(Hindi) The Willpower Instinct: How Self-Control Works, Why It Matters, and What You Can Do to Get More of It

(Hindi) The Willpower Instinct: How Self-Control Works, Why It Matters, and What You Can Do to Get More of It

इंट्रोडक्शन (Introduction)

क्या आपको अपने अंदर विलपॉवर की कमी लगती है? क्या आप सोचते हो कि “काश मेरी क्रेविंग्स यानी इच्छाओ पर मेरा थोडा कण्ट्रोल होता ? क्या आप अपनी बुरी हैबिट्स छोडकर अच्छी आदते डालना चाहते हो? क्या आपको अपने आलस और टालमटोल की आदत से छुटकारा पाना है ? क्या आप लाइफ में थोडा और सेल्फ कण्ट्रोल लाना चाहते हो?

अगर आपके मन में ये सारे सवाल है और इतनी लम्बी चौडी लिस्ट है  तो इसका जबाब है आज की ये बुक समरी. आपको इस समरी  में विलपॉवर के बारे में बताया जाएगा. और ये भी बताया जायेगी  कि विल पॉवर का हमारी लाइफ में क्या रोल है? ये हमारे लिए कितना ज़रूरी है और हमारे अंदर विलपॉवर कहाँ से आती है. आप इस समरी से ये भी सीखेंगे कि विल पॉवर कैसे काम करती है और इसे और ज्यादा स्ट्रोंग कैसे बनाया जाए. अपने अंदर सेल्फ कण्ट्रोल लाने से आप अपनी लाइफ के हर फील्ड में इम्प्रूवमेंट ला सकते है.

अगर आपकी विल पॉवर स्ट्रोंग है तो आप अपनी लाइफ में ज्यादा सक्सेस और हैप्पीनेस ला सकते है. आप किसी भी प्रोब्लम को हैंडल कर पाएंगे चाहे जो भी सिचुएशन आये आप उसे फेस कर पाएंगे. और आपका गोल हमेशा किसी हाई अचीवमेंट की तरफ रहेगा. विलपॉवर को लेकर आपके मन में जो भी सवाल है, उनके जवाब आपको इस समरी में मिलेंगे. तो आप भी इस समरी को पढकर इसके एडवांटेज लो और अपने गोल्स अचीव करो.

व्हट विल पॉवर इज (विल पॉवर क्या है) What Willpower Is

विल पॉवर को सिंपल तरीके से समझने के लिए आप तीन लाइंस याद कर सकते हो. पहली है” मै नहीं करूँगा” आई वोंट” यानी अपनी विल पॉवर को यूज़ करके अपनी इच्छा को रोकना. जैसे कि “ मै एक और पिज़्ज़ा नहीं खाऊंगा’ या “मै सेल से कुछ नहीं खरीदूंगा’ या “ मै आज से सिगरेट नहीं पिऊंगा”.

दूसरी लाइन है “आई विल यानी मै करूँगा”. अपनी विलपॉवर को उस काम के लिए यूज़ करना जो आपको हर हाल में करना है, बेशक आपका मन ना हो और जब हम आलस छोड़ने के लिए अपनी विलपॉवर यूज़ करते है जैसे कि “मै सुबह जल्दी उठूँगा” या “मै आज अपने सारे टास्क पूरे कर लूँगा”. थर्ड लाइन है” आई वांट” यानि मै चाहता हूँ”.

ये हम तब यूज़ करते है जब हम कुछ अचीव करना चाहते है. जैसे कि आपका जंक फ़ूड खाने का मन है लेकिन आप अपनी हेल्थ और बॉडी को लेकर कांशस भी है. या मान लो थोड़े आलसी टाइप हो लेकिन आप ये भी जानते है कि आपको ज्यादा काम करना पड़ेगा   क्योंकि आपको क्रेडिट कार्ड के बिल भरने है. शोर्ट में बोले तो अपनी इच्छा या लालच को कण्ट्रोल करने का नाम ही विलपॉवर है जो आपको आपके गोल की तरफ ले जाता है. विल पॉवर एक तरह से हमारा सेल्फ कण्ट्रोल है.

व्हाई वी हेव विल पॉवर (हमारे पास विल पॉवर क्यों है) Why we have willpower
जरा सोचो कि आप आज से कोई 100,000 साल पहले के ईस्ट अफ्रीका के नए-नए होमो सेपियन्स हो. आपकी पीठ सीधी है और आपको आग जलानी आ चुकी है. आपके पास पत्थरों के बने शार्प टूल्स है जिनसे आप बफेलो का मीट काट कर खाते हो. जीने के लिए आपके पास कुछ गिनी चुनी सर्वाइवल टेक्निक्स है. पहली तो ये कि खाने की तलाश करो. सेकंड, रीप्रोड्यूस करने के लिए एक मेट ढूंढो. और थर्ड ये, शेर, चीते और क्रोकोडाइल जैसे बड़े जानवरों से खुद को बचाए रखना.

