Why Should You Read This Summary?
नारायण मूर्ती, जो भारत में आईटी सेक्टर के जनक कहे जाते हैं, उनकी नेट वर्थ $1.9 बिलियन है,जो वर्ल्ड फेमस आईटी फर्म इंफ़ोसिस के फाउंडर भी हैं. क्या आप भी एक मिडल क्लास फेमिली से हैं और बड़े सपने देखते है? अगर ऐसा है तो नारायण मूर्ती बिलकुल आपकी ही तरह थे क्योंकि वो भी एक मिडल क्लास फेमिली में पैदा हुए थे पर उनके सपने आसमान से भी ऊँचे थे. मूर्ती की अपार सफलता का राज़ है उनका खुद पर विशवास और बिजनेस करने का जुनून. उनके सपने हमेशा से बड़े रहे और उन्हें पूरा करने के लिए उन्होंने कोई शोर्ट कट या गलत रास्ता नहीं अपनाया बल्कि एक लीगल और सही तरीके से सफलता की ऊँचाइयों को छुआ.
नारायण मूर्ती शुरुवात से ही एक मेहनती और पक्के इरादों वाले नौजवान रहे थे जिन्हें ना तो इन्वेस्टमेंट की ज्यादा नॉलेज थी और ना ही उनके पास ज्यादा रिसोर्स या साधन थे, इसके बावजूद उन्होंने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया और देश के लाखों नौजवानों के लिए इंस्पिरेशन बन गए. अपने करियर के शुरुवाती दौर में मूर्ती को भी काफ़ी संघर्ष करना पड़ा था. लेकिन मुश्किलों के दौर में भी वो और इंफ़ोसिस के फाउंडिंग पार्टनर ने कभी हार नहीं मानी. अपने इसी बुद्धिमानी और डटकर लगे रहने के दम पर उन्होंने दुनिया की फेमस मल्टीनेशनल आईटी कंपनी इंफ़ोसिस की नींव रखी.
इंफ़ोसिस जो आज इंफ़ोसिस लिमिटेड इनफार्मेशन टेक्नोलोज़ी, बिजनेस कंसल्टेंट और आउटसोर्सिंग सर्विस देती है, इसकी नींव पुणे में रखी गई थी और इसका हेडक्वार्टर बैंगलूरू में है. 2020 के रेवेन्यू रिपोर्ट के मुताबिक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ के बाद इंफ़ोसिस इण्डिया की दूसरी सबसे बड़ी फर्म मानी जाती है. फोर्ब्स ग्लोबल 2000 के मुताबिक इंफ़ोसिस दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की लिस्ट में 602 नंबर पर आती है. 29 जुलाई, 2021 में इंफ़ोसिस का मार्केट कैपिटलाईजेशन $93.68 के करीब बताया गया था और कंपनी का क्रेडिट रेटिंग है- CRISIL AAA / Stable / CRISIL A1+.