(hindi) The Garden Party
और आखिर उन्हें वो दिन मिल ही गया जब मौसम बड़ा ही सुहाना था. गार्डन पार्टी के लिए इससे बेहतर दिन नहीं हो सकता था. ना आसमान में बादल छाए थे, ना तेज़ हवा चल रही थी, वो बस एक सुखद और ख़ुशनुमा दिन था. हलके नीले आसमान में सुनेहरी रौशनी की चमक थी जैसे गर्मियों के शुरुआत में हुआ करती है. माली सुबह से ही उठे हुए थे. वो तब तक लॉन की घास काट रहे थे, झाडू दे रहे थे जब तक घास और गहरे रंग के ग़ुलाब जहां डेज़ी के पौधे थे चमकने ना लगे हों. जहां तक गुलाब की बात आती है, ऐसा लगता है मानो वो ख़ुद भी जानते थे कि गुलाब ही वो इकलौता फूल है जो गार्डन पार्टी में लोगों को सबसे ज़्यादा लुभाता है; इकलौता फूल जिसे हर कोई पहचानता है. हज़ारों, हाँ हज़ारों फूल एक ही रात में खिले थे. उनके सामने हरे रंग की झाड़ियाँ ऐसे झुक गई थीं जैसे उनके सामने कोई मासूम फ़रिश्ता आ गया हो और वो उनका स्वागत कर रही हों.
अभी तो नाश्ता ख़त्म भी नहीं हुआ था और कुछ आदमी शामियाना लगाने पहुँच गए.
“माँ, आप शामियाना किस ओर लगवाना चाहती हैं”?
“मेरे प्यारे बच्चे, मुझसे पूछने से कोई फ़ायदा नहीं है. इस साल मैंने सब कुछ अपने बच्चों पर छोड़ने का मन बना लिया है. भूल जाओ कि मैं तुम्हारी माँ हूँ. मेरे साथ एक सम्मानित मेहमान की तरह व्यवहार करो”.
लेकिन मेग आदमियों के काम की निगरानी नहीं कर सकती थी. उसने नाश्ते से पहले अपने बालों को धोया था, और वह हरे रंग की पगड़ी पहने कॉफी पीने बैठी थी. गीले घुंघराले बालों की लट उसके दोनों गालों को छू रहे थे.
जोस, एक तितली की तरह, रेशमी पेटीकोट और किमोनो जैकेट पहनकर नीचे आई.
“तुम्हें जाना होगा लॉरा, हम सब में से तुम एक कलाकार हो”.
हाथ में मक्खन लगे ब्रेड का टुकड़ा लिए लॉरा फुर्र से वहाँ से चल दी. बाहर खाने का कोई ना कोई बहाना मिल जाना, ये सोच ही कितनी लज़ीज़ है; इसके अलावा उसे चीज़ों को संवारना और सजावट करना बेहद पसंद है; उसे हमेशा लगता था कि वह इसे किसी और से कहीं बेहतर ढ़ंग कर सकती है.
शर्ट पहने चार आदमी बगीचे के रास्ते पर एक साथ खड़े थे. उनके हाथों में कैनवस के रोल के साथ कवर की गई सीढ़ियाँ थीं और उनकी पीठ पर बड़े-बड़े औजारों के बैग थे. वो प्रभावशाली लग रहे थे. लॉरा को अब लग रहा था कि काश उसके हाथ में ब्रेड का टुकड़ा नहीं होता. उसे आस पास ब्रेड रखने की कोई जगह नहीं मिली और वो उसे फ़ेंक भी नहीं सकती थी. वो उन लोगों को देखकर थोड़ा शर्मा गई और फ़िर गंभीर दिखने की कोशिश की. यहाँ तक कि उनके सामने जाने के बाद भी उसने ऐसा जताया जैसे उनके पास आने के बाद ही वो उसे दिखे थे.
“गुड मॉर्निंग,” अपनी माँ की आवाज़ की नकल करते हुए उसने कहा. लेकिन उसकी आवाज़ में डर साफ़ झलक रहा था. वो शर्मिंदा हो गई और एक छोटी बच्ची की तरह हकलाने लगी “ओह, अम…अच्छा आप आ गए…क्या आप शामियाना लगाने आए हैं?”
