नमस्कार दोस्तों, वाल्मीकि रामायण का अगला भाग किष्किन्धा काण्ड के नाम से जाना जाता है। इस काण्ड में महर्षि वाल्मीकि ने 2,455 श्लोकों और 67 सर्ग के माध्यम से माता सीता के अपहरण के बाद प्रभु श्री राम द्वारा उनकी खोज में किए गए प्रयत्नों व अन्य प्रसंगो का वर्णन किया है। महर्षि वाल्मीकि ने किष्किन्धा काण्ड में प्रभु श्रीराम और हनुमान के मिलन का वर्णन, सुग्रीव से मित्रता, सुग्रीव द्वारा सीता माता की खोज, बालि और सुग्रीव का युद्ध व श्रीराम द्वारा बालि का वध, सुग्रीव का राज्याभिषेक, हनुमान द्वारा वानर सेना का निर्माण कर माता सीता की खोज, हनुमान का समुद्र लांघ कर लंका जाना आदि प्रसंगो का वर्णन किया है। तो आइये, प्रभु श्रीराम और हनुमान जी का स्मरण कर किष्किन्धा काण्ड को आरंभ करते है।