(hindi) The Adventure of the Abbey Grange

(hindi) The Adventure of the Abbey Grange

साल 1897 की सर्दियों का मौसम था. एक दिन कड़ाके की ठंड में सुबह-सुबह किसी ने मुझे कंधो से झकझोरते हुए उठाया. वो और कोई नहीं बल्कि मेरा दोस्त शरलॉक होम्ज़ था. वो मुझ पर झुका हुआ था, जब मैंने उसके हाथ की मोमबत्ती की रौशनी में उसका परेशान सा चेहरा देखा तो मैं तुंरत समझ गया कि जरूर कुछ गड़बड़ है.

उसने मुझसे कहा “उठो वॉटसन, उठ जाओ. सोने का वक्त नहीं है, एक केस आया है, चुपचाप से कपड़े पहनो और मेरे साथ चलो”

दस मिनट बाद हम दोनों कैब में बैठकर सुनसान रास्तों से होते हुए चैरिंग  क्रोस स्टेशन की तरफ जा रहे थे. कोहरे की चादर को चीरती सुबह की धुधंली रौशनी में हमें रास्तो पर इक्का-दुक्का लोग चलते हुए दिखाई दे रहे थे. अपने भारी भरकम ऊनी कोट में सिकुड़कर होम्ज़ खामोशी से बैठा रहा और मैं  भी कुछ ख़ास बात करने के मूड में नहीं  था. एक तो ठंडी हवा बदन में तीर सी चुभ रही थी, ऊपर से हम बिना नाश्ता किये ही घर से चल पड़े थे. स्टेशन पर पहुंचकर गर्मा-गर्म चाय पीने के बाद हमने केंटिश ट्रेन पकड़ी तब जाकर होम्ज़ ने अपना मुंह खोला, वो बोलता रहा और मैं  सुनता रहा. उसने ज़ेब से एक पर्चा निकाला और जोर से पढ़ते हुए मुझे सुनाने लगा:

“एबी ग्रेंज, मार्शम केंट, Abbey Grange, Marsham, Kent,
सुबह 3.30 का वक़्त”
“माई डियर मिस्टर होम्ज़— तुम अगर इस सनसनीखेज कत्ल की गुत्थी सुलझाने में मेरी मदद के लिए आ सको तो मुझे बड़ी ख़ुशी होगी.
ये केस तुम्हारे बाकि केस की तरह ही पेचीदा लग रहा है. सिवाए इसके कि यहाँ पर हमने लेडी को रिलीज़ कर लिया है और बाकि सारी चीज़े उसी हालत में है जैसी हमें  मौका-ए-वारदात पर मिली थी.
इसलिए तुम मेरी रिक्वेस्ट पर बिना वक्त बर्बाद किये तुंरत यहाँ चले आओ, क्योंकि सर यूस्टेस को हम और ज्यादा देर तक नहीं  रख पाएंगे.
.
“तुम्हारा अपना, स्टैनली हॉपकिंस
होम्ज़ बोला “ हॉपकिंस अब तक मुझे सात बार केस की जांच के लिए बुला चुका है, और हर बार उसका केस हटकर होता है. मुझे लगता है तुम भी उसके हर केस को अपने कलेक्शन में जगह देते हो. पर मुझे ये भी लगता है वॉटसन कि तुम्हारे कहानी लिखने का जो तरीका है वो मुझे थोडा कम पंसद आता है, अब तुम पूछोगे क्यों? वो इसलिए क्योंकि तुम किसी भी केस को एक साइंटिफिक  रिसर्च  ले नज़रिए से ना लिखकर एक मसालेदार कहानी की तरह पेश करते हो. जो केस क्लासिक example बन सकते थे तुम उन्हें चटखारे लेकर ऐसे सुनाते हो कि रीडर्स को मज़ा तो आता है पर कोई ख़ास नॉलेज हासिल नहीं  होती”

होम्ज़ की बात मुझे थोड़ी चुभ गई थी. मैंने नाराज़ होते जवाब दिया “तो तुम खुद क्यों नहीं  लिखना शुरू कर देते ?”
“मैं  लिखूंगा माई डियर वॉटसन, जरूर लिखूंगा. फिलहाल तो जैसा कि तुम जानते ही हो, मैं  बहुत बिज़ी हूँ पर मैंने सोच लिया है कि काम से रिटायर होने के बाद एक किताब लिखूंगा जिसका पूरा एक वॉल्यूम तो जासूसी पर ही होगा. फिलहाल तो हम एक मर्डर केस की छानबीन के लिए निकले हैं”.
“तो तुम्हारा मतलब है कि सर यूस्टेस का खून हो गया है?’

