(hindi) The Total Money Makeover
इंट्रोडक्शन
20 सालों से भी ज़्यादा समय से एयर किए जाने वाले अपने रेडियो शो से डेव रामसे ने कई लोगों की मदद की है। उनके listener अमेरिका के आम लोग हैं जो डेट यानी क़र्ज़ या फाइनेंशियल परेशानियों से जूझ रहे हैं। बिल्कुल मेरी और आपकी तरह वे लोग भी यही सोच रहे हैं कि अपनी फ़ैमिली को बेहतर लाइफस्टाइल कैसे दें।
हमारी बेसिक मनी प्रॉब्लम के लिए डेव रामसे के 7 बेबी स्टेप्स हमारी मदद करेंगे। आप उन्हें एक एक करके सीखेंगे। आप उन लोगों की कहानियों के बारे में भी जानेंगे जिन्होंने इस चैलेंज को लेकर अपनी लाइफ बदल दी है।
यह 7 बेबी स्टेप्स क्लियर और आसान है। ये इस प्रिंसिप्ल पर बेस्ड हैं कि छोटे स्टेप्स ही लॉन्ग टर्म में आपके बहुत काम आएंगे। आपको अपनी लाइफ में बड़े बदलाव करने की ज़रूरत नहीं है । ये स्टेप्स आपको हर दिन, हर महीने, और हर साल फाइनेंशियल सिक्योरिटी की तरफ ले जाएंगे। अगर बाकी लोगों ने यह कर दिखाया है तो आप तो इसे ज़रूर कर सकते हैं!
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द टोटल मनी मेकओवर चैलेंज
इस बुक के ऑथर डेव रामसे उस पल के बारे में बात करते हैं जब उन्हें पता चला कि वे बुरी तरह फस गए हैं। वे अपनी सारी सेविंग्स गवां बैठे थे और महीने के अंत तक मुश्किल से गुज़रा कर पाते थे।
डेव ने सब कुछ अपने तरीक़े से किया और वे हार गए।
उन्हें अब खड़े हो कर सबसे बड़े चैलेंज का सामना करना था, जो था ख़ुद का सामना करना.
उन्होंने यह सीखा कि उनके तरीके में एक बहुत बड़े एस्पेक्ट या पहलू की कमी थी जो था अपने आप को मैनेज करना।
अमीर बनने की प्रॉब्लम यह नहीं है कि अमीर कैसे बनें। हम में से ज़्यादातर लोग पहले ही ऐसा करना जानते हैं। सबसे मुश्किल चीज़ है ऐसा सच में कर दिखाना। यह आसन तो नहीं है, अगर आसन होता तो इस दुनिया में सभी लोग अब तक अमीर बन गए होते।
आपको खड़े हो कर अपने आप को मिरर में देखने की ज़रूरत है। वह आदमी दिखाई दे रहा है आपको वहां? वह है आपकी प्रॉब्लम। अगर आप उस आदमी को मैनेज कर पाए, तो आपकी सक्सेस तय है। टोटल मनी मेकओवर चैलेंज असल में आप ख़ुद हैं। आप ही प्रॉबलम हैं और आप ही सॉल्यूशन भी हैं। अपने आप को बचाने वाले सिर्फ और सिर्फ आप ख़ुद हैं।
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इंकार: मैं अभी इतनी भी बुरी हालत में नहीं हूं। (Denial: I’m not that out of shape)
सबसे पहले, यह समझना कि आप में कोई प्रॉबलम है, और आपके रास्ते में आने वाली रुकावटों के बारे में समझना ही आपकी प्रॉबलम को सॉल्व करने का रास्ता है।
सारा और उनके हसबैंड एक साल में लगभग $75,000 तक कमाते थे। उनके ऊपर नॉर्मल कर्ज़ था जैसे कि घर का लोन, कार लोन वगैरह और उनके क्रेडिट कार्ड पर सिर्फ $5,000 का लोन था। उन्हें लगा कि सब ठीक ठाक चल रहा है लेकिन वे असल में कुछ चीज़ों को नकार रहे थे।
