(hindi) The Adventure of the Three Students
यह साल 95 की बात है, उस समय कुछ कारणों के चलते, जिन्हें यहाँ बताने की जरुरत नहीं है, मुझे और मिस्टर शरलॉक होम्स को अपने शहर की महान यूनिवर्सिटी में रहना पड़ा, उस समय हमारे सामने एक छोटी मगर अजीब घटना हुई, जिसे मैं बताने जा रहा हूँ। यह जाहिर है कि इस घटना की कोई भी ऐसी जानकारी जो इसे पढ़ने वालों को कॉलेज या अपराधी की एकदम सही पहचान करा सकती है, को बताना नासमझी और गलती होगी।
इतनी दर्दनाक घटना को खामोशी के साथ दबे रहने देना चाहिए। हालांकि, कुछ सावधानियां बरतते हुए इस घटना को बताया जा सकता है, क्योंकि यह मेरे दोस्त के बेहतरीन, बताने लायक हुनर और गुणों को दिखाती है। मैं इस घटना की उन चीज़ों को बताने से बचूँगा जिससे कि घटना की बिलकुल सही जगहों या उससे जुड़े लोगों की जानकारी मिल सके।
बात उन दिनों की है जब हम लाइब्रेरी के पास एक आलिशान लॉज में रह रहे थे, जहाँ शरलॉक शुरूआती अंग्रेजी चार्टर की कुछ मुश्किल रिसर्च-जिनके नतीजे आने पर, वो मेरी आने वाली कहानियों का सब्जेक्ट हो सकता है, पर काम कर रहा था। एक दिन शाम को मिस्टर हिलटन सोम्स नाम का आदमी मिलने आया, जिसे हम जानते थे, और जो कॉलेज ऑफ़ सेंट ल्यूक्स का प्रोफेसर था। मिस्टर सोम्स एक लम्बा चौड़ा नर्वस किस्म का, जल्दी जोश में आ जाने वाला शख्स था। मैंने उसे हमेशा बेचैन ही देखा था, लेकिन इस बार वह ज्यादा ही परेशान था और मुझे वह अपने कंट्रोल में नहीं लग रहा था, साफ था कि कोई मामूली बात नहीं थी, जरूर कोई बहुत बड़ी बात हुई थी।
“मुझे यकीन है मिस्टर होम्स कि आप मुझे अपने कीमती समय में से कुछ समय देंगे। हमारे कॉलेज सेंट ल्यूक्स में एक बहुत ही दुःखद घटना घट गयी है, और सच में, ये तो अच्छा हुआ कि आप इस समय इसी शहर में हैं, वरना मुझे नहीं पता मैं क्या करता।”
अभी तो मैं बहुत ही बिजी हूँ और मैं नहीं चाहता कि मेरा ध्यान कहीं और जाए।” मेरे दोस्त ने जवाब दिया। “मैं चाहता हूँ आप मेरे बजाय पुलिस की मदद लें।”
“नहीं, नहीं सर; ऐसा करना तो बिलकुल नामुमकिन है। अगर एक बार कानून की मदद ले ली तो फिर इस खबर को फैलने से नहीं रोका जा सकता और यह उन मामलों में से एक है जहाँ, कॉलेज की इज़्ज़त बचाने के लिये इस घटना को दबाना बहुत जरूरी है। आपके हुनर और ताकत के बारे में सब जानते है, पूरी दुनियाँ में बस एक आप ही हैं जो मेरी मदद कर सकते है। मैं आपसे विनती करता हूँ, मिस्टर होम्स, आप जो भी कर सकते हैं करें।”
पर मेरे दोस्त को अब भी कोई फर्क नहीं पड़ा, क्योंकि वह अपनी बेकर स्ट्रीट वाली जानी-पहचानी जगह से दूर था। जहाँ पर ना उसकी नोटबुक और ना ही उसके केमिकल थे, और अपने घर पर नहीं होने की वजह से वह कुछ परेशान था। उसने लाचारी के साथ अपने कंधे हिला दिए, जबकि हमसे मिलने आया हुआ आदमी उत्तेजित हालत में जल्दी-जल्दी बोलता हुआ अपनी कहानी सुनाने लगा।
