Why Should You Read This Summary?
ये बुक रघुराम राजन की स्पीच और आर्टिकल का एक कलेक्शन है जो उन्होंने उस वक्त लिखे थे जब वो रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर हुआ करते थे. इसमें रघुराम राजन इंडस्ट्री के बारे में डिस्कस करते हुए बताते हैं कि ये कैसे काम करती है. इसमें उन्होंने बैंकिंग, इन्फ्लेशन और फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन के बारे में अलग-अलग नज़रिया सामने रखा है.
इस बुक के ज़रिए राजन फाईनेंस की दुनिया से जुड़ी कुछ जानकारीयाँ आम आदमी तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं, ख़ासकर आज के यंगस्टर्स को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इसे लिखा है. उनका मकसद है लोगों को ये मैसेज देना कि एक policy बनाने वाली इंडस्ट्री का पार्ट होना और देश की बेहतरी के लिए फ़ैसले लेना कैसा लगता है.
ये समरी किस-किसको पढ़नी चाहिए ?
• कॉलेज स्टूडेंट
• जो लोग इकोनॉमिस्ट बनना चाहते हैं
• वर्कर, एम्प्लोई
ऑथर के बारे में
रघुराम गोविंद राजन जाने माने इकोनॉमिस्ट हैं. पहले वो तीन साल तक इंटरनेशनल मोनेटरी फंड में चीफ़ इकोनॉमिस्ट और डायरेक्टर ऑफ़ रिसर्च थे. उसके बाद वो अगले तीन सालों तक रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया में गवर्नर रहे. राजन इस पोजीशन में 23rd इलेक्टेड ऑफिशीयल थे और उनके पोस्ट में होने के दौरान हमारे देश की इकॉनोमिक कंडिशन पर काफी पॉजिटिव इम्पैक्ट रहा.