(hindi)168 HOURS – More Time Than You Think

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इंट्रोडक्शन

क्या आप बहुत सारी जिम्मेदारियों को एक साथ निभा रहे है और आपको अपने लाइफ का कंट्रोल वापस चाहिए? क्या आप थक गए है और आपको ब्रेक चाहिए ? क्या आपकी to -do लिस्ट इतनी ज़्यादा भर गई है कि आप सांस नहीं ले पा रहे है ? तो हम आपको समझते है.

हो सकता है कि आपको लगे कि आप उस हद तक बिजी हो गए है जहां आपको अपना काम, फैमिली या पर्सनल लाइफ के बीच चुनना पड़ता है पर अगर आपको इन में से किसी को चूज़ करने की ज़रूरत ही न पड़े तो ? कैसा हो अगर आपको अपना काम और पर्सनल लाइफ , दोनों ही मिले और आप एक balanced लाइफ जी पाएं ? आप एक वर्ल्ड क्लास कंपनी चला सकते है और साथ ही हाईकिंग के लिए एक दिन की छुट्टी का मज़ा भी ले सकते है. ये कितना अमेजिंग है न ?

ये बुक आपको सिखाएगा कि टाइम कैसे काम करता है और आप बिज़नेस चलाने के साथ-साथ एक भरपूर ज़िन्दगी कैसे जी सकते है. सबसे पहले, आप ये जानकार हैरान होंगे कि अपना टाइम बिताने की आपकी जो भी अंडरस्टैंडिंग है , वो गलत है . आप हफ्ते के 168 घंटों की सच्चाई के बारे में जानेंगे.

जब आप अपने टाइम को लेकर conscious  होना सीख लेंगे, तब ये बुक आपको अपनी उन ख़ास काबिलियतों को खोजने में गाइड  करेगी, जिन्हें आपको अपने लाइफ का फोकस बनाना चाहिए . फिर, आप अपनी अगली सीढ़ी चढ़ सकते है ,जो है आपके ड्रीम जॉब पाने की.

इस बुक को पढ़ने के बाद , आपको ये बात पता चलेगी कि अगर आपको कहीं और जॉब नहीं मिलती तो खुद के लिए जॉब पैदा करना पॉसिबल है. आपका ड्रीम जॉब आपको और भी ज़्यादा खुशहाल, प्रोडक्टिव और क्रिएटिव बनाएगा . ये आपको एक डिस्कवरी करने के लिए पुश कर सकता है जो शायद दुनिया को ही बदल दे.

क्या पता अगले किसी बड़े प्रोडक्ट या किसी कंपनी को शायद आपके स्किल्स की ज़रूरत पड़े. आपके इस रास्ते के बीच अगर कुछ खड़ा है तो वो है आपके टाइम और उसे मैनेज करने की समझ . अपने कैलेंडर को अपने कंट्रोल में रखने के लिए , आप हमें जॉइन कीजिये और सीखिए.

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टाइम की कमी का सच
(The Myth Of The Time Crunch)

क्या आपके पास ऐसा कुछ है जिसे करने का आप सपना देखते तो हैं लेकिन आपके पास इसे करने का टाइम नहीं है? क्या आपके पास सपनों की ऐसी लिस्ट है जिसे आप हासिल करना चाहते हैं लेकिन आप अपने बिजी टाइम टेबल में उसे शामिल नहीं कर पा रहे? ऐसा है तो इसमें आप अकेले नहीं है.

सबको लगता है कि वे ज़रूरत से ज़्यादा काम कर रहे है और उतनी नींद नहीं ले पा रहे जितना चाहते है. वे शिकायत करते है कि उनके पास अपने बच्चों और अपने हॉबी के लिए टाइम काफी नहीं है. आश्चर्य कि बात ये है कि रिसर्च ने इन सब लोगो की सोच को गलत साबित किया है.

जब लोगों के एक ग्रुप को हर दिन वे क्या करते हैं उसकी एक डायरी रखने के लिए कहा गया है, तो नतीजों से पता चला है कि हर कोई रात में 8 घंटे से ज़्यादा सो रहा था, जितना वे सोचते हैं, उससे कम काम कर रहे थे और ज़्यादा  टीवी देख रहे थे.