“मैं आपको पूरी कहानी बताता हूँ, मिस्टर होम्स, कल हमारे यहाँ फोर्टेसक्यू स्कॉलरसिप (Fortescue Scholarship) एग्जाम का पहला दिन है। मैं वहाँ पर एक एक्जामिनर हूँ, मेरा सब्जेक्ट ग्रीक है, और पहले पेपर में ग्रीक ट्रांसलेशन का एक बड़ा सा पैसेज है जो कि कैंडिडेट ने नहीं देखा है। यह पैसेज एग्जाम पेपर पर छपा है, और अगर यह पेपर किसी स्टूडेंट को पहले ही मिल जाये तो उसे इसकी तैयारी करने में आसानी होगी और उसे इसका फायदा होगा। इसलिए एग्जाम पेपर को सुरक्षित रखने के लिए कड़े कदम उठाये गए हैं”।
“आज लगभग तीन बजे पेपर के प्रूफ्स प्रिंटर से आये हैं। इसमें थ्यूसिसडीज़ (Thucydides) का आधा chapter होता है। मुझे इसे बड़ी सावधानी पड़ना था ताकि कहीं भी कोई गलती ना हो और लिखा हुआ एकदम ठीक छपा हो। साढ़े चार बजे, मेरा काम अभी पूरा नहीं हुआ था। लेकिन इस समय मैंने अपने दोस्त को उसके कमरे पर चाय पीने का वादा किया था, इसलिए मैं प्रूफ को टेबल पर छोड़कर चला गया। मुझे वहाँ लगभग एक घंटे से भी ज्यादा समय लगा”।
“आप तो जानते ही हैं मिस्टर होम्स, कि हमारे कॉलेज में दो दरवाजे लगे हैं, अंदर की तरफ हरे बेज़ का और बाहर की तरफ भारी ओक का दरवाजा लगा है। जैसे ही मैं वापस लौटकर बाहर के दरवाज़े पर पहुँचा तो उस पर चाबी लटकी हुई देखकर चौंक गया। एक पल के लिए मुझे लगा कि मैं चाबी यहीं भूल गया था, लेकिन जब मैंने अपनी जेब में देखा तो चाबी वहीं थी।
जहाँ तक मुझे पता है, दूसरी चाबी मेरे नौकर बैनिस्टर के पास रहती है, जो पिछले दस सालों से यहाँ की देखरेख कर रहा है, वह बहुत भरोसे का आदमी है, उसकी ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता, और मुझे मालूम हो चुका था कि चाबी उसी की है क्योंकि वह मेरे कमरे में चाय पूछने आया था और बाहर जाते समय लापरवाही से चाबी वहीं दरवाज़े पर छोड़कर चला गया। जरूर मेरे जाने के कुछ ही मिनटों के बाद वह मेरे कमरे में आया होगा। किसी और मौके पर उसकी यह लापरवाही छोटी-सी भूल मानी जा सकती थी, पर आज के दिन इसके परिणाम बहुत बुरे हो सकते हैं”।
“जब मैंने अपनी मेज पर देखा तो मुझे पता लग गया कि किसी ने मेरे पेपरों के साथ छेड़छाड़ की है। इसका सबूत वो तीन पेपर्स थे। जिन्हें मैं एक साथ रखकर छोड़ गया था। पर, अब वह बिखरे हुए थे, उनमें से एक नीचे फर्श पर पड़ा था, और दूसरा खिड़की के पास कोने की टेबल पर, और तीसरा वहीं पर था जहाँ मैं छोड़कर गया था।”
होम्स ने पहली बार कुछ हलचल की।
“पहला पेज फर्श पर, दूसरा खिड़की पर और तीसरा जहाँ तुम उसे छोड़ गए थे,” उसने कहा।
“बिलकुल सही, मिस्टर होम्स। आपने तो मुझे हैरान कर दिया। आपने यह कैसे जान लिया?”
