(hindi) The Adventure of the Norwood Builder

(hindi) The Adventure of the Norwood Builder

 शरलॉक  होम्ज़ ने कहा “एक क्रिमिनल एक्सपर्ट के पॉइंट ऑफ़ व्यू से अगर  देखें  तो प्रोफेसर मोरीआर्टि की मौत के बाद लंदन बड़ा बोरिंग सा शहर हो गया है” “
“मुझे  नहीं  लगता कि इस शहर का कोई शरीफ नागरिक तुम्हारी इस बात से इत्तेफाक रखता होगा” मैंने  शरलॉक  की बात का जवाब दिया

शरलॉक  ब्रेकफ़ास्ट टेबल से उठते हुए अपनी कुर्सी खिसकाते हुए मुस्कुराया और बोला “वेल, वेल,  मैं  सेल्फिश नहीं बनना चाहता. बेशक जनता का भला हुआ है, सिवाए उन  बेचारों  के जो आउट ऑफ़ वर्क हो गए है, उनका धंधा-पानी तो बंद हो गया है. जब तक वो आदमी एक्टिव था, सुबह के अखबार खबरों से भरे रहते थे. बेशक कहीं कोई डिटेल्स  नहीं  होती थी, पर मेरे लिए एक छोटा सा हिंट ही काफी था ये समझने के लिए कि इस कांड के पीछे भी जरूर उसका ही शैतानी दिमाग होगा, मुझे उसके कारनामो की खबर एक छोटे से क्लू से ही मिल जाती थी. कहीं लूट-पाट का मामला हो या खून-खराबा या फिर बेमतलब का दंगा-फसाद—सब उसी आदमी की कारस्तानी थी. शहर में होने वाले हर जुर्म के तार उससे जुड़े रहते थे. जुर्म की दुनिया का वो बेताज बादशाह था और उस हाई प्रोफाइल साइंटिस्ट को यूरोप के किसी और शहर में अपने पैर ज़माने का वो मौका  नहीं  मिलता जो उसे लंदन में मिला था. पर अब——” होम्ज़ ने ऐसे नाटकीय ढंग से अपने कंधे उचकाए कि मुझे हंसी आ गई.

मैं  जिस वक्त की बात कर रहा हूँ, तब होम्ज़ कुछ  महीनों  के लिए लंदन लौटा था, और  मैं  उसकी रिक्वेस्ट पर अपनी प्रैक्टिस बेचकर बेकर स्ट्रीट वाले घर में वापस उसके साथ रहने आ गया था. वर्नर नाम के एक नौजवान डॉक्टर ने मेरा केंसिंग्टन वाला छोटा सा क्लिनिक खरीद लिया था और वो भी उस कीमत पर जितनी कि  मैं  मांगने की सोच भी नहीं सकता था—खैर बाद में कुछ  सालों  बाद मुझे पता चला कि वो डॉक्टर होम्ज़ का दूर का रिश्तेदार लगता था और मेरे दोस्त ने ही सारे पैसे का इंतजाम किया था.

हमारी इतने  महीनों  की पार्टनरशिप यूं ही बेकार  नहीं  गई, जैसा कि होम्ज़ को लग रहा था, क्योंकि जब मैंने अपने नोट्स पर नज़र डाली तो पाया कि उस दौरान हमने कई बड़े-बड़े केस सोल्व किये थे जिनमे एक्स-प्रेजिडेंट मुरिलो का केस था और डच स्टीमशिप फ्राइजलैंड (FRIESLAND) का वो सनसनीखेज केस भी शामिल था जिसके चक्कर में हम मरते-मरते बचे थे. पर जब भी पब्लिक से वाह-वाही बटोरने की बात होती, होम्ज़ का ठंडा और घमंडी रवैया आड़े आ जाता. उसने मुझे सख्ती से मना करते हुए बोल रखा था कि  मैं  उसके बारे में या उसके तरीकों और सक्सेसफुल केसेज के बारे में किसी से भी चर्चा ना करूँ.—जैसा कि मैंने पहले भी बताया था, मुझ पर एक तरह से पाबंदी लगी थी जो उसने कुछ वक्त पहले ही हटाई थी.

