(hindi) The Millionaire Fastlane: Crack the Code to Wealth and Live Rich for a Lifetime!

(hindi) The Millionaire Fastlane: Crack the Code to Wealth and Live Rich for a Lifetime!

इंट्रोडक्शन (Introduction)

क्या आपने कभी सोचा है कि कैसे किसी ने 22 साल की छोटी उम्र में लिमोज़िन जैसी लक्ज़री कार खरीद ली? कैसे कोई 30 साल की उम्र में रिटायर होने के बावजूद कम्फ़र्टेबल और शानदार जिंदाजी जी रहा है? क्या आपको लगता है कि किसी इंसान का कम उम्र में अच्छा ख़ासा पैसा कमाकर रिटायर होना पॉसिबल है?

तो जवाब है “हाँ”, पॉसिबल है. 60-65 की उम्र में रिटायर होना आम बात है लेकिन आप इसे झूठा साबित कर सकते हैं. आप एक यंग मिलियनेयर बन सकते हैं. ज़्यादातर लोग इसी चाहत में कि किसी दिन अमीर ज़रूर बनेंगे हर दिन कितना स्ट्रगल करते हैं, कई बार इसमें पूरी जिंदगी निकल जाती है.

आप ख़ुद को इससे बचा सकते हैं. कम उम्र में भी अपने दम पर आप वो सारे ऐशो आराम एक्सपीरियंस कर सकते हैं. आप अपने बच्चों को बड़ा होता हुआ देख सकते हैं, अपने शौक पूरे कर सकते हैं, बिना बिना किसी चिंता के इस ख़ूबसूरत जिंदगी को एन्जॉय कर सकते हैं और पूरी दुनिया घूम सकते हैं. और सबसे बड़ी बात,आप अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर खुल के जी सकते हैं.

इस बुक में आप पैसों के बारे में हमने जो ग़लतफ़हमी पाल राखी है उस बारे में जानेंगे. इसे पढने के बाद आप समझ जाएंगे कि पूरी उम्र गुज़रने के बाद अमीर बनने का कोई मतलब नहीं रह जाता. ये लक्ज़री, ये पैसा तो जवानी में एंजॉय करने की चीज़ें हैं.

इस बुक में तीन तरह के स्ट्रेटेजीज बताए गए हैं. आप उनके इम्पोर्टेंस और कमियों के बारे में जानेंगे.इन तीनों में से सिर्फ़ फ़ास्टलेन की स्ट्रेटेजी ही है जो आपको सक्सेस और पैसा के  रास्ते पर ले जाती है. पैसा अपनी मंज़िल को देखने से नहीं मिलता बल्कि जो रास्ता आपको वहाँ तक ले जाता है उस पर फोकस करने से मिलता है.

ये रोमांचक सफ़र आपको ये भी समझा देगा कि असली दौलत वो नहीं जो आपको महँगी चीज़ें खरीदने का पॉवर देती है बल्कि सच्ची दौलत तो फॅमिली का साथ,अच्छी हेल्थ और एक आज़ाद जीवन में छुपी होती है.

ये बुक आपको कम उम्र में ही बहुत पैसा कमाने की technique बताएगी. तो क्या आप इसके लिए तैयार हैं? तो चलिए बिना देर किये शुरू करते हैं.

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द ग्रेट डिसेप्शन (The Great Deception)

सदियों से अमीर बनने का एक घिसा पिटा रवैया चला आ रहा है कि एक ढ़ंग की जॉब ढूंढो, पैसे बचाओ, ख़र्चे कम करो, म्यूच्यूअल फण्ड में पैसा इन्वेस्ट करो और एक दिन आप ज़रूर अमीर बन जाएँगे.लेकिन ऐसा करने में तो 25 या 30 साल भी लग सकते हैं.

इस हिसाब से तो आप पूरी जिंदगी कोहलू के बैल की तरह मेहनत करते रहेंगे वो भी सिर्फ़ इसलिए कि जब आप बूढ़े हों तब अमीर बन सकें? लेकिन जवानी ख़त्म होने के बाद आप बुढ़ापे में इतने पैसों का करेंगे क्या? इस तरह जीने से आप सिर्फ़ अपनी जवानी ही नहीं बल्कि अपना टाइम, हेल्थ, फ्रीडम ये सब गवां देते हैं. आइए एक कहानी से इसे समझते हैं.

शिकागो के एक इन्वेस्टमेंट बैंकर ने फ़ास्टलेन के फोरम में अपना एक्सपीरियंस शेयर किया. जब वो 23 साल के थे तो उनकी अच्छी खासी जॉब थी. सैलरी के साथ साथ उन्हें कमीशन भी अच्छी मिल जाती थी. बैंकर ने कहा कि जब भी वो कुछ लोगों  को ऐशो आराम की जिंदगी जीते हुए और महेंगी स्पोर्ट्स चार चलाते हुए दखते तो उन्हें अपनी जॉब से चिड होने लगती.और वो लोग कोई नौजवान लड़के लडकियां नहीं थे बल्कि 50 के आस पास के लोग रहे होंगे.

फ़िर उसने कहा कि एक बार एक 52 साल के एक आदमी ने उससे कहा था कि जब तक आप लक्ज़री कार अफ्फोर्ड कर पाएँगे तब आप इसे एन्जॉय नहीं कर पाएँगे.उम्र के साथ हेल्थ ख़राब होने लगती है, इच्छाएं कम होने लगती है और आप पैसा बचाने के लिए अपने जिंदगी के उस उम्र को खो देते हैं जो आपको कभी वापस नहीं मिलेगा.