“ लगता तो यही है,  हॉपकिंस इमोशनल टाइप का नहीं है पर उसकी राईटिंग से ऐसा लगता है जैसे वो बेहद परेशान है. मेरे खयाल से मामला कत्ल का ही है और लाश को तहकीकात के लिए रखा गया है क्योंकि मामला अगर सिर्फ आत्महत्या का होता तो वो हमें  कभी नहीं  बुलाता और जहाँ तक उस लेडी को छुड़ाने की बात है तो शायद हादसे के वक्त उसे बांध कर रखा गया होगा. हम एक हाई-फाई केस के लिए जा रहे है वॉटसन, ई. बी. मोनोग्राम और जिस पते पर हम जा रहे हैं वो काफी खूबसूरत जगह है. मुझे यकीन है  हॉपकिंस हमें  निराश नहीं  करेगा, मामला काफी दिलचस्प हो सकता है. आज का दिन काफी रोमांचक रहेगा. कत्ल कल रात बारह बजे से पहले हुआ है”

“ये तुम इतने यकीन से कैसे बोल सकते हो?” मैंने हैरानी से पूछा
होम्ज़ बोला “मैंने ट्रेन का टाइम टेबल चेक किया. पहले लोकल पुलिस आई होगी, फिर उन्होंने स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस को खबर दी होगी और फिर  हॉपकिंस को वहां भेजा गया होगा और उसने फिर मुझे मैसेज भेजा. इस सब में तो रात भर का वक्त लग गया होगा. खैर, हम चिज्लहस्ट स्टेशन तो पहुँच ही चुके हैं तो अब जल्द ही अपने सवालों के जवाब भी ढूंढ लेंगे”

हम लोग देहाती ईलाके की संकरी गलियों से गुजरते हुए कोई दो मील का चक्कर काटकर एक बड़े से बगीचे के गेट तक पहुंचे जहाँ एक बूढ़े लॉज कीपर ने हमारे लिए गेट खोला. उसके झुर्रीदार चेहरे पर बीते हुए वक्त की मार के निशान थे, जैसे उसने जिंदगी में बहुत गम झेले हों. पार्क के बीच से होकर गुजरने वाले रास्ते में दोनों तरफ पुराने एल्म के पेड़ लगे थे और आखिरी छोर पर एक बड़े लंबे-चौड़े बंगले का अहाता था जहाँ पलेडियो स्टाइल के बड़े-बड़े पिलर बने थे.

बंगले के बीच का हिस्सा काफी पुराना लगता था और आईवी की बेलों से घिरा हुआ था पर बड़ी-बड़ी खिड़कियों को देखकर लगता था कि इस पुराने फैशन के बंगलो को मॉडर्न टच देने की कोशिश की गई है क्योंकि घर का एक हिस्सा एकदम नया बना हुआ लग रहा था. घर का मेन गेट खुला हुआ था, नौजवान इंस्पेक्टर  हॉपकिंस का बैचेन चेहरा दरवाज़े से झाँक रहा था. वो काफी अलर्ट लग रह था, ऐसा लगा हमें  वहां देखकर उसे थोड़ी तस्सली मिली थी.