जब भी वे मिरर में देखते तो उन्हें दो मोटे लोग कभी दिखाई नहीं देते थे । सारा और उनके हसबैंड इस बात को नकारते रहे और वैसे ही जीते रहे। फ़िर एक दिन आया जब उन्होंने डिसाइड किया कि उनकी फ़ैमिली को एक बड़े घर की ज़रूरत है, तो उन्होंने उसे ख़रीद लिया। उन्हें लगा कि वे फाइनेंशियली सिक्योर हैं, लेकिन ऐसा था नहीं।
एक दिन सारा के बॉस ने उनसे कहा कि उनकी कंपनी अपना ख़र्च कम करने के लिए कुछ एम्पलॉइज की संख्या को कम कर रही है। इस वजह से सारा की जॉब चली गई, और देखते ही देखते उनकी साल भर की टोटल फ़ैमिली इनकम के $75,000 में से $45,000 चले गए। सारा और उनके हसबैंड डर गए थे, और उन्होंने पहली बार अपने आपको मिरर में देखा। उन्होंने देखा कि वे अब फाइनेंशियल तौर पर मोटे हो गए हैं, और अब वे इसे नकार नहीं सकते।
असल बात यह है कि अगर आप फिज़ीकली फ़ैट (physically fat) यानी शारीरिक रूप से मोटे हो जाएं तो आप इसे मिरर में देख सकते हैं, लेकिन फाइनेंशियल मोटापा इतनी आसानी से दिखाई नहीं देता। यह आसानी से छुपाया ज़रूर जा सकता है लेकिन साथ ही साथ यह आपको ज़िंदगी भर तक के लिए चिंता भी दे देगा।
इस सब के बावजूद सारा और उनके पति के लिए गुड न्यूज़ यह है कि उनका फाइनेंशियल क्राइसिस (crisis) में आना, उन्हें सही रास्ते पर लेकर जाने वाला था । अब वे फैक्ट्स को अनदेखा नहीं कर सकते थे। उन्होंने यह अच्छी तरह समझ लिया कि अब उन्हें चेंज की ज़रूरत है।
उन्होंने एक प्लान बनाया और उसे स्टेप बाई स्टेप फ़ॉलो किया। दो साल बाद, सारा और उनके पति, सिर्फ अपने घर को छोड़ कर बाकी हर कर्ज से मुक्त हो गए, और साथ ही साथ उन्होंने इमरजेंसी के लिए $12,000 बचा भी लिए।
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डेट को लेकर ग़लतफहमी : डेट कोई टूल नहीं है (Debt Myths: Debt is NOT a tool)
कोई ऐसी चीज़ जो आपको बहुत ख़ुशी देती हो, फिर भी उसे डिले करना या टालने की विल पावर होना, मैच्योरिटी कि निशानी है। हर एक चीज़ को पाना चाहना और उसी उसी वक्त हासिल करने की इच्छा रखना ह्यूमन नेचर है, लेकिन आपको ख़ुद को रोकना आना चाहिए।
जब कोई झूठ को बार-बार पावर के साथ ऊंची आवाज़ में लगातार दोहराया जाता है, तब हम उस पर विश्वास करने लगते हैं। अगर टीवी पर एक ऐड में यह कहा जाए कि वह कार खरीदने से आप कूल बन जाएंगे, और अगर यह चीज़ लंबे समय तक दोहराई जाए तो आप एक समय के बाद उस पर विश्वास करने लगते हैं।
इतने लंबे समय से यह माना गया है कि लोन हमारी लाइफ का एक पार्ट है। आप बिना लोन लिए कोई घर या गाड़ी नहीं खरीद सकते। ये बातें पावर के साथ लंबे समय तक कहीं गई हैं, और हमने इस पर भरोसा भी कर लिया है।
