(hindi) THE HAPPINESS PROJECT
इंट्रोडक्शन
क्या आप एक ऐसा प्लान सीखना चाहोगे जिससे साल के खत्म होते-होते आपको ढेर सारी खुशियाँ मिले? इसे 12 मंथ्स सिस्टम कहते हैं जिसे ग्रेचेन रुबिन ने खुद अपनी जिंदगी में अप्लाई कर अपनी जिंदगी को एक नई दिशा दी.
अगर आप अपनी प्रोडक्टीविटी की प्रॉब्लम शादी, जॉब, बच्चे या पर्सनल रिलेशनशिप में स्ट्रगल कर रहे है तो ये बुक ख़ास आपके लिए ही लिखी गई है. ये किताब आपको लाइफ की लगभग सभी समस्याओं का समाधान दे सकती है.
ये किताब पढ़िए, ये आपको स्टेप बाई स्टेप खुशियों की तरफ ले जाएगी और आपको सीखाएगी कि कैसे आप हर महीने अपनी एक बुरी आदत छोड़कर एक नई अच्छी आदत डाल सकते है.
इस किताब से आप सीखेंगे कि कैसे हम लाइफ को और ज्यादा एनर्जेटिक और एक्टिव बना सकते है. कैसे अपनी लाइफ में और ज्यादा प्यार और अपने रिश्तो में गर्माहट ला सकते है और कैसे एक ऐसी जॉब चूज़ करें जो आपको पैशनेट बनाये रखे. कैसे अपने बच्चो के साथ अपना रिश्ता बेहतर बनाये और कैसे अपने सर्कल में भरोसेमंद सच्चे दोस्त शामिल करें .
तो आइए, अपनी जिंदगी में और ज्यादा खुशियाँ लाने के लिए ग्रेचेन रुबिन के एक नए सफर की शुरुवात करते है.
January: Boost Energy … Vitality
एक रिसर्च से ये बात प्रूव हुई है है कि लगभग आधी अमेरिकन पोपुलेशन न्यू ईयर रेजोल्यूश्न प्लान करती है. इनमें से ज्यादातर लोग नए साल की शुरुवात में काफी एक्साईटेड फील करते है पर जैसे-जैसे हफ्ते फिर महीने गुजरते जाते है लोग अपने प्लान फॉलो करना छोड़ देते है और अपने न्यू ईयर रेजोल्यूश्न्स के बारे में तो भूल ही जाते है.
हैप्पीनेस प्रोजेक्ट एक तरह का न्यू ईयर रेजोल्यूशन है जिसे ऑथर ने फॉलो करने का फैसला लिया. हर महीने वो अपनी एक ऐसी हैबिट बदलने की कोशिश करती है जो उसे नेगेटिव या गलत लगती है. अब जैसा जनवरी में ऑथर ने फैसला लिया कि वो अब से ज्यादा एनर्जेटिक और एक्टिव रहने की कोशिश करें गी और पानी वाईटेलिटी बूस्ट करेंगी.
ये बात साबित हो चुकी है कि जो लोग खुश रहते है, वो अक्सर ज्यादा एनर्जेटिक होते है. जब आप ह्मेशा मुस्कुराते रहते हो और अच्छा और पोजिटिव फील करते हो तो अपने डेली रूटीन के काम बड़ी आसानी से हो जाते है. आप ज़रा भी थकावट महसूस नहीं करते.
अपनी एनर्जी बूस्ट करने के लिए आपको अपनी मेंटल और फिजिकल हेल्थ का ध्यान रखना होगा. अपने वर्कप्लेस के साथ-साथ अपने माइंड को भी पूरी तरह से कल्टर फ्री रखना होगा. अगर आपके पास ढेर सारा काम पड़ा है तो सबसे पहले अपने काम को इस तरह से organize करें कि एक के बाद एक आपके सारे काम निपटते चले जाए और आपका माइंड पूरी तरह से रिलेक्स रहे.
जहाँ तक फिजिकल हेल्थ का सवाल है तो रात में पूरी नींद ले और सुबह रोज़ हल्की-फुल्की एक्सरसाईज जरूर करें . पूरी नींद ना लेना कई तरह की प्रोब्लम्स क्रिएट कर सकता है, इससे आपकी याददाश्त कमजोर होती है और साथ ही इम्यून सिस्टम भी नेगेटिव इम्पेक्ट पड़ता है. इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से मेटाबोलिज्म धीमा पड़ जाता है जिससे वजन बढने लगता है. इसलिए ये जरूरी है की हम रोज़ रात में सात से आठ घंटे की नींद ले.
एक दिन ग्रेचेन रुबिन की छोटी बहन एलिज़बेथ ने ऑथर को अपनी इंसोमेनिया प्रोब्लम के बारे में बताने के लिए कॉल किया. एलिज़बेथ ने बताया कि वो रात को सो नहीं पाती है, यहाँ तक कि उसने कॉफ़ी पीना भी छोड़ दिया पर इसके बावजूद उसे रात में नींद नहीं आती.
