(hindi) The Adventure of the Dying Detective

(hindi) The Adventure of the Dying Detective

शरलॉक  होम्ज़ की मकान मालकिन मिसेज हडसन बड़ी दुखियारी औरत थी. एक तो उनके फर्स्ट फ्लोर के फ्लैट में आये दिन आवारा लोगो का जमावड़ा लगा रहता था और ऊपर से उनके सनकी किरायेदार ने उनकी नाक में दम कर रखा था. वो किरायेदार, जिसकी जिंदगी में डिसप्लीन नाम की कोई चीज़ नहीं थी, अव्वल दर्जे का आलसी था. उसकी बड़ी बेढंगी सी दिनचर्या थी और ऊपर से वो घर के अंदर ही रिवाल्वर चलाने की प्रैक्टिस किया करता था.

उसे वक्त-बेवक्त ऊँची आवाज़ में म्यूजिक बजाने का बड़ा शौक था और आये दिन अजीबो-गरीब साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट करता रहता था. मारपीट और लड़ाई-झगड़े में भी हरदम आगे रहता, उसकी इन्ही बुरी आदतों ने उसे लंदन का सबसे घटिया किरायेदार बना दिया था. पर इसके बावजूद वो काफी भारी-भरकम किराया देता था और मुझे इस बात पर कोई शक नहीं हैं  कि वो मकान भी उसी रकम से खरीदा गया होगा जो होम्ज़ किराए के तौर पर चुकाता था, और ये उन दिनों की बात हैं  जिन दिनों मैं उसके साथ रहा करता था.

मकान मालकिन बेचारी हैं रान परेशान रहती थी पर उसकी जिंदगी में कभी दखलअंदाजी नहीं करती थी चाहे वो कितना ही बवाल क्यों ना मचाए बल्कि यूं कह सकते हैं  कि वो उसे काफी पसंद करती थी क्योंकि वो औरतों के साथ बेहद तमीज़ और तहजीब से पेश आता था. एक बहादुर और जवान मर्द होने के बावजूद उसने कभी किसी औरत पर बुरी नजर नहीं डाली और ना ही उसे किसी औरत के साथ संबंध बनाने में रूचि थी. मुझे मालूम था कि मिसेज हडसन उसकी बड़ी ईज्जत करती हैं  और  इसीलिए मेरी शादी के एक साल बाद जब उन्होंने मेरे घर आकर मेरे दोस्त की बदहाली का किस्सा सुनाया तो मुझसे रहा नहीं  गया.

मिसेज हडसन ने मुझे बताया, “वो मर रहा हैं  डॉक्टर वॉटसन. पिछले तीन दिनों से उसकी हालत बेहद नाज़ुक हैं , मुझे नहीं लगता कि उसके बचने की कोई उम्मीद हैं . उसने मुझे डॉक्टर को बुलाने से मना किया हैं . आज सुबह जब मैंने उसे देखा तो उसके चेहरे पर सिर्फ हड्डियाँ नजर आ रही थी, उसकी चमकदार आँखे जिस तरह से मुझे देख रही थी, मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई तो मैंने उससे कहा, “ आप चाहे मानें या ना मानें मिस्टर होम्ज़ पर मैं  अभी इसी वक्त डॉक्टर को बुलाने जा रही हूँ”
तो उसने जवाब दिया, “अगर ऐसी बात हैं  तो वॉटसन को बुलाकर लाओ”

“अब जल्दी से मेरे साथ चलिए सर, वर्ना आप उसे फिर कभी जिंदा नहीं देख पायेंगे” मिसेज हडसन विनती करते हुए बोली.
मिसेज हडसन के मुंह से शरलॉक का ये हाल सुनकर मैं  हैं रान रह गया, मुझे उसकी बीमारी का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं  था. कहने की जरूरत नहीं  हैं  कि मैं  उसी वक्त अपना कोट और हैं ट पहनकर मिसेज हडसन के साथ चल पड़ा. उनके घर की तरफ जाते हुए मैंने उनसे शरलॉक के बारे में और बातें पूछी.