“बड़ी ख़ुशी हुई कि आप आये, मिस्टर होम्ज़, और आप भी डॉक्टर वॉटसन! अगर पहले ही सारे मामले का खुलासा हो जाता तो मैं  आपको तकलीफ नहीं  देता, क्योंकि लेडी होश में आ चुकी है और उन्होंने अपना बयान दर्ज करवा दिया है इसलिए अब इन्वेस्टीगेशन की कोई ख़ास जरूरत नहीं  लगती, ओह! मामला लूट-पाट का है, आपने  लुइशम गैंग का नाम तो सुना होगा?’
“क्या? वो जो तीन रैंडल हैं? होम्ज़ ने पूछा

“हाँ बिल्कुल वही तीनो, बाप और दो बेटे. मुझे जरा भी शक नहीं  है, ये सब उन्ही का किया-धरा है. अभी दो हफ्ते पहले ही उन्हें सिडनम में लूटपाट करते देखा गया था, पर इतनी जल्दी वो यहाँ आकर ये काण्ड कर जायेंगे, ये सोचकर हैरानी हो रही है, खैर जो भी हो, ये उनका ही किया-धरा है. लेकिन इस बार उन्होंने बहुत बड़ा काण्ड कर दिया है”
“ तो सर यूस्टेस की मौत हो गई?’?” होम्ज़ ने पूछा
“हाँ, उनके सिर पर पोकर से वार किया गया था”
“मेरे ड्राईवर ने बताया था, ये सर यूस्टेस  ब्रैकेनस्टॉल हैं ना” होम्ज़ बोला
“बिल्कुल वही है- केंट के सबसे अमीर आदमी. लेडी  ब्रैकेनस्टॉल मोर्निंग रूम में मिलेगी. बेचारी, उनके साथ बहुत बुरा हुआ. मैंने जब उन्हें देखा तो मरने की हालत में थी. मेरे खयाल से तुम जाकर उनसे मिल लो और जो कुछ पूछना है पूछ लो. फिर हम साथ में डाइनिंग रूम की तहकीकात करेंगे.”

लेडी  ब्रैकेनस्टॉल बेहद खूबसूरत औरत थी. हालाँकि मैं  इस बात को मानता हूँ कि मैंने अपनी जिंदगी में  एक से एक खूबसूरत औरतें  देखी हैं  पर ऐसा दिलकश, हसीन चेहरा और नाज़ुक बदन आज से पहले मैंने कभी नहीं  देखा, उनके बाल सुनहरे थे, आँखे नीली जैसे कोई गहरी झील हो. उनका गुलाबी खूबसूरत चेहरा इस सदमे की वजह से सफ़ेद पड़ चुका था और रो-रोकर आंखे सूजी हुई थी. उनकी हालत देखते ही मैं  समझ गया कि दिलो-दिमाग के साथ-साथ उनका बदन भी घायल हुआ है, एक आँख के ऊपर गहरी चोट आने से वहां सूजन आ गई थी.

एक लंबे कद की सख्त चेहरे वाली औरत जो शायद उनकी नौकरानी थी, चोट वाली जगह को विनेगर और पानी से साफ कर रही थी. लेडी बेहद पस्त हालत में एक काउच के ऊपर लेटी थी, पर उनकी तेज़ नजरो ने हमें  कमरे के अंदर आते देख लिया था. हमें  देखते ही उनके चेहरे पर भाव उभरे मैं  समझ गया कि इस हादसे के बावजूद ना तो उनकी हिम्मत टूटी है और ना ही मुझे वो घबराई हुई लगी. उस वक्त वो एक नीले और सिल्वर रंग का ढीला सा ड्रेसिंग गाउन पहने हुए थी, पर एक काला सलमे-सितारे जड़ा डिनर ड्रेस बगल में काउच पर टंगा हुआ था.

वो जरा नाराज़गी से बोली “मुझे जो कुछ बताना था, बता दिया मिस्टर हॉपकिंस, क्या आप वो सब इन्हें नहीं  बता सकते? खैर, अगर फिर भी जरूरी है तो मैं इन दोनों जेंटलमेन को फिर से बता सकती हूँ, पर क्या आपने इन्हें डाइनिंग रूम दिखा दिया?”
“मुझे लगता है कि पहले ये आपके मुंह से पूरी बात सुन ले तो बेहतर होगा”
“मुझे ख़ुशी होगी अगर आप सारा मामला जल्द से जल्द सुलझा सके, मैं ..मैं  उन्हें ऐसे पड़े हुए नहीं  देख सकती” लेडी थरथर काँप रही थी, चेहरे को हाथो से ढकने की कोशिश में गाउन की ढीली स्लीव्स नीचे खिसक आई थी, बांहों पर पड़े चोट के निशान देखकर होम्ज़ चौंक पड़ा. उसके मुंह से हमदर्दी भरी एक आह निकली.