खैर इस बेतुकी बहस के बाद शरलॉक अपनी कुर्सी पर पीठ टिकाकर बैठते हुए सुबह का अखबार फोल्ड कर ही रहा था कि हमारा नौकर दरवाजे की तरफ भागा, कोई दरवाजे पर खड़ा घंटी पर घंटी बजाये जा रहा था, फिर जोर-जोर से दरवाजा पीटने की आवाज़े आई ऐसा लगा कोई दरवाजे पर मुक्के बरसा रहा हो. दरवाजा खुलते ही ऐसा लगा कोई सीढियों पर कोई भागता हुआ ऊपर चढ़ा है और उसके एक मिनट बाद ही एक बदहवास नौजवान कमरे में घुस आया. उसका चेहरा डर के मारे पीला पड़ा हुआ था, और सांस फूल रही थी. उस वक्त उसे देखकर लग रहा था जैसे वो अपने होशो-हवास में  नहीं  है. उसने मुझे और  शरलॉक  को बारी-बारी से देखा और फिर तुरंत ही उसके चेहरे पर यूं अचानक से कमरे में घुस आने के लिए शर्मिंदगी के भाव नजर आये.

उसने बड़ी ही दर्द भरी आवाज़ में माफ़ी मांगते हुए कहा”  मैं  माफ़ी चाहता हूँ मिस्टर होम्ज़. पर क्या करूँ,  मैं  एक बदनसीब  इंसान हूँ और बहुत मजबूर होकर आपके पास आया हूँ. मेरा नाम जॉन हेक्टर    मैकफ़ार्लेन (John Hector McFarlane) है”

उसने ऐसे बोला जैसे कि  हमें  सिर्फ उसका नाम सुनकर ही पता चल जाएगा कि वो कौन है और किस काम से आया है. पर  शरलॉक  के देखते ही मुझे पता चल गया था उसे उस आदमी के नाम से कोई फर्क  नहीं  पड़ा क्योंकि ना तो आज से पहले उसने भी मेरी तरह ये नाम पहले कभी  नहीं  सुना था.

शरलॉक  उसकी तरफ सिगरेट केस बढ़ाते हुए बड़े आराम से बोला “सिगरेट लीजिए मिस्टर    मैकफ़ार्लेन . मुझे यकीन है की आपकी ऐसी हालत देखकर मेरे दोस्त डॉक्टर वॉटसन आपको कोई सीडेटिव लिखकर दे देंगे.  पिछले कुछ दिनों से मौसम अचानक बड़ा गर्म हो गया है. अब, अगर आप थोड़े शांत हो गए है तो प्लीज़ आराम से बैठ जाइए और आराम से बैठकर बताइए कि आप कौन है और हमसे क्या चाहते है. आपने अपना नाम ऐसे बताया जैसे कि  मैं  आपको जानता हूँ लेकिन आपको देखकर इतना जरूर कह सकता हूँ कि आप अभी तक कुंवारे है, एक लॉयर और फ्रीमेसन है और अस्थमा के मरीज भी है, इसके अलावा  मैं  आपके बारे में और कुछ  नहीं  जनता”

अब जैसा कि  मैं  अपने दोस्त  शरलॉक  के तौर-तरीको से अच्छी तरह वाकिफ था तो  मैं  भी उसकी तरह उस आदमी को ओब्ज़ेर्व करने से खुद को रोक  नहीं  पाया. उसके कपड़ो पर पड़ी हुई सिलवटें, उसके हाथ में कानूनी दस्तावेजो का बंडल, wrist वॉच से लटकती हुई चेन और उसकी फूली हुई सांस देखकर होम्ज़ की observation एकदम सच लग रही थी.
“जी हाँ मिस्टर होम्ज़ आपकी सारी बाते सच है पर एक बड़ा सच ये भी है कि इस वक्त  मैं  लंदन का सबसे बदनसीब  इंसान हूँ. भगवान के लिए इंकार मत कीजियेगा मिस्टर होम्ज़!  मैं  बड़ी उम्मीद लेकर आपके पास आया हूँ. मेरी बात पूरी होने से पहले अगर वो लोग मुझे गिरफ्तार कर ले तो प्लीज़ मुझे इतनी मोहलत दे देना कि  मैं  आपको अपनी सच्चाई बता सकूं. अगर आप मेरा साथ देंगे तो फिर मुझे कोई गम  नहीं  है बेशक वो लोग मुझे फांसी के फंदे पर लटका दे”