“बिलकुल सही, मिस”, उनमें से सबसे लंबे आदमी ने कहा. वो एक दुबला पतला आदमी था जिसके चेहरे पर झाइयां थीं, उसने अपने टूल बैग को उतारा, अपनी हैट को सरकाया और उसे देखकर मुस्कुराते हुए कहा, “हम बिलकुल इसी काम के लिए आए हैं”.
उसकी मुस्कान इतनी सहज और मिलनसार थी कि लॉरा की घबराहट कुछ कम हुई. उसकी आँखें कितनी सुंदर हैं, छोटी हैं लेकिन कितनी गहरी नीली हैं. अब उसने दूसरों को देखा, वो भी मुस्कुरा रहे थे. जैसे उनकी मुस्कान कह रही थी, “चीयर अप, हम आपको खा नहीं जाएँगे”. कितने अच्छे कारीगर (काम करने वाले) हैं ये और क्या ख़ूबसूरत सुबह है. नहीं, लॉरा मुझे इन सब बातों का ज़िक्र नहीं करना चाहिए, बस काम की बात पर ध्यान देना चाहिए, शामियाना, बस और कुछ नहीं!
“क्या लिली का बगीचा ठीक रहेगा?”
और उसने लिली के बगीचे की ओर उस हाथ से इशारा किया जिसमें ब्रेड का टुकड़ा नहीं था. वो सभी आदमी मुड़े और उस दिशा की ओर देखा. थोड़े मोटे से आदमी ने अपने नीचे के होंठ को ज़ोर से दबाया और उसका लंबा साथी नाक भौं सिकोड़ने लगा.
“मुझे तो ये ज़्यादा पसंद नहीं आया”, उसने कहा. “ये कुछ ख़ास नहीं है जो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच पाए” ये कहकर वो लॉरा की ओर मुड़ा. “इसे किसी ऐसी जगह लगाना चाहिए जहां तुरंत लोगों की नज़र इस पर पड़े और वो इसे देखते ही रह जाएं”.
लॉरा की परवरिश ने उसे एक पल के लिए आश्चर्यचकित कर दिया क्योंकि अपनी बात कहने के लिए उस आदमी ने अच्छे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया था. लेकिन वो क्या समझाना चाह रहा था वो लॉरा समझ गई थी.
“टेनिस कोर्ट के एक हिस्से में”, उसने सुझाया. “लेकिन एक कोने में बैंड प्ले करने वाला है”.
“हम्म, तो बैंड का भी इंतज़ाम किया है”, दूसरे कारीगर ने कहा. उसका चेहरा फ़ीका पड़ गया. उसने थकी आँखों से पूरे टेनिस कोर्ट को देखा. वो क्या सोच रहा था?
“छोटा सा बैंड है”, लॉरा ने धीरे से कहा. लॉरा ने सोचा अगर बैंड छोटा होगा तो शायद वो लोग इतना बुरा नहीं मानेंगे लेकिन उस लंबे आदमी ने लॉरा को बीच में टोका.
“वहाँ देखिए मिस, वो जगह सही रहेगी. उन पेड़ों के पास, वहाँ”.
करकास के पेड़ों के पास लेकिन इससे तो वो पेड़ छिप जाएँगे. वो इतने प्यारे और ख़ूबसूरत थे. उनके चौड़े चमकदार पत्ते थे और उन पर पीले फ़लों के गुच्छे लगे हुए थे. वो उन पेड़ों की तरह थे जिनकी कल्पना आप किसी रेगिस्तान के द्वीप पर बढ़ने की करते हैं, जो अकेले में बड़े गर्व से, शांति से अपने पत्तों और फ़लों को सूरज की ओर ऊपर उठाते हैं. क्या इन्हें शामियाने के पीछे छुपा देना सही होगा?