ग्रेचेन ने अपनी बहन से कहा कि उनके पास कुछ ऐसे सोल्यूशन है जो साइंटिफिक रिसर्च पर बेस्ड है. ऑथर ने अपनी बहन एलिज़बेथ से कहा कि जब वो रात में सोने के लिए जाए तो ऐसी कोई एक्टिविटी ना करें जो उसके दिमाग को सोचने पर मजबूर कर दे. जैसे कि ऑथर ने एलिज़बेथ को सोते वक्त अपना फोन चेक करने या सोशल मिडिया पर लोग इन करने से मना किया क्योंकि ये एक्टिविटी हमारे दिमाग को एक्टिव रखती है जिससे हमें सोने में दिक्कत आती है.
ग्रेचेन ने अपनी बहन को एक और एडवाइस दी, उसने अपनी बहन से कहा कि अपने बेडरूम को ठंडा और अँधेरा बनाकर रखे. बेडरूम में बाहर की कोई लाईट नहीं आनी चाहिए वर्ना अच्छी नींद आने में दिक्कत होती है.
और तीसरी सलाह जो ऑथर ने एलिज़बेथ को दी, वो ये थी कि सोने से पहले कुछ लाईट एक्सरसाईज जरूर करनी चाहिए जिससे दिनभर की सारी थकान और टेंशन निकल जाती है. इससे बॉडी एकदम रिलेक्स्ड हो जाती है और नींद काफी बढिया आती है.
लेकिन एलिज़बेथ के मन में थोडा डाउट था, वो इन टिप्स को लेकर बहुत ज्यादा श्योर नहीं थी. उसने ग्रेचेन से कहा कि वो इन तरकीबो पर ज्यादा भरोसा नहीं करती. पर ग्रेचेन ने उसे बताया कि ये सारी तरकीबे उसकी खुद की आजमाई हुई है. उसने एलिज़बेथ को बताया बिल्कुल अँधेरे कमरे में सोना थोडा मुश्किल हो सकता है क्योंकि अक्सर हमारे बेडरूम में कई सारे गैजेट्स होते है जैसे हमारा मोबाइल, लैपटॉप, टेबलेट्स, फोन्स और बाकि दूसरेडीवाईसेस जिनकी लाईट अँधेरे में भी फ़्लैश करती रहती है.
लेकिन अपने इंसोमेनिया से बचने के लिए एलिज़बेथ को ग्रेचेन की एडवाइज माननी ही पड़ी.
नींद और एक्सरसाईंज़ दो ऐसी चीज़े है जो हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए जरूरी है. जब आप सात या आठ घंटे की नींद का एक रेगुलर शेड्यूल फॉलो करोगे और रोज़ एक्सरसाईज करोगे तो आपका एनर्जी लेवल हर रोज़ फुल रहेगा.
और जब आपके पास ज्यादा एनर्जी होगी तो आप लाइफ में और ज्यादा क्रिएटिव चीज़े कर पाओगे. लेकिन उसके लिए आपको लंबे समय तक ऐसी डेली हैबिट्स फॉलो करनी होंगी जो कभी ना छूटे, आप चाहे जहाँ भी जाएँ, जो भी करें आपकी डेली हैबिट्स आपके साथ रहनी चाहिए.
TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE
February: Remember Love … Marriage
शादी एक बहुत ही controversial टॉपिक है. आजकल बहुत सारे लोगों का शादी के बंधन से विशवास उठ रहा है. क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि वो अपनी पूरी जिंदगी किसी एक इंसान के साथ गुजार सकते है.
लेकिन असल में ऐसा नहीं है, एक अच्छी शादी जिंदगी को खुशियों से भर सकती है. सिर्फ इसलिए कि किसी और की शादीशुदा जिंदगी सफल नहीं हुई, इसका ये मतलब नहीं है कि आपको भी शादी नहीं करनी चाहिए. अपनी शादीशुदा जिंदगी में इम्प्रूवमेंट लाने के लिए आपको थोड़ी मेहनत तो करनी पड़ेगी इसलिए इस मन्थ आपका फोकस आपकी शादी पर होना चाहिए. जब आप अपनी शादी को एक हैप्पीनेस टूल की तरह देखना शुरू करोगे तो आपकी शादी भी आपको वो सपोर्ट और कम्फर्ट देगी जिसकी आपको जरूरत है.
अगर आप शादीशुदा है तो आपकी जिंदगी के हर फैसले पर आपके पार्टनर की दखलअन्दाजी जरूर होगी, यानी अपनी जिंदगी का हर छोटा-बड़ा फैसला जैसे घर, बच्चे, जॉब, फ्रेंड्स वगैरह आप अपने पार्टनर के साथ मिलकर लेंगे.
अब क्योंकि शादी की आपकी जिंदगी पर इतना गहरा असर पड़ता है तो इसलिए जरूरी हो जाता है कि हमारा अपने पार्टनर के साथ एक मजबूत और प्यार भरा रिश्ता हो. एक हैप्पी मैरिड लाइफ में ही इंसान खुश रह सकता है अगर रिश्तो में खटास और मनमुटाव हो तो जिंदगी नर्क से भी बदतर हो जाती है.
हम खुद को तो बदल सकते है पर दूसरो को बदलना मुश्किल होता है, इसलिए अपने पार्टनर के व्यवहार को बदलने की कोशिश ना ही करें तो अच्छा है, इसी में समझदारी है कि आप उन्हें समझने की कोशिश करें ना कि बदलने की. अपने पार्टनर की कमी देखने से पहले खुद की कमियों को देखो और खुद में इम्प्रूव लाने की कोशिश करो. अपने पार्टनर और अपने बीच की दूरी मिटाने के लिए छोटी-छोटी बातो से शुरुवात करें . प्यार का कोई एक दिन निश्चित नहीं होता इसलिए हर दिन अपने पार्टनर को ये एहसास दिलाये कि आप उन्हें प्यार करते है.
जैसे कि अगर आप मूडी और चिडचिडे स्वभाव के है तो इस बुरी आदत को आज ही छोड़ दे, रिसर्च से साबित हुआ है कि शादीशुदा लोगों का आपसी रिश्ता काफी हद तक इस बात पर भी डिपेंड करता है कि दोनों एक दूसरे से किस तरह पेश आते है और एक दूसरे के प्रति उनकी फीलिंग्स क्या है.
इस बुक की ऑथर ग्रेचेन खुद भी बड़ी मूडी हुआ करती थी. लेकिन जब उन्होंने न्यू ईयर रेजोल्यूशन लिया कि वो अपने मूड पर कण्ट्रोल करेंगी, हालाँकि उन्हें पता था कि इस नयू हैबिट को फॉलो करना काफी मुश्किल होगा.
अक्सर औरतों की जिंदगी घर-परिवार की जिम्मेदारियां निभाने में गुजर जाती है. दिनभर बच्चे पालने और घर-परिवार की देखभाल करते-करते उन्हें महसूस होता है जैसे कि वो एक मशीन बनकर रह गई हो, ऐसे में उनका सारा गुस्सा और भडास अपने पतियों पर निकलता है, वो उन पर चीखती-चिल्लाती है और ताने मारने लगती है.
एक बार वेलन्टाइन के दिन ग्रेचेन अपने पति जैमी के साथ एक मूवी देख रही थी. माँ बनने के बाद ग्रेचेन ने डिसाइड किया था कि वो वैलेंटाइन वाले दिन अपने करीबी लोगों और दोस्तों को कार्ड भेजेंगी.
ग्रेचेन बहुत सारे कार्ड्स और एनवलेप लेकर बैठी थी. उन्हें कार्ड सील करके एनवलेप में डालने थे और उन पर stamp लगानी थी. तो उन्होंने मदद की उम्मीद से अपने पति जैमी की तरफ देखा और उनसे हेल्प करने को बोला.
पर जैमी को ग्रेचेन का ये आईडिया कुछ ख़ास पसंद नहीं आया था तो उसने ग्रेचेन की मदद करने से ये कहते हुए मना कर दिया कि उसे मूवी देखनी है.
ये सुनते ही ग्रेचेन का पारा चढ़ गया. वो जैमी को खरी-खोटी सुनाने ही वाली थी कि कैसे वो सारा दिन अकेले घर के कामो में खटती रही और अब वो कार्ड भी अकेले लिख रही है. जैमी को बस इतना ही करना था कि उन कार्ड्स को सील करना था और उनपर स्टाम्प लगानी थी और कोई मुश्किल काम नहीं था.
ग्रेचेन कुछ कहती इससे पहले उन्हें ध्यान आया कि उन्होंने न्यू ईयर रेजोल्यूश में इस मन्थ के लिए डिसाइड किया था कि वो ताने मारना छोड़ देंगी.
ग्रेचेन ने जैमी की तरफ देखा जो बड़े आराम से सोफे पर लेटकर मूवी देख रहा था, ग्रेचेन ने उसे कुछ नहीं बोला.
फिर जब मूवी खत्म हुई तो जैमी अचानक ग्रेचेन की तरफ झुका और उनका हाथ पकड़ते हुए बोला” विल यू बी माई वैलेंटाइन? और तब ग्रेचेन को एहसास हुआ अच्छा हुआ जो उन्होंने कार्ड्स को लेकर जैमी को ताने नहीं मारे, उसे भला-बुरा नहीं कहा.
इसलिए खुश रहिये और अपने पार्टनर को भरपूर प्यार और सपोर्ट दीजिये. अपने पार्टनर को बदलने की कोशिश मत करो बल्कि खुद में इम्प्रूवमेंट लाओ. आपकी मैरिड लाइफ की खुशियाँ सिर्फ आपके हाथ में है. बात-बात पर अपने पार्टनर पर गुस्सा होना, चिल्लाना और ताने मारना छोड़ दो फिर देखो कैसे आपके रिश्ते में एक नई मिठास आ जायेगी.