होम्ज़ हैरानी से बोला “आपको गिरफ्तार किया जा रहा है! ये तो बड़ा दिलचस्प मामला लगता है. वैसे आपको किस ईल्जाम में गिरफ्तार किया जा रहा है?’
“मुझ पर लोअर  नॉरवुड  के मिस्टर जोनस  ओल्डेकर  के कत्ल का ईल्ज़ाम लगा है”
मेरे साथी के चेहरे पर एक हमदर्दी की झलक दिखी जिसमे एक तरह की तस्सली भी शामिल थी.

शरलॉक  बोला “ओह माई गॉड, क्या इत्तेफाक है! आज सुबह ही नाश्ते के वक्त  मैं  अपने दोस्त डॉक्टर वॉटसन से शिकायत कर रहा था कि आजकल अखबारों में सनसनीख़ेज़ खबरे आती ही नहीं है”
हमारे उस मेहमान ने कांपते हुए हाथो से  शरलॉक  के घुटनों पर रखा हुआ सुबह का अखबार” डेली टेलीग्राफ” उठाया और बोला.
“आपने भी अब तक खबर पढ़ ली होगी तो शायद आप समझ ही गए होंगे कि  मैं  क्यों सुबह-सुबह आपके पास आया हूँ. मुझे ऐसा लग रहा जैसे आज लंदन में हर किसी की जुबान पर मेरी ही बदनसीबी के चर्चे है.

उसने अख़बार का सेंट्रल पेज खोलते हुए दिखाया” ये देखिए, आपकी ईजाजत हो तो  मैं  इसे पढ़कर सुनाता हूँ. ये सुनिए मिस्टर होम्ज़, ये रही हेडलाइन: लोअर  नॉरवुड  में एक रहस्यमय कत्ल. एक जाने-माने बिल्डर की गुमशुदगी का मामला. कत्ल और आगजनी का मामला.कातिल के बारे में एक सुराग”
ये है वो सुराग जिसका पीछा वो कर रहे हैं मिस्टर होम्ज़, और  मैं  जानता हूँ कि वो लोग मेरे ही पीछे पड़े है. लंदन ब्रिज स्टेशन से मेरा पीछा किया जा रहा है, वो लोग बस वारंट का इंतज़ार कर रहे है ताकि मुझे गिरफ्तार कर सके. अगर  मैं  गिरफ्तार हो गया तो मेरी माँ को बहुत सदमा लगेगा —बहुत बड़ा सदमा!”
वो बहुत परेशान लग रहा था. अपने हाथो को कसकर निचोड़ते हुए वो कुर्सी पर बैठा आगे-पीछे झूल रहा था.

