं।" "
"मैं सेना से रिटायर्ड डॉक्टर हूं।"
"मेरा शौक हमेशा से नसों रोग रहा है। मैं भी पूरी तरह से नस के रोगों का एक्सपर्ट बनना चाहता था लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि आदमी को जो पहला मौका मिलता है वह उसे ले लेना चाहिए। हालांकि, यह बात मेरे मामले से अलग है। मिस्टर शरलॉक होम्स, मुझे आपसे मिलकर खुशी हो रही है। मैं जानता हूं कि आपका समय कितना कीमती है।बात यह है कि मेरा घर ब्रुक स्ट्रीट में है और मेरे घर पर आजकल बहुत ही अजीब घटनाएं होने लगी हैं। और आज तो इतनी अजीब घटना घटी कि मैं आपकी सलाह और मदद लेने से खुद को और ज्यादा रोक नहीं पाया।"