लॉरा अभी सोच ही रही थी लेकिन अब कुछ नहीं किया जा सकता था क्योंकि वो आदमी अपने सामन को उतार कर जगह बनाने लगे थे. सिर्फ़ उनका लंबा साथी बचा हुआ था. वो नीचे झुका, लैवेंडर की टहनी को टटोला और अपने नाक के पास ले जाकर उसकी सुंगंध को महसूस किया.
जब लॉरा ने उसके हावभाव को देखा तो चकित रह गई, वो कराकास के बारे में सब भूल गई और इस सोच में डूब गई कि उस आदमी को इन चीज़ों की परवाह है, लैवेंडर की ख़ुशबू की. असल में कितने आदमी होंगे जिन्होंने कभी कुछ ऐसा किया होगा? “ओह, ये कितने अनोखे और अलग लोग हैं”, उसने सोचा. लॉरा सोचने लगी कि उसके साथ नाचने वाले मूर्ख लड़कों के बजाय ये लोग उसके दोस्त क्यों नहीं हो सकते? इस तरह के लोगों के साथ उसकी ज़्यादा बनेगी.
ये सब दोष इन बेतुके क्लास के भेदभाव के कारण है, उसने सोचा. वो लंबा आदमी लिफ़ाफ़े पर कुछ बना रहा था. खैर, उसके लिए क्लास, अमीरी गरीबी ज़रा भी मायने नहीं रखते थे. उसके बाद लकड़ी के हथोड़ों की “चोक चोक” की आवाज़ें आने लगीं. कोई सीटी बजा रहा था, कोई गा रहा था, “क्या तुम वहाँ हो दोस्त”? दोस्त—-इसमें कितना अपनापन और मिठास था. बस ये साबित करने के लिए कि वो कितनी ख़ुश थी, बस उस लंबे आदमी को दिखाने के लिए कि उसे बिलकुल घर जैसा लग रहा था और कैसे उसे बेवकूफ़ी भरी बातों से चिड थी, लॉरा ने पेंटिंग को देखते हुए अपने ब्रेड का एक टुकड़ा खाया. उसे महसूस हो रहा था जैसे वो भी एक कारीगर है.
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“लॉरा, लॉरा, तुम कहाँ हो? टेलीफोन है , लॉरा ! ” घर से आवाज आई.
“आ रही हूँ”, वो कूदती फांदती हॉल की ओर चल पड़ी. हॉल में उसके पिता और लॉरी ऑफिस जाने के लिए अपने हैट को ब्रश से साफ़ कर रहे थे.
“लॉरा, मैं क्या कह रहा था”, लॉरी ने जल्दी से कहा “ज़रा देखना क्या मेरे कोट को प्रेस करने की ज़रुरत है”.
“ठीक है, देख लूंगी”, उसने कहा. अचानक वो ख़ुद को रोक नहीं पाई. वो लॉरी की ओर दौड़ी और उसके हाथ को दबाते हुए कुछ हाँफते हुए कहा, “ओह मुझे पार्टी करना बेहद पसंद है, और तुम्हें”?
“कुछ हद तक”, लॉरी ने प्यारी सी बचकानी आवाज़ में कहा. फ़िर उसने धीरे से उसे पीछे किया और कहा “कब से फ़ोन पड़ा है, जल्दी जाओ”.
“हाँ, हाँ, अरे हाँ किटी, गुड मोर्निंग. लंच के लिए आओगी? आ जाओ ना, ये हुई ना बात. हल्का फुल्का खाना है, सैंडविच क्रस्ट, टूटे हुए मेरिंग्यू-शेल वगैरह. हाँ, आज का दिन कितना ख़ूबसूरत है ना. एक मिनट, होल्ड करो मम्मी बुला रही हैं. “क्या मम्मी, कुछ सुनाई नहीं दे रहा है?”
मिसेज शेरिडन की आवाज़ सीढ़ियों से नीचे आई. “किटी से कहना कि पिछले रविवार उसने जो प्यारी सी हैट पहनी थी वो पहनकर आए”.
