(hindi) RETIRE YOUNG RETIRE RICH

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इंट्रोडक्शन (Introduction)

क्या आपको अमीर बनने का शौक है ? क्या आप लोगो की बाते सुनकर थक चुके है कि अमीर बनने के लिए पेशंश रखना पड़ता है या लॉन्ग इन्वेस्टमेंट करनी पड़ती है ? क्या आप बहुत जल्दी ढेर सारे पैसे कमाना चाहते हो ?

अगर इस तरह के सवाल आपमें मन में भी उठते है तो ये बुक आपके लिए है. ये बुक एक गाइड है जो आपको अमीर बनने के लिए स्टेप बाई स्टेप हेल्प करेगी. क्योंकि आपके कैश फ्लो के लिए आपका माइंडसेट ही रीस्पोंसीबल है. इस बुक में आप सीखेंगे कि अमीर बनने की पोटेंशियल हर एक इंसान में है. फर्क बस आपकी अप्रोच का है.

इस बुक ने कई ऐसे लोगो को अपने अमीर बनने में हेल्प की है जिनके पास शुरुवात में एक पैसा भी नहीं था. इस बुक से आप सीखेगे कि आपके माइंड में वो पॉवर है जो आपको रिच या पूअर बना सकती है. लोग बोलते है कि इन्वेस्टिंग रिस्की है लेकिन ये बुक इस बात को एकदम रोंग प्रूव करती है और सिखाती है कि अमीर बनने का फर्स्ट स्टेप इन्वेस्टिंग ही है.

क्या आप अमीर बनने का फर्स्ट स्टेप लेंना चाहते है ? अगर हाँ, तो ये बुक आपको हर स्टेप पर गाइड करने को रेडी है.

हाउ टू बिकम रिच एंड रिटायर यंग (How to Become Rich and Retire Young

हर कोई फाईनेंशियली सर्वाइव करना चाहता है, लेकिन बहुत कम होते है जो फाईनेंशियली फ्री हो पाते है. इस दुनिया में हर इंसान को सेल्फ डाउट की प्रोब्लम है यानि हमे खुद पे ही भरोसा नहीं है. लेकिन हमे इस सेल्फ डाउट को लाइफ में आगे बढ़ने के लिए यूज़ करना है. अपनी लाइफ में वो गोल्स सेट करो जो आपकी प्रेजेंट सिचुएशन को चेंज करके रख दे.

सेल्फ डाउट और आलसपन दो ऐसी चीज़े है जो हमे रोकती है. इसलिए अगर सक्सेस चाहिए तो पहले अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलो और अपने सेल्फ डाउट से फाइट करो. यंग एज में रिटायर होने थोडा इम्पॉसिबल साउंड करता है लेकिन हाँ ये पॉसिबल है. एक राईट माइंडसेट के साथ आप कुछ भी अचीव कर सकते हो.

एक यंग एज में रिटायर होना चाहते हो तो सपने देखना छोड़ो और एक्शन पर फोकस करो. बिजनेस की फील्ड में आपको बहुत से एक्सपीरिएंस होंगे और कई तरह के सबक सिखने को मिलेंगे. एक बिजनेस खड़ा करने से पहले अपना सेल्फ कांफिडेंस बिल्ड करना होगा. अपने गोल सेट करो, प्लान बनाओ और तुरंत उस पर काम शुरू कर दो. एक यंग एज में अमीर रिटायर होने का यही एक तरीका है. हमारा सेल्फ कांफिडेंस हमे खुद पे ही डाउट कराने लगता है और फिर सेल्फ आर्ग्यूमेंट की वजह से हम फाईनेंशीयली ग्रो नहीं कर पाते है.

जिन्हें लाइफ में सक्सेस चाहिए उनके अंदर एक पैशन होना चाहिए. इसलिए पैशन क्रिएट करो जो आपको अपनी मंजिल तक ले जाएगा. लाइफ में कुछ अचीव करने के लिए कोई एक रीजन ढूंढो जो आपको सबसे प्यारा हो और जिसके बिना आपकी लाइफ अधूरी है. चलो हम एक एक्जाम्पल लेते है, जिससे पता चलेगा कि सेल्फ डाउट हमारी ग्रोथ को कैसे अफेक्ट करता है. एक भिखारी सड़क पर भीख मांग कर अपना गुज़ारा करता था, उसे यकीन था कि एक दिन उसकी गरीबी ज़रूर दूर होगी. हालाँकि उसे खुद पे डाउट भी था पर लेकिन वो हमेशा पोजिटिव सोचता था.

वही दूसरी तरफ एक अमीर आदमी था जिसे फेमिली बिजनेस विरासत में मिला था. अपने सेल्फ डाउट की वजह से वो बिजनेस में बोल्ड स्टेप लेने से डरता था. उसके इसी सेल्फ डाउट के चलते उसका बिजनेस घाटा में चल रहा था. फिर कुछ सालो बाद वो भिखारी एक दिन अमीर बन गया और वो अमीर बिजनेसमेन अपने सेल्फ डाउट के चलते अमीर से गरीब हो गया.

ये स्टोरी बताती है कि अपने सेल्फ डाउट को राईट डायरेक्शन देकर गरीब भिखारी बना और अमीर बिजनेसमेन अपने सेल्फ डाउट के चलते अपना सब कुछ हार गया.

हर इन्सान की लाइफ में ऐसा टाइम जरूर आता है जब हम या तो टूट जाते है या फिर काफी स्ट्रोंग बन जाते है. वो मोमेंट आपको आगे भी ले जा सकते है या फिर पीछे भी धकेल सकते है. आपके साथ क्या होगा, ये डिपेंड करता है कि आप अपने सेल्फ डाउट को खुद पे कितना हावी होने दोगे.

यंग और रिच रीटायर होने के लिए सेल्फ डाउट और लेज़ीनेस दोनों से आपको लड़ना है. सक्सेस के लिए पैशन कितना इम्पोर्टेंट है, ये आपको समझना होगा. जिनमे पैशन होता है वो टॉप तक पहुँच कर ही दम लेते है. जिनमे पैशन नहीं होता, वो पहली बार फेल होते है गिव-अप कर लेते है और फिर कभी दुबारा ट्राई नहीं करते.

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रिटायर एज़ यंग एज़ यू केन (Retire As Young As You Can)

रिटायरमेंट की सबसे बड़ी प्रोब्लम है कि रिटायर होने के बाद करने को कुछ नही होता. पर माइंड और बॉडी को भी तो थोडा आराम चाहिए. याद रखो, इस जर्नी में आप से ज्यादा इम्पोर्टेंट कुछ नहीं है इसलिए अपने लिए और अपनों के लिए टाइम निकालना बेहद जरूरी है. जिन्हें आप प्यार करते हो, उन्हें एप्रीशिएट करो, लाइफ के हर अच्छे-बुरे मोमेंट को जियो. हम सबके अंदर वो पोटेंशियल है जो हमे ग्रेट बना सकती है लेकिन ये भी सच है कि हम सब गलतियाँ करते है. जो बीत गया, उसे तो आप नही बदल सकते पर उसके बारे में ओपीनियंन ज़रूर चेंज कर सकते हो. अपनी गलतियों से लर्न करना सक्सेस की राह का सबसे ज़रुरी स्टेप है.

रीटायरिंग यंग आपको अपने सपने पूरे करने की फ्रीडम देता है. वो सारे ड्रीम्स जो आप अभी पूरे करना चाहते हो नाकि ओल्ड एज में. जब आप यंग रीटायर होंगे तो आपके पास अपने लिए टाइम ही टाइम होगा. और आप एक भरपूर लाइफ जी सकेंगे. यंग रिटायरमेंट आपको फिर से अपनी लाइफ जीने का एक चांस देती है.

चलो, एक एक्जाम्पल से समझते है कि हमारे लिए फेमिली टाइम क्यों इम्पोर्टेंट है. एक बिजनेस टाइकून के पास अपने और अपनी फेमिली के लिए ज़रा भी टाइम नहीं मिलता था. इससे उसकी मेंटल हेल्थ भी अफेक्ट हुई और फेमिली के साथ भी रिलेशनशिप खराब होने लगे. धीरे-धीरे उसके फेमिली मेम्बेर्स एक दुसरे से दूर होने लगे, जरूरत के वक्त कोई किसी के पास नहीं होता था. वर्कलोड के चलते उस बिजनेसमेन की मेंटल हेल्थ इतनी अफेक्ट हुई कि उसके काम-काज़ पर भी असर पड़ने लगा था.

वही दूसरी तरफ एक स्माल बिजनेस ओनर भी था जो अपने काम के साथ-साथ फेमिली लाइफ को भी इम्पोर्टेंस देता था. उसकी लाइफ में खुशियाँ ही खुशियाँ थी. एक्चुअल में हम जो टाइम खुद के लिए निकालते है, वो कभी वेस्ट नहीं जाता. ये एक क्वालिटी टाइम होता है जो हम खुद को और अपनी फेमिली को देते है. इससे हमारी मेंटल हेल्थ भी स्ट्रोंग होती है और रिलेशनशिप भी. जब आपकी मेंटल हेल्थ अच्छी रहेगी तो आप अपने काम पर और ज्यादा फोकस कर पाओगे.
काम और फेमिली के बीच बेलेंस बनाना बहुत इम्पोर्टेंट है. इससे आपको एक पीसफुल एन्वायरमेंट मिलता है जो हमारा माइंड हेल्थी रखता है.

यंग एज में रिटायरमेंट लेने से आप एक न्यू लाइफ स्टार्ट करते है जहाँ आपको रोज़ एक नई अपोर्च्यूनिटी मिलती है. रिटायर वर्ड सुनने में ईज़ी लगता है पर कई लोगो के लिए ये काफी चेलेजिंग हो सकता है. बहुत से लोग सोचते है कि रिटायर होने के बाद वो एकदम खाली बैठ जायेंगे. उनके पास करने को कुछ नहीं होगा. पर ऐसा नहीं है, आप जल्दी ही अपने आस-पास के माहौल में ढल जाओगे और आपको रोज़ एक नई अपोर्च्यूनिटीज़ मिलेगी. एक यंग एज में रिटायरमेंट लेने से आपके पास टाइम की कोई कमी नही होगी. आप जो चाहो कर सकते हो जब तक कि बुढापा ना आ जाये. शोर्ट में बोले तो आपको एक नई लाइफ जीने का चांस मिलेगा.