“आप अपनी दिलचस्प कहानी जारी रखिये।”
“एक पल के लिए तो मैंने सोचा कि बैनिस्टर ने मेरे पपरों से छेड़छाड़ करने की हिमाकत की है। लेकिन उसने इस इल्ज़ाम से साफ इनकार कर दिया, और मुझे भी भरोसा हो गया कि वह सच बोल रहा है। दूसरा यह भी हो सकता है कि किसी ने उधर से गुजरते हुए दरवाजे पर चाबी लटकती हुई देख ली थी, और वह जान गया कि मैं बाहर गया हुआ हूँ, और पेपर देखने अंदर चला गया हो। यह स्कॉलरशिप बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें बहुत बड़ी रकम दांव पर लगी हुई है, और इसलिए कोई भी बेईमान आदमी अपने साथी से आगे लाने के लिए ऐसा खतरा मोल ले सकता है”।
“बेनिस्टर इस घटना से बहुत ज्यादा परेशान हो गया था। वह लगभग बेहोश-सा हो गया था जब हमे यह पता चला की पपेरों से छेड़छाड़ की गयी है। मैंने उसे थोड़ी -सी ब्रांडी दी और एक चेयर पर पड़े रहने दिया। उसके बाद मैंने बहुत ध्यान से कमरे का जायज़ा लिया। जल्दी ही मैंने देखा कि घुसपैठिये ने बिखरे हुए पपेरों के पास अपने वहां होने के और भी निशान छोड़े हैं।
खिड़की के पास वाली टेबल पर पेन्सिल को तेज करने की कोशिश की गयी थी, क्योंकि वहाँ पेंसिल के छिलके पड़े हुए थे, लीड का एक टूटा हुआ टुकड़ा भी वहाँ पड़ा हुआ था। साफ जाहिर था कि उस बदमाश ने जल्दी-जल्दी में पेपर की नकल करने की कोशिश की और उसकी पेन्सिल की नोक टूट गयी, इसलिए उसे फिर से पेन्सिल को छिलने के लिए मजबूर होना पड़ा।”
“बहुत खूब!” होम्स ने कहा, जैसे-जैसे उसकी दिलचस्पी इस केस में बढ़ती गयी, वैसे-वैसे उसका खोया हुआ जोश भी वापस आने लगा। “भाग्य भी आपका साथ दे रहा है।”
“अभी खत्म नहीं हुआ है, आगे सुनिए! मैंने एक नई टेबल ली है, जिसकी सतह पर शानदार लाल लैदर चढ़ा हुआ है। मैं कसम खाने को तैयार हूँ, और बैनिस्टर भी, कि वह साफ- सुथरी थी और उस पर कोई खरोंच भी नहीं लगी हुई थी। पर अब उसमें तीन इंच लम्बा एक गहरा कट लगा हुआ है – खाली खरोंच ही नहीं बल्कि एक पूरा कट है। सिर्फ यही नहीं, बल्कि मुझे टेबल पर काले आटे या शायद काली चिकनी मिट्टी की एक छोटी-सी बॉल मिली, जिसमे कुछ बुरादे के जैसे धब्बे चिपके हुए थे। मुझे यकीन है कि ये निशान उसी आदमी ने छोड़े हैं, जिसने मेरे पेपर के साथ छेड़छाड़ की है।
इसके अलावा वहाँ ना पैरों के निशान थे और ना ही उसकी पहचान के लिए और कोई दूसरे सबूत मिले। उस समय मैं अपनी निराशा के गहरे समुंदर में डूब चुका था, तभी अचानक मुझे याद आया कि इन दिनों आप भी इसी शहर में रुके हुए हैं, और मैं इस मामले को सीधा आपके हाथों में सौंपने चला आया। मेरी मदद करें, मिस्टर होम्स! आप मेरी समस्या देखें। या तो मुझे उस आदमी को ढूँढना होगा या फिर एग्जाम्स को कुछ दिनों के लिए टालना होगा जब तक कि नए पेपर तैयार होते हैं, पर यह काम बिना अपनी सफाई दिए नहीं किया जा सकता, हो सकता यह बात आगे जा के और बड़ा रूप लेले। ऐसा हुआ तो ना सिर्फ कॉलेज, बल्कि पूरी यूनिवर्सिटी की बदनामी होगी। और इसलिए सबसे पहले मैं चाहता हूँ कि यह मामला चुपचाप और सावधानी से सुलझा लिया जाए।”
“मुझे इस मामले को देखने, आपको सलाह देने में और जो कुछ भी मैं कर सकता हूँ करने में ख़ुशी होगी,” खड़े होकर, अपना कोट पहनते हुए होम्स ने कहा। “यह केस भी कम दिलचस्प नहीं है। पेपर्स आपके पास आने के बाद क्या कोई आपसे मिलने कमरे में आया था?”