अब हम लोन के बारे में कुछ ऐसी ग़लतफ़हमियों कि जांच करेंगे जिन्हें हम सारी ज़िन्दगी सुनते आए हैं।
झूठ 1: लोन एक ऐसा टूल है जिससे हम लाइफ में खुशियां पा सकते हैं।
सच 1: लोन एक ऐसा टूल है जो आपकी लाइफ गैरेंटी के साथ बरबाद कर सकता है। यह कोई खुशियां नहीं लाता, जबकि उसका उल्टा ही होता है। अमीर लोग उतना लोन नहीं लेते जितना हम सोचते हैं।
पैसे उधार लेने से आपको टेम्पररी ख़ुशी मिलेगी लेकिन उसके साथ जुड़े रिस्क आपकी लाइफ आगे चल कर बरबाद कर देंगे।
झूठ 2: अपने दोस्तों या फ़ैमिली को लोन देने से उनकी मदद होती है।
सच 2: लोन देने से सिर्फ़ रिश्ते बरबाद होते हैं।
जब जॉन ने अपनी दोस्त को $50 उधार में दिए, तब इसका असर उनके रिश्ते पर भी पड़ा। उनकी दोस्त ने उन्हें अवॉइड करना शुरू कर दिया और जब भी वे लोग मिलते तब उन्हें बहुत अजीब महसूस होता था। डेव रामसे ने जॉन से पूछा कि क्या आपकी फ्रेंडशिप की कीमत सिर्फ $50 है, जिसका जवाब उन्होंने दिया कि नहीं वह इससे बहुत ज़्यादा है। डेव ने जॉन को कहा कि वे अपनी दोस्त को कॉल करके कहें कि उन्होंने उनका कर्ज़ माफ़ कर दिया। इससे उन दोनों का रिश्ता पहले से भी ज़्यादा बेहतर हो गया।
झूठ 3: 0% इंटरेस्ट पर कार लोन लेना एक अच्छी डील है।
सच 3: हर नई कार 60% तक अपनी वैल्यू पहले 4 सालों में गवां देती हैं। क्या यह आपको अब भी अच्छी डील लगती है? एक ब्रैंड न्यू कार खरीदना भी समझदारी नहीं है। ज़्यादातर पैसे वाले लोग वो कार चलाते हैं जो 2 साल तक पुरानी हों।
पैसे वाले लोग यह बात जानते हैं कि वे $20,000 की ऐसी कार नहीं खरीदना चाहेंगे जिसकी कीमत आने वाले 4 सालों में $12,000 कम हो जाएगी।
झूठ 4: जब भी आपको कोई कार रेंट पर लेनी हो, किसी होटल में चेक-इन करना हो या ऑनलाइन कुछ खरीदना हो तो आपको क्रेडिट कार्ड की ज़रूरत पड़ेगी।
सच 4: गलत! यह सब आप एक डेबिट कार्ड से भी कर सकते हैं।
चीज़ों को उन पैसों से खरीदना जो आपके पास सचमुच में हैं, यह टोटल मनी मेकओवर का एक पार्ट है। आपको चीज़ों को उन पैसों से खरीदना बंद कर देना चाहिए जो आपके पास असल में हैं ही नहीं (टेक्निकल तौर पे देखा जाए तो वे चीज़ें भी आपकी तब तक नहीं होंगी जब तक आप उनके पूरे पैसे ना भर दें)
झूठ 5: अपने बच्चों को फाइनेंशियली ज़िम्मेदार बनाने के लिए उन्हें क्रेडिट कार्ड देना चाहिए।
सच 5: आप ऐसा कर के अपने बच्चों को इसका बिल्कुल उल्टा सिखा रहे हैं, जो है फाइनेंशियल गैर ज़िम्मेदारी । जब आप बच्चों को क्रेडिट कार्ड देते हैं तब आप उन्हें यह सिखा रहे होते हैं कि वे जो चाहे उन पैसों से खरीद सकते हैं जो कि उनके पास है ही नहीं। आप उन्हें उसी जाल में फंसने के रास्ते पर चला रहे हैं जिसमें आप ख़ुद फंसें हुए थे। कई कॉलेज ग्रेजुएट जॉब मिलने से पहले ही बहुत सारे कर्ज़ में डूब जाते हैं! क्या आप सोच भी सकते हैं?