हम सब मिस्टेक करते है, लेकीन इम्पोर्टेंट ये है कि हम उनसे कुछ लेंसन ले. जैसे एक्जाम्पल के लिए जो लोग बार-बार मिस्टेक दोहराते है, वो कभी आगे नही बढ़ पाते. आप एक पर्सन के तौर पर ग्रो नहीं कर पाओगे. हाँ, अगर आप अपनी गलती को एक लेसन की तरह लेते हो तो आप खुद का ही बैटर वर्ज़न बनते जाओगे.

हाउ आई रीटायर अर्ली ( अर्ली रीटायर होने के तरीके ) How I Retired Early

फाईनेंशियली फ्री होने और यंग रीटायर होने के लिए डेब्ट एक तरीका है. इसे आप कैश फ्लो फंड करने के लिए यूज़ कर सकते हो. हालाँकि बेड डेब्ट और गुड डेब्ट में काफी फर्क है. वैसे तो दोनों टाइप के डेब्ट डेंजरस है लेकिन इसे आप यूज़ कैसे करेंगे, वो ज्यादा मैटर करता है. गुड डेब्ट वो है जो आप हर मन्थ पे करते है जबकि बेड डेब्ट आपकी जेब खाली करवाता है.

यहाँ पर हम बोरोवर या उधारी की बात नहीं कर रहे. हमारा मतलब यहाँ डेब्ट पर पैसा इन्वेस्ट करने से है. लोग अक्सर इन्वेस्टिंग को रिस्की बिजनेस मानते है क्योंकि माइंडसेट उन्हें यही यकीन दिलाता है. लेकिन रिच बनने के लिए आपको पॉवर ऑफ़ लेवरेज समझनी होगी. लेवरेज को सिंपल वर्ड्स में बोले तो कम में ज्यादा से ज्यादा काम लेना. ये स्टोरी आपको बताएगी कि कैसे ऑथर रोबेर कियोसाकी अपने टाइम से 12 साल पहले ही रीटायर हो गए थे.

वो अपने मोर्टेज बैंकर्स की हेल्प से ये कर पाए थे. अपने खुद के पैसे यूज़ करने के बजाए उन्होंने डेब्ट के पैसे फंड करके अपना रीटायरमेंट प्लान किया था. ये स्टोरी आपको बताएगी कि कियोसाकी ने खुद की फंडिंग के लिए काफी डेब्ट लिया और दूसरो से जल्दी अमीर बन गए.

रोबर्ट ने अपना सारा पैसा रियेल एस्टेट में इन्वेस्ट किया और अपना प्लान कुछ इस तरह डिजाईन किया कि पैसा कैपिटल एप्रीशिएशन ग्रोथ के साथ उनके रिटायरमेट प्लान में बना रहे. उसने पैसे का इस्तेमाल लेवरेज की तरह करके कम इन्वेस्टमेंट से भी काफी पैसा अर्न कर लिया था. कुछ ऐसी ही स्टोरी है डेविड और गोलिअथ की भी.

डेविड एक छोटा आदमी था और गोलिअथ एक जाएंट. डेविड ने गोलिअथ को एक स्लिंगशॉट के साथ हराया था, इस स्लिंगशॉट को डेविड ने लेवरेज की तरह यूज़ किया था. क्योंकि डेविड लेवरेज की पॉवर जानता था और इसीलिए उसने इसका बखूबी इस्तेमाल किया. एक्जेक्टली रोबर्ट ने भी यही किया था, उसने मोर्टेज़ बैंकर्स के पैसे को रियल एस्टेट में इन्वेस्ट किया और एक फाइनेंशीयली स्टेबिलिटी अचीव की. जल्दी अमीर बनने के लिए आपको भी डिफरेंट टाइप के लेवरेज मालूम होने चाहिए और ये भी पता होना चाहिए कि उन्हें यूज़ कैसे करना है.

डेब्टस लेना काफी रिस्की भी है. अगर इन्हें राईट वे में यूज़ ना किया जाए तो ये आपको बर्बाद भी कर सकते है. और आपको हमेशा प्रॉपर तरीको जैसे मोर्टेज बैंकर्स से डेब्ट लेने चाहिए. हम आपको बताते है कि डेब्ट कहाँ पर रिस्की होता है, जैसे कि रियेल एस्टेट बिजनेस में क्रेडिट कार्ड यूज़ करके इन्वेस्टमेंट करना बहुत रिस्की है. हर महीने आपको भारी-भरकम इंटरेस्ट के साथ बिल पे करना पड़ता है. और इस तरह सारा पैसा आपकी जेब से निकलता है. कुल मिलाकर क्रेडिट कार्ड के थ्रू इन्वेस्टमेंट करने में कोई समझदारी नहीं है.

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