(hindi) The Adventure of the Solitary Cyclist

(hindi) The Adventure of the Solitary Cyclist

साल 1894 से साल 1901 के बीच का वक्त ऐसा था जब शरलॉक  होम्ज़  ख़ास  तौर पर बड़े बिजी हुआ करते थे. बल्कि ये कहना  ज़्यादा सही होगा कि उन आठ  सालों  में शायद ही कोई ऐसा पब्लिक केस रहा होगा जहाँ उनकी सलाह ना ली गई हो और सैकड़ो ही ऐसे प्राइवेट केसेज़ उन्होंने सोल्व किये थे जिनके किरदार बेहद दिलचस्प और अजीबोगरीब हुआ करते थे.

आठ साल के इस लंबे वक्त में उन्हें कई बार शानदार सफलता हाथ लगी और कुछ एक-आध केस ऐसे भी थे जहाँ उन्हें बेहद निराश होना पड़ा, पर खैर जो भी हो, मिस्टर होम्ज़ इन आठ  सालों  में लगातार काम करते रहे. अब क्योंकि मैंने उन सारे केस की पूरी सिलसिलेवार जानकारी अपने पास संभाल कर रखी थी,  जिनमें  से कुछ केस में तो  मैं  खुद भी शामिल रहा था,

तो ये बात आसानी से समझी जा सकती है कि  मैं   हमें शा इसी कशमकश में रहता था कि कौन सा केस पब्लिक के सामने रखूं और कौन सा नहीं. खैर  मैं  अपना पहले वाला रुल कायम रखते हुए  मैं  सिर्फ उन केस को प्राथमिकता दूंगा जो अपने गुनाह की वजह से  नहीं  बल्कि अपने अनोखे और ड्रामेटिक सोल्यूशन की वजह से बेहद दिलचस्प थे और यही वजह है कि  मैं   चार्लिंगटन  की उस  सॉलिटरी  साइक्लिस्ट  मिस वायलेट स्मिथ से जुड़े कुछ तथ्य रीडर्स के सामने रखना चाहता हूँ,

और हमारी उस सनसनीखेज छानबीन का सिलसिलेवार ब्यौरा भी देना चाहूंगा जो एक अकस्मात और दुखद दुर्घटना पर जाकर खत्म हुई. ये सच है कि इस कहानी में जिन हालात का  मैं  यहाँ  ज़िक्र कर रहा हूँ, वो उस खूबी को बयां नहीं कर पायेंगे जिन खूबियों के लिए मेरा दोस्त इतना फेमस है लेकिन फिर भी इस केस में कुछ ऐसे पॉइंट है जो इसे उन बाकि सनसनीखेज़ घटनाओं से अलग करते है, जिन्हें  मैं  इतने लंबे वक्त से रिकॉर्ड करता आया हूँ.

मैंने साल 1895 की अपनी नोट बुक पर नज़र डाली तो याद आया वो शनिवार, 23 अप्रैल की बात थी, जब हमने पहली बार मिस वायलेट स्मिथ का नाम सुना था. मुझे याद है, मिस स्मिथ का आना  शरलॉक  होज्म को जरा भी  नहीं  भाया था क्योंकि उस वक्त वो एक बेहद पेचीदा और सिर चकरा देने वाले केस की तहकीकात में उलझा हुआ था जोकि जाने-माने तंबाकू व्यवसायी करोडपति बिजनेसमेन मिस्टर जॉन विन्सेंट हार्डेन से जुड़ा हुआ था. और जैसा कि ज़ाहिर बात थी,

मेरा दोस्त  शरलॉक  जब किसी केस की गहराई से जांच-पड़ताल में लगा होता तो उस वक्त उसे हर वो चीज़ बुरी लगती थी जो केस से उसका ध्यान भटकाए या बीच में दखल डाले. लेकिन इसके बावजूद बगैर किसी रूखेपन के, जोकि वैसे भी मेरे दोस्त का स्वभाव नहीं था,  शरलॉक  उस लंबी-पतली, जवान और बला की खूबसूरत  लड़की की कहानी सुनने को तैयार हो गया था जो उस शाम हमसे मदद की उम्मीद लेकर बेकर स्ट्रीट के हमारे फ्लैट में मिलने आई थी.

