Why Should You Read This Summary?
एक ओल्ड कहावत है कि सुबह उठके सबसे पहले एक जिंदा फ्रॉग खाना चाहिए. बेशक ये सुनने में थोडा अजीब लगे लेकिन इसका मीनिंग बहुत डीप है यानी कि अपने मोस्ट चेलेंजिंग टास्क के लिए हर रोज़ रेडी रहे. अपने हर दिन को इस तरह ओर्गेनाइज़ करना सीखे कि आप मुश्किल से मुश्किल टास्क भी एफिशिएंट और इफेक्टिव तरीके से पूरा कर पाए और यही इस बुक का गोल है. ये बुक आपको सिखाती है कि अपने मोस्ट इम्पोर्टेंट और लीस्ट इम्पोर्टेंट के बीच बेलेंस कैसे क्रिएट किया जाए.
1. इस बुक से हम क्या सीखेंगे?
ईट देट फ्रॉग एक लाइफ चेंजिंग बुक है. हर वो इंसान जिसे आज का काम टालने की हैबिट है, ये बुक उसके बड़े काम की है. ये बुक आपको टालमटोल की आदत को दूर करके सेल्फ- डिसप्लीन सिखाती है. अगर आपके पास कई सारे टास्क है तो सबसे चलेंजिंग और मोस्ट डिफिकल्ट टास्क से शुरवात करे. आपके आईडिया जब तक एक्शन नहीं बन जाते, किसी काम के नहीं है इसलिए जो भी करना है अभी करे.
2. किस किसको ये बुक पढनी चाहिए?
अगर आपको किसी स्किल में मास्टरिंग करनी है लेकिन आपको आज का काम कल पर टालने की आदत है तो ये बुक ज़रूर पढ़िए. इस बुक आपको एंकरेज करती है. इस बुक को पढकर आप अपने करियर में ग्रो कर सकते है, अपना बिजनेस इनक्रीज कर सकते है और खुद के साथ-साथ दूसरो की लाइफ में भी इम्प्रूवमेंट ला सकते है.
3. इस बुक केऑथर कौन है?
5 जनवरी, 1944 में पैदा हुए ब्राइन ट्रेसी एक केनेडीयन अमेरिकन मोटिवेशन स्पीकर और सेल्फ डेवलपमेंट ऑथर है. वो अब 70 से भी ज्यादा बुक्स लिख चुके है जिन्हें एक डोजन से भी ज्यादा लेंगुवेजेस में ट्रांसलेट किया जा चूका है. ईट देट फ्रॉग के अलावा उनकी मोस्ट पोपुलर बुक्स है “अर्न व्हट यू आर रियली वर्थ” और “साइकोलोजी ऑफ़ अचीवमेंट”. ब्राइन ट्रेसी अपनी खुद की कंपनी ब्राइन इंटरनेशल के सीईओ और चेयरमेन भी है.