हाँ; एक जवान लड़का, दौलत रास, वह एक इंडियन स्टूडेंट है, जो उसी फ्लोर में रहता है, और एग्जाम्स के बारे में कुछ पूछने मेरे पास आया था।”
“इसी के लिए वह आया था?”
“हाँ।”
“और वह पेपर आपकी टेबल पर थे?”
“जहॉँ तक मुझे ध्यान है वे रोल किये हुए थे”
“लेकिन उन्हें एग्जाम प्रूफ के तौर पर पहचाना जा सकता है?”
“हाँ; ऐसा हो सकता है।”
“आपके कमरे में और कोई नहीं आया था?”
“जी नहीं।”
“क्या कोई जानता था कि ये एग्जाम प्रूफ वहाँ होंगे?”
“प्रिंटर के आलावा कोई भी नहीं।”
“क्या वह आदमी बैनिस्टर जानता था?”
“नहीं, बिल्कुल नहीं। किसी को भी मालूम नहीं था।”
“बेनिस्टर अभी कहाँ है?”
“वह बहुत बीमार था, बेचारा। मैं उसे चेयर पर लेटाकर छोड़ आया। मैं आपके पास आने के लिए बहुत जल्दी में था।”
“आप अपना दरवाज़ा खुला छोड़ कर आये है ?”
“मैंने पहले एग्जाम पेपर को लॉक करके रखा दिया है।”
“इसका मतलब यह है, मिस्टर सोम्स, कि अगर उस इंडियन स्टूडेंट ने उन पेपर के रोल को एग्जाम प्रूफ के रूप में नहीं पहचाना, तो वह आदमी जिसने उन् पेपर के साथ छेड़छाड़ की, वह इत्तेफ़ाक़ से ही उन तक पहुंचा था, बिना यह जाने कि वो पेपर्स वहां हैं।”
“मुझे भी कुछ ऐसा ही लगता है।
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होम्स ने अपने चेहरे पर एक गहरी मुस्कान बिखेरी।
उसने कहा, “ठीक है, चलो चलकर देखते हैं। ये तुम्हारे तरह का केस नहीं है, वॉटसन – इसमें फिजिकल नहीं बल्कि मेन्टल ताक़त की जरुरत है। ठीक है; चलो अगर तुम भी आने चाहते हो तो। मिस्टर सोम्स – तो फिर अब आपकी समस्या हल की जाए!”
हमारे क्लाइंट के सिटिंग रूम की एक लंबी, नीची, जालीदार खिड़की उस पुराने कॉलेज के एक प्राचीन शेहवाल के मैदान की तरफ खुलती है। एक गोथिक टाइप के धनुष के आकार के दरवाजे से होकर पत्थर की घिसी हुई सीढ़ियों पर पहुंचे। ग्राउंड फ्लोर पर लेक्चरर का कमरा था। उसके ऊपर तीन स्टूडेंट्स के कमरे बने हुए थे, एक के ऊपर एक। जब हम अपनी समस्या की जगह पर पहुंचे तो शाम हो चुकी थी। होम्स अचानक रुका और उसने गौर से खिड़की की तरफ देखा। फिर वह उसके पास में गया और पंजों के बल खड़े होकर अपनी गर्दन लंबी करके उसने कमरे के अंदर झाँका।
“वह जरूर दरवाज़े से ही अंदर घुसा होगा। खिड़की के अलावा अंदर आने का कोई रास्ता नहीं है,” हमारे गाइड ने कहा।
“हे भगवान!” होम्स बोला, और फिर वह अजीब तरीके से मुस्कुराया जैसे ही उसने हमारे साथी की तरफ नज़रें फेरी। “अच्छा तो, अगर यहाँ जानने लायक कुछ नहीं है तो फिर हमारा अंदर जाना ही ठीक रहेगा।”
लेक्चरर ने बाहरी दरवाज़े का ताला खोला और हमें कमरे के अंदर ले गया। हम दरवाज़े पर ही खड़े थे जब होम्स ने फर्श पर बिछी कालीन की जाँच की।
“मैं लगता है, इस पर तो कोई निशान नहीं हैं,” होम्स ने कहा। “कोई इसकी उम्मीद कर भी कैसे सकता है जब दिन इतना सूखा हो, बरसात के दिन होते तो कोई निशान मिल भी जाते। तुम्हारे नौकर की तबियत अब कुछ ठीक हो गयी लगता है। तुमने उसे चेयर पर छोड़ा था, है ना; कोन-सी चेयर पर?”
