(hindi) Tools of Titans
इंट्रोडक्शन
क्या आपने लाइफ में कुछ अचीव करने की कोशिश की है लेकिन कहीं ना कहीं रास्ते में हार मान ली? क्या वो रास्ता आपके लिए इतना challenging था कि आप आगे बढ़ने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाए? क्या आपको ये देखकर आश्चर्य होता है कि दूसरों ने सक्सेसफुल होने के लिए ऐसा क्या ख़ास किया जो आप नहीं कर पा रहे हैं?
अगर आपका जवाब हाँ है तो आप घबराइए मत, आप अकेले नहीं हैं. आपके रोल मॉडल सहित सभी सक्सेसफुल और जाने माने लोग कभी ना कभी अपनी जिंदगी के ऐसे मोड़ पर खड़े थे जहां वो थक कर हार मानने वाले थे लेकिन फ़िर भी वो रुके नहीं क्योंकि वो जानते थे कि उन्हें क्या अचीव करना है और उन्होंने मुश्किलों को ख़ुद को रोकने नहीं दिया. तो क्या आप जानते हैं कि आप असल में क्या चाहते हैं?
इस बुक में आप जानेंगे कि दुनिया के सक्सेसफुल लोगों ने अपना मुक़ाम कैसे हासिल किया. उनके पास ऐसा कौन सा सीक्रेट मंत्र है जिसकी माला जप कर वो अपनी एनर्जी को रिचार्ज कर लेते हैं ? इसके साथ-साथ आप ये भी जानेंगे कि उन्होंने मुश्किलों और उनकी बुराई करने वालों का सामना कैसे किया, कैसे उन्होंने तब शुरुआत करने की हिम्मत दिखाई जब उनके पास कुछ भी नहीं था और कैसे उन्होंने आसमान की ऊँचाइयों को छूने के लिए अपनी बुद्धि का इस्तेमाल किया.
आपको हमारी generation के कई हीरोज के बारे में पता चलेगा और आप देखेंगे कि आप उनसे अलग नहीं है. बस एक फ़र्क है, वो जिस तरीके से काम करते हैं वो उन्हें ख़ास बनाती है. इसके साथ ही उन्होंने कुछ ऐसी आदतें अपनाई हैं जो उन्हें भीड़ से बिलकुल अलग बना देती है. तो क्या आप वो बनने के लिए तैयार हैं जो आप हमेशा से बनना चाहते थे? क्या आप विश्वास की छलांग लगाने का ज़ज्बा रखते हैं? ये बुक आपको बिलकुल ऐसा ही करने में मदद करेगी. कोई भी इंसान जिंदगी का सफ़र अकेले तय नहीं कर सकता. इसलिए अगर हम मदद मांग रहे हैं तो सबसे बेस्ट से क्यों ना मांगें. एक्सपर्ट्स की सलाह को गौर से सुनें क्योंकि उनमें आपको गलतियां करने से बचाने की ताकत होती है.
Part 1: Healthy
DOMINIC D’AGOSTINO
डॉ. डोमिनिक साउथ फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. उन्होंने कीटोजेनिक डाइट और कीटो सप्लीमेंट को डेवलप करने में अपना करियर समर्पित कर दिया. कीटोजेनिक डाइट फ़ास्टिंग से मिलता जुलता होता है. हमारी बॉडी आमतौर पर एनर्जी बनाने के लिए ब्लड शुगर का इस्तेमाल करती है. कीटोजेनिक डाइट उसे कहते हैं जब हम बॉडी में स्टोर हुए फैट से अपनी एनर्जी हासिल करते हैं.
कीटोजेनिक डाइट वज़न कम करने में, कैंसर को रोकने में, बॉडी की ताकत बढ़ाने में और lyme डिजीज को ख़त्म करने में मदद करती है. डॉ. डोमिनिक का कहना है कि कीटोजेनिक फ़ास्टिंग आपकी बॉडी को कैंसर सेल्स से तीन से चार गुना ज़्यादा असरदार तरीके से लड़ने में मदद कर सकता है. ये ख़ासकर कैंसर पेशेंट्स के लिए बहुत फ़ायदेमंद है. कीटो डाइट आपकी बॉडी को ज़्यादा सेल्स पैदा करने में मदद करता है जो उसे एक नई शुरुआत करने का मौक़ा देता है.