हालाँकि उसे ये समझाना फ़िज़ूल था कि उस वक्त हमारे पास पहले से ही कई सारे मामले पड़े थे क्योंकि वो  लड़की जिद पर अड़ी रही कि वो  हमें  अपनी कहानी सुनाकर ही वहां से जायेगी, इसलिए उसकी पूरी कहानी सुनने के अलावा हमारे पास और कोई चारा  नहीं  बचा था.

मजबूरन, एक फीकी मुस्कुराहट के साथ होम्ज़ ने उस हसीना से कहा कि वो पहले आराम से बैठे और फिर खुलकर अपनी परेशानी के बारे में बताए.
“कम से कम आपकी सेहत का तो मसला  नहीं  हो सकता”  शरलॉक  उसे गहरी नजरों से तौलते हुए बोला

“आप जैसे साईक्लिस्ट तो  हमेशा जोश से भरे रहते है”
शरलॉक  की बात सुनकर उसने हैरानी से अपने पैरों की तरफ देखा तो  मैं  भी उसके पैरों की तरफ देखने से खुद को रोक  नहीं  पाया. साईकल का पैडल मारने की वजह से उसकी कोमल एड़ीयों में हल्का सा खुरदरापन आ गया था.

“जी हाँ, बाईस्किल चलाने के अपने फायदे है मिस्टर होम्ज़, और  मैं  इसी सिलसिले में आज आपके पास मदद के लिए आई हूँ”
मेरे दोस्त ने लेडी का वो हाथ जिसमे उसने दस्ताना  नहीं  पहना हुआ था, अपने हाथ में लेकर ऐसे गौर से देखा जैसे कोई साइंटिस्ट किसी नए किस्म के जानवर का पहली बार मुआईना करता है.

“मुझे उम्मीद है आप बुरा  नहीं  मानेंगी, ये मेरा काम है” होम्ज़ ने उसका हाथ छोड़ते हुए कहा,
“ पता  नहीं  क्यों मुझे गलतफहमी हुई कि आप शायद टाइपराईटिंग करती है, लेकिन हाँ, ये तो म्यूज़िक से जुड़े हाथ लगते है, तुमने गौर किया क्या वॉटसन, दोनों प्रोफेशन वालो के हाथ ऐसे ही होते है? हालाँकि म्यूज़िक वालो के चेहरे पर एक स्प्रिचुअल तेज़ होता है ”—फिर वो बड़े प्यार से लड़की की हथेली को रौशनी की तरफ घुमाते हुए बोला—“जो एक टाइपराईटर  नहीं  दे सकता, ये  लड़की एक म्यूजिशियन है”

“जी हाँ मिस्टर होम्ज़,  मैं  म्यूजिक सिखाती हूँ”  लड़की बोली.
“और आपकी रंगत से आप कंट्री साईंड की लगती है”  शरलॉक  ने कहा
“जी, हां,  मैं   फ़र्नहैम की रहने वाली हूँ,  सरे के बॉर्डर के पास”

“वाह, काफी खूबसूरत जगह है जहाँ बड़े ही दिसचस्प लोग रहते है,  तुम्हें  याद है वॉटसन, इसी जगह के आस-पास हमने उस जालसाज़ आर्ची  स्टैमफ़ोर्ड  को पकड़ा था. अच्छा,
अब ये बताइए, मिस वायलेट,  फ़र्नहैम में आपके साथ क्या हुआ, सुरे के बॉर्डर के पास?
उस  लड़की ने बड़े ही स्पष्ट और शांत शब्दों में हमारे सामने पूरा मामला कुछ इस तरह रखा:—