“आपको तो काफी चोटें आई है  मैडम ! ये कैसे हुआ ?’
लेडी के गोर बाज़ू पर दो बड़े लाल निशान थे,  वो जल्दी से अपनी बाजू ढकते हुए बोली:
“कुछ नहीं, ये बस ऐसे ही चोट लग गई पर इसका कल रात के हादसे से कोई लेना-देना नहीं है. आप और आपके दोस्त अगर आराम से बैठ जाए तो मैं  आपको पूरी कहानी बताती हूँ.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

“मैं  सर यूस्टेस  ब्रैकेनस्टॉल की पत्नी हूँ. करीब एक साल पहले हमारी शादी हुई थी. मिस्टर होम्ज़ मैं  आपसे नहीं  छुपाऊँगी कि हमारी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल नहीं  थी. और ये बात हमारे पड़ोसीयों और करीबी दोस्तों को भी मालूम है. गलती शायद मेरी ही है, मेरी परवरिश साऊथ ऑस्ट्रेलिया में हुई है जहाँ का रहन-सहन और तौर-तरीके इंग्लैंड से कन्जर्वेटिव और ट्रेडिशनल माहौल से एकदम अलग है.
मैं  एक मॉडर्न और खुले विचारो की औरत हूँ इसलिए इंग्लैण्ड के माहौल में कभी फिट ही नहीं  हो पाई. लेकिन हमारे रिश्तों में दरार आने की सिर्फ यही एक वजह नहीं  है बल्कि इससे बड़ी वजह थी मेरे  पति  के शराब पीने की लत. मेरे  पति  शराबी थे और शराब पीकर मार-पीट और गाली-गलौच करना उनकी रोज़ की आदत बन चुकी थी. मैं  उनके साथ कभी एक पल भी चैन से नहीं  जी पाई. मेरी जैसी खुशमिजाज़ और भावुक औरत ऐसे आदमी को दिन-रात कैसे झेलती होगी, ये आप सोच भी नहीं  सकते. ऐसी शादी को मजबूरी में निभाना एक बहुत बड़ा गुनाह है, सरकार ऐसे कानून क्यों बनाती है जो औरतो को जीते-जी नर्क जैसी जिंदगी जीने पर मजबूर करते है’

वो उत्तेजित होकर सीधी बैठ गई, उनके गाल दहक रहे थे और आँखों के ऊपर भौंहों पर लगे चोट के निशान और उसके नीचे उनकी आँखे एकदम लाल दिखाई दे रही थी. उनकी नौकरानी ने तुरंत उन्हें संभाल लिया, उसने अपने मजबूत हाथो से उनका सिर सहलाते हुए कुशन के ऊपर धीरे से रखा. लेडी अब गुस्से के बजाये रोने लगी थी. वो बच्चो की तरह बिलखते हुए रोने लगी. फिर कुछ पल बाद आंसू पोछते हुए बोली—

“कल रात क्या हुआ था, मैं  आपको बताती हूँ. शायद आप जानते होंगे इस घर के सरे नौकर मॉडर्न विंग में सोते है. इस सेंट्रल ब्लाक में कई सारे कमरे है, हमारा बेडरूम ऊपर है और किचन पीछे की तरफ है. मेरी मेड थेरेसा मेरे कमरे के ऊपर वाले कमरे में सोती है. घर के इस हिस्से में और कोई नहीं  रहता, घर के नौकर जो दूसरे हिस्से में रहते हैं वो भी इतनी दूर से कोई आवाज़ नहीं  सुन सकते, शायद ये बात वो लुटेरे भी जानते थे, वर्ना वो यहाँ लूट-पाट करने की हिम्मत नहीं  करते”