डॉ. डोमिनिक ने ख़ुद लगभग सात दिनों तक फ़ास्ट किया है. फ़ास्टिंग के आखरी दिन उन्होंने यूनिवर्सिटी में लेक्चर दिया और वहाँ से जिम चले गए. उन्हें ऐसा करने की इंस्पिरेशन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में किए गए एक रिसर्च से मिली जहां लोगों ने 40 दिनों तक फ़ास्ट किया था. फ़ास्ट करना हमारे शरीर को कमज़ोर नहीं बनाता है बल्कि आपको जानकार हैरानी होगी कि ये उसे मज़बूत बनाता है.
कोई भी आदमी कीटोजेनिक डाइट को फ़ास्ट किए बिना भी अपना सकता है. आप जैसा खाना खाते हैं वो तय करेगा कि आप कीटो डाइट को फॉलो करना चाहते हैं या नहीं. हमारी बॉडी को एनर्जी हासिल करने के लिए फैट की ज़रुरत होती है. अगर आपकी बॉडी में फैट नहीं होगा तो वो एनर्जी के लिए अमीनो एसिड को ग्लूकोस में बदलने के लिए मजबूर हो जाएगा. इसलिए कीटोजेनिक डाइट में फैट ज़्यादा खाने की ज़रुरत होती है.
डॉ. डोमिनिक एक टिपिकल नाश्ता करते हैं जिसमें चार अंडे, ओलिव आयल में बनी सारडाइन मछली, oyster और एक सब्जी शामिल होती है. वो लंच के बदले दिन भर में लिए गए Medium-chain Triglyceride oil यानी MCT oil लेते हैं. वो डिनर में हरी सब्जियां, चीज़, अवोकेडो, मीट (ये चिकन, मछली या कोई भी मीट हो सकता है) में बहुत सारे बटर और वर्जिन कोकोनट आयल लेते हैं.
डॉ. डोमिनिक कहते हैं कि फ़ास्टिंग के दौरान, हमारी बॉडी सेल्स के बढ़ने और घटने की रेट को धीमा कर देती है. इस वजह से कैंसर सेल्स कीमोथेरेपी के प्रति ठीक से respond करने लगते हैं. कई डॉक्टरों ने ब्रेन कैंसर वाले चूहों पर रिसर्च किया. उन चूहों को कीटोजेनिक डाइट दी गई और इसके साथ ही उन्हें फ़ास्ट भी कराया गया और स्टडी करने पर ये पता चला कि उनकी लाइफ 33 से 55 दिन बढ़ गई थी.
इस डाइट ने कैंसर पेशेंट्स को सक्सेसफुल कीमोथेरेपी के ज़रिए लंबे समय तक जिंदा रहने में मदद की है. ये डाइट हमारी बॉडी को स्ट्रोंग बनाती है. अगर आप healthy होना चाहते हैं तो कीटोजेनिक डाइट से शुरुआत करना सबसे अच्छा होता है. अगर आप इसे लंबे समय तक करना चाहते हैं तो आपको अपने डाइट में फैट ज़्यादा लेना होगा. जब आप फ़ास्ट करेंगे तब आपकी बॉडी इस फैट का इस्तेमाल एनर्जी बनाने के लिए करेगी.
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5 TOOLS FOR FASTER AND BETTER SLEEP
नींद ना आने की प्रॉब्लम जिसे insomnia कहते हैं आजकल मानो आम हो गई है. हम सब ने इसे कभी ना कभी ज़रूर एक्सपीरियंस किया है. कई बार ऐसा भी होता है जब हमें अपने आप ही नींद आ जाती है. तो एक अच्छी नींद का राज़ क्या है? अगर आप पूरी नींद सोना चाहते हैं तो उसके लिए क्या कर सकते हैं? तो इस बुक में वो पांच स्टेप्स बताए गए हैं जिन्हें सोने से पहले अपनाना चाहिए. इन टिप्स का असर किसी जादू से कम नहीं है. आइए इन्हें एक एक कर समझते हैं.
इमेजिन कीजिए कि एक कपल जो है जो पूरा दिन काम करने के बाद चैन की नींद सोना चाहते हैं. अब यहाँ लड़की की बॉडी का टेम्परेचर ज़्यादा था. लड़के की बॉडी का टेम्परेचर नार्मल था लेकिन क्योंकि वो दोनों सेम बेड पर सो रहे थे तो कुछ समय बाद लड़के को भी गर्मी लगने लगेगी और वो पसीने से तर बतर हो जाएगा. वो गर्मी कम करने के लिए कुछ देर के लिए अपना चादर हटा देगा जिससे उसकी बॉडी का टेम्परेचर नीचे आ जाएगा फ़िर वो दोबारा चादर ओढ़ लेगा. वो पूरी रात बीच-बीच में ऐसा ही करता रहेगा जिस वजह से उस लड़की की भी नींद ख़राब हो जाएगी. यहाँ टेम्परेचर उनकी नींद ख़राब कर रहा है जिस वजह से दोनों ही गहरी नींद नहीं सो पाते हैं. अगर ये लंबे समय तक चला तो उन उन्हें इनसोम्निया भी हो सकता है.
