(Hindi) Wizard: the Life and Times of Nikola Tesla

(Hindi) Wizard: the Life and Times of Nikola Tesla

परिचय (Introduction)

आप निकोला टेस्ला के बारे में क्या जानते हो? कहीं आप भी तो उसे एक क्रेजी जीनियस नहीं समझते जिसे कबूतरों से प्यार था और जिसने एक्स्ट्रा टेरेस्टिरियल यानि कि एलिएंस से कम्यूनिकेट करता था? एक ऐसा पागल साइंटिस्ट जिसने डेथ रेज़ क्रिएट की थी लेकिन गरीबी और भुखमरी ने उसकी जान ले ली थी. टेस्ला वर्ड का मतलब है इलेक्ट्रीसिटी. और इस बुक में आप इसके बारे में पढेंगे कि क्यों टेस्ला अपने नाम को सार्थक करती है. निकोला टेस्ला वो इंसान थे जिनकी बदौलत हम आज अपने घरो में इलेक्ट्रीसिटी यूज़ करते है, चाहे टीवी हो या सेल फोन चार्जिंग या एयर कंडिशन चलाना…

आज जो इलेक्ट्रीसिटी हम अपने घरो, ऑफिस और शोपिंग माल्स में यूज़ कर रहे है, ये सब निकोला टेस्ला की वजह से ही मुमकिन है. टेस्ला के टाइम पर थोमस एडिसन का डायरेक्ट करंट इलेक्ट्रीसिटी का सोर्स हुआ करता था. एडिसन ने स्ट्रीट लाइट, फैक्टरीज, ओफिसेस और हॉउसहोल्ड यूज़ के लिए इनकेंडेसेंट (incandescent) लैम्प्स बनाये थे. लेकिन ये लैम्प्स आये दिन शोर्ट सर्कट की वजह से फ्यूज़ हो जाया करते थे और इनसे शोर्ट डिस्टेंस तक ही लाईट होती है. इसके अलावा इसमें एक कम्यूटेटर और नजदीकी पॉवर स्टेशन की ज़रूरत भी पड़ती थी.

आल्टरनेटिंग करंट या एसी टेस्ला का मोस्ट सक्सेसफुल इन्वेंशन है. वो पहला इंसान था जिसने वायेबल एसी सिस्टम क्रियेट किया. उसके रोटेटिंग मेग्नेट मैकेनिज्म से एसी का स्मूथ और कंटीन्यूएस फ्लो पॉसिबल हो पाया था. उसने ही सबसे पहले इलेक्ट्रिक पोस्ट का इस्तेमाल प्रोपोज्ड किया था जिसे कई मील दूर एक सिंगल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर से भी पॉवर दी जा सकती थी. एसी के अलावा टेस्ला ने कई और भी अमेजिंग इन्वेंशंश क्रिएट किये. कुल मिलाकर उसके खाते में 300 पेटेंट्स आते है. लेकिन इतना सब उसने किया कैसे? उसके मोटिवेशन का सोर्स क्या था? टेस्ला के जीनियस ब्रेन का सीक्रेट आखिर था क्या? उसकी लाइफ स्टोरी कैसी थी? ये सारे सवाल जो आपके माइंड में आ रहे है उनके आपको जवाब इस बुक के अंदर मिलेंगे.
चाइल्डहुड (Childhood ) बचपन

निकोला टेस्ला स्मिलिजिन (Smiljan,) क्रोटिया ( Croatia) में एक फार्मर फेमिली में पैदा हुये थे. उसके फादर मिलुतिन एक पैरिश प्रीस्ट थे. और उसकी मदर द्जौका (Djouka) अपने फेमिली फ़ार्म की देखभाल करती थी. उनके पास कई सारे जानवर और नौकर-चाकर थे. निकोलस के दोनों पेरेंट्स अमीर फेमिली से थे. वो अपने पांच भाई-बहनों में चौथे नम्बर का था. निको से बड़ा एक भाई था डेन और तीन सिस्टर्स थी.

दोनों भाई मिलकर काफी शैतानियाँ करते थे. दोनों अक्सर अपने विलेज के छोटे से तालाब में स्विमिंग करने जाया करते थे जहाँ पर वो फ्रोग्स पकड़ते और छोटे-मोटे इन्वेंशंस करते थे. जैसे कि वाटरव्हील्स बनाना, बर्ड्स पकड़ने के लिए स्नेयर्स बनाना और फिश हुक बनाकर फिश पकड़ना. निकोलस जब छोटे थे तो उन्होंने मकाक (Macak) नाम की एक बिल्ली पाली थी. वो अपनी बिल्ली के साथ घास लोट-पोट होते और खूब हसंते थे.

निकोलस को मकाक (Macak) से बड़ा प्यार था. वो प्यार से उसकी पीठ सहलाया करते थे. एक दिन उन्होंने देखा कि जब वो बिल्ली की पीठ पर हाथ फेर रहे थे तो उनकी हथेली पर कुछ स्पार्क हुआ. उनके फादर ने कहा कि ये इलेक्ट्रीसिटी की वजह से होता है. जैसे बिजली चमकती है. कुल मिलाकर निकोलस का बचपना बड़ा खुशहाल बीता था. उन्हें अपने फ़ार्म और वहां के जानवरों से प्यार था. उनके पास भेड़, चिकेन्स, गीज़ जैसे कई सारे जानवर थे जिनके साथ निको खेलता था. लेकिन निको जब 7 साल का हुआ तो उनकी लाइफ में एक ट्विस्ट आया.

उनके बड़े भाई डेन की घोड़े की पीठ में से गिरने की वजह से डेथ हो गयी थी. ये फेमिली के लिए एक बड़ा झटका था. डेन उनका लाडला बेटा था. डेन की मौत का सदमा सबसे ज्यादा उनकी मदर को हुआ था इसलिए निकोलस को एक तरह से इग्नोर कर दिया गया. अपने भाई की मौत का बर्डन उनके साथ जिंदगी भर रहा. कुछ लोगो का ये भी मानना है कि टेस्ला में न्यूरोटिक टेंडेंसी के पीछे कहीं ना कहीं ये वजह भी थी कि उन्हें बचपन में अपनी माँ का प्यार नहीं मिल पाया था. निको अपने पेरेंट्स के साथ कभी भी अटेचमेंट फील नहीं कर पाए थे.

उन्हें हमेशा यही फील हुआ कि उनके पेरेंट्स उन्हें कम प्यार करते है. और उस पर सबसे बड़ा दुख उन्हें तब हुआ जब उनकी फेमिली ने अपना फार्म वाला घर छोड़ने का फैसला किया. उनके फादर को सिटी ऑफ़ गोस्पिक में नौकरी मिल गयी थी. यही पर निकोलस की स्कूली पढाई शुरू हुई. वो बचपन से ही फिजिक्स् में जीनियस थे और इलेक्ट्रीसिटी तो उन्हें बहुत हैरान करती थी. निको बैटरीज, मोटर्स, इन्डक्शन कोएल और वाटर टर्बाइन्स के साथ एक्सपेरीमेंट्स करते थे. वो काफी इंटेलीजेंट थे इसीलिए उन्होंने 4 साल के बजाये सिर्फ 3 साल में हाई स्कूल पूरा कर लिया था.

ग्रेजुएशन के बाद निको को कोलेरा हो गया था, तब ये बिमारी गोस्पिक सिटी में एपिडेमिक की तरह फैली हुई थी. लोगो को लगता था कि कोलेरा पानी से नहीं हवा से फैलता है इसलिए सिचुएशंन और भी खराब हो चली थी निको पूरे 9 मंथ्स बीमार रहे. वो बिस्तर पर थे और ऑलमोस्ट मरने की हालत में पहुँच चुके थे. इसी बीमारी के दौरान उनके फादर ने उन्हें इंजीनियरिंग पढने की परमिशन दी थी. क्योंकि मिलूटिन चाहते थे कि उनका बेटा उनकी तरह एक प्रीस्ट बने, लेकिन उन्हें खोने के डर से वो निको को पोलीटेक्निक स्कूल, गराज, ऑस्ट्रिया (Graz, Austria) भेंजने को रेडी हो गए.

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कॉलेज के साल (College Years)

टेस्ला ने केमिस्ट्री,फिजिक्स, कैलकुलस, मशीनरी, इंग्लिश और फ्रेंच के अलावा बाकि और सब्जेक्ट्स के क्लासेस लेने शुरू कर दिए थे. उनके कैलकुलस के लेक्चरर प्रोफेसर एले (Alle) ने उनकी पोर्ग्रेस स्पीड देख ली थी इसलिए वो उन्हें कभी-कभी सोल्व करने एक लिए कॉम्प्लीकेटेड प्रोब्लम्स देते थे. टेस्ला क्लास में दो घंटे एक्स्ट्रा बैठते थे. वैसे तो उनका मेन फोकस इंजिनयरिंग पर था लेकिन उन्होंने बाकि और लेंगुएजेस भी सीखी. टेस्ला 9 लेंगुएजेस बोल सकते थे. उन्होंने फ्रेशमेन इयर सारे सब्जेक्ट्स में A+ से पास किया.

उनके टीचर उन्हें स्पेशल अटेंशन देते थे इसलिए कई बार क्लास के कुछ स्टूडेंट्स उनसे जलते थे. एक दिन फिजिक्स की क्लास में उनके साथ एक लाइफ चेंजिंग घटना घटी. एक डायरेक्ट करंट ग्रामें डाइनेमो (Gramme dynamo) पेरिस से आया. उसने अपने मॉडर्न इक्विपमेंट्स क्लास के सामने प्रेजेंट किये और एक्सप्लेन करना शुरू किया” अपने नेचुरल स्टेट में, इलेक्ट्रिसिटी आल्टरनेटिंग होती है.

जैसे कोई नदी ऊपर से नीचे और फिर से ऊपर की तरफ बहती है. इसलिए इलेक्ट्रीसिटी का फ्लो हर सेकंड तेज़ी से डायरेक्शन चेंज करता है और इसीलिए मशीन में कम्यूटेटर होते है. ये स्माल वायर्स की सिरीज़ है जिससे इलेक्ट्रिसिटी सिर्फ एक डायरेक्शन में फ्लो करती है. इसलिए इसे लेबल डीसी यानि डायरेक्ट करंट बोलते है”. फिजिक्स्त के प्रोफेसर प्राउडली अपनी प्रेजेंटेशन दे रहे थे कि तभी टेस्ला ने हाथ उठाया और क्वेश्चन पुछा” “अगर इलेक्ट्रिसिटी को इसके नेचुरल आल्टरनेटिंग फॉर्म में यूज़ किया जाए तो क्या होगा? क्या होगा अगर हमे पता चले कि हम कम्यूटेटर की कोई ज़रूरत ही नहीं है?

टेस्ला के इस तरह सवाल पूछने से प्रोफेसर का इगो हर्ट हो गया था इसलिए उन्होंने टेस्ला को रोंग प्रूव करने के लिए मशीन से कम्यूटेटर का प्लग निकाल दिया. मशीन बंद हो गयी. और उस दिन से टेस्ला एसी बनाने के पीछे पड़ गए. वो दिन रात यही सोचते रहते थे कि मोटर्स को बिना कम्यूटेटर के कैसे चलाया जाए. अपने थर्ड इयर आते-आते टेस्ला बोर हो चुके थे. अब वो क्लासेस अटेंड करने के बजाये लाउन्ज में दोस्तों के साथ कार्ड्स और चेस खेलते थे. वो बिलियर्ड बड़ा अमेजिंग खेलते थे और अपनी पॉकेट मनी उसी में खर्च कर देते थे.

टर्म के एंड में टेस्ला ने फाइनली कॉलेज ड्राप कर दिया था. जब उन्हें फादर की डेथ हुई तो टेस्ला को मजबूरी में नौकरी ढूढनी पड़ी. और उन्हें बुडापेस्ट, हंगरी में अमेरिकन टेलीफोन एक्सचेंज में जॉब मिल गयी. यहाँ पर टेस्ला ने खम्बो पर चढ़कर लाइन्स ठीक करने का काम सीखा. वो एक मैकेनिक तो थे ही साथ ही एक मैथेमेटीशियंस भी थे. टेस्ला ने इंडक्शन का कांसेप्ट सीखा जिसमे कोई एक ऑब्जेक्ट इलेक्ट्रोमेग्नेटिक चार्ज के साथ दूर से किसी दुसरे इलेक्ट्रोमेग्नेटिक ऑब्जेक्ट को कांटेक्ट किये बगैर ही इन्फ्लूएंश कर सकता है.

अपने फ्री टाइम में टेस्ला अन्थोनी स्ज़िगेती (Anthony Szigeti) के साथ घुमते थे, जो उनका फॉर्मर क्लासमेट था और अब वर्कमेट बन गया था. एसी पर उनका काम अभी जारी था. एसी कैसे काम करता है ये जानने के लिए टेस्ला न कई सारी डीसी मशीन्स तोड़ी और फिर से बनाई थी. इस चक्कर में वो ना ढंग से खाते थे और ना ही सोते थे. फिर एक दिन, उनकी बॉडी ने गिव अप कर दिया. उनकी पूरी बॉडी बुरी तरह से अकड गयी थी और उनका सर दर्द से फटा जा रहा था. उन्हें लगा अब वो कभी ठीक नहीं हो पाएंगे. लेकिन उन्हें दोस्त स्ज़िगेती (Szigeti ) उनकी हेल्प के लिए आये.

उन्होंने टेस्ला को एक्सरसाइज़ करने के लिए एंकरेज किया. एक दिन पार्क में वाक् करते हुए टेस्ला को एक स्ट्रोंग फीलिंग आई. उन्हें आईडिया आया कि एसी को कैसे चलाना है. उन्होंने तुरंत अपना आईडिया वही पर सेंड में एक लकड़ी से लिख दिया. टेस्ला के इस फेमस डायग्राम को मेग्नेटिक फील्ड रोटेशन कहा जाता है. डीसी में इलेक्ट्रीसिटी ट्रांसमिट करने के लिए एक सर्कट होता है.

एसी के लिए टेस्ला ने दो सर्कट यूज़ किये. इमेजिन करो कि रोटेटिंग सर्कल्स एक के ऊपर एक रखे है. हर सर्कल में एक दुसरे से 90 डिग्री की दूरी पर 4 मेग्नेट्स लगे है. हर एक मेग्नेट दुसरे वाले को इंडक्शन के थ्रू इन्फ़्लुएन्श कर रहा है. और सर्कल्स का रोटेटिंग मोशन इलेक्ट्रोन्स को घुमायेगा चाहे चार्ज नेगेटिव हो या पोजिटिव. टेस्ला ने पता लगाया कि ये आईडिया हर तरह के इक्विपमेंट पर काम कर सकता है. वो अपने माइंड में मोटर्स चलते हुए देखते थे. फिर वो उसे ड्रा कर लेते और फिर अपनी नोटबुक में मैथ करते. इसी बीच, टेस्ला और स्ज़िगेती (Szigeti) दोनों को पेरिस की एडिसन लाइटनिंग कंपनी में जॉब का ऑफर मिला जिसे उन्होंने ख़ुशी-ख़ुशी एक्स्पेट कर लिया था.

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