(Hindi) Laws of Success

(Hindi) Laws of Success

इंट्रोडक्शन (Introduction)

क्या आप मिलियनेयर बनना चाहते हैं? अब आप कहेंगे कि भई कौन नहीं बनना चाहता. बिलकुल सही बात है. आजकल किसी को सक्सेसफुल सिर्फ़ तभी माना जाता है जब वो करोड़पति होता है. मगर पहले कामयाब लोगों की सक्सेस पैसों से नहीं आंकी जाती थी. लेकिन आज समय बदल गया है. अब तो इतने लोग मिलियनेयर की गिनती में आ गए हैं कि उन्हें उँगलियों पर नहीं गिना जा सकता. अरे आप उदास मत होइए, आप उनसे अलग नहीं हैं, आप भी वो सब हासिल कर सकते हैं जो उन्होंने किया है. आपको सिर्फ़ लॉज़ ऑफ़ सक्सेस के बारे में जानने की ज़रुरत है.

ये बुक सक्सेस और पैसा दोनों कमाने के लिए एक बहुत प्रैक्टिकल बुक है.आप जो सबक इसमें सीखेंगे उन्हें असल जिंदगी में आज़माया जा चुका है इसलिए निश्तिंत रहे कि ये बिलकुल काम करता है. दुनिया भर के हज़ारों मिलियनेयर इसी का तो इस्तेमाल करते हैं.

ये बुक आपको सेल्फ-डिस्कवरी यानी ख़ुद को खोजने के रोमांचक सफ़र पर ले जाएगी. आपको समझ में आने लगेगा कि लाइफ में अपने पैशन को कैसे ढूंढना है और कैसे एक गोल सेट करना है. इतना ही नहीं, आप फोकस करने की अहमियत और लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन को यूज़ करना भी सीखेंगे जिनकी मदद से आपके रास्ते आसान होते चले जाएँगे.

एक बार जब आपके पास एक एक्शन प्लान तैयार होगा, फ़िर आप ऐसे लेसन सीखेंगे जो आपको ज़्यादा कॉंफिडेंट बनने में मदद करेंगे और ये आपको कैसे एक लीडर बनना है वो भी सिखाएगा. जिंदगी में अगर आप ख़ुद आगे बढ़ कर पहल नहीं करेंगे तो सक्सेस आपके लिए अपना दरवाज़ा कभी नहीं खोलेगी.

हम सब जानते हैं कि एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी सक्सेस एक कमाल के और हटके आईडिया या थॉट से मिलता है तो क्रिएटिव थिंकिंग से जो नए नए आईडिया जन्म लेते हैं उसके इम्पोर्टेंस को भी समझेंगे.

आप इस बुक की पॉवर पर निशिंत होकर भरोसा कर सकते हैं क्योंकि इस बुक ने सिर्फ़ 6 महीनों के अंदर तकरीबन 3,000 लोगों को मिलियनेयर बनाया है. उनमें से कईयों का कोई बिज़नेस भी नहीं था लेकिन उन्होंने कुछ नया शुरू करने का ज़ज्बा दिखाया.

इसलिए अगर आपका कोई बिज़नेस नहीं है तो अभी इसकी शुरुआत करें. अगर आपका लाइफ में कोई मकसद नहीं है तो इस बुक से मिली सीख को फॉलो करें और आप सीख जाएँगे कि दुनिया के सक्सेसफुल लोगों के बीच अपनी जगह कैसे बनानी है.

अगर वो इसे कर सकते हैं, तो आप भी बिलकुल ऐसा कर सकते हैं !

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

इंट्रोडक्शन टू द मास्टर माइंड (Introduction to the Master Mind)

मास्टर माइंड वो माइंड है जो दो या उससे ज़्यादा लोगों के क्रिएटिव थिंकिंग या साथ मिलकर काम करनेसे बनता है.अक्सर एक कॉमन गोल को अचीव करने के लिए दो लोग साथ मिलकर काम करते हैं.

हर चीज़ की तरह माइंड की भी अपनी एनर्जी होती है. दो लोगों के माइंड की एनर्जी अलग अलग हो सकती है. यही कारण है कि अक्सर कुछ लोगों को लव एट फर्स्ट साईट हो जाता है तो वहीँ ना जाने क्यों दो लोग एक दूसरे को बिलकुल भी पसंद नहीं करते.

जब दो माइंड एक ही एनर्जी की वजह से अट्रैक्ट होते हैं तो वो एक साथ मिलकर काम करने लगते हैं. अब ये माइंड बहुत ज़्यादा पावरफुल होता है और एक इंसान के दिमाग की तुलना में बहुत ज़्यादा क्रिएटिव तरीके से सोच सकता है. इमेजिन कीजिये कि अगर 4-5 लोग एक ही एनर्जी के आस पास इकठ्ठा होते हैं तो उनका गोल भी सेम होगा और वो बिलकुल एक जैसे प्रिंसिपल्स को ही फॉलो करेंगे. अगर इस ग्रुप ने अपने रिसोर्सेज को जोड़ दिया और एक साथ काम करने लगे तो वो ऐसी सक्सेस अचीव करेंगे जिसकी कोई बराबरी नहीं कर सकेगा.

मास्टर माइंड की इस पॉवर को आइए तीन पावरफुल लोगों के ज़रिए समझते हैं. फोर्ड, एडिसन और फायरस्टोन वो दिग्गज हैं जिन्हें कौन नहीं जानता. ये बात किसी से छुपी नहीं है कि फोर्ड इस दुनिया के पावरफुल लोगों की लिस्ट में शामिल हैं. अगर कभी उन्हें एक बिलियन डॉलर की भी ज़रुरत हो तो वो चुटकियों में उसका बंदोबस्त कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें ज़्यादा कुछ नहीं बस कुछ फ़ोन कॉल्स करने की ज़रुरत होगी.

जब उन्होंने अपना ऑटोमोबाइल का बिज़नेस शुरू किया, फोर्ड को 225 मिलियन डॉलर उन गाड़ियों की पेमेंट के रूप में हाथों हाथ मिल गई जिनकी अब तक डिलीवरी भी नहीं हुई थी. ऐसा कभी कभार ही सुनने मिलता है कि जब कोई प्रोडक्ट मार्केट में आने से पहले ही इतने शान से बिक जाता है. ये सब उस विश्वास की पॉवर के कारण हुआ जो फोर्ड के कस्टमर्स उन पर करते थे.

तो अब दूसरे जाने माने शख्स हैं थॉमस एडिसन. लोगों का कहना है कि वो बहुत धार्मिक थे. वो साधारण लोगों की तरह इंसान द्वारा लिखी गई धर्म की बुक पर विश्वास नहीं करते थे बल्कि नेचर जो उन्हें सिखाती थे वो उस पर विश्वास करते थे. उन्होंने हमेशा नेचर से काफ़ी जुड़ा हुआ महसूस किया.

नेचर के साथ इस अद्भुत कनेक्शन के कारण एडिसन ने पहली वौइस् रिकॉर्डिंग फ़ोनोग्राफ का आविष्कार किया. यहाँ तक कि वो तूफ़ानी आसमान से बिजली भी पृथ्वी पर लाने में कामयाब हुएताकि इंसान इसका इस्तेमाल सभी तरह के काम के लिए कर सके.उनके अनगिनत लाजवाब इन्वेंशन दुनिया के लिए किसी गिफ्ट से कम नहीं हैं और उनका योगदान आज भी लोगों के ज़ेहन में जिंदा है.

इस लिस्ट में तीसरे दिग्गज हैं हार्वे फायरस्टोन. फायरस्टोन टायर इंडस्ट्री के पीछे जो कमाल का दिमाग हैं वो उन्हीं का था. फोर्ड और एडिसन की तरह उन्होंने अपनी सक्सेस स्टोरी की शुरुआत बिना पैसों और बिना किसी एजुकेशन के की थी.अगर फोर्ड के पास कुछ था तो वो था उनका पक्का इरादा और एक जीनियस माइंड जो सक्सेस पाने के लिए ही बना था.

ज़्यादातर लोग नहीं जानते कि एक मज़बूत दोस्ती ने इन तीन हस्तियों को एक साथ जोड़े रखा था. हर साल वो शिकार का आनंद लेने के लिए किसी ना किसी जंगल में साथ समय बिताया करते थे. वो इस समय का इस्तेमाल आराम करने और अपनी एनर्जी को रिचार्ज करने के लिए करते थे.

एक और बड़ी दिलचस्प बात है जो शायद वो तीनों भी नहीं जानते होंगे कि उनका ये स्ट्रोंग कनेक्शन उन्हें और भी ग्रेट बनने में मदद कर रहा था.हम बिलकुल इसी कनेक्शन की बात कर रहे थे जिसे हम मास्टर माइंड कहते हैं.

कुछ लोग इस दावे पर डाउट कर सकते हैं लेकिन तीन महान लोगों की समानताये साबित करती है कि उनकी एनर्जी का एक दूसरे पर असर होता था. उन तीनों ने बिलकुल नीचे से शुरुआत की, उनके पास कोई लंबी चौड़ी डिग्री नहीं थी और सबसे ज़रूरी बात उनके पास ख़ुद के अलावा कोई सपोर्ट नहीं था.

ये फैक्ट कि उनका नाम हिस्ट्री के पन्नों में अमर हो गया ये साबित करता है कि उनके कनेक्शन ने एक ऐसे शक्तिशाली टूल को बनाया जिसे हम मास्टर माइंड कहते हैं.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

अ डेफिनेट चीफ़ ऐम(A Definite Chief Aim)

हर इंसान के पास लाइफ में एक गोल होना चाहिए. इसके दो कारण हैं. सबसे पहला, जब आप एक डेफिनेट गोल सेट करते हैं तो आप उस गोल के अनुसार काम करने के लिए ख़ुद को प्रोग्राम करने लगते हैं.ये साइकोलॉजिकल रूप से साबित हो चुका है कि जब हम अपने थॉट्स को किसी एक चीज़ पर फोकस करते हैं तो हम ऑटोमेटिकली उस गोल के हिसाब से परफॉर्म करने लगते हैं. दूसरा फ़ायदा ये है कि ये आपको एक ऐसा वर्किंग प्लान तैयार करने में मदद करता है जो आपको बेशुमार दौलत दिला सकता है.

हम सभी सक्सेसफुल और अमीर बनना चाहते हैं. लेकिन ये तभी हो सकता है जब हम अपनी पॉवर और एनर्जी को एक ही रास्ते पर फोकस करें. क्योंकि पॉवर आर्गनाइज्ड एफर्ट होता है, एक डेफिनेट गोल होने से ये आपके लाइफ में उन लोगों को अट्रैक्ट करने लगता है जिनका माइंडसेट बिलकुल आप जैसा होता है.जब आप ऐसे लोगों के साथ अपनी एनर्जी को जोड़ते हैं तो आप एक ऐसा पावरफुल मास्टर माइंड बना सकते हैं जो आपको एक्स्ट्राऑर्डिनरी सक्सेस की गारंटी देगा.आइए अब एक ऐसे आदमी से सीख लेते हैं जिनके सात बेटे थे.

एक बूढ़ा आदमी था जिसके सात बेटे थे. उसके बेटे हमेशा आपस में लड़ते रहते थे. ना वो कभी साथ काम करते और ना किसी एक बात पर सहमत होते. इसलिए एक दिन उस बूढ़े ने उन सबको सबक सिखाने की ठान ली. उसने सबको अपने कमरे में बुलाया. फ़िर सात पतली पतली लकड़ियाँ ली और उन्हें जोड़कर एक मज़बूत बंडल बना दिया.अब उसने अपने बेटों को बंडल तोड़ने के लिए कहा.

उसके हर बेटे ने कोशिश की लेकिन कोई भी उस बंडल को तोड़ नहीं पाया. अब वो बूढ़ा मुस्कुराने लगा. उसने उस बंडल पर बंधी  रस्सी को खोला तो लकड़ियाँ अलग अलग हो गईं. अब उसने हर बेटे को एक लकड़ी दी और उसे तोड़ने के लिए कहा. इस दफ़ा उन सब ने बड़ी आसानी से लड़की को तोड़ दिया.

तब उसने अपने बेटों को समझाया कि जो सबक इन लकड़ियों ने सिखाया है वो बहुत अनमोल और कीमती है. जब लकडियाँ साथ बंधी होती हैं तो वो मज़बूत होती हैं और उन्हें आसानी से तोड़ा नहीं जा सकता. लेकिन बंडल खुलने पर जब वो अलग हो जाती हैं तो कमज़ोर होती हैं और कोई भी उन्हें आसानी से तोड़ सकता है. फ़िर उसने कहा कि अगर वो सब साथ मिल कर काम करेंगे तो कोई उन्हें नुक्सान नहीं पहुंचा पाएगा या उनके सक्सेस के रास्ते में बाधा नहीं डाल पाएगा. लेकिन अगर वो ऐसे ही झगड़ते रहे, अपना जीवन यूहीं अलग अलग जीते रहे तो वो हमेशा कमज़ोर ही बने रहेंगे और लोग आसानी से उनका फ़ायदा उठाते रहेंगे.

सक्सेस के लिए आर्गनाइज्ड एफर्ट एक बहुत पावरफुल हथियार है. अपने आस पास के लोगों को कभी कम ना समझें. लाइफ को मीनिंगफुल बनाने के लिए आपके पास एक मकसद होना चाहिए, फ़िर उस पर फोकस करें और ऐसे लोगों को ढूँढें जो उसे हासिल करने में आपके साथ कदम से कदम मिला कर चल सकें.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

सेल्फ़-कॉन्फिडेंस (Self-Confidence)

क्या आप जानते हैंकि आपके और आपके सक्सेस पाने की इच्छा के बीच में कौन खड़ा है? वो है आपका डर. डर हमारी सभी कमियों का सबसे बड़ा कारण है. हम ना जाने कितनी चीज़ों से डरते हैं गरीबी से, क्रिटिसिज्म से, बूढ़े होने से, बीमार होने से यहाँ तक कि ये जानते हुए कि जो पैदा होता है उसे एक ना एक दिन तो मरना ही है, हम फ़िर भी मरने से डरते हैं. हम इस डर की मानसिकता के साथ ही बड़े हुए हैं और ये हमारे सबकॉनशियस माइंड में बैठ गया है.

इसलिए अपने डर पर काबू पाने के लिए हमें कॉंफिडेंट होने की और ऑटोसजेशन को इस्तेमाल करने की ज़रुरत है.ख़ुद पर कॉन्फिडेंस रखें और हमेशा पॉजिटिव सोच बनाए रखें और ऑटोसजेशन के लॉ को अपना चमत्कार करने दें. जब आप किसी गोल पर अपना पूरा ध्यान फोकस करते हैं तो आप अपनी लाइफ में वो सब कुछ अट्रैक्ट करने लगते हैं जो आपके रास्ते को आसान करता चला जाता है.
अगर आपको लगता है कि आपके सपने बहुत बड़े हैं तो सेल्फ़-कॉन्फिडेंस आपका सबसे अच्छा दोस्त होता है. आइए इसे दुनिया के एक बेहतरीन सेल्समेन से सीखते हैं.

चार्ली हमेशा घबराने वाला डरपोक