ये रिसर्च बताता है कि लोगों को अपना टाइम कैसे बिताना है, ये पता ही नहीं है . ये ऐसा प्रॉब्लम है जिसे टाइम-लॉग रख कर सुलझाने की ज़रूरत है. जब आपको पता चलेगा कि आप अपने हफ्ते के हर एक मिनट को कैसे बिता रहे है , तब आप अपने मनचाही चीज़ों पर फोकस कर पाएँगे.

हालांकि, कुछ लोग दावा करते है कि काम और फैमिली दोनों में उनका सारा टाइम निकल जाता है , पर वही कुछ ऐसे भी लोग है जो इन दोनों में बैलेंस बनाने में कामयाब हुए है. आइये थेरेसा डेटनेर का एग्जाम्पल लेते है . वे एक सक्सेसफुल औरत है जो अपने बच्चों के साथ ट्रिप पर जाती है, हाइकिंग करती है और अपने कुत्ते को घुमाने भी ले जाती है  .

जिन्हे नहीं पता कि थेरेसा की कितने जिम्मेदारियाँ है, उन्हें लग सकता है कि वे जॉब नहीं करती या फिर रिटायर हो चुकी हैं. लोग उन्हें कभी शिकायत करते हुए या फिर जल्दबाज़ी में नहीं देखते क्योकि उनके पास अपने लाइफ का फुल कंट्रोल रहता है. थेरेसा असल में उन लोगों से भी ज़्यादा बिजी है जिन्हे आप जानते होंगे. उनके 6 बच्चे है और वो  एक कंस्ट्रक्शन कंपनी की मालकिन भी है जो साल में लाखों कमाती है.

आप इमेजिन कर सकते है कि 6 बच्चों को बड़ा करने में कितना काम करना पड़ता है और एक कंपनी को चलाने में कितना फोकस चाहिए होता है. फिर भी, थेरेसा के पास बुक- क्लब ज्वाइन करने लिए टाइम रहता है. तो वे ऐसा कैसे कर लेती है?

कम सोना या जल्दी उठने की वजह से नहीं बल्कि अपने दिन के हर एक मिनट को कैसे बिताना है, इस बात से कन्सियस होकर वे ऐसा कर पाती है. वे जानती है कि कौन से काम पर उन्हें  ज़्यादा ध्यान देना है ताकि वे काम, बच्चे, और अपने पर्सनल ज़रूरतों को बैलेंस कर सके.

थेरेसा  के लिए टाइम इतना इम्पोर्टेन्ट है कि वे अपने टाइम को घंटों से नहीं बल्कि मिनट से मैनेज करती हैं. एग्जाम्पल के लिए, वे जब 10 मिनट कार में इंतज़ार करती है, तब वे कार में ही पीछे की सीट में बैठकर अपने बच्चों को कहानी सुनाती है जिससे वो इस टाइम को यूज़ कर सके.

आप भी वो बुक पढ़ने के लिए टाइम निकाल सकते है जिसे आप महीनों से पढ़ना चाहते है. आप जितना चाहे टब में नहा सकते है और बाहर टहलने भी जा सकते है.

बस आपको ये देखना है कि आप अपना सारा टाइम कहाँ लगा रहे है और फिर अपनी इच्छाओं को फिट करने के लिए उसमें थोड़ा चेंज ला सकते है. जब आप अपना फोकस उन चीज़ों में लगाएंगे जो आपके लिए सबसे ज़रूरी है, तब आपके पास उतना फ्री टाइम होगा जितना आप चाहेंगे.

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आपकी सबसे बड़ी  काबिलियत
(Your Core Competencies)

जब हम अपने लाइफ को डिफाइन करते है तो पाते है कि ये हमारे रोज़मर्रा के काम का एक कलेक्शन है. इनमें से कुछ काम बहुत ही ज़रूरी है जैसे कि सांस लेना, और कुछ काम ऑप्शनल है जैसे की एक हॉबी, या शौक. हम जो भी काम चुनते है, वो हमारी जिम्मेदारी होती है और हम कैसे अपने दिन के हरेक मिनट को बिताते है उस पर हमारा ध्यान रहना चाहिए.

आपकी  सबसे बड़ी काबिलियत वो काम है जिसे आप औरों के मुकाबले सबसे बेहतर कर सकते है. अगर आपको अपनी वो बड़ी काबिलियत मिल जाए, तो आपको इन्हीं कामों में अपना फोकस रखना चाहिए और बाकी कामों को छोड़ देना चाहिए.

