(Hindi) Rich Dad’s Success Stories
इंट्रोडक्शन
कोई अगर फाइनैंशली सिक्योर हैं, यानि आर्थिक रूप से मज़बूत हैं, तो उसके पीछे क्या राज़ हैं? क्या ऐसा हो सकता हैं कि हम पैसे के बारे में हमेशा चिंता न करें? अमीर लोग अमीर कैसे बने रहते हैं?
फाइनैंशली मज़बूती से टिके रहने का कोई एक फार्मूला नहीं हैं. और, यही वो बात हैं जो रिच डैड पढ़ने वालों ने सीखा हैं. उन्होंने रिच डैड के बताए रास्ते पर चलना सीखा हैं. लोगों ने इसको मानकर कई सारे इम्प्रूवमेंट भी किए. इस बुक में, आप जानेंगे कि उन्होंने ये सब कैसे किया. आपको पता चल जाएगा कि आप अपने हालात का बेहतरीन फायदा कैसे उठा सकते हैं.
क्या आप अपनी कामयाबी की कहानी लिखने के लिए तैयार हैं?
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पैसों का मामला
हर कोई फाइनैंशली मज़बूत बनना चाहता हैं. लाइफ कितना अच्छा होता अगर आपको financial प्रॉब्लम के बारे में कभी सोचना नहीं पड़ता. रिच डैड यहां आपको बता रहे हैं कि ऐसा होना नामुमकिन हैं. बहुत से लोग ऐसी लाइफ जी रहे हैं, जैसा आप अपने लिए चाहते हैं. नहीं, वे financial एक्सपर्ट नहीं थे.और, न ही उनके पास वापस बैक अप के लिए बहुत पैसा था. इन लोगों ने भी आपके ही जैसी साधारण शुरुआत की थी.
उन्होंने जिससे अपनी financial सिक्योरिटी हासिल की, वो हैं' कैशफ्लो'. कैशफ्लो रॉबर्ट कियोसाकी का बनाया हुआ एक बोर्ड गेम हैं. आपको हंसी आ रही होगी कि ये कितना बेतुका हैं. लेकिन ये सच हैं. पैसों के मामलों को समझना कैशफ्लो से आसान होता हैं. खास तौर पर, ये आपको सिखाता हैं कि आपको एक अमीर आदमी की तरह कैसे सोचना हैं. कैशफ्लो खेलने वाले कई लोग इसके फायदे से हैंरान थे. इसने लोगों को इन्वेस्टमेंट के लिए नई बातें सिखाई. इसने उन्हें पैसों के साथ अपने रिश्ते पर फिर से सोचने पर मज़बूर किया.
आइए, शादीशुदा कपल एड और टेरी कोलमैन की कहानी को सुनते हैं. कई लोगों की तरह, एड के माँ-बाप पैसों के मामले में गैर-जिम्मेदार थे. एड के माँ-बाप ने उन्हें सोच-समझ कर पैसे खर्च करने की ज़रूरत के बारे में बात नहीं की थी. जैसे ही एड के पास पैसा आता, वो उसे खर्च कर देते.
एड ने कॉलेज की पढ़ाई आधी में ही छोड़ दी थी. टेरी ने भी अपनी कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी. उस ज़माने में पढ़ाई-लिखे को ज़रूरी नहीं समझा जाता था. 1960 के दशक में, हिप्पी बनना आम बात थी और, एक हिप्पी के लिए पैसा एक बेकार की चीज़ थी. उनके हिसाब से ये पैसा पूंजीवादियों का आम जनता को लालची बनाने का तरीका था. एड और टेरी हिप्पी थे, और वे सिर्फ प्यार बांटने में विश्वास रखते थे. उन्होंने पैसों की परवाह बिलकुल नहीं की.
ये कपल इसी तरह अपनी ज़िंदगी जीते रहे. उन्होंने सिर्फ इसलिए नौकरी की ताकि उनके पास सिर्फ ज़िंदा रहने के लायक पैसे हो. ज़्यादा कमाई उनके प्लान में सबसे नीचे आता था. और वहीं, पैसा खर्च करना सबसे ऊपर आता था. उनकी ऐसी लापरवाह सोच में तब बदलाव आया, जब उनके बेटे जेक का जन्म हुआ.