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द रोड ट्रिप टू वेल्थ (The Road Trip To Wealth)

हम में से ज़्यादातर लोग पैसे को ठीक से समझते ही नहीं.पैसा कोई इवेंट नहीं है, ये एक प्रोसेस है. आपको अमीर बनने के लिए एक प्रोसेस से गुज़रना होगा. ये एक रोड ट्रिप की तरह है लेकिन आपको सिर्फ़ अपनी मंजिल पर फोकस करने के बजाय  इस रास्ते का भी आनंद लेने की ज़रुरत है. तो आपकी मंजिल आपका इवेंट है और ये जर्नी वो प्रोसेस है.

अब इस सफ़र पर जाने के लिए  तीन इम्पोर्टेन्ट चीज़ों की ज़रुरत है. पहली तो है कार, जो आप ख़ुद हैं क्योंकि सिर्फ़ आप डिसाइड करते हैं कि आपको जाना कहाँ है. दूसरी चीज़ है कि आप अपनी मंजिल तक जाने के लिए कौन सा रास्ता चुनते हैं, तो वो है आपकी चोइसेस और तीसरी चीज़ है स्पीड यानी किस स्पीड से अपने आइडियाज को अप्लाई करना शुरू करते हैं.

एक बार इस बुक के ऑथर एमजे डेमार्को अपने कुछ दोस्तों के साथ शिकागो से रोड ट्रिप के ज़रिये साउथ फ्लोरिडा जा रहे थे. बीच रास्ते में उनकी गाड़ी ख़राब हो गई. वो अब भी अपनी मंजिल से काफ़ी दूर थे और रास्ते में फंस गए थे. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वो अपनी मंजिल पर फोकस कर रहे थे उस जर्नी पर नहीं. उन्होंने निकलने से पहले पेट्रोल, कार के इंजन, रोडमैप इन सभी ज़रूरी बातों पर ध्यान ही नहीं दिया.

अगर उन्होंने इन ज़रूरी बातों का ध्यान रखा होता तो बिना किसी परेशानी के आराम से अपनी मंजिल तक पहुँच जाते. इसलिए हमेशा याद रखें कि मंजिल तक पहुंचना तो ज़रूरी है लेकिन जल्दी पहुँचने के चक्कर में अगर आपने दूसरी बातों को नज़रंदाज़ किया या गलत रास्ता चुन लिया तो रास्ते में बहुत सी मुश्किलें आ सकती हैं. इसलिए अगर आपने रास्ते पर भी ध्यान दिया तो आप बिलकुल समय पर अपनी मंजिल तक पहुँच जाएँगे.

इमेजिन कीजिये कि एक दिन आप एक ब्लॉग पढ़ते हैं जिसमें लिखा है कि एक कम उम्र के लड़के ने अपनी कंपनी 30 मिलियन डॉलर में बेच दी. अब ये एक इवेंट है जिसकी हर कोई चर्चा और तारीफ़ कर रहा है.लेकिन इसके पीछे की कड़ी मेहनत के बारे में कोई नहीं जानता.

कोई नहीं जानता कि उस आदमी ने दिन रात बिना रुके, बिना आराम किए अपना कितना टाइम और एनर्जी उस काम में दिया होगा.जब किसी को सक्सेस मिलती है तो हर किसी की नज़र उस पर होती है लेकिन उस सक्सेस के पीछे की लंबी जर्नी और स्ट्रगल के बारे में कोई नहीं जानता.लेकिन सच तो ये है कि वो इवेंट सिर्फ़ उस जर्नी और उस प्रोसेस की वजह से पॉसिबल हो पाया था.

एक बार एक एथलिट ने प्रो बास्केटबॉल का गेम खेलने के लिए 50 मिलियन $ का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया. ये एक इवेंट था जिसे सबने देखा. लेकिन कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के कुछ ही मिनटों बाद वो एथलिट अमीर नहीं हो गया. उसने अपना नाम बनाने के लिए बहुत मेहनत की, एक लंबा सफ़र तय किया तक जाकर उसे वो कॉन्ट्रैक्ट मिला.

उसने अपने स्किल को इम्प्रूव करने के लिए उसने घंटों प्रैक्टिस किया, हज़ारों बार गिरा,ना जाने कितनी बार उसे अपने घाव की वजह से सर्जरी करवानी पड़ी. आपको क्या लगता है कि उसे सब आसानी से मिल गया होगा? नहीं, उसे भी कई बार रिजेक्ट किया गया, वो कई बार फेल भी हुआ.उसने अच्छे बुरे हर तरह के दिन देखे और इन्हीं खट्टे मीठे एक्सपीरियंस ने उसकी जर्नी को उसकी मंजिल तक पहुंचाया.

चलिए मान लीजिये कि आप कुकीज़ बनाना चाहते हैं. आप किचन में जाते हैं और एक bowl में चीनी और आटा मिक्स कर देते हैं. आपको क्या लगता है क्या होगा?  आप आँखें बंद करेंगे और कुकीज़ अपने आप तैयारहो जाएँगे? नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला.जब तक आप कुकीज़ बनाने वाले हर सामान को bowl में नहीं डालेंगे, एक रेसिपी में दिए गए हर इंस्ट्रक्शन को फॉलो नहीं करेंगे तब तक कुकीज़ नहीं बन सकती.

तो सक्सेस भी एक रेसिपी की तरह है, जब तक आप ज़रूरी बातों का ध्यान नहीं रखेंगे तब तक आपको दौलत नहीं मिल सकती.अगर एक भी ingredient छूट जाए तो रेसिपी ख़राब हो जाती है. इसलिए हर पहलू पर ध्यान दें तब आपको एक्स्ट्रा आर्डिनरी सक्सेस मिलेगी.

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