कहने का मतलब ये है कि आप जिस टेम्परेचर में सोते हैं वो बहुत इम्पोर्टेन्ट होता है. हर इंसान के लिए ये टेम्परेचर अलग-अलग हो सकता है. Chili pad वो डिवाइस है जो आपकी पसंद के टेम्परेचर को सेट कर आपको चैन से सोने में मदद करता है. इसकी ख़ासियत ये है कि इसमें दो ज़ोन हैं यानी आप और आपका पार्टनर बिना एक दूसरे पर कोई असर डाले अपने लिए अलग-अलग टेम्परेचर सेट कर सकते हैं. कई लोगों ने इस बात को स्वीकार किया है कि चिली pad की वजह से उनकी नींद बहुत अच्छी हो गई है.
एक और कमाल की टिप है visual overwriting. ये आपको किसी भी नेगेटिव थॉट से छुटकारा पाने में मदद करता है. ये इसलिए ज़रूरी है क्योंकि नेगेटिव विचार हमें बेचैन बनाए रखते हैं और सोने नहीं देते. आप विडियो देखकर ऐसा कर सकते हैं. जेन मैकगोनिगल सोने से पहले Tetris गेम खेलने की सलाह देते हैं.
वेट लिफ्टिंग में वर्ल्ड चैंपियन जेरज़ी ग्रेगोर्क (Jerzy Gregorek) का कहना है कि स्पाइन से दबाव हटाना भी इनसोम्निया दूर करने में मदद करता है. इसे decompressing कहा जाता है. इसमें एक एक्सरसाइज है उल्टा लटकना, ये आपके स्पाइन पर दबाव कम करता है. दूसरी एक्सरसाइज है, थोड़ा वेट उठाकर उठक बैठक (sit-ups) करना. आप लिनेक्स पोर्टेबल बैक स्ट्रेचर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो आपकी एड़ियों को लॉक कर देता है और पीठ के निचले हिस्से में जकड़न से राहत देता है.
एक्सपर्ट्स tranquilizer जैसे apple साइडर विनेगर या शहद का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. अगर आपको बहुत ज़्यादा चीनी पसंद नहीं है तो आप सोते समय caramel चाय भी ले सकते हैं. ये आपके मन को शांत करेगा और आपको तेज़ी से अच्छी नींद भी आएगी.
एक और प्रोडक्ट है जिसका आप इस्तेमाल कर सकते हैं, वो है स्लीप मास्टर मास्क. इस मास्क को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि ये आपके कान को कोई तकलीफ़ नहीं देता. Marpac Dohm Ds white noise मशीन भी आपके काम आ सकती है. ये मशीन आपके सोने के लिए हर तरह के शोर को फ़िल्टर कर एक शांत माहौल बनाए रखती है.
चाहे आप healthy बॉडी चाहते हों या बेहतर नींद, हर चीज़ एक प्रोसेस की तरह होता है. दुनिया भर के दिग्गजों और चैंपियंस ने एक दिन में स्ट्रोंग और healthy बॉडी नहीं बनाई है. इसके लिए पेशेंस की ज़रुरत होती है. रिजल्ट सामने आने में कुछ वक़्त लग सकता है लेकिन अगर आप पेशेंस और पूरे मन से इसे करते रहेंगे तो यकीनन आपको बहुत फ़ायदा होगा. फेल होना भी प्रोग्रेस का ही एक हिस्सा होता है. इसलिए इससे घबराकर चीज़ों को बीच में छोड़ देना बेवकूफ़ी से कम नहीं है.
ज़रा सोचिए अगर ये प्रोसेस इतने ही आसान होते तो क्या हम कभी किसी को हीरो समझते? दरअसल ज़्यादातर लोग इसलिए फेल हो जाते हैं क्योंकि उनमें पेशेंस ख़त्म हो जाता है और वो समझ नहीं पाते कि इस निराशा से कैसे डील किया जाए. हमेशा याद रखें, ऐसे गोल्स पाने की इच्छा ना रखें जिन्हें पाना संभव ही ना हो, रीयलिस्टिक गोल्स बनाएं नहीं तो आपको हताशा घेरने लगेगी.
अगर आप फेल नहीं हो रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप उतनी मेहनत और कोशिश नहीं कर रहे जितनी आपको करनी चाहिए. अपनी पिछली गलतियों से सीखें और कभी भी आप जितना deserve करते हैं उससे कम में संतोष ना करें.