(hindi) Make Time: How to Focus on What Matters Every Day

(hindi) Make Time: How to Focus on What Matters Every Day

Introduction

अगर मैं आपसे पूँछू कि आपका पिछला महीना कैसा रहा, तो क्या आप याद कर पाओगे कि आपने क्या किया था और कौनसा काम करने से आपको ख़ुशी मिली थी? आपको शायद याद नहीं होगा क्योंकि आप अपने काम में इतने बिजी थे कि जिंदगी जीना भूल गए.

ये बुक आपको वक़्त बढ़ाना नहीं सिखाती है. ये उन सभी स्ट्रेटेजी का कलेक्शन है जो आपको यह समझने में मदद करेंगी कि आप किस तरह अपना समय बिता रहे हो।

ये आपको उन स्ट्रेटेजी के बारे में भी बताएगी, जिनका इस्तेमाल करके आप सोशल मीडिया ब्राउसिंग और बार बार इमेल्स चेक करने वाली आदत से पीछा छुड़ा सकते हो.

ज्यादातर लोग जल्दी थक जाते हैं, और इस बुक में ऐसी ट्रिक्स है जिनसे आप अपनी एनर्जी को बूस्ट कर सकते हो और पूरे दिन बरक़रार रख सकते हो।
सबसे पहले, ये बुक आपको दिन की हाईलाइट चुनना सिखाएगी. ये हाईलाइट टास्क आपका फोकस होना चाहिए. ये वो एक काम है जिसके हो जाने पर आपको ख़ुशी मिलेगी.

फिर, ये बुक आपको आपका पूरा दिन effectively प्लान करना सिखाएगी.
अब क्योंकि आप जान चुके कि ये बुक कितनी जरुरीहै, तो अब ये सिखाने का वक़्त है कि मेक टाइम मेथड को कैसे यूज़ करते है.

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Highlight

शायद आपको लग रहा हो कि ये बुक आपको आपके गोल्स प्लान करना और पूरे दिन में ज्यादा से ज्यादा काम करना सिखाएगी. लेकिन ये बुक अलग है. यह बुक इस बारे में है कि किस तरह आप अपने बिजी schedule के चलते यह नोटिस करना भूल जाते हैं कि आप अपना समय कैसे बिता कर रहे हैं,और किस तरह आप खुद को ऐसा करने से रोक सकते हैं।

मेक टाइम फार्मूला का सबसे पहला स्टैप अपने दिन की हाईलाइट चुनना है. एक ऐसी एक्टिविटी को चुनो जिसको पूरा करने में 90 मिनट लगें. जरुरी नहीं ये आपके ऑफिस का काम ही हो. ये कोई भी आसान काम हो सकता है जैसे कि बुक पढ़ना या अपनी फैमिली के लिए खाना बनाना.

आप अपना हाईलाइट खुद से तीन सवाल पूछ कर ढूंढ सकते हो. कौन सा ऐसा जरुरी काम है जो मुझे आज करना है? कौन सा ऐसा एक काम है जो आज करने से मैं सैटिस्फाइड फील करूँगा? कौन सा काम करने से मुझे सबसे ज़्यादा ख़ुशी मिलेगी? चुनते वक़्त अपने दिल की सुनना मत भूलना।

2008 में, JZ शिकागो में रह रहे थे। वो बर्फ़ीली सर्दियों का मौसम था और ऑफिस जाने के लिए सुबह उठना बहुत मुश्किल था। एक दिन वो सुबह उठे और उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें अपनी जिंदगी के पिछले दो महीने याद नहीं है.

JZ बीमार नहीं थे. वो अपनी गर्लफ्रेंड और दोस्तों के साथ एक अच्छी जिंदगी जी रहे थे. उनकी जॉब भी अच्छी थी और लोग उनकी तरक्की देख जलते थे।
प्रॉब्लम ये थी कि जब वो अपने पिछले दो महीने याद करने की कोशिश करते थे, उन्हें कुछ भी याद नहीं आता था। हालांकि उन्हें कही कोई भी नोट लिखा हुआ नहीं मिला जिससे उन्हें कुछ भी याद आ सके कि उन्होंने क्या क्या किया था।

JZ जानना चाहते थे कि उनके साथ क्या हुआ था, इसलिए उन्होंने तय किया कि वो अपनी जिंदगी के साथ काफी कुछ करेंगे. उन्होंने सोचा कि पिछले दो महीने याद ना होने का कारण ये था कि उन दिनों उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं किया था।

इसलिए, JZ पर अपना हर एक पल कंट्रोल करने का जुनून सवार हो गया था. वे बहुत ज़ोरों शोरों से प्लान कर रहे थे जिससे उनका एक भी पल बर्बाद ना हो।
फिर, JZ ने सोचा कि उन्हें अपनी पर्सनल लाइफ को भी कंट्रोल करना शुरू करना चाहिए. उनके पूरे कलेंडर में आसान काम लिखे हुए थे और उनके पास सांस लेने की भी फ़ुरसत नहीं थी.

अपने दिनों को महसूस करने की बजाय, JZ को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उनके साथ क्या हो रहा है। वो ठीक से काम नहीं कर पा रहे थे और उन्हें अपने दिन छोटे और बेमतलब के लगने लगे.

JZ ने अपना तरीका बदलने की कोशिश की. अपने टाइम को बढ़ाने पर ध्यान देने की बजाय, उन्होंने अब अपने फ्यूचर के बारे में सोचना शुरू किया. इसलिए, उन्होंने अपने आने वाले पांच, तीन और एक साल का प्लान बनाया.

इससे भी बात नहीं बनी, क्योंकि एक ऐसी चीज पर काम करना जो बहुत दूर हो, उनको डिमोटिवटेड फील करवा रही थी. साथ ही साथ, अब उनके लिए ज्यादातर गोल्स के कोई माईने नहीं रह गए थे।

गर्मियां आई और उसके साथ एक नया एहसास भी. JZ ने प्लानिंग करना बंद कर दिया और अपने पसंदीदा काम करने शुरू कर दिए. इस बार उन्होंने अपना ध्यान जरुरी कामों पर लगाया. अपने ऑफिस के काम के अलावा, JZ ने हर हफ्ते के अंत में अपने दोस्तों से मिलना शुरू कर दिया, हर सुबह एक घंटे वर्कआउट करना शुरू कर दिया और सेलिंग पर भी जाने लगे.

JZ ने उन गर्मी के मौसम में एक बहुत जरुरी लेसन सीखा. उन्होंने सीखा कि एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए उन्हें बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत नहीं है. उन्हें बस थोड़ा धीरे चलने की जरुरत थी और कुछ ऐसा देखने की जरूरत थी जिसे वो रोज कर सकते थे. ये थी उनकी हाईलाइट.

आप अपना फोकस चेंज करके आपकी जिंदगी ख़ुशी से जी सकते हो. प्लान करना अच्छा है और ये आपको आगे लेकर जाएगा लेकिन अपना पसंदीदा काम रोज करने से आपकी जिंदगी और खुशहाल बन जाएगी.

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Design Your Day

आप सोच रहे होंगे, खाना बनाने जैसे छोटे काम पर ध्यान देने के लिए किसके पास वक़्त है? लेकिन, अगर आप अपने कलैंडर में हाईलाइट को जगह नहीं दोगे, तो आप कभी भी अपनी लाइफ एन्जॉय नहीं कर पाओगे। जैसे की पहले भी बताया, पूरे दिन काम करने से आप अपनी जिंदगी जीना भूल जाओगे।

आप एक रात पहले ही आने वाले कल की पूरी प्लानिंग कर सकते हैं। अपनी हाईलाइट के लिए टाइम निकालो और बाकी सबको उसके हिसाब से वक़्त दो। ऐसा करने से, आपका ये सोचने में वक़्त बर्बाद नहीं होगा कि अब आगे मुझे क्या करना है।

दिन के ख़त्म होते होते, ये देखो की कौन सा काम हुआ और कौन सा नहीं। अगर कोई काम नही हुआ है, आपको उसे ठीक से करने के तरीके ढूंढ़ने की जरुरत है.
अपना दिन प्लान करने से आपकी फ्रीडम नहीं रुकेगी. बल्कि, ऐसा करने से आप organised रहेंगे और अगले स्टैप के लिए पूरी तरह रेडी रहेंगे। अपने हाईलाइट को ना करने के लिए अब आपके पास कोई बहाना नहीं होगा क्योंकि आप पहले से ही इसे अपने schedule में शामिल कर चुके हो.

चलो, Sarah cooper से सीखने की कोशिश करते हैं. Sarah गूगल के लिए काम करतीं थी. उन्होंने अपनी जॉब छोड़ दी क्योंकि उन्हें एक राइटर और कॉमेडियन बनना था. इसलिए, उन्होंने अपने खुद के लिए scripts लिखना शुरू किया और अपनी वेबसाइट The Cooper Review पर वीडियो बनाना भी शुरू कर दिया.

उनकी वेबसाइट ने करोड़ो लोगो को attract किया, और वो पॉपुलर होने लगी। Sarah ने एक बुक डील साइन की और वो बहुत सारे लोगो के लिए एक रोल मॉडल बन गयी।
जब उनसे पूछा गया कि, वो घर से कैसे काम कर पा रही है, Sarah ने जवाब दिया कि वो अपने हर घंटे को प्लान करती हैं. उनके पास एक notebook है, जहाँ उन्होंने अपने हर काम को बांट रखा है, कि कब कौन सा काम करना है और दिन के खत्म होते होते वो पूरा schedule देखती हैं की कौन सा काम हुआ और कौन सा नहीं.

आप अपनी नोटबुक को तीन हिस्सों में बांट सकते हो, plan, actual और revised. Plan में आप एक रात पहले वो लिखोगे जो आपको अगले दिन करना है. Actual में लिखना है कि आपने पूरे दिन में क्या क्या किया. Revised में वो सारे changes होंगे जो आप दिन भर में करते हो.

आप अपने लिए एक Perfect डे design नहीं कर सकते क्योंकि आपको नहीं पता की आगे क्या होगा. लेकिन जब आप अपने प्लान को review करके उसमे बदलाव  करते रहते हो तो आप अपने लिए एक सही रूटीन बना पाते हो।

अगली बार, जब कुछ भी अचानक से होगा, आपको पता होगा की आपको क्या करना चाहिए। इसलिए, अपना दिन प्लान करना शुरू कर दो और अपने हाईलाइट के लिए जरूर टाइम निकालो। एक नोटबुक अपने पास रखने से आपको अपने जरुरी काम वक़्त पर करने में मदद मिलेगी।

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Laser

अब जब आप अपनी हाईलाइट चुन चुके हो, अपना दिन प्लान कर चुके हो और अपनी प्रोग्रेस को measure कर चुके हो, तो अब वक़्त है फोकस का। आज के ज़माने में सबसे बड़ी दिक्कत फोकस करना ही है.

Laser से मतलब है आपके mind की वो स्टेट जब आप अपने काम में पूरी तरह फोकस होते हो, बिलकुल एक लेज़र बीम की तरह. ऐसा करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन जब आप कोई ऐसा काम करते हो जिससे आपको प्यार है, फोकस अपने आप ही बन जाता है.

पूरे दिन में होने वाली distraction यानी मन का भटकना सबसे बुरी चीज होती है। आपकी विलपॉवर आपको बार बार अपना फ़ोन देखने से नहीं रोक सकती। आपको अपनी सारी distractions को रोकने के लिए स्ट्रेटेजी को यूज करने की जरुरत है।
आप अपने सोशल मीडिया को ब्लॉक कर सकते हो जब आप laser मोड में होंगे, या फिर अपने रूम में बदलाव भी कर सकते हो ताकि अपने काम में और अच्छे से ध्यान लगा सको। अलग अलग तरह की स्ट्रेटेजी टेस्ट करो और देखो आपके लिए सबसे अच्छी कौन सी है।

Distraction का आपकी progress पर खराब असर देखने के लिए, हम Henriette की लाइफ देखते है.Henriette को अपने facebook account की लत लग गई थी. वह पूरे दिन अपने फ़ोन से चिपकी रहती थी और अपने काम पर फोकस नहीं कर पाती थी.

उसने डिसाइड किया कि उसे अपनी जिंदगी बदलने की जरुरत है. वह पूरे दिन Facebook यूज करना छोड़ना चाहती थी, इसलिए Henriette ने एक हफ्ते के लिए अपने हर डिवाइस से Facebook को हटा दिया। ये काम उनके लिए बहुत मुश्किल था।

जब एक हफ्ता खत्म हुआ, उसने महसूस किया कि उसने Facebook को बिलकुल भी याद नहीं किया, बल्कि वह अब उसे आगे यूज भी नहीं करना चाहती है। इसलिए, Henriette ने सोचा कि वह अब एक और हफ्ते के लिए Facebook यूज नहीं करेगी, और फिर एक महीने के लिए, ऐसा करते करते दस महीने हो गए।

जिसकी वजह से उनका अपने कई दोस्तों से कॉन्टैक्ट छूट गया। अब अगर Henriette अपने दोस्तों के साथ बाहर जाना चाहती तो उन्हें पुराना तरीका अपनाना पड़ता और बहुत कम लोग आते।

हालांकि, Henriette के लिए ये बहुत मुश्किल था, लेकिन फिर भी वह सोशल मीडिया दोबारा यूज नहीं करना चाहती थी। वह बहुत खुश थी और उसे लगता था कि उसने अपने दिमाग पर कंट्रोल कर लिया है।

दोस्तों की बात करें तो, Henriette ने महसूस किया कि उसके बस कुछ ही सच्चे दोस्त थे। जब उसने Facebook छोड़ा, वे लोग ईमेल या फ़ोन कॉल करके उससे बात करते थे, जिससे उनका रिश्ता और गहरा हो गया।

ज्यादातर लोग सोचते है कि अगर उन्होंने सोशल मीडिया छोड़ दिया तो वे अकेले हो जायेंगे। लेकिन कई सारे लोगो ने इसे छोड़ने की कोशिश की और उन्हें ऐसी आज़ादी का एहसास हुआ जिसे वो बता नहीं सकते।

बिना Distraction के जिंदगी जीने से बेहतर कुछ नहीं है। आप पूरी तरह अपने काम पर फोकस कर सकते है और रोज अपनी जिंदगी जी सकते है।

हमेशा distracted होने की वजह से, आपकी जिंदगी का पूरा कंट्रोल चला जायेगा और आप उस लम्हे को नहीं जी पाओगे।

आपकी जिंदगी पर पूरी तरह आपका कंट्रोल होना चाहिए ना की facebook का।

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