“सर यूस्टेस साढ़े दस के करीब सोने चले गये थे. घर के सारे नौकर पहले ही सोने जा चुके थे. बस मैं  और मेरी मेड ही जगे थे और मैं  जब तक उसे किसी काम से ना बुलाऊं वो ऊपर अपने कमरे में ही होती है. रात के करीब ग्यारह बजे का वक्त था, उस वक्त मैं  इसी कमरे में बैठी एक किताब पढ़ रही थी. उसके बाद जब मैं  सोने के जा रही थी तो मैंने सोचा क्यों ना सब कुछ चेक कर लूं जैसा कि मेरी आदत है कि मैं  रोज़ सोने से पहले पूरे घर की खिड़कियाँ, दरवाजे वगैरह चेक करके सोती हूँ क्योंकि जैसा कि मैंने पहले भी बताया, मुझे अपने पति सर यूस्टेस पर जरा भी भरोसा नहीं  था,, हमें शा की तरह कल रात सोने से पहले मैं ने किचन चेक किया फिर बटलर की पैंट्री में गई, गन रूम, बिलिअर्ड रूम, ड्राइंग रूम और आखिर में मैंने डाइनिंग रूम चेक किया.

तभी खिड़की से जिस पर मोटे परदे लगे है, हवा का एक तेज़ झोंका आया और मेरे चेहरे को छू गया. मैंने देखा कि खिड़की खुली थी और मैंने जैसे ही खिड़की बंद करने के लिए पर्दा साइड किया कि अचानक से एक चौड़े कंधो वाला बूढा आदमी मेरे सामने आकर खड़ा हो गया. हमारी खिड़की फ्रेंच स्टाइल की दरवाजे जैसी लंबी खिड़की है जो लॉन की तरफ खुलती है. मेरे हाथ में मोमबत्ती थी जिसकी रौशनी में मुझे उस बूढ़े के पीछे खड़े दो आदमी और दिखाई दिए जो अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे. डर के मारे मैं  पीछे हटी पर उस बूढ़े ने जल्दी से मुझे दबोच लिया, पहले उसने मेरी कलाई पकड़ी, फिर गला. मैंने चीखने के लिए मुंह खोला तो उसने मेरे मुंह पर एक जोर का घूँसा मारा जो मेरी आँख पर आकर लगा.

मैं  जमीन पर गिर पड़ी और बेहोश हो गई थी, फिर जब मुझे होश आया तो मैंने देखा, मेरे हाथ घंटी की तार से बंधे थे और उन लोगो ने मुझे डाइनिंग टेबल की एक कुर्सी के साथ बाँध रखा था. मैं ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की पर मैं  हिल तक नहीं  पा रही थी, मैं  चीख ना सकूं इसलिए उन लोगो ने मेरे मुंह में रूमाल ठूंस दिया था. ठीक उसी वक्त मेरे बेचारे पति कमरे में आये. शायद नीचे से आती आवाज़े सुनकर वो देखने आ गए कि नीचे क्या हो रहा है. वो नाईट शर्ट और पजामा पहने हुए थे और उनकी मनपसंद ब्लैकहॉर्न छड़ी उनके हाथ में थी, वो जैसे ही एक लुटेरे के ऊपर झपटे कि दूसरे  बूढ़े लुटेरे ने धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें गिरा दिया फिर उसने वही पास में पड़ी एक लोहे की सलाख उठाई और उन पर हमला कर दिया, मेरे पति के मुंह से एक आवाज़ तक नहीं  निकली, वो जमीन पर ऐसे गिरे कि कभी उठ ही नहीं  पाए. उनकी मौत ने मेरे होश छीन लिए, कुछ मिनटों तक मैं  बेहोश रही. फिर जब मेरी आँखे खुली तो मैंने देखा कि वो लोग साइडबोर्ड में रखा चांदी का सामान उठा रहे थे, फिर उन्होंने पास में रखी एक वाइन बोटल खोली, तीनी के हाथ में  ग्लास  थे.