“ उधर खिड़की के पास।”
“अच्छा। इस छोटी सी टेबल के पास। अब तुम लोग अंदर आ सकते हो। मैंने कारपेट देख लिया है। चलो अब हम पहले उस छोटी टेबल पर देखेंगे। जो कुछ भी हुआ वह बिलकुल साफ है। वह आदमी अंदर घुसा और उसने बीच की टेबल से एक-एक करके पेपर उठाये। फिर वह उन्हें खिड़की के पास वाली टेबल पर ले गया, क्योंकि वहाँ से वह तुम्हें कोर्टयार्ड की तरफ से आते हुए देख सकता था और यहाँ से भाग सकता था।”
“नहीं, असल में वह नहीं देख सकता था,” सोम्स ने कहा, “क्योंकि मैं किनारे के दरवाज़े से अंदर आया था।”
“ओह, ये अच्छी बात है! फिर भी, किसी तरह यह उसके दिमाग में था। जरा मुझे उन तीन पन्नों को देखने दो। नहीं, कोई उँगलियों की छाप नहीं है! कोई बात नहीं, पहले वह इस एक पेज को वहाँ ले गया और उसने इसकी नक़ल की। उसे यह सब करने में कम से कम कितनी देर लगी होगी? पंद्रह मिनट, इससे कम नहीं। और फिर उसने इसे नीचे गिरा दिया और दूसरा पेज उठा लिया। वह इस सब के बीच में ही था कि आपके आने से उसे बड़ी तेजी से पीछे हटना पड़ा – बहुत ही तेजी से, तब उसके पास इन्हें वापस उसी जगह पर रखने समय नहीं बचा था, जिसकी वजह से आपको पता चला कि वह यहाँ आया था। जब आप बाहरी दरवाज़े से आये तो क्या आपको किसी के सीढ़ियों पर तेज कदमों से चलने की आवाज़ सुनाई दी?”
“नहीं, मैंने ध्यान नहीं दिया”
“खैर, वह इतना धड़ा-धड़ लिख रहा था कि उसने अपनी पेंसिल ही तोड़ डाली, जैसा कि तुमने भी अनुमान लगाया था, पेंसिल को फिर से छिला गया था। मजेदार बात यह है वॉटसन कि वो कोई साधारण पेंसिल नहीं थी। वह किसी आम पेंसिल से बड़े साइज की, मुलायम नोंक वाली पेंसिल थी; उसका बाहरी रंग गहरे नीले रंग का था, उस पर उसे बनाने वाली कंपनी का नाम सिलवर रंग में छपा हुआ था, और अब वह लगभग केवल डेढ़ इंच लंबी ही बची हुई है। इस तरह की पेंसिल की तलाश कीजिये मिस्टर सोम्स, और फिर आपका मुज़रिम आपके सामने होगा। आपकी और अधिक मदद के लिए मैं बता दूँ कि उसके पास एक बिना धार वाला बड़ा सा चाकू है।”
मिस्टर सोम्स इतनी सारी जानकारी सुनकर हैरत में पड़ गया। “मैं दूसरे पॉइंट पर ध्यान दे सकता हूँ।” उसने कहा, “लेकिन इतने बड़े मामले को आप इतनी जल्दी कैसे समझ गए——”
होम्स ने पेंसिल पर चिपके हुए चिट जिस पर NN लिखा था उसे निकाला और उसके बाद अब उस जगह पर खाली लकड़ी रह गयी।
“तुमने देखा?”