एड और टेरी घबराए. उन्होंने सोचा बीस साल बाद उनके फैमिली का आखिर क्या होगा? अगर उनके पास पैसों की बचत नहीं होगी तो क्या वे ज़िंदा रह पाएंगे? पहली बार, इस कपल ने अपने भविष्य के बारे में गहराई से सोचा. उन्होंने महसूस किया कि उन्हें अब अपनी समझदारी बढ़ाने की जरूरत हैं.
उनके बिज़नस के सफर की शुरुआत, खेल के मैदान में एक बच्चे के डैड से बात करने के साथ शुरू हुई. एड अपने बेटे जेक को देख रहे थे जब वो दूसरे बच्चों के साथ खेल रहा था. आखिरकार, एड और उस शख्स ने बात करना शुरू किया. दूसरे डैड नेटवर्क मार्केटिंग में काम करते थे. इसने एड का ध्यान खिंचा. वहां से, एड और टेरी ने कई बिज़नस सेमिनार में भाग लेना शुरू कर दिया. उन्होंने सेल्स ट्रेनिंग के लिए भी अपना नाम लिखाया. उन्होंने पर्सनालिटी और सेल्फ डेवेलपमेंट की किताबें भी पढ़ी. ये दोनों financial जानकार बन गए थे.
जानकारी हासिल कर के एड और टेरी ने इन्वेस्टमेंट में अपना काम शुरू किया. अपने दादा दादी के गुजर जाने के बाद एड को कुछ हज़ार डॉलर मिले थे. उन्होंने इसका इस्तेमाल कुछ भरोसेमंद कंपनियों के शेयरों के इन्वेस्टमेंट में किया. तीन सालों में, उनका इन्वेस्टमेंट हैरानी से 80,000 डॉलर हो गया. लेकिन यहाँ एड ने गड़बड़ कर दी. उन्होंने शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव को बारीकी से मॉनिटर नहीं किया था. उन्होंने अपने मदद के लिए एक एडवाइजर भी नहीं रखाथा. जब बाजार गिरा तो उनका पोर्टफोलियो 46,000 डॉलर तक पहुँच गया. एड और टेरी ने अपने इन्वेस्टमेंट का लगभग 50% खो दिया.
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इसमें उपरवाले का कोई हाथ रहा होगा क्योंकि अगले दिन, इस कपल ने “रिच डैड, पुअर डैड” बुक को देखा. उन्होंने इसमें लिखे सभी सलाह को मानना शुरू किया. उन्होंने कैशफ्लो भी खेलना शुरू कर दिया. financial जानकारी ने उन्हें और भी ज़्यादा कॉंफिडेंट बना दिया था. एक दिन, एड और टेरी ने हाउसिंग डील्स के बारे में सुना. ये कैशफ्लो से मिलती जुलती थी, इसलिए उन्होंने हाउसिंग डील्स लेने का फैसला किया.
उनकी ज़्यादा जानने की इच्छा से एड और टेरी का रियल एस्टेट बिज़नस अच्छा चल पड़ा था. उनके पास जितनी भी जानकारी थी, हुनर था, कैशफ्लो ने उसे और भी ज़्यादा निखार दिया था. उन्होंने financial एडवाइजर से भी लगातार सलाह ली. उनके प्रॉपर्टीज उनके लिए इनकम का रास्ता बन गए थे.
एड और टेरी कामयाब हो गए थे. ये financial दुनिया कैसे काम करती हैं, ये जानने में उन्हें वक्त लगा. लेकिन वे इसके लिए डटे रहे और उन्हें इसका बड़ा इनाम मिला. अब वे चिंता किए बिना फ्यूचर के बारे में सोच सकते थे. financial सिक्योरिटी के कारण उनकी लाइफ बदल गयी था.
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एक अलग तरह की शिक्षा
पैसा लोगों के भावनाओं से जुड़ा होता हैं. इसके मामले में कुछ लोग जोश में आ जाते हैं, कुछ घबरा जाते हैं और कुछ परेशान होते हैं. रिच डैड, पुअर डैड की वजह से, इसको पढ़ने वाले कई लोगों में बदलाव आया. वे अब पैसों के बारे में बात करने से नहीं डरते थे. अब उन्हें पैसा नहीं, बल्कि वे पैसों को चलाते थे.
वैलेरी कोलीमोर, बहुत ही इंटेलीजेंट थी. उनका डॉक्टरी का कैरियर अच्छा खासा चलता था. लेकिन जब पैसे की बात आती तो वो खुद को नाकाम महसूस करती थी. वो financial रिस्क लेकर पैसे बनाना चाहती थी. लेकिन नाकाम होने का डर हमेशा उनका पीछा करता था. इसलिए वैलेरी ने अपने लिए एक सुरक्षित ज़िंदगी को चुना था. उनके करियर ने उन्हें धीमी लेकिन सुरक्षित financial फ्यूचर दिया था.
एक दिन, वैलेरी कुछ लोगों से मिली जिन्होंने पैसे के बारे में उनका नज़रिया बदल दिया. ये लोग बहुत ही साधारण बैकग्राउंड के थे. लेकिन वे बेहद अमीर थे. उस दिन, वैलेरी ने एक नई सोच अपनाई. कोई भी डिग्री और डिप्लोमा आपको पैसों के मामले में स्मार्ट बनने में मदद नहीं कर सकता. अगर आप कुछ रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, तो आप एक नौकरी कर सकते हैं जो आपकी डिग्री से मिल सकता हैं. लेकिन वैलेरी ने आगे बढ़ने का फैसला लिया. वो एक अच्छा financial फ्यूचर चाहती थी.
वैलेरी ने पैसे के बारे में अपने नॉलेज को बढ़ाने का फैसला किया. उन्होंने रिच डैड, पुअर डैड को पढ़ा. इसने उन्हें एहसास दिलाया कि वो कितना कुछ नहीं जानती थी. वैलेरी और उनकी फैमिली अपने लिए अच्छा कर रहे थे और उनके पास काफी पैसा था जिससे वे सब अच्छी ज़िंदगी ज़ी सकते थे. लेकिन वैलेरी ने माना कि उनकी लाइफस्टाइल सही नहीं थी. उन्होंने बहुत सारा पैसा सिर्फ इसलिए बर्बाद किया था क्योंकि उन्हें पता था कि उनके पास पैसे हैं.
उनकी फैमिली का फ्यूचर पक्का या सिक्योर्ड नहीं था. वैलेरी ने अपनी बेटियों पर ध्यान देने के लिए एक चाइल्ड स्पेशलिस्ट की नौकरी छोड़ दी थी. क्या होगा अगर उनके पति ने भी नौकरी छोड़ डी, जो भी खुद एक डॉक्टर हैं? पैसों के मामलों में वैलेरी बहुत बुरी थी. मेडिकल फील्ड के बारे में उनकी नॉलेज भी उनके खर्च और इनकम को बैलेंस करने में उनकी मदद नहीं कर सका. लेकिन रिच डैड, पुअर डैड ने वैलेरी को वो financial नॉलेज दी जिनकी उन्हें ज़रूरत थी. वो अब financial सिक्योरिटी के बारे में बात करने से नहीं डरती थी.
जब financial प्रॉब्लम का सामना करना पड़ा, तो वैलेरी तैयार थी. उनके मन में जो भी सवाल थे, वो पूछा और इसके बारे में पढ़ा. पहले, वैलेरी इन बातों से डरती थी. लेकिन रिच डैड, पुअर डैड ने उन्हें पढ़ना सिखाया. अगर वो किसी चीज़ के बारे में नहीं जानती, तो वैलेरी इसे ऑनलाइन देख लेती. अक्सर, वो किसी भरोसेमंद दोस्त की सलाह भी लेती थी, जो financial मामलों के बारे में जानकारी रखते थे. वैलेरी ने आखिरकार महसूस किया कि उसके पैसे का डर का हल निकल सकता था. उन्हें बस इसकी जानकारी रखनी चाहिए.