लेकिन आपको एक और इम्पोर्टेंट चीज की ज़रूरत है. और वो है, अपने ट्राइब्स के साथ अच्छे रिलेशनशिप मेंटेन रखना. क्योंकि एक खतरनाक जंगल में आप अकेले सर्वाइव नहीं कर सकते. ये इंसानों की एक खासियत है जो प्रिमेट्स और बाकि मैमल्स में भी मिलती है. एक और चीज़ जो आपकी सर्वाइवल लिस्ट में चौथे नंबर पर आती है वो है” किसी से पंगा मत लो’. अपने ट्राइब्स के साथ मिल जुल कर रहने के लिए आपको उनके साथ को-ऑपरेट करना होगा. जिसका मतलब है कि आप जो मन चाहे और जब मन चाहे वो नहीं ले सकते.

आपने अगर किसी और का भुना हुआ बफेलो मीट खा लिया या किसी और के पार्टनर के साथ चले गए तो आपको ट्राइब से बेदखल कर दिया जाएगा. लेकिन अगर आपको चोट लग जाती है या आप बीमार पड़ गए और खाना नहीं ढूंढ पा रहे तो उस वक्त आपकी ट्राइब ही आपकी हेल्प करेगी. पॉइंट ये है कि “ हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल” आज भी उतना ही इम्पोर्टेंट है जितना कि 100,000 साल पहले होमो सेपियन्स के टाइम में था. प्रीहिस्टोरिक टाइम का मानव भी अपने पड़ोसी की हेल्प करता था. और किसी को ये बोलने से पहले भी सोचना पड़ता था कि” मेरे दोस्त, ये लोइन क्लोथ तुम पर ज़रा भी अच्छा नहीं लग रहा’.

पहले भी भी और अब भी सेल्फ कण्ट्रोल की ज़रूरत इन्सान को हमेशा पड़ी है. इसीलिए हमे विलपॉवर डेवलप करनी पड़ी. क्योंकि ये बड़ा ज़रूरी है कि इंसान अपनी वीकनेस को कण्ट्रोल में करना सीखे. हम इंसान एक दुसरे से को-ऑपरेट करते है, लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप मेंटेन रखते है. और इसके लिए हमारे अंदर एक स्ट्रोंग विलपॉवर होनी चाहिए जो हमारे अंदर और ज्यादा इंसानियत पैदा करती है.

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व्हाई इट मैटर्स नाऊ (Why it matters now)

100,000 साल पहले विलपॉवर की वजह से ही हम जानवरों से अलग थे. और आज भी यही चीज़ हमे एक दुसरे से अलग बनाती है. हम में से हर कोई एक डिफरेंट विलपॉवर लेकर पैदा हुआ है. कुछ लोगो की विल पॉवर बाकियों से ज्यादा स्ट्रोंग होती है. ऐसे लोगो का अपने इमोशंस और एक्श्न्स पर ज्यादा कण्ट्रोल होता है. ये लोग किसी भी चीज़ पर ज्यादा ईजिली फोकस कर लेते है. जिन लोगो की विलपॉवर ज्यादा स्ट्रोंग होती है वो लाइफ के हर फील्ड में सक्सेसफुल रहते है. इनके पास एक हेल्थी बॉडी और माइंड होता है. लाइफ को लेकर इनका नजरिया हमेशा पोजिटिव रहता है.

अपने फ्रेंड्स और फेमिली के साथ भी इनका रिलेशन काफी स्ट्रोंग और मीनिंगफुल होता है. इन्हें पैसा और सक्सेस दोनों मिलते है. लाइफ में किसी भी तरह की प्रोब्लम या स्ट्रेस को ये लोग बड़ी आसानी से हैंडल कर लेते है. चाहे लाइफ में कैसा भी चेलेंज आ जाये, ये लोग घबराते नहीं है. यहाँ तक कि औरो के मुकाबले स्ट्रोंग विल पॉवर वाले लोग ज्यादा उम्र तक जीते है. अगर आप भी अपनी लाइफ में चेंजेस चाहते हो तो स्ट्रोंग विल पॉवर की प्रेक्टिस करना स्टार्ट कर दो. क्योंकि खुद पर सेल्फ कण्ट्रोल होने से आपके रिलेशनशिप्स, करियर, फाइनेंस, हेल्थ और पर्सननेलिटी, यानि लाइफ की हर चीज़ इम्प्रूव होती चली जायेगी.

द न्यूरोसाइंस ऑफ़ विलपॉवर (विलपॉवर का न्यूरोसाइंस ) The Neuroscience of Willpower

विलपॉवर हमारे ब्रेन के कौन से पार्ट में होती है? क्या ये हमारे प्री-फ्रंटल कोर्टेक्स में होती है या हमारे माथे के ठीक पीछे. हमारे ब्रेन का प्री-फ्रन्टल कोर्टेक्स हमारे फोकस, थौट्स और फीलिंग्स को कण्ट्रोल करता है. लेकिन इसका सबसे इम्पोर्टेंट काम है हमारे एक्श्न्स को कण्ट्रोल करना. ये ब्रेन का वो पार्ट है जो बॉडी को मुश्किल चीज़े करने की कमांड देता है. प्री-फ्रन्टल कोर्टेक्स के तीन पार्ट है. ऊपर का लेफ्ट साइड हमारे अंदर लालच जगाता है.

और ऊपर का राईट साइड हमे एक्शन लेने और आलसपन छोड़ने के लिए कमांड देता है. मिडल और नीचे का हिस्सा आपके गोल्स और सपनों के बारे में सोचता है. तो अगर बाकि हिस्से आपको ज्यादा खाने, ज्यादा स्मोक करने या ज्यादा शोपिंग करने के लिए उकसाते भी है तो नीचे का प्री-फ्रन्टल कोर्टेक्स हमे रोक लेगा. और अगर प्री-फ्रन्टल कोर्टेक्स नहीं होगा तो इन्सान सेल्फ कण्ट्रोल नहीं कर पायेगा.

अ माइंडब्लोइंग केस ऑफ़ विलपॉवर लॉस्ट
विलपॉवर खोने का एक माइंडबलोंइंग केस (A mind-blowing case of willpower lost)

एक बड़ी इंट्रेस्टिंग स्टोरी है जिसमे एक आदमी की प्री-फ्रंटल कोर्टेक्स की पॉवर खो जाती है. फिनेअस गेगे (Phineas Gage) रेलबोर्ड कंस्ट्रक्शन में फोरमेन का काम करता था. उसका बॉस उसे बेस्ट फोरमेन समझता था. और उसकी टीम के लोग भी उसकी बड़ी रिस्पेक्ट करते थे. सबकी नजर में फिनेअस एक शांत और रिस्पोंसिबल आदमी था इसलिए उसके फ्रेंड्स भी बहुत थे. फिनेअस स्ट्रोंग बॉडी और माइंड वाला 25 साल का एक नौजवान था. फिर एक दिन सब कुछ बदल गया. एक दिन रोज़ की तरह फिनेअस और उसकी टीम रेलरोड का रास्ता क्लियर कर रहे थे.

इस काम के लिए उन्हें एक्सप्लोसिव्स की ज़रूरत थी और ये एक्सप्लोसिव फिनेअस को ही सेट करने थे. वो पहले भी कई बार ये काम कर चूका था. रोड क्लियर करने के लिए एक्सप्लोसिव यूज़ करना एक नॉर्मल प्रोसीजर होता है. लेकिन उसी वक्त एक बड़ी गड़बड़ हो गयी. दरअसल सेट टाइम से पहले ही ब्लास्ट हो गया और एक तीन फुट आयरन रोड सीधे जाकर फिनेअस की खोपड़ी में घुस गयी. एक स्टील बार ने फिनेअस के लेफ्ट चीक को फाडकर उसका प्री-फ्रन्टल कोर्टेक्स उड़ा दिया था. वो स्टील बार उसके पीछे करीब 30 यार्ड दूर जाकर गिरी.

अब आपको सोच रहे होगे कि इस ब्लास्ट से फिनेअस की वही मौके पर ही डेथ हो गयी होगी. लेकिन नहीं, इनफैक्ट उसकी टीम ने बताया कि वो बेहोश तक नहीं हुआ था. उसके साथी उसे एक कार्ट में लेटाकर पास के एक क्लिनिक में ले गये. डॉक्टर ने उसकी खोपड़ी के सारे टुकडो को फिर से जोडकर स्कैल्प को सील कर दिया था. और 2 महीने बाद वो पूरी तरह ठीक हो गया था. उस टाइम फिनेअस को बिलकुल भी पेन फील नहीं हुआ था. और उसके घाव भी भर चुके थे. वो फिर से नॉर्मली सारे काम कर पा रहा था. यहाँ तक कि उसने फिर से काम पर जाना शुरू कर दिया था.

ऐसा लग रहा था कि फिनेअस की लाइफ में अब सब कुछ नॉर्मल है. लेकिन असल बात कुछ और थी. उसके कलीग्स को फिनेअस में कुछ चेंजेस नजर आ रहे थे. वो अब चिडचिडा रहने लगा था. पहले वो काफी शांत रहता था पर अब वो बात-बात पे गुस्सा करने लगा था. किसी को अगर उसका आईडिया पसंद ना आये तो वो बर्दाश्त नहीं कर पाता था. ऐसा लग रहा था जैसे अब वो पहले वाला फिनेअस नहीं रहा था. इस एक्सीडेंट से पहले फिनेअस एक वेल डिस्पलीन और स्ट्रोंग विल वाला आदमी था. मगर एक्सीडेंट में उसके प्री-फ्रंटल कोर्टेक्स के डैमेज होने की वजह से उसकी पूरी पर्सनेलिटी ही चेंज हो गयी थी. उसका सेल्फ कण्ट्रोल और विल पॉवर खो चूका था. पहले वाला फिनेअस कहीं खो गया था.

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