“नहीं, अभी भी नहीं ——”
“वॉटसन मैंने हमेशा तुम्हारे साथ नाइंसाफी की है। कुछ और भी हैं। यह NN का मतलब क्या हो सकता है? यह शब्द के आखिर में लिखा है। तुम तो जानते हो कि पेंसिल बनाने वालों में Johann Faber का नाम काफी जाना माना है। यह पता नहीं लग रहा है कि पेंसिल का जो हिस्सा रह गया, क्या आमतौर पर Johann की कंपनी का नाम का चिट वहीं पर लगा हुआ होता है?” उसने छोटी वाली टेबल को इलेक्ट्रिक लाइट के पास रखा। “मेरा अनुमान है कि उसने जिस पेपर पर लिखा अगर वह पेपर बहुत पतला था, तो उसके कुछ निशान इस पॉलिश की हुई सतह पर आ सकते हैं।
नहीं, यहाँ तो कुछ भी नहीं है। मुझे नहीं लगता कि यहाँ जानने लायक लिए और कुछ बचा है। अब उस बीच की टेबल को देखते हैं। मुझे लगता है, ये छोटा सी काली गोली वही है जिसके बारे में तुमने बताया था। कुछ कुछ पिरामिड के आकार सी है और अंदर से खोखली लग रही है। जो तुमने मुझे बताया था उसी के मुताबिक इस पर बुरादे के टुकड़े भी चिपके हुए हैं। वाह, यह बहुत दिलचस्प है। और यह जो टेबल पर एक कट लगा है, जो शुरू में खरोंच सा और बाद में चीरा है यानी पूरा कट गया है। मैं आपका आभारी हूँ मिस्टर सोम्स कि आपने मेरा ध्यान इस केस की ओर खींचा। इस दरवाज़े के पीछे क्या है?”
“मेरा बेडरूम।”
“इस घटना के बाद क्या तुम यहाँ पर गए थे ?”
“नहीं; मैं सीधा आपके पास ही आया।”
“मैं एक बार वहाँ भी देखना चाहूँगा। वाह! क्या शानदार, पुराने जमाने का कमरा है! कृपया आप लोग तब तक बाहर ही रुकें जबतक कि में इस कमरे के फर्श का जायजा ना ले लूँ। नहीं, यहाँ तो कुछ भी नहीं है। इस पर्दे के पीछे क्या है? तुम इसके पीछे अपने कपड़े टांगते हो। अगर किसी आदमी को इस कमरे में छिपने के लिए मजबूर होना पड़ा तो वह जरूर इसके पीछे ही छिपेगा, क्योंकि तुम्हारा बैड बहुत नीचे है, और अलमारी भी बहुत छोटी है। मुझे लगता है यहाँ कोई नहीं है?”
और फिर होम्स ने पर्दा हटा दिया, उसके थोड़े-से कठोर और सतर्क रवैये से मुझे पता चल गया कि वह किसी भी इमरजेंसी के लिए तैयार था। असल में जब पर्दा हटा तो वहाँ तीन – चार कपड़ों के टंगे होने के आलावा और कुछ भी नहीं था। होम्स अचानक मुड़ा और फर्श की तरफ घूरने लगा ।
“अरे वाह ! यह क्या है?” उसने कहा।
वह काली मिट्टी का पिरामिड जैसा ही ढेला था, बिलकुल वैसा ही जैसा कि स्टडी रूम के टेबल पर मिला था। होम्स ने उसे अपने हाथ पर रखकर बिजली की रौशनी में देखा।
“मिस्टर सोम्स, लगता है कि आपके कमरे में आने वाला आदमी आपके सिटिंग-रूम के साथ-साथ आपके बैडरूम में भी सुराग छोड़ गया है।”
“वह यहाँ से क्या चाहता था?
“मुझे लगता है यह पहले से काफ़ी साफ है। तुम उस रास्ते से वापस आये जिसका उसे बिलकुल अंदाजा नहीं था, और इसलिए उसे इसका पता तब तक नहीं चला था जब तक कि तुम बिलकुल दरवाज़े पर नहीं पहुँच गए। वह क्या कर सकता था? उसने वो सबकुछ उठाया जिससे कि वह पकड़ा जा सकता था और वह खुद को छिपाने के लिए आपके बेडरूम में घुस गया।”
“हे भगवान्, मिस्टर होम्स, क्या आपके कहने का मतलब है कि मैं जिस दौरान इस कमरे में बेनिस्टर से बात कर रहा था, उस दौरान वह आदमी यहीं बंद था, बस हमें पता नहीं था?”
