(Hindi) The 4-Hour Workweek

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परिचय

क्या आप भी किसी मिलेनियर की तरह रहना चाहते है? क्या आप चाहते है कि जब आपकी मर्ज़ी हो तब काम करे, जहाँ मर्जी हो वहां रहे और जो मन आये वो करे? और ये सब करने के लिए आपको सारी लाइफ काम करने की भी ज़रुरत नहीं है. और ये शर्त भी नहीं है कि आपके बैंक अकाउंट में मिलियंस पड़े हो. आपको तो बस न्यू रिच को ज्वाइन करना है. इस बुक में आप सीखेंगे कि ये न्यू रिच आखिर है कौन. इसमें आपको लाइफस्टाइल डिजाईन के बारे में भी पता चलेगा, द 80/20 प्रिंसिपल और पार्किन्सन लॉ का बारे में भी. किसी मिलेनियर की तरह रहने का मतलब है अपनी लाइफ अपनी शर्तो पर जीना और टाइम, मनी और लोकेशन की फ्रीडम. और इस बुक से आप सीखेंगे कि ये सब कैसे अचीव किया जाए.द फोर ऑवर वर्कवीक आपको ऐसी डील की अपोरच्यूनिटी देता है जो लाइफटाइम के लिए है. एक इफेक्टिव एंटेप्रेन्योर या एम्प्लोयी होने के साथ-साथ आप पूरा वर्ल्ड घूम सकते है, स्कीइंग पे जा सकते है या फिर सर्फिंग कर सकते है. और आप ये भी देखंगे कि कैसे मैक्सीमम अचीव करने के लिए आपको मिनिमम एफर्ट करना है. तो अब चलो, शुरू करते है.

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न्यू रिच एंड लाइफस्टाइल डिजाईन

क्या अपने कभी सोचा है कि कैसा होता अगर आपकी एक ऐसी स्टेबल इनकम होती जिसके लिए आपको ऑफिस में 8 घंटे स्टे नहीं करना पड़ता? क्या होता अगर किसी क्यूबिकल में अपनी लाइफ के बेस्ट इयर्स गुज़ारने के बदले आपको कोई दूसरा आल्टरनेटिव मिलता? अगर आप कोई हार्ड वर्किंग एम्प्लोयी है या कोई एंटप्रेन्योर, तो ये बुक आपके लिए ही लिखी गयी है. आपको अपने हार्डवर्क का रिजल्ट एन्जॉय करने के लिए रिटायर्मेंट का वेट करने की कोई ज़रुरत नहीं पड़ेगी, आप पैसे कमाने और वर्किंग होने के साथ भी एक बेस्ट लाइफ एन्जॉय कर सकते है. अपनी लाइफ में एक चॉइस सेलेक्ट करने से पहले तक टिमोथी फेरिस भी एक 9-5 एम्प्लोयी थे. मगर वो अपनी लाइफ को यूं ही नहीं गुजारना चाहते थे.

वो नहीं चाहते थे कि वो सालो इंतज़ार के बाद एक ऐसे ओल्ड मेन बने जो अपनी रिटायरमेंट का पैसा भी एन्जॉय ना कर सके. और टिम फेरिस आपके लिए भी ऐसा बिलकुल नहीं चाहते. इसीलिए तो वो आपको न्यू रिच ज्वाइन करने का इन्वीटेशन दे रहे है. तो जैसा कि हमने पहले पुछा कि ये न्यू रिच कौन लोग है तो इसका आंसर है, वो जिन्होंने सक्सेसफुल बनने के लिए कन्वेंशल तरीका अप्लाई नहीं किया. सालो से ये माना जाता रहा है कि अगर सक्सेस पानी है तो ख़ूब मेहनत से स्टडी करो, कॉलेज से डिग्री लो और 8 घंटे ऑफिस की जॉब करो. और इसी को लोग “रियल वर्ल्ड” बोलते है जोकि ज़्यादातर लोगो के लिए”गुड फ्यूचर” है. लेकिन आप चाहे तो इस रियेलिटी को बेंड कर सकते है.

न्यू रिच वो है जो अपने रूल्स बनाकर अपने स्टैण्डर्ड के साथ जीते है. टिम फेरिस और बाकि कईयों ने प्रूव कर दिखाया है कि आप चाहे तो कोई प्रोडक्टिव बिजनेसमेन या एम्प्लोयी होते हुए भी एक लक्जेरियस लाइफ के मज़े ले सकते है. आप दुनिया जहान घुमते हुए, अपने शौक पूरे करते हुए अपनी फॅमिली को सपोर्ट कर सकते है. फिर चाहे आप के मिलेनियर हो या नहीं कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि आपको सिर्फ अपनी मोबिलिटी और टाइम मैक्सीमाइज़ करना है. “ये बिलकुल ज़रूरी नहीं कि आपकी लाइफ हमेशा हार्ड ही हो” इन न्यू रिच लोगो ने एक नए लाइफस्टाइल डिजाईन को अपनाया है.

ज़रा सोचो जितने घंटे मेहनत आप अभी करते है, उससे आधे घंटे मेहनत करके भी आपको डबल मनी मिले तो ?” सोचो अगर आपको लाइफ एन्जॉय करने के लिए रिटायरमेंट का वेट ना करना पड़े तो ? आपके पास ऐसी चॉइस हो कि आप सिर्फ काम करने के लिए काम ना करे. आप काम के साथ फन भी कर सके. डेल बेग स्मिथ सिर्फ 21 साल का है और वो एक सक्सेसफुल एंटप्रेन्योर और प्रोफेशनल एथलीट भी है. उसने 2006 के विंटर ओलम्पिक्स फॉर स्की में गोल्ड मैडल भी जीता था. डेल ने स्की में एक परफेक्ट बैक फ्लिप लिया था और पिछले सारे रिकोर्ड्स तोड़ दिए. इतनी छोटी से एज में उसके पास एक ब्लैक लेमबोरगिनी है. डेल ओरिजिनेली केनेडा का है, जहाँ उसने अपने बड़े भाई के साथ मिलकर एक ऑनलाइन आईटी कंपनी खोल रखी है. डेल जब 13 का और उसका भाई 15 साल का था तो उन्होंने अपने ओलम्पिक्स में जाने का ड्रीम पूरा करने के लिए एक आईटी फर्म क्रियेट की. और सिर्फ दो साल बाद ही दोनों भाइयों का बिजनेस वेंचर इंडस्ट्री का थर्ड मोस्ट सक्सेसफुल वेंचर बन गया था.

जब डेल के टीममेट्स जीजान से ट्रेनिंग में लगे होते है, वो उस टाइम अपने बिजनेस को देता है. एक बार डेल अपने जेपेनीज़ क्लाइंट्स के साथ साके पीने के लिए टोक्यो तक चला गया था. हालांकि उसके कोच को लगता है कि उसे ट्रेनिंग में और अटेंशन देनी चाहिए लेकिन डेल अपना बिजनेस और ट्रेनिंग दोनों को मैनेज करते हुए एक्सीलेंट स्की परफोर्मेंस देता रहा है. डेल अपने ओलम्पिक्स ड्रीम और बिजनेस के बीच फ्रीली मूव करता है. उसे दोनों में से किसी एक को छोड़ने की ज़रुरत नहीं पड़ती. ये 2002 की बात थी जब डेल और उसके बड़े भाई ने आस्ट्रेलिया माइग्रेट करने के बारे में सोचा जोकि स्की के लिए वर्ल्ड का सबसे बेस्ट प्लेस है.

आस्ट्रेलियन टीम छोटी और ज्यादा फ्लेक्सीबल भी है और इसके अलावा उन्हें एक लेजेंडरी कोच भी मिल रहा था. और तीन साल के अंदर ही डेल को आस्ट्रेलियन सिटीजनशिप मिल गयी. ये भी एक लक की बात थी कि उसे अपने फोर्मर टीममेट्स के साथ कोम्पटीट करने का चांस मिला. डेल बेग स्मिथ अपना हर गेम जीता और उसे आस्ट्रेलिया का थर्ड विंटर गोल्ड मैडल भी मिला. तो आप भी ये टालमटोल की आदत छोड़िये. काम की खातिर काम ना करे वर्ना बाद में पता चलेगा कि आपने अपनी लाइफ के 30 से 50 साल यूँ ही ऑफिस की डेस्क में बैठे बैठे गुज़ार दिए. लाइफस्टाइल डिजाईन आपको ऐसा ऑप्शन देता है जिससे आप लाइफ में क्या करना है, कहाँ करना है और कब करना है, और किसके साथ करना है, ये सारी बाते कंट्रोल कर सकते है.

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रूल्स जो रूल्स चेंज कर दे

ओस्कर वाइल्डी ने एक बार कहाँ था “हर वो चीज जो पोपुलर है, रोंग है”. न्यू रिच बाकि लोगो से बड़े डिफरेंट टर्म्स में रहते है. कहने का मतलब ये बिलकुल नहीं है कि वो अपने हाथो पे चलते है या पेंट के बाहर अंडर वेयर पहनते है. न्यू रिच अपने रूल्स खुद डिफाइन करते है. यहाँ 5 बेसिक रूल्स है जो आप भी फोलो कर सकते है.

1. रिटायरमेंट एज ए गोल इज फ्लाड”

मतलब ये कि रिटायर्मेंट का गोल रखना ही गलत है, सब लोग रिटायरमेंट पर इतना डिपेंड क्यों रहते है? अगर कोई ऐसा करता है तो इसका सीधा मतलब ये है की उसने जिस तरीके से अपनी लाइफ के मोस्ट फिजिकली फिट इयर्स गुज़ारे, उससे वो खुश नहीं है. इसके अलावा जब तक आप रिटायर होंगे, जैसे मान लो आज से 30 साल बाद, तब महंगाई इतनी बढ़ चुकी होगी कि आपकी लाइफ सेविंग की कोई ज्यादा वैल्यू नहीं होगी. और क्योंकि आप सारी लाइफ हार्ड वर्क करते रहे तो आपको काम की इतनी आदत हो चुकी होगी कि रिटायर होने के एक हफ्ते बाद ही आप बोर होने लगेंगे.

2. सरवाईव करने के लिए एक्टिविटी के साथ रेस्ट भी ज़रूरी है”

.क्या आप 30 की एज में डोनाल्ड ट्रम्प के जैसे ओल्ड दिखना चाहते है? हर रोज़ आप 8 घंटे काम करते है तो ज़ाहिर है आप बड़ी जल्दी बूढ़े दिखेंगे. एक न्यू रिच पर्सन बनकर आप “मिनी रिटायरमेंट” चूज़ कर सकते है. आप जब ज़रुरत पड़े तक काम करे वर्ना आराम. 50 साल बाद रिटायर होने के बजाये आप अपने प्रेजेंट टाइम में घूम फिर सकते है या फिर कोई होबी या शौक पूरा कर सकते है. आप अपनी लाइफ प्रोडक्टिव बनाने के साथ एन्जॉय भी कर सकते है. जैसे एक्जाम्पल के लिए, टिम फेरिस अपना एम् रखते है कि वोवन मन्थ एक अलग कंट्री में गुजारंगे. अगर ये नही तो टैंगो या किक बोक्सिंग करेंगे. टिम हर 2 मंथ्स काम करने के बाद एक मिनी रिटायर्मेंट लेते है.

3. क्या ये लेज़िनेस है?

बिलकुल नहीं. द थर्ड न्यू रिच रूल्स है” लेस इस नोट लेज़िनेस”. जब आप लाइफ स्टाइल डिजाईन अप्लाई करते है तो मीनिंग लेस वर्क से आपको छुटकारा मिल जाएगा ताकि आप अपनी मोस्ट इम्पोर्टेन्ट चीजों पर फोकस कर पाए. न्यू रिच ऑफिस में कम टाइम स्पेंड करने के बावजूद सबसे ज्यादा इफेक्टिव होते है. क्योंकि बिजी होने का मतलब ज़रूरी नहीं कि काम भी प्रोडक्टिव ही हो.

4. आस्क फॉर फोरगिवनेस, नोट परमिशन”

लोग हमेशा ही आपको पीछे धकलने की फ़िराक में लगे रहेंगे चाहे आपका पार्टनर हो, आपके पेरेंट्स या आपका बॉस. बेशक उन्हें बुरा लगे तो लगे लेकिन अपनी सक्सेस के रास्ते में किसी को भी ना आने दे. आपकी बातो से उनका कोई बड़ा नुकसान नही होने वाला है. आगे बढ़ने के लिए आपको किसी की भी परमिशन लेने की ज़रुरत नहीं है.

5. एब्सोल्यूट इनकम से ज्यादा रिलेटिव इनकम इम्पोर्टेन्ट है”

दो टाइप की इनकम होती है, एब्सोल्यूट और रिलेटिव. अब एब्सोल्यूट इनकम बस आपकी सैलेरी होती है, जबकि रिलेटिव इनकम में आपकी सैलेरी और आपका वर्किंग अमाउंट ऑफ़ टाइम दोनों कंसीडर होते है. अब जैसे जेन और जॉन को ही ले लो. जेन की एनुअल इनकम $100,000 है जबकि जोन की बस $50,000. है और अगर हम सिर्फ मनी कंसीडर करे तो जेन टू टाइम रिच है. लेकिन हम यहाँ एक बिगर पिक्चर मिस कर रहे है. जेन एक्चुअल में वीकली 80 घंटे काम करती है जोकि इक्वल है $25 के जबकि जोन वीकली सिर्फ 10 घंटे ही काम करता है और उसका वन आवर $100 के बराबर है. तो एक्चुअल में कौन ज्यादा रिच है, जेन या जोन? “डोंट फोलो अ मॉडल डेट डज़ नोट वर्क” हम कई सालो से “रियल वर्ल्ड” और श्योर वे टू सक्सेस के तरीको के बारे में सुनते आ रहे है. लेकिन आप ही सोचो अगर कोई रेसिपी अच्छे रिजल्ट नहीं ला रही तो क्या आप फिर भी फोलो करेंगे?

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