“मुझे ज्यादा कुछ नहीं  पता, बस इतना मालूम हैं  कि वो रोथरर्हाईथ  (Rotherhithe) के किसी केस पर काम कर रहे थे, नदी के पास वाली गली में. और जब से वो वहां से लौटे हैं, तभी से बीमार हैं . बुधवार के दिन वो बीमार पड़े थे और तब से बिस्तर पर हैं. तीन दिनों से उन्होंने अन्न का एक दाना और पानी का एक घूँट तक नहीं पिया हैं ”
“हे भगवान्! तो आपने डॉक्टर को फोन क्यों नहीं  किया ?’ मैंने पूछा

“वो मुझे करने ही नहीं देते थे सर, आप को तो पता हैं  वो कितने जिद्दी हैं , और उनकी बात टालने का साहस मुझमें नहीं  हैं . पर वो अब ज्यादा दिन नहीं जी पायेंगे, उन्हें देखने के बाद आपको खुद यकीन हो जायेगा”

मिसेज हडसन ने ठीक ही कहा था, शरलॉक  हवाकई में काफी बीमार था. नवम्बर की धुंध में हल्की रौशनी में शरलॉक  होम्ज़ के रूम में एक अजीब सी उदासी फैली हुई थी. मुझे शरलॉक  होम्ज़ का कमजोर और मुर्झाया चेहरा दिखाई दिया जो अपने बिस्तर पर लेटा मेरी तरफ देख रहा था. उसकी हालत देखकर मेरी रीड़ की हड्डी में एक ठंडी लहर दौड़ गई. उसकी आँखे तेज़ बुखार से जल रही थी, दोनों गाल भी बुखार की वजह से अंगारे की तरह लाल थे, होंठो पर पपड़ी जमी हुई थी, उसके पतले हाथ लिहाफ के ऊपर से काँपे, उसकी आवाज़ ऐसी सुनाई दे रही थी जैसे किसी गहरे कुएं से आ रही हो.  मैं  जब रूम में आया तो वो एक बेजान लाश की तरह पड़ा था, पर मुझे देखते ही उसकी आँखे चमक उठी, उसने मुझे देखते ही पहचान लिया.

“वेल, वॉटसन लगता हैं  हमारा बुरा वक्त चल रहा हैं . उसने बेहद कमजोर आवाज़ में कहा जो उसके पहले वाले बेफिक्र अंदाज से एकदम अलग था.
मुझे उसकी हालत पर तरस और रोना दोनों आ रहा था, मैं  उसकी तरफ बढ़ते हुए बोला “मेरे प्यारे दोस्त!
पर इससे पहले कि मैं  उसके करीब जाता, उसने पूरी ताकत से चिल्लाते हुए कहा “पीछे हटो! एकदम पीछे हटो”. मैं  हडबडा कर तुंरत वही रुक गया.
“अगर तुम मेरे पास भी आए वॉटसन तो तुम्हें  इस घर से बाहर जाना होगा” शरलॉक बोला.
“मगर क्यों? मैंने हैं रानी से पूछा

“क्योंकि मैं  चाहता हूँ, क्या ये वजह काफी नहीं हैं ”
मिसेज हडसन ठीक बोलती थी, उसका रौब ही कुछ ऐसा था कि उसके पास जाने की मेरी हिम्मत नहीं  हुई पर उसकी हालत पर मुझे तरस आ रहा था.
“मैं  तो सिर्फ यहाँ मदद करने आया था” मैंने सफाई दी.
“बिल्कुल! मेरी मदद तुम तभी कर पाओगे जब तुम मेरी बात मानोगे” शरलॉक  बोला.
“बिल्कुल होम्ज़, मैं  तुम्हारी हर बात मानूंगा ” मैंने कहा
मेरी बात सुनकर उसे थोड़ी तसल्ली हुई.

“तुम नाराज़ नहीं हो? उसने बड़ी मुश्किल से सांस भरते हुए पूछा
“ओह गॉड! मैं  तुमसे भला नाराज़ कैसे हो सकता हूँ जब तुम इस हालत में मेरे सामने लेटे हो?
“इसमें तुम्हारी ही भलाई हैं  वॉटसन?’ उसने कहा
“मेरी भलाई?

“मैं  जानता हूँ कि मुझे क्या हुआ हैं . ये सुमात्रा की बीमारी  हैं  जिसे कुली डिजीज बोलते हैं —इसके बारे में डच हमसे ज्यादा जानते हैं  पर उनके पास भी इसका कोई ईलाज नहीं  हैं . पर एक बात पक्की हैं , ये बीमारी बेहद जानलेवा हैं  और बड़ी तेज़ी से फैलती हैं ”
बुखार की तेज़ी अब उसके सर चढ़ रही थी, वो बहुत उत्तेजित हो गया था. वो अपने पतले लंबे हाथ हिलाते हुए मुझे अपने से दूर रहने का इशारा कर रहा था.
“ये बीमारी  छूने से फैलती हैं , वॉटसन, इसलिए तुम बस मुझसे दूर रहो”
“ओह गॉड, होम्ज़! क्या तुम्हें लगता हैं  कि इस बात का मुझ पर कोई असर होगा? अगर कोई अजनबी भी होता तो मुझे परवाह नहीं होती, तो तुम सोच भी कैसे सकते हो कि ये मुझे अपने पुराने और क़रीबी दोस्त के लिए अपनी ड्यूटी को करने से रोक सकता हैं ?”