“मम्मी कह रही हैं वो हैट पहनकर आना. ओके बाय. एक बजे मिलते हैं”. लॉरा ने रिसीवर रखा और गहरी सांस ली. “हम्म”, उसने आहें भरी और उसके अगले ही पल वो जल्दी से बैठ गई. वो अब भी सुन रही थी. घर के सभी दरवाज़े खुले हुए थे. घर का माहौल नरम, तेज़ क़दमों और आवाज़ों के साथ जिंदादिल लग रहा था.
सामने के दरवाज़े की घंटी बजी और सीढ़ियों पर सैडी के प्रिंट स्कर्ट की सरसराहट सुनाई दी. एक आदमी के फुसफुसाने की आवाज़ आ रही थी; सैडी ने लापरवाही से जवाब दिया,”मुझे यकीन है कि मुझे पता नहीं है. रुको, मैं मिसेज शेरिडन से पूछती हूँ ”
“क्या हुआ सैडी? लॉरा ने हॉल में आकर पूछा.
“फूलवाला है मिस लॉरा”.
वाकई ऐसा ही था. दरवाज़े के अंदर एक बड़े से ट्रे में गुलाबी लिली के pot भरे थे. उसमें और कुछ भी नहीं था, बस लिली- कैना लिली, बड़े गुलाबी फूल, पूरी तरह खिले हुए, चमकदार, लालिमा लिए टहनी में लगे हुए जैसे मानो अभी बोल पड़ेंगे.
“ओह, सैडी”, लॉरा ने कहा जैसे वो कराह रही हो. वो उसकी खूबसूरती को महसूस करने के लिए नीचे झुकी. उसे लग रहा था जैसे वो फूल उसकी उँगलियों में, उसके होठों पर खिल रहे हों.
“ज़रूरी कोई गलती हुई है”, उसने धीरे से कहा. “किसी ने इतने फूलों का आर्डर नहीं दिया था. सैडी जा
ओ और जाकर माँ को खोजो”.
उसी पल वहाँ मिसेज शेरिडन आ गईं.
उन्होंने शांति से कहा, “कोई गलती नहीं हुई है. मैंने ही आर्डर दिया था. क्या ये प्यारे नहीं हैं?” उन्होंने लॉरा के हाथ को दबाते हुए कहा. “मैं कल दुकान के सामने से गुज़र रही थी और मैंने इन्हें खिड़की से देखा और मैंने यूहीं सोचा कि मेरे पास बहुत सारे लिली के फूल होने चाहिए. इसके लिए गार्डन पार्टी एक अच्छा बहाना है.”
“लेकिन मुझे तो लगा कि आप सब कुछ हम पर छोड़ना चाहती हैं”, लॉरा ने कहा. सैडी चली गई थी. फूल वाले का आदमी अब भी वैन के पास खड़ा था. लॉरा ने धीरे से अपनी माँ को बाहों में भर लिया.
“मेरी प्यारी बेटी, तुम्हें एक लॉजिकल माँ पसंद नहीं आएगी, है ना? अब छोड़ो मुझे, वो आदमी आ रहा है”.
वो आदमी एक और फूलों भरी ट्रे लेकर आया. मिसेज शेरिडन ने कहा, “उन्हें दरवाज़े के अंदर बरामदे के दोनों ओर लगा दीजिए. क्या कहती हो लॉरा”?
“बिलकुल मम्मी, अच्छा लगेगा”.
ड्राइंग-रूम में मेग, जोस और छोटे हैंस ने आखिरकार पियानो को सरका ही दिया.
“अब, अगर हम इस चेस्टरफील्ड को दीवार के सहारे रखते हैं और कुर्सियों को छोड़कर बाकि सब कुछ कमरे से बाहर निकाल देते हैं, तो क्या ठीक रहेगा?”
“बिलकुल”.
“हैंस, इन कुर्सियों को स्मोकिंग रूम में ले जाओ, कारपेट से इन निशानों को साफ़ करने के लिए किसी नौकर को बुलाओ और – एक मिनट हैंस- “जोस को नौकरों को आर्डर देना बहुत पसंद था और नौकर भी उनकी बात बड़े प्यार से मान लेते थे. वो हमेशा उन्हें महसूस कराती कि वो भी घर में होने वाली चीज़ों का हिस्सा हैं. “माँ और मिस लॉरा को तुरंत यहाँ आने के लिए कहो”.