आप एक आसान एक्टिविटी करके अपनी सबसे बड़ी काबिलियत को खोज सकते है. अपने 1000 सपनों को लिखकर एक लिस्ट बनाइये और उसमें से वो काम करना शुरू कीजिए जिसमे टाइम और पैसे खर्च नहीं होते. आप नोटिस करेंगे कि उन कामों में कुछ तो ऐसे है जिनसे आपको प्यार है , कुछ जिनमें आप बहुत अच्छे है और कुछ तो ऐसे है जिनसे आपको लगता है कि प्यार है पर असल में करने में मज़ा नहीं आता.

आइये, जैकी जैकी कैमबोर्ड का एग्जामपल लेते है. उनके लिस्ट में अपना वेट घटाने का सपना लिखा था. जब उन्होंने स्मोकिंग करना छोड़ा तो उनका वेट फिर से बढ़ने लगा और ये बात उनके कंट्रोल से निकल गई.

वे शादी करने वाली थी और अपने वेडिंग ड्रेस को पहनकर सुन्दर दिखना चाहती थी. इसलिए जैकी ने जिम जाने का फैसला किया. सबसे पहले जो टेस्ट था वो था जैकी का अपने फिटनेस क्लास में सबके सामने वेट नापना. वहाँ के इंस्ट्रक्टर ने जैकी से कहा कि उन्हें क्लास ज्वाइन करने से पहले अपना वेट कम करना होगा.

ये एक बुरा एक्सपीरियंस तो था पर इससे वो पीछे नहीं हटी. जैकी ने जिम जाना शुरू किया और वहाँ तब तक रोज़ कार्डिओ एक्सरसाइज किया जब तक उनका वेट फिटनेस क्लास ज्वाइन करने लायक नहीं हुआ.

जैकी को आगे बढ़ने में न सिर्फ उनके मज़बूत इरादे  ने बल्कि इस बात ने भी मदद की कि उसे वर्क -आउट करना और लोगों के साथ रहना कितना पसंद था. उसे वहाँ का माहौल पसंद था.

जैकी ने अपने इंस्ट्रक्टर को भी बदल लिया और ऐसा इंस्ट्रक्टर रखा जो ज़्यादा अच्छा था. जल्दी ही उन्होंने अपना 40 पाउंड वेट घटा लिया और उनको ख़ुद के जिम क्लास को सीखाने का  सर्टिफिकेट भी मिल गया.

जब उन्होंने अपने क्लास को सीखाना शुरू किया तो पाया कि वे लोगों को वर्क-आउट करवाने में बहुत अच्छी थी. क्योकि वे खुद भी कभी ज़्यादा वेट की थी इसलिए वे उन लोगों को बेहतर समझती थी जो उस साइज के थे जो कभी उनका भी साइज होता था.

जल्दी ही , जैकी ने डांस- कोरियोग्राफी की कोशिश की और ये भी उसे बहुत पसंद आया. अब जैकी ने अपने बड़ी काबिलियतों के बारे में जाना और अब वे आगे बढ़कर अपना खुद का जिम खोलने का सपना पूरा कर सकती थी .

कुछ सालों बाद , जैकी ने अपना सपना पूरा किया. वो था एक छोटा सा जिम जिसमें एक ही क्लास होता था पर जैकी बहुत ही अच्छा कर रही थी. जैकी अब खुद को पूरा महसूस करती थी.

उनके ओवरवेट होने के बैकग्राउंड ने उनको सब साइज के लोगों से डील करने में मदद की और जल्दी ही वो अपने इन बड़ी काबिलियतों के कारण मशहूर हो गई.

अब जैकी के पास 6 टीचर वाला अपना एक जिम है और उनका एक डीवीडी भी रिलीज़ हुआ जिसका टाइटल था – रियल वर्ल्ड योगा: रियल पीपल विथ रियल बॉडीज ” ” (Real World Yoga: Real People With Real Bodies  )”.

आप भी जैकी जैसा बन सकते है और वो काम करके फेमस हो सकते है जिस काम से आपको बहुत प्यार है. बस आप वैसा काम ढूंढिए जिसमें आप बेस्ट है, और बाकी की बातें को आगे के चैप्टर्स में एक्सप्लेन किया जाएगा.

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