मैं दोबारा उसके पास जाने की कोशिश की मगर उसकी गुस्से से भरी आँखे मुझे घूरने लगी और मैं  वही रुक गया.
“अगर तुम वही रुकोगे तो मैं  बात करूंगा. अगर नहीं तो तुम मेरे रूम से निकल जाओ” होम्ज़ बोला.

होम्ज़ के अंदर कुछ ऐसी ख़ास बाते थे जिनकी मैं  दिल से कद्र करता था और इसीलिए मैं  उसकी हर बात चुपचाप मान लेता था, बेशक मुझे उसकी कई बात समझ नहीं आती थी पर मैंने कभी उसका विरोध नहीं  किया. पर इस वक्त मेरे अंदर का डॉक्टर जाग उठा था. बेशक मैं  उसकी हर बात मानता हूँ पर इस वक्त नहीं, इस वक्त मैं  सिर्फ एक डॉक्टर हूँ और वो मेरा मरीज.
“होम्ज़, तुम अपने होश में नहीं हो. एक बीमार आदमी बच्चे जैसा जिद्दी हो जाता हैं  इसलिए मैं  तुम्हारा ईलाज करने आया हूँ. तुम चाहे बुरा मानो या भला पर मैं  तुम्हें चेक  करके तुम्हारा ट्रीटमेंट शुरू कर रहा हूँ” मैं  बोला.

उसकी आँखों से साफ़ गुस्सा झलक रहा था पर मैंने ज़रा भी परवाह नहीं  की.
“अगर मुझे डॉक्टर की जरूरत हैं  तो कम से कम कोई ऐसा तो हो जिस पर मुझे भरोसा हो” होम्ज़ बोला.
“तो क्या तुम्हें  मुझ पर भरोसा नहीं  हैं ?’ मैंने पूछा
“तुम्हारी दोस्ती पर तो पूरा भरोसा हैं  पर जो सच हैं , वो सच हैं  वॉटसन और आखिरकार तुम एक आम डॉक्टर हो और तुम्हारी क्वालिफिकेशन भी कुछ ख़ास नहीं  हैं  और ना ही तुम्हें  ज्यादा एक्सपीरिएंस हैं .

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मुझे कहते हुए बुरा लग रहा हैं  पर क्या करूं, तुमने ,उझे बोलने पर मजबूर कर दिया हैं ”

होम्ज़ के मुंह से ऐसी कड़वी बाते सुनकर मेरा दिल वाकई में टूट गया था.

“तुम ऐसी बाते कभी नहीं  बोल सकते, होम्ज़, अब तो मुझे तुम्हारी हालत का अच्छे से अंदाजा हो गया हैं . अगर तुम्हें  मुझ पर भरोसा नहीं  हैं  तो मैं  तुम्हारा ईलाज नहीं करूँगा. मैं  सर जैस्पर मीक या पेनरोज फिशर में से किसी को बुला लेता हूँ या फिर जो भी लंदन का बेस्ट डॉक्टर हो. पर तुम्हें  हर हाल में डॉक्टर की जरूरत हैं  और ये बात फाइनल हैं . पर अगर तुम्हें  लगता हैं  कि मैं  यहाँ खड़े होकर चुपचाप तुम्हें  मरने दूंगा तो तुम गलत हो मेरे दोस्त”

होम्ज़ ने रुंधे हुए गले से जवाब दिया “तुम्हें  लगता हैं  वॉटसन कि तुम सही हो पर मैं  तुम्हें  ये बताऊं कि तुम्हारी नॉलेज लिमिटेड हैं ? क्या तुम टैपनुली बुख़ार  (Tapanuli fever) के बारे में कुछ जानते भी हो ? क्या तुम्हें  ब्लैक फोर्मोसा करप्शन के बारे में कुछ पता हैं ?”
“मैंने इन दोनों के बारे में कभी नहीं सुना” मैं बोला.

“ईस्ट में कई तरह की बीमारियाँ फैलती हैं , वहां कई अजीबो-गरीब पथोलोजिकल पोसिबिलीटीज़ हैं  वॉटसन” अपनी बात कहते हुए होम्ज़ को बीच-बीच में रुक जाता था, वो बोलते हुए हांफ रहा था.
“ कुछ दिनों पहले एक मेडिको-क्रिमिनल एंगल वाले केस पर काम करते हुए मैंने काफी कुछ सीखा और इसी दौरान मुझे ये बीमारी  लगी, अब तुम कुछ नहीं कर सकते वॉटसन”
जवाब में मैंने कहा “शायद नहीं. पर मुझे पता चला हैं  कि डॉक्टर ऐन्स्ट्रे (Dr. Ainstree,), ट्रोपिकल बीमारियों के सबसे बड़े एक्सपर्ट आजकल लंदन में हैं , तुम्हारे सारे बहाने बेकार हैं  होम्ज़, मैं  अभी उन्हें लेकर आ रहा हूँ.”

मैं  जाने के लिए दरवाजे की तरफ मुड़ा ही था कि अचानक से मुझे एक तगड़ा झटका लगा, ऐसा शॉक मुझे लाइफ में आज तक नहीं  लगा था. शरलॉक किसी शेर की तरह छलांग लगाकर मेरे सामने आकर खड़ा हो गया और पलक झपकते ही उसने दरवाजे का लॉक लगा दिया.
और फिर अगले ही पल वो वापस अपने बिस्तर पर पड़ा हांफ रहा था.

“तुम मुझसे जबर्दस्ती चाबी नहीं ले सकते वॉटसन, अब कहाँ जाओगे मेरे दोस्त. तुम अब कहीं नहीं जा सकते, जब तक मैं  ना जाने दूं पर मैं  तुम्हारा मनोरंजन करता रहूँगा. (वो बुरी तरह हाँफते हुए बोल रहा था, और उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी) मुझे पता हैं  मेरे दोस्त, तुम मेरे भला ही सोचोगे, तुम्हारा अपना तरीका हैं  पर मुझे थोडा टाइम दो, अभी नहीं वॉटसन, अभी चार बजे हैं , तुम 6:00  बजे चले जाना”
“होम्ज़, ये पागलपन हैं ”

“सिर्फ दो घंटे ही बात हैं  वॉटसन. मैं  वादा करता हूँ तुम छेह बजे चले जाना. क्या तुम तब तक इंतज़ार कर सकते हो?’
“मेरे पास कोई और चॉइस हैं  क्या?’ मैंने जवाब दिया.

“कोई चॉइस नहीं वॉटसन, मेरी बात मानने के लिए शुक्रिया. मुझे कपड़े अरेंज करने में कोई हेल्प नहीं चाहिए. बस तुम मुझसे दूर ही रहना. अब सुनो वॉटसन, मेरी एक और शर्त हैं . तुम हेल्प लोगे मगर उन लोगो से नहीं जिन्हें तुम जानते हो बल्कि उससे जो मैंने चूज़ किया हैं ”
“जैसा तुम कहो”

“अब जाकर तुमने ढंग की कोई बात की हैं  वॉटसन, जब से तुम इस कमरे में आये हो. देखो, वहां कुछ किताबे रखी हैं . मैं  काफी थक गया हूँ, अब मुझे समझ में आया कि बैटरी जब अपनी सारी इलेक्ट्रिसिटी किसी नॉन कंडक्टर में डालती हैं  तो उसे कैसा फील होता होगा? छह बजे हम फिर से अपनी बात जारी रखेंगे वॉटसन” होम्ज़ ने कहा और अपनी आँखे बंद कर ली.

पर शायद किस्मत में यही लिखा था कि हम छेह बजने से पहले ही दुबारा अपनी बात जारी रखे. मुझे कुछ देर पहले ही अपनी लाइफ का सबसे बड़ा झटका लगा था जब होम्ज़ बिस्तर से कूदकर खड़ा हुआ था, मैं  कुछ देर यूं ही चुपचाप होम्ज़ को देखता रहा, वो अपने बिस्तर पर लेटा था, उसका चेहरा कंबल से ढका था, ऐसा लग रहा था मानो वो गहरी नींद में हो. मुझे कुछ पढने का मन नहीं  था तो मैं  यूं ही कमरे में चक्कर काटने लगा और दीवारों पर लगी मशहूर गुनाहगारों की तस्वीरो का मुआइना करने लगा. फिर यूं ही कमरे में घुमते-घुमते मैं  एक मेंटलपीस के पास पहुंचा जिस पर कई सारी पाइप, तंबाकू की थैलियाँ, सुइ,जेब में रखे जाने वाले चाकू, रिवाल्वर की गोलियां और बाकि छोटा-मोटा सामान बिखरा पड़ा था.

उन सारी चीजों के बीच में एक छोटा सा स्लाइडिंग ढक्कन वाला काले और सफेद रंग का आइवरी बॉक्स रखा हुआ था. डब्बा देखने में बड़ा सुंदर था, मैं  उसे हाथ में लेकर देखना चाहता था. अभी मैंने अपना हाथ बढ़ाया ही था कि तभी — शरलॉक ज़ोर से चीखा, उसकी आवाज़ इतनी तेज़ थी कि शायद गली तक पहुंची होगी. डर के मारे मेरे पसीने छूट गए. मेरे रौंगटे खड़े हो गए थे, मैंने मुड़कर उसकी तरफ देखा, उसका चेहरा एकदम सफ़ेद पड़ चुका था और उसकी आँखे डर से फटी हुई थी. मैं  अपने हाथ में वो डब्बा लिए पत्थर की मूर्ती की तरह खड़ा था.

“वापस रखो! जल्दी से उसे वापस रखो! वॉटसन –मैं  कहता हूँ अभी इसी वक्त इस डब्बे को रखो. जैसे ही मैंने डब्बा वापस मेंटलपीस पर रखा उसका सर पीछे तकिए पर लुढ़क गया और उसने राहत की एक गहरी साँस ली.
“कोई मेरी चीज़े छुए, ये मैं  बर्दाश्त नहीं  कर सकता, वॉटसन. तुम्हें  पता हैं  मुझे पसंद नहीं  हैं . तुमने मेरी नाक में दम कर दिया हैं , तुम, एक डॉक्टर हो! तुम तो किसी मरीज़ को पागल कर दोगे. अब मेहरबानी करके बैठ जाओ और मुझे भी आराम करने दो”

इस छोटी सी बात ने मुझे अपनी ही नजरो में शर्मिंदा कर दिया था. शरलॉक का गुस्सा और पागलपन, उस के बाद मुझे इतनी जली-कटी सुनाना, ये सब कुछ उसके नॉर्मल बर्ताव से एकदम उल्टा था. इससे ज़ाहिर होता था कि वो दिमागी तौर पर कितना परेशान हैं . एक तेज़ दिमाग इंसान इस हद तक लाचार हो गया था. बेहद अफ़सोस की बात थी, मैं  उदास होकर बड़ी देर तक यूं ही बैठा रहा. मेरे साथ-साथ शरलॉक  की नजर भी घड़ी की तरफ थी और जैसे ही छह बजने को हुए उसने पहले की तरह ही बुखार की हालत में बोलना शुरू किया.

“अब सुनो वॉटसन, क्या तुम्हारी जेब में कुछ चेंज हैं ?”

“हाँ.” मैंने कहा
“कुछ सिल्वर कॉइन ? उसने पूछा
“काफी सारे” मैंने कहा.
“हाफ क्राउन कितने हैं ?’ उसने कहा
“मेरे पास पांच हैं ” मैंने कहा.

“आह! काफी कम हैं ! कितनी बदकिस्मती की बात हैं  वॉटसन! खैर तुम उन्हें अपनी वाच पॉकेट में रख सकते हो. और बाकि पैसे अपने पैंट की बाई जेब में. थैंक यू, इससे तुम काफी अच्छे से बेलेंस हो जाओगे.
मेरे दिल ने कहा” ये तो एकदम पागलो जैसी बाते कर रहा हैं . उसे एक जोर की कंपकंपी आई और उसके गले से एक दर्दभरी आवाज़ निकली, खांसी और रोने जैसी आवाज़.

“अब तुम गैस जला दो वॉटसन पर ध्यान रहे कि गैस आधी से ज्यादा ना जलने पाए. प्लीज़ वॉटसन धयान रखना. थैंक यू, बढ़िया हैं . नहीं, तुम्हें  परदे खींचने की जरूरत नहीं  हैं . अब तुम प्लीज़ थोड़े लैटर्स और कुछ पेपर्स मेरी टेबल के पास रख दो. थैंक यू. अब उस मेंटलपीस से थोडा कचरा, बढ़िया वॉटसन! वहां पर एक सुगर टोंग्स हैं  प्लीज़ उस छोटे आइवरी बॉक्स को उसके असिस्टेंस के साथ उठा लो. इसे यहाँ पेपर्स के साथ रख दो. गुड. अब तुम जाकर 13 लोअर बर्क स्ट्रीट से मिस्टरकल्वर्टनस्मिथ (Mr. Culverton Smith,) को बुलाकर ले आओ”

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