“बहुत अच्छा मिस जोस”.
वो मेग की ओर मुड़ीं, “मैं सुनना चाहती हूँ कि पियानो की धुन कैसी है, हो सकता है कि मुझे गाने के लिए कहा जाए. चलो एक गाना ट्राय करते हैं”. उसके बाद वो गुनगुनाने लगी.
“मेरी आवाज़ अच्छी लग रही है ना मम्मी”, वो मुस्कुरा दी.
वो गाना गा ही रही थी कि बीच में आकर सैडी ने टोक दिया. “क्या है सैडी?”
“कुक पूछ रहा है कि क्या आपको सैंडविच के लिए झंड़े मिल गए?”
“सैंडविच के लिए झंड़े?” मिसेज शेरिडन ने पूछा और उनके चेहरे के हावभाव से बच्चे समझ गए कि वो झंडे लाना भूल गई हैं. “मुझे देखने दो”, उन्होंने सैडी से कहा, “कुक से कहो कि उसे दस मिनट में झंडे मिल जाएँगे.”
अब जल्दी से उन्होंने लॉरा से कहा, “मेरे साथ स्मोकिंग रूम में आओ. मैंने एक लिफ़ाफ़े के पीछे कुछ नाम लिखे हैं, तुम्हें उसे मेरे लिए लिखना होगा. मेग तुरंत ऊपर जाओ और अपने सिर से उस गीली चीज़ को उतारो. जोस फ़टाफ़ट तैयार हो जाओ. क्या तुम लोग मुझे सुन रहे हो या आज रात तुम्हारे पिता को घर आने पर बताना होगा?”
आखिर लिफ़ाफ़ा डाइनिंग रूम की घड़ी के पीछे मिला. वो वहाँ कैसे पहुंचा मिसेज शेरिडन को इसका कोई अंदाज़ा नहीं था.
“आपके बच्चों में से किसी ने उसे आपके बैग से चुराया होगा क्योंकि मुझे अच्छे से याद है…क्रीम-पनीर, नींबू-दही… क्या तुमने वो कर दिया?”
“हाँ”.
“अंडा और…..”मिसेज शेरिडन ने लिफ़ाफ़े को ख़ुद से दूर किया. शायद वो कुतरा हुआ था. ये चूहों का काम लगता है. क्या ये चूहों का काम है?”
“ओलिव, पालतू” लॉरा से उनके कंधे से ऊपर देखते हुए कहा.
“हाँ, ज़ाहिर है, ओलिव. बड़ा ही भयानक कॉम्बिनेशन है अंडे और ओलिव का”.
काम ख़त्म होने के बाद लॉरा उन्हें किचन में ले गई. जोस कुक को शांत करने की कोशिश कर रही थी.
“मैंने आज तक इतने लाजवाब सैंडविच नहीं देखे. आपने कितने तरह के बनाए हैं? पंद्रह?”
“पंद्रह मिस जोस”.
“इसके लिए आप तारीफ़ के क़ाबिल हैं”.
“गोड्बर आ गया है”, सैडी ने कहा. इसका मतलब था क्रीम पफ आ गए थे. गोड्बर अपने क्रीम पफ के लिए जाने जाते थे. कोई भी क्रीम पफ घर में नहीं बनाना चाहता था, सब उसे गोड्बर से ही मंगवाते थे.
“उसे अंदर लाओ और टेबल पर रख दो”, कुक ने कहा.
“ये बहुत ही स्वादिष्ट लग रहे हैं”, जोस ने कहा.
कुक ने बड़े प्यार से कहा, “एक-एक खा लो. आपकी माँ को पता नहीं चलेगा.”
“ओह! बिलकुल नहीं. नाश्ते के तुरंत बाद फैंसी क्रीम पफ, ये सोचते हुए भी पेट भर जाता है”. लेकिन दो मिनट बाद जोस और लॉरा अपनी उंगलियाँ इस संतुष्टि से चाट रहे थे जो whipped क्रीम खाने से ही मिलती है.