“मुझे तो यही लगता है”
“जरूर उसके पास कोई दूसरा रास्ता होगा, मिस्टर होम्स। पता नहीं आपने मेरे बैडरूम की खिड़की पर गौर किया कि नहीं?
“जालीदार- खिड़की, शीशे का फ्रेम लगा हुआ है, तीन अलग-अलग खिड़कियाँ, एक अपने काज पर झूल रही है, जो किसी भी आदमी के निकलने के लिए काफी है।”
“बिल्कुल, यही बात मैं बताना चाहता था और यह खिड़की, कोर्टयार्ड से पूरी तरह दिखाई भी नहीं देती। तो वह आदमी यहीं से अंदर गया होगा, बैडरूम से गुजरते हुए निशान वहाँ छोड़ गया, और आखिर में, दरवाज़ा खुला पाकर वहां से भाग गया।”
होम्स ने बेसब्री से सर हिलाया।
और वह बोला, “हमें प्रैक्टिकल होना चाहिए। “मैं समझता हूँ आपने बताया था कि यहां तीन स्टूडेंट हैं जो इस सीढ़ी का इस्तेमाल करते हैं और आपके दरवाजे के पास से गुजरते रहते हैं?”
“हाँ, वे करते हैं।
“और वे सभी यह एग्जाम दे रहे हैं?”
“हाँ।”
“क्या तुम्हारे पास उनमें से किसी एक पर बाकियों से ज्यादा शक करने का कोई कारण है?”
सोम्स थोड़ा हिचकिचाया।
“यह बड़ा नाज़ुक सवाल है,” उसने कहा। “बिना कोई सबूत के किसी पर शक करना सही नहीं होगा।”
“आप अपना शक बताएं। सबूत मैं देख लूँगा।”
“ठीक है, फिर मैं आपको कुछ ही शब्दों में यहाँ रहने वाले उन तीनों स्टूडेंट्स के charater के बारे में बताता हूँ। उन तीनों में से सबसे निचले फ्लोर पर रहने वाला स्टूडेंट गिलक्रिस्ट है, वह एक अच्छा स्कॉलर और एक अच्छा एथलीट है; जो कॉलेज की रग्बी और क्रिकेट टीम के लिए खेलता है, और उसने हर्डल और लॉन्ग जम्प में ईनाम भी जीते हैं। वह एक अच्छा इंसान है। उसके पिता सर जैबेज गिलक्रिस्ट एक बदनाम आदमी थे, जिन्होंने खुद को जुए में बर्बाद कर दिया। इसलिए मेरा यह स्टूडेंट बहुत गरीब रह गया, लेकिन वह मेहनती है। मुझे उम्मीद है वह अच्छा करेगा”।
“दूसरे फ्लोर पर वह दौलत रास रहता है जो एक इंडियन है। वह शांत, अपने आप में गुम रहने वाला लड़का है, जैसा कि ज्यादातर इंडियन होते हैं। वह अपने काम में अच्छा है, हांलाकि उसकी ग्रीक उसका कमजोर सब्जेक्ट है। वह stable और well-organised है”।
“सबसे ऊपर के फ्लोर पर माइल्स मैक्लॉरेन रहता है। जब वह किसी काम को करने की ठान लेता है तो उसे बहुत ही शानदार ढंग से करता है- वह यूनिवर्सिटी के सबसे तेज स्टूडेंट्स में से एक है, लेकिन वह मनमौजी, बद्तमीज़, आवारा, और गैर ज़िम्मेदार है। वह अपने पहले साल में एक कार्ड स्कैंडल में कॉलेज से लगभग बाहर ही होने वाला था। वह पुरे टर्म ऐसे ही आलसी पड़ा रहता है, और अब जरूर वह इस एग्जाम से घबराया हुआ होगा।”
“तो फिर यह वही है जिस पर तुम्हारा शक जाता है?”
“नहीं, मैं अभी ऐसा नहीं कह सकता हूँ। लेकिन उन तीनों में से शायद सबसे ज्यादा शक इसी पर है।
“बिल्कुल।