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मेरे सामने एक ऐसा नौजवान बैठा था जिस पर एक आदमी को बेरहमी से कत्ल करने का ईल्जाम था लिहाज़ा मेरी उसमे दिलचस्पी और भी बढ़ गई थी.  मैं  बड़े गौर से उसकी तरफ देखा. पीले सुनहरे बालो वाला वो क्लीन शेव्ड नौजवान यूं तो देखने में काफी हैण्डसम था पर कपड़े उसने कुछ पुराने फैशन के पहने हुए थे. उसकी नीली आँखो में खौफ का साया था, डर के मारे उसका चेहरा कमज़ोर और पीला पड़ गया था. उसकी उम्र कोई 27 या 28 साल की रही होगी और हाव-भाव से शरीफ और खानदानी लगता था. उसने एक सूती समर ओवरकोट पहना हुआ था जिसकी जेब से झाँकते कानूनी कागजो का बंडल उसके वकील होने का सुबूत दे रहे थे.
होम्ज़ ने कहा “अभी जितना भी वक्त बचा है उसे बर्बाद  नहीं  जाने देंगे, वॉटसन, क्या तुम अखबार में से खबर ये वाला पैराग्राफ मुझे पढ़कर सुनाओगे?”
उस आदमी की खबर अख़बार में जहाँ पर छपी थी, वहां मोटे-मोटे शब्दों में हेडलाइन के नीचे कत्ल की वारदात का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया गया था.  मैंने पढना शुरू किया:
“लोअर  नॉरवुड  में कल देर रात गए या तड़के सुबह एक बेहद दिल दहलाने वाली घटना का मामला सामने आया है. ईलाके के जाने-माने बिल्डर मिस्टर जोनस  ओल्डेकर  कई  सालों  से लोअर  नॉरवुड  में अपना बिजनेस चला रहे थे. बताया जा रहा है कि मिस्टर  ओल्डेकर  जोकि अब तक कुंवारे थे, करीब 52  साल के थे और सिडनम रोड के आखिरी छोर पर डीप  डीन  हाउस में कई  सालों  से रहते आ रहे थे. सूत्रों से पता चला है कि मिस्टर जोनस  काम से रिटायरमेंट लेकर अकेलेपन की जिदंगी जी रहे थे और उनका कोई ख़ास करीबी या दोस्त  नहीं  था. ईलाके के लोगो का कहना है कि मिस्टर जोनस  एक रहस्यमय और सनकी किस्म के आदमी थे. उन्होंने कुछ साल पहले ही अपने जमे-जमाए कारोबार से रिटायरमेंट ली थी. और ये भी कहा जाता है कि उन्होंने इस कारोबार से बेहिसाब दौलत कमाई है. हालाँकि उनके घर के पीछे एक छोटा सा टिम्बर यार्ड अभी मौजूद है और कल रात बारह बजे के करीब अचानक यार्ड में लकड़ियों के ढेर में आग लग जाने का अलार्म बजने लगा. फायर इंजिन तुरंत मौके पर पहुंचा पर आग की लपटें इतनी जबर्दस्त थी कि काबू पाना मुश्किल हो रहा था. देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में लकड़ियों का ढेर जलकर राख हो गया. यहाँ तक ये आग लगने की एक मामूली घटना मानी जा रही थी पर ताज़ा सूत्रों से पता चला है कि इसके पीछे एक सनसनीखेज जुर्म की वारदात को छुपाने की साजिश है. घटना की जगह पर घर के मालिक की नामौजूदगी से पूरा मामले शक के घेरे में आ गया है. इस मामले और पूछ-ताछ की गई तो पता चला कि घर के मालिक काफी वक्त से गायब है और उनके कमरे की जांच से कुछ और खुलासे हुए है जैसे कि बिस्तर पर काफी वक्त से कोई सोया  नहीं  था और साथ ही कमरे में रखी सेफ खुली पड़ी थी और कई जरूरी कागज़ात फर्श पर बिखरे पड़े थे. कमरे में खून के धब्बे पाए गए है और वैसे ही धब्बे ओकवुड की बनी एक छड़ी की मूंठ पर भी मिले है जो इस बात की तरफ ईशारा करते है कि घर के मालिक का कत्ल हो चुका है. बताया जा रहा है कि कल देर रात गए मिस्टर जोनस  ओल्डेकर  के बेडरूम में एक आदमी आया था और कमरे में जो छड़ी मिली है वो उसी आदमी की हो सकती है. ये आदमी लंदन में वकालत करता है और 426, ग्रेशम बिल्डिंग, ई.सी. रोड के ग्राहम एंड    मैकफ़ार्लेन  में जूनियर पार्टनर है. पुलिस का दावा है कि उनके पास इस आदमी जॉन हेक्टर    मैकफ़ार्लेन  के खिलाफ कुछ ऐसे सुबूत है जो इस कत्ल की वजह को पुख्ता करते है, कुल मिलाकर इस बात से शक  नहीं  किया जा सकता कि इस मामले में कई और चौंकाने वाले तथ्य निकल कर सामने आ सकते है.
बाद में—प्रेस के हवाले से अफवाह फैली है कि मिस्टर मिस्टर जोनस  ओल्डेकर  के कत्ल के ईल्जाम में मिस्टर जॉन हेक्टर    मैकफ़ार्लेन  की गिरफ्तारी मुमकिन है, यकीनन उनके नाम वांरट तो इश्यू हो  चुका है. इसी बीच  नॉरवुड  में तहकीकात के दौरान कई और खतरनाक तथ्यों का खुलासा हुआ है, बिल्डर के बेडरूम में झडप के निशान मिले है इसके अलावा उनके बेडरूम जोकि ग्राउंड फ्लोर में है, उसकी फ्रेंड विंडो भी खुली हुई थी और उस पर कुछ ऐसे निशान मिले जो इस बात की तरफ इशारा करते है कि किसी भारी-भरकम चीज़ वहां से घसीटते हुए लकड़ियों के ढेर तक पहुँचाया गया. इन सारी जानकारीयों से अंत में ये नतीजा निकलता है कि राख के ढेर में मानव शरीर के अवशेष पाए गए है. पुलिस की थ्योरी के हिसाब से कल रात  नॉरवुड  में एक भयानक कत्ल हुआ है, विक्टिम को पहले उसके ही बेडरूम सिर कुचलकर मार डाला गया, उसके जरूरी कागजातों के साथ छेड़खानी की गई, फिर उसकी लाश को घसीटकर लकड़ीयों के ढेर पर रखकर जला दिया गया ताकि कत्ल का कोई सुबूत ना मिले. इस हादसे की सारी क्रिमिनल जाँच  स्कॉटलैंड यार्ड के इंस्पेक्टर लेस्ट्रेड के कुशल हाथो में सौंपी गई है जो पूरी सावधानी से सारे सुबूतों का बारीकी से मुआईना कर रहे है.
अपनी आँखे बंद किये हुए और अंगुलियाँ के सिरों को आपस में जोड़े बैठे हुए  शरलॉक ने पूरी खबर सुनी और सुनने के बाद आँखे खोलते हुए बोला:
“इस केस में वाकई कुछ बड़े ही दिलचस्प पॉइंट है. क्या  मैं  पूछ सकता हूँ मिस्टर    मैकफ़ार्लेन , आप अभी तक पकड़े क्यों  नहीं  गए जबकि आपके खिलाफ पुलिस के पास पहले से ही इतने सारे सुबूत है?’
“मिस्टर होम्ज़  मैं  अपने माता-पिता के साथ टोर्रिंगटन लॉज, ब्लैकहीथ में रहता हूँ, पर कल रात मुझे मिस्टर जोनस  ओल्डेकर  से मिलना था तो  मैं   नॉरवुड  के एक होटल में रुक गया और वही से मिस्टर जोनस के घर गया. मुझे सुबह ट्रेन में बैठने तक इस हादसे का पता  नहीं  चला. और जो कुछ मैंने अभी आपको पढ़कर सुनाया उसे अख़बार में पढ़ते ही मुझे एहसास हुआ कि  मैं  कितनी बड़ी मुसीबत में फंस गया हूँ तो  मैं  भागा-भागा आपके पास आ गया. आप सही कहते है मिस्टर होम्ज़, अब तक तो  मैं  अपने शहर वाले ऑफिस या घर से गिरफ्तार कर लिया गया होता. लंदन ब्रिज स्टेशन से एक आदमी मेरा पीछा कर रहा था, मुझे  नहीं  पता क्यों पर मुझे पूरा शक है कि —हे भगवान, अब कौन आया होगा?
उसी वक्त दरवाजे पर लगातार घंटी बजने लगी और कुछ ही देर में सीढियों पर भारी कदमों की आहट सुनाई दी. और उसके एक या दो मिनट बाद  हमें  दरवाजे पर हमारा पुराना दोस्त लेस्ट्रेड खड़ा नजर आया, उसके कन्धो के पीछे से मुझे वर्दी पहने हुए एक-दो पुलिसवाले भी दिख रहे थे.

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