मैं  आपको पहले भी बता चुकी हूँ, उनमे से एक बूढ़ा था जिसकी दाढ़ी थी, बाकि दोनों गंजे थे. वो बूढा उन दोनों लडको का बाप लग रहा था. तीनो फुसफुसाते हुए कुछ बोल रहे थे, फिर वो तीनो मेरे पास आये और चेक किया कि मैं  ठीक से बंधी हूँ या नहीं . और फिर वो लोग जैसे आये थे, वैसे ही खिड़की के रास्ते निकले और पीछे से खिड़की बंद करते हुए भाग गए. करीब पौने घंटे बाद बड़ी मुश्किल से मैंने अपने मुंह में बंधा कपड़ा निकाला और मदद के लिए चिल्लाई, मेरी आवाज़ सुनकर मेरी नौकरानी दौड़ी-दौड़ी आई और उसने बाकि नौकरो को भी उठाया. हमने लोकल पुलिस को खबर की और उन्होंने तुरंत लंदन खबर भिजवा दी. तो जेंटलमेन ये है सारी कहानी, और इसके अलावा मेरे पास बताने के लिए और कुछ नहीं  है और ना ही मुझमे इतनी हिम्मत है कि ये सब बार-बार दोहरा सकूं”

“कोई सवाल मिस्टर होम्ज़?  हॉपकिंस ने पूछा
“मैं  लेडी  ब्रैकेनस्टॉल को और परेशान नहीं  करना चाहूंगा, पर डाइनिंग रूम में जाने से पहले मैं  आपका बयान भी सुनना चाहूंगा” होम्ज़ ने मेड को देखते हुए कहा.

मेड बोली “मैंने उन लोगों को घर में घुसने से पहले ही देख लिया था, जब मैं  अपने बेडरूम की खिड़की पर बैठी थी तो मैंने तीन आदमियों को चांदनी रात में पार्क के गेट के पास खड़े देखा था, पर उस वक्त मुझे किसी तरह का शक नहीं  हुआ. फिर करीब एक घंटे से ज्यादा वक्त गुज़र गया था जब मैंने मालकिन के चिल्लाने की आवाज़ सुनी.

और मैं  दौड़कर नीचे आई तो देखा वो कुर्सी पर बंधी हुई और मालिक खून से लथपथ नीचे जमीन पर गिरे पड़े थे. एक औरत आखिर कितना बर्दाश्त करेगी, पहले लुटेरे उसके साथ  मारपीट कर उसे बाँध कर चले गये और अब उस पर ही शक किया जा रहा है, पर वो कभी बहादुरी नहीं  दिखाना चाहती थी, क्या मिस  मैरी  फ्रेज़र  ऑफ़ एडिलेड और लेडी  ब्रैकेनस्टॉल ऑफ़ एबी ग्रेंज ने जिंदगी में नए तौर-तरीके नहीं सीख लिए थे? आपने काफी सवाल पूछ लिए जेंटलमेन, अब वो अपने कमरे में जायेगी अपनी थेरेसा के साथ क्योंकि इस वक्त इन्हें आराम की सख्त जरूरत है”

उस मजबूत कद-काठी की नौकरानी ने बिल्कुल एक माँ की तरह, बड़े ही प्यार से लेडी को अपने हाथो का सहारा देकर उठाया और कमरे की तरफ ले गई.
हॉपकिंस ने बताया “थेरेसा ने इन्हें बचपन से पाल-पोस कर बढ़ा किया है. अठारह महीने पहले जब लेडी शादी के बाद ऑस्ट्रेलिया से इंग्लैंड रहने आई तो थेरेसा भी उनके साथ थी. उसका असली नाम थेरेसा राइट है और ये उन पुराने ज़माने की नौकरों में से है जो मरते दम तक मालिक की सेवा करते है, आजकल ऐसे नौकर कहाँ मिलते है! इस तरफ आइए मिस्टर होम्ज़!
हॉपकिंस हमें  डाईनिंग रूम में लेकर आया.