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

“मेरे पिता की मौत हो चुकी है मिस्टर होम्ज़. उनका नाम जेम्स स्मिथ था जो ओल्ड इम्पीरियल थिएटर में ऑर्केस्ट्रा बजाया करते थे. मेरी माँ और मेरा इस दुनिया में अब कोई नहीं है, सिवाए एक अंकल राल्फ स्मिथ के जो आज से पच्चीस साल पहले जब अफ्रीका चले गए थे तब से लेकर आज तक  हमें  उनके बारे में कोई जानकारी  नहीं  है. पिता की मौत के बाद हम बेहद गरीब हो गए थे

फिर एक दिन  हमें  पता चला कि टाइम्स अखबार में एक एडवरटीज़मेंट छपा है कि कोई हमारे बारे में छानबीन कर रहा है. आप सोच भी नहीं सकते कि  हमें  ये बात जानकर कितनी ख़ुशी हुई क्योंकि  हमें  उम्मीद थी कि शायद कोई दूर का रिश्तेदार हमारे लिए पैसा या जायदाद छोड़ गया है. हम तुंरत उस वकील के पास गए जिसका नाम पेपर में छपा था.

वहां  हमें  दो शख्स मिले, मिस्टर  करदर्स  और मिस्टर वुडले, जो साउथ अफ्रीका से आये थे. उन्होंने  हमें  बताया कि वो मेरे अंकल के दोस्त है, और ये भी बताया कि कुछ महीने पहले ही जोहांसबर्ग में बेहद गरीबी की हालत में मेरे अंकल की मौत हो गई है पर मरने से पहले उन्होंने उन दोनों से हमारा पता लगाने को कहा और ये भी कहा कि अगर हम किसी परेशानी में है तो वो हमारी मदद करे.  हमें  सुनकर बड़ा अजीब लगा कि अंकल राल्फ जिन्होंने जीते जी कभी हमारी खैर-खबर  नहीं  ली, अचानक मरते वक्त उन्हें हमारी चिंता क्यों सताने लगी.;

लेकिन फिर मिस्टर  करदर्स  ने इस बात का खुलासा किया कि अंकल राल्फ को मेरे पिता की मौत की खबर मिल चुकी थी इसलिए उन्हें भाई की मौत के बाद उसके परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास हुआ”
होम्ज़ ने अचानक बीच में टोका “मुझे माफ़ कीजिए, ये कब की बात है?’
“पिछले दिसम्बर—चार महीने पहले की” यंग लेडी ने कहा
“अच्छा, फिर क्या हुआ?’

“मिस्टर वुडले मुझे बेहद अजीब इंसान लगे, मुझे  हमेंशा घूरते रहते थे—वो रूखे, अड़ियल स्वभाव के, सूजा हुआ चेहरा और लाल-लाल मूंछो वाले इन्सान है, माथे के दोनों तरफ बालों की पट्टी बनाकर रखते है. मुझे वो पहली नज़र में ही कुछ ख़ास पसंद नहीं आये थे—और मुझे पूरा यकीन है कि  सिरिल  भी ये बिल्कुल नहीं चाहेगा कि  मैं  ऐसे इन्सान से जान-पहचान बढाऊं”

“ओह, तो  सिरिल  नाम है उसका” होम्ज़ ने मुस्कुराते हुए कहा
यंग लेडी के गाल शर्म से लाल पड़ गए, वो जोरो से हसंते हुए बोली

“हां, मिस्टर होम्ज़,  सिरिल   मॉर्टन , एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है और गर्मियों के खत्म होते-होते हम शायद शादी कर ले. ओह गॉड, लेकिन  मैं  यहाँ उसके बारे में क्यों बता रही हूँ? हाँ, तो  मैं  कह रही थी कि मिस्टर वुडले तो मुझे बड़े अजीब लगे पर मिस्टर  करदर्स  जो उम्र में थोड़े बड़े है, उनका स्वभाव  मुझे कुछ ठीक लगा था. वो सांवले, पतले और क्लीन शेव्ड है और चुपचाप रहते है पर बड़े तमीज़दार और मोहक मुस्कान वाले आदमी है.

उन्होंने हमसे हमारी माली हालत के बारे में पूछा और जब उन्हें पता चला कि हम बेहद गरीबी में दिन काट रहे है तो उन्होंने मुझे एक जॉब ऑफर की. उन्होंने मुझसे अपनी इकलौती दस साल की बेटी को अपने घर पर म्यूज़िक सिखाने को कहा. और जब मैंने उन्हें बताया कि  मैं  अपनी बीमार माँ को छोडकर  नहीं  जा सकती तो उन्होंने कहा कि  मैं  वीकेंड पर अपनी माँ से मिलने आ सकती हूँ इस जॉब के बदले में वो मुझे साल के सौ डॉलर दे रहे थे जोकि अच्छी-खासी रकम थी.

मैंने जॉब स्वीकार कर ली और चिल्टर्न ग्रेंज चली गई जो फर्न्ह्म से कोई छह मील दूर है. मिस्टर  करदर्स  की पत्नी अब इस दुनिया में नहीं है इसलिए उन्होंने घर में एक उम्रदराज़ और ईज्जतदार लेडी हाउस-कीपर रखी है जिनका नाम मिसेज डिक्सन है, जो उनके पूरे घर की देखभाल करती है. मिस्टर  करदर्स  की बेटी बहुत प्यारी है, उस घर में मुझे कभी कोई परेशानी  नहीं  हुई और मिस्टर  करदर्स  भी दयालु और संगीत प्रेमी इन्सान है, अक्सर हम सब मिलकर शाम को संगीत का आनंद लिया करते थे. और हर वीकेंड पर  मैं  अपनी माँ के पास शहर चली आती थी.

“सब कुछ ठीक चल रहा था कि मेरी खुशियों में ग्रहण लगाने लाल मूंछो वाले मिस्टर वुडले पहुँच गए, वैसे तो वो एक हफ्ते के लिए आये थे, पर मेरे लिए तो वो एक हफ्ता तीन महीनो से कम  नहीं  था! वो बड़े गुस्से वाले और अक्खड़ इन्सान है, सब पर रौब जमाते है, लेकिन मेरे साथ बड़े ही अलग तरीके से पेश आते थे. वो मुझसे मीठी-मीठी बाते करते थे, मेरे सामने अपने अमीरी की डींगे हांकते रहते, और मुझे कहते थे

कि अगर  मैं  उनसे शादी कर लूँगी तो वो मुझे लंदन के सबसे बढ़िया हीरे दिलाएँगे. मैंने उन्हें  ज़्यादा भाव  नहीं  दिया तो वो बुरी तरह चिढ़ गए, फिर एक दिन डिनर के बाद मौका पाकर उन्होंने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया—मैंने बहुत कोशिश की पर उनकी मज़बूत पकड़ से खुद को छुड़ा नहीं पाई—वो मुझसे बोले” अगर  मैं  उन्हें किस कर दूं तो वो मुझे जाने देंगे”.  मैं  बहुत घबरा गई थी.

ये तो अच्छा हुआ कि मिस्टर  करदर्स  वहां आ गए और मुझे मिस्टर वुडले से बचा लिया. मिस्टर वुडले की इस हरकत पर उन्हें बड़ा गुस्सा आया. वो मुड़े और मिस्टर वुडले को एक ज़ोर का मुक्का मारा जिससे मिस्टर वुडले जमीन पर गिर पड़े और उनके मुंह से खून बहने लगा. आप समझ सकते है कि इसके बाद मिस्टर वुडले वहां से तुरंत चले गए. मिस्टर  करदर्स  ने अगले दिन मुझसे माफ़ी मांगी और वादा किया कि आईंदा मेरे साथ ऐसा हादसा फिर  दोबारा   नहीं  होगा.  और तब से लेकर आज तक मैंने मिस्टर वुडले को  दोबारा  नहीं देखा.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

SHARE
Subscribe
Notify of
Or
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments