(Hindi) Secrets of the Millionaire Mind: Mastering the Inner Game of Wealth
इंट्रोडक्शन
क्या आप करोड़पति बनने का सपना देखते हैं? क्या आपने कभी सोचा है कि अमीर लोग कैसे आखिर में अमीर बन पाते हैं? क्या आप अपने फाइनेंस को लेकर परेशान हैं? अगर इन सारे सवालों के जवाब हाँ हैं तो ये बुक आपके लिए हैं.
इस बुक का पहला पार्ट आपको उन बातों से introduce करवाएगा जो पैसे के बारे में आपकी सोच को influence करती हैं. ये बुक बताएगा कि दूसरे लोगों की पैसों पर राय आपके खुद के राय को कैसे एफेक्ट करती हैं. ये आपको समझने में मदद करेगा कि आपकी जिंदगी की ऐसी कौन से घटनाएं रही जिसने पैसों के बारें में आपकी सोच बनाई है .
ये आपके फाइनेंसियल स्टेटस की सिर्फ पहली सीढ़ी हैं. आप बिना बीज बोये ही सेब का पेड़ नहीं लगा सकते , हैं न? तो आपकी शुरुआत यही से हैं और ये बुक आपको दूसरे पार्ट में ले जाती हैं जहां आप हर मिलियनेयर के पीछे के राज़ को जानेंगे.
यहाँ आप जानेंगे, अमीर और गरीब लोगों के बीच के सबसे बड़े फर्क को. आप को समझ आएगा कि अलग -अलग लोग कैसे अपने फाइनेंस को मैनेज करते हैं. डिस्कवर कीजिये कि आप खुद ही कैसे इसे बेहतर मैनेज कर सकते हैं.
ये बुक आपको सिखाएगी कि आपको जिंदगी से ज़्यादा की उम्मीद कैसे रखनी हैं और अपने सोच को बड़ा कैसे बनाना हैं ताकि आप सक्सेसफुल बन जाएं. आप सीखेंगे कि सक्सेस पाने के रास्ते में आई सिर्फ मुश्किलों को ही नहीं बल्कि अपने गोल को भी किस तरह देखना हैं. आप जानेंगे कि अमीर बनने के लिए आपको कैसा नज़रिया रखनाचाहिए.
क्या आप मिलियनेयर बनने के लिए अपना पहला कदम बढ़ाने के लिए तैयार हैं? आपका सफर यही से शुरू होता हैं .
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Influence no. 1
Verbal Programming
इस चैप्टर और अगले चैप्टर में, हम दूसरे लोगों के विचारों की चर्चा करेंगे जो पैसों के बारें में आपकी राय को बदल सकते हैं. उनमें से कुछ आपके बचपन की या कोई बुरी घटनाओं की यादें हैं. एक एडल्ट के तौर पर, आपके पास इन रायों को बदलने की और पैसों को लेकर ज़्यादा पॉजिटिव और हैल्थी सोच रखने की एबिलिटी हैं. आपके फाइनेंसियल सक्सेस की ओर ये आपका पहला कदम हैं.
एक शख्स हैं, स्टीफेन जो साल में 800,000 डॉलर से ज़्यादा कमाता हैं. इतने सारे पैसों का होना इमेजिन कीजिये. बुरा नहीं हैं, हैं न?
हालांकि पिछले नौ सालों से स्टीफेन की कमाई बिलकुल स्टेबल चल रही हैं फिर भी स्टीफेन आराम की ज़िन्दगी नहीं जी पा रहा हैं. क्यों? क्योंकि स्टीफेन को नहीं पता कि अपने पैसों का ध्यान कैसे रखना हैं. वो अपने पैसे गैर-ज़रूरी बिज़नेस डील्स और उन लोगों पर खर्च कर देता हैं जो भरोसे के लायक नहीं हैं.
ऐसा क्यों हैं? इसका जवाब बहुत ही सिंपल हैं. इसके पीछे हैं स्टीफेन का बचपन. जब वो छोटा था, स्टीफेन की माँ ने उसे ये यकीन दिलाया कि जो लोग बहुत ज़्यादा पैसे कमाते हैं वो बुरे लोग होते हैं क्योंकि वो दूसरों को धोखा देकर पैसा कमाते हैं.
हालांकि, स्टीफेन अपनी माँ के विचारों को मानता नहीं हैं, पर उसका दिमाग अलग ही तरीके से रिएक्ट करता हैं. उसका सब कॉन्सियस माइंड ये कहता हैं कि उसकी माँ सही हैं और उसे ऐसी जिंदगी जीनी चाहिए जहां उसके पास सिर्फ आम ज़रूरतों के लिए ही पैसे हो और उससे ज़्यादा नहीं, नहीं तो वो बुरा आदमी बन जाएगा.
स्टेफन अपनी माँ से बहुत प्यार करता हैं और नहीं चाहता कि उसकी वजह से उसकी माँ कभी शर्मिंदा हो. आपको क्या लगता हैं कि वो क्या करता हैं? जी हाँ, वो अपनी एक्स्ट्रा कमाई से अपना पीछा छुड़ाता हैं ताकि उसके पास कम पैसे बचे और वो अच्छा इंसान कहलाए.
पर जब स्टीफेन 'मिलियनेयर माइंड कॉन्फ्रेंस' में गया तो उसने जाना कि वैसी सोच रखना गलत हैं क्योंकि उसकी माँ के दिमाग में गलत बात बसी हुई थी और, ज़रूरी नहीं कि उसे भी अपनी माँ के जैसे ही सोचना चाहिए. स्टीफेन को सेमिनार से मदद मिली. उसके बाद , उसने अपनी माँ को खुश करने के लिए उनकी हवाई शहर (Hawaii) जाने की इच्छा को पूरा किया और उन्हें अपने कमाए हुए पैसों से 6 महीनों के लिए वहाँ भेज दिया.
अब,स्टीफेन की माँ को समझ आया कि पैसों से कितनी अच्छी चीज़ें खरीदीं जा सकती हैं और उन्हें अपने दरियादिल बेटे पर गर्व हुआ. आखिर में,स्टीफेन ने अपने नेगेटिव विचारों को छोड़ा और एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन बन गया.
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Influence no.2
Specific Incidents
कुछ घटनाएँ घटने के बाद हमेशा के लिए हमारे दिमाग में बैठ जाते हैं. पूरी दुनिया आपको ऐसे देखती हैं जैसे आप पर इन घटनाओं का असर हुआ हैं. आपकी जो भी सोच हैं , उनमें से ज़्यादातर का सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं होता और आपके बड़े हो जाने के बाद ऐसी सोच से बुरा नतीजा भी निकल सकता हैं.
एग्जाम्पल के लिए, आपका प्री-नर्सरी स्कूल का पहला दिन है और आप दोस्त बनाना चाहते हैं. पर सब आप पर हँसते हैं क्योंकि आप बात करने से बहुत शर्माते हैं और, बाद में जाकर आप ऐसे बन जाते हैं जिसको दोस्ती करने में परेशानी होती हैं क्योंकि बचपन की उस घटना के एक्सपीरियंस के बाद आप दोस्ती करने को शर्म से जोड़ देते हैं.
कुछ और भी एग्जाम्पल हैं जिससे यही बात साबित होती हैं. इसे बेहतर समझने के लिए आइये, जोसे की कहानी जानते हैं.
जोसे एक नर्स हैं जो डॉक्टर्स को ऑपरेशन करने में मदद करती हैं और बहुत पैसे कमाती हैं. दुःख की बात ये हैं कि जब तक उसके हाथ में पैसा आता हैं, तब तक उसकी सारी कमाई ख़त्म हो चुकी होती हैं. मिलियनेयर माइंड सेमीनार का शुक्रिया जो जोसे को ये समझ में आया कि उसके पैसे ख़त्म कैसे हो जाते हैं.
जोसे को अपनी फैमिली के साथ एक रेस्टोरेंट की ट्रिप आज भी याद हैं. ये वहीं था जहां उसके माँ और पिताजी के बीच फिर से पैसे को लेकर खाने की टेबल पर लड़ाई हो गई थी. अगले ही पल, जोसे को जो याद हैं वो था उसके पिताजी के चेहरे का बदलता रंग और वे कुछ नहीं बोल पाए थे. उसके बाद उसके पिताजी वहीं ज़मीन पर बेहोश होकर गिर पड़े थे.
जोसे अपने पितजो को बचाना चाहती थी पर वो तब एक छोटी से बच्ची थी. दुःख की बात थी कि उसके पिताजी हार्ट अटैक के कारण गुज़र गए. जोसे का दिल टूट गया. इस वाक्ये के बाद जोसे ने मानना शुरू किया कि पैसा दुःख का कारण होता हैं.
जब वो बड़ी हुई, जोसे को पैसे बर्बाद करने की आदत पड़ गई ताकि उसके पास कोई पैसे ही न बचे जिससे कोई दुःख ही न आए . उसका नर्स बनना, जोसे का अपने पिता को बचाने के इरादे को दिखाता हैं.
ख़ुशी की बात ये है कि इस कहानी का अंत अच्छा हुआ. द मिलियनेयर माइंड कोर्स ने जोसे को अपनी सोच को ठीक करने में मदद की और उसे पैसों के बारें में हैल्थी तरीके से सोचना सिखाया. अपनी पूरी ज़िन्दगी एक नर्स रहने के बजाय उसने एक फाइनेंसियल प्लानर बनने का इरादा किया. उसने लोगों को अपनी उस सोच को छोड़ने में मदद की जिसे लोग अपने अतीत की घटनाओं के कारण बना लेते हैं.
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Secret no.1
Rich people believe “I create my life”.
Poor people believe “Life happens to me”.
क्या आपने पैसे के बारें में अपनी सोच पर कभी विचार किया हैं? क्या आपको अपने बचपन की कोई याद या कोई घटना याद हैं जिसने आपकी सोच को ऐसा बनाया हैं? आपके पेरेंट्स आपके अमीर होने के बारें में क्या सोचते हैं?
अगले कुछ चैप्टर में, हम चर्चा करेंगे कि आपको बांधे रखने वाली इस सोच से खुद को आप कैसे छुड़ा सकते हैं. आप एक मिलियनेयर के दिमाग के सीक्रेट जानेंगे. चलिए पहले नंबर से शुरू करें.
अमीर लोग सब काम अपने हाथों में ले लेते हैं और गरीब सोचता हैं कि उनकी तकदीर उनके लिए काम करेगी. आप आसमान से पैसे बरसने का इंतज़ार नहीं कर सकते क्योंकि ऐसा होता ही नहीं हैं. अमीर बनने का तरीका जो सच हैं वो हैं कुछ ऐसा करना जिससे पैसे बनते हो और उसे पाना. याद रखिये, जो लोग कुछ नहीं करते, वो कुछ नहीं पाते.
अगर आप अपने पैसों को कंट्रोल नहीं कर सकते और दूसरी चीज़ों को खुद पर कंट्रोल करने देते हैं, तो आप कभी अमीर नहीं बन सकते. आपको ये यकीन करना होगा कि आप खुद ही अपनी तकदीर बना सकते हैं.
जरा सोचिए उन करोड़ों लोगों के बारे में जो सालों से इंतजार करते हैं कि कोई करिश्मा हो जाए जबकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपना बिजनेस खुद बनाते हैं या फिर पैसे कमाने का दूसरा जरिया ढूंढते हैं .मेहनत करने वाले लोग अमीर बन जाते हैं जबकि अंधविश्वासी लोग इंतजार ही करते हैं .
कई बार ऐसा भी होता है कि आप शुरुवात करते है औऱ बहुत सारे चैलेन्ज आते है और आप हार मानकार बैठ जाते है । इसका कारण भी कोई पुरानी घटना या सोच ही रहती है।
कुछ एग्ज़ाम्पल दिए गए हैं जो मिलियनेयर माइंड के पीछे का पहला सीक्रेट है . यह है अपनी लाइफ की ज़िम्मेदारी अपने हाथों में लेना.
क्या आपको भविष्यवाणी पढ़ना अच्छा लगता है? कुछ को ऐसा करने में मजा आता है और कुछ भविष्यवाणी में विश्वास करते हैं.
कुछ लोग अपनी भविष्यवाणी को पढ़कर बस हंस देते हैं और फिर अपने काम में लग जाते हैं जबकि कुछ परेशान हो जाते हैं अगर उसमें लिखा हो – “आज का लक खराब है” या फिर “आपका सारा साल का लक खराब है” या “पैसे की कमी है” या “दुख का समाचार आएगा”. ऐसे लोग कुछ नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता है की अगर भविष्यवाणी ही कह रही है की सब कुछ बुरा होने वाला है तो वह कर ही क्या सकते हैं .
वह लोग जो सिर्फ मजे लेने के लिए ही भविष्यवाणी पढ़ते हैं ,वे अपनी कोशिशों से अमीर बनने की हैसियत रखते हैं. जबकि नेगेटिव भविष्यवाणी के कारण जो लोग कुछ नहीं करते ,वे गरीब ही रह जाते हैं क्योंकि वे अपनी जिंदगी को किस्मत के हाथों छोड़ देते हैं.
यहां एक दूसरा एग्जाम्पल है .कुछ लोगों पर लॉटरी का जुनून सवार होता है और कुछ लॉटरी कभी कभार ही खरीदते हैं.
कुछ लोग अपनी आधी से ज्यादा कमाई को खर्च कर देते हैं यह सोच कर कि एक कागज के लॉटरी को खरोचने पर उनको खजाना मिल जाएगा और वही कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सिर्फ मजे के लिए लॉटरी खरीदते हैं ताकि उनको कुछ पैसे मिल जाए.
आपको क्या लगता है कि इनमें से कौन अमीर बन सकता है? जाहिर सी बात है कि वे ही लोग अमीर बन सकते हैं जो अपनी सारी कमाई को लॉटरी पर खर्च नहीं करते. वे अपने पैसों को बिजनेस जैसे जरूरी काम में ही लगाते हैं ये सोचने के बजाय कि एक दिन वे करोड़ों रुपए जीत लेंगे और उनका सपना पूरा होगा.