उस वक्त होम्ज़ की शक्ल देखते ही मुझे पता चल गया कि इस केस में इसकी सारी दिलचस्पी खत्म हो चुकी है. अब इस केस में तहकीकात के लिए बचा ही क्या था? बस गिरफ्तारी होनी बाकि थी, उन ऐरे-गैरे चोर-लुटेरों के साथ वक्त बर्बाद करने में भला होम्ज़ को क्या दिलचस्पी होती? उसके जैसा क्राइम एक्सपर्ट इस मामूली सी डकैती और खून के केस के लिए बुलाया गया है, ये सोचकर ही मेरा दोस्त झुंझला रहा होगा, और ये बात मैं  उसकी आँखे पढ़कर बता सकता था. लेकिन एबी ग्रेंज के डाईनिंग रूम का नज़ारा तो कुछ और ही कहानी सुना रहा था, जिस पर तुंरत होम्ज़ का ध्यान गया और एक बार फिर से उसकी दिलचस्पी बढती हुई नजर आई.

कमरा काफी लंबा-चौड़ा और ऊँचा था, कमरे की छत नक्काशीदार ओकवुड से बनी थी और कमरे में चौखट भी ओक वुड की ही थी. दीवारों पर जगह-जगह बारहसिंगा हिरणों के सिर और पुराने जमाने के हथियार टाँगे गए थे. दरवाजे से काफी दूर एक ऊँची फ्रेंच विंडो बनी थी जिसका जिक्र लेडी ब्रेकइंस्टाल ने किया था. दाई तरफ तीन छोटी खिड़कियाँ बनी थी जहाँ से सर्दियों की नरम धूप कमरे में आ रही थी. बाई तरफ एक बड़ा सा फायरप्लेस था जिसके ऊपर भारी-भरकम ओकवुड से बना मेंटलपीस बाहर की तरफ निकला हुआ था. फायरप्लेस के बगल में ही भारी ओकवुड से बनी कुर्सियां रखी थी जिन पर हत्थे थे और नीचे क्रोस बार बने थे.
वुडवर्क वाली दिवारो से होती हुई एक लाल रंग की तार गुजर रही थी जो दोनों तरफ से नीचे क्रॉसपीस से बंधी हुई थी. लेडी को छुड़ाते वक्त शायद तार नीचे गिर गई होगी लेकिन जहाँ पर तार को गांठ बाँधकर कसा गया था, वो गाँठ सही-सलामत थी. ये सारी डिटेल बाद में हमारे ध्यान में आई थी क्योंकि उस वक्त हमारी आँखों के सामने ऐसा भयानक नजारा था कि कुछ और सोच ही नहीं  सकते थे, हमने देखा आग के पास बाघ की खाल पर एक लाश पड़ी थी. लाश एक लंबे-चौड़े आदमी की थी, उम्र करीब चालीस साल, पीठ के बल पड़ा हुआ, उसका चेहरा ऊपर की तरफ था.

उसकी छोटी से काली दाढ़ी के अंदर से उसके खुले दांत दिख रहे थे और हाथ उठे हुए सिर के दोनों तरफ थे, हाथो की मुठियाँ कसकर भींची हुई थी, पास ही एक काले रंग की भारी (ब्लैख़ूबसूरत कथोर्न) छड़ी पड़ी थी. उसका रंग गहरा था पर नैन-नक्श से वो एक आदमी लगता था, पर उसके चेहरे पर ऐसी नफरत थी कि मौत के बाद भी उसकी शक्ल से मक्कारी और हैवानियत टपक रही थी.

वो एक कढाईदार नाईट शर्ट पहने था और उसके नंगे पैर पजामे से दिख रहे थे जिससे ज़ाहिर होता था कि अलार्म बजते वक्त शायद वो सो रहा होगा. उसके सिर पर बड़ी बेरहमी से वार किया गया था. कमरे में फैले खून को देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता था कि वार कितनी ताकत से किया गया होगा. लोहे की जिस भारी सलाख से वार किया गया था, वो वही पास में ही पड़ी थी और मुड़ी हुई थी. लाश का और लोहे की सलाख दोनों का गौर से मुआईना करने के बाद होम्ज़ ने अपनी राय दी:

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

SHARE
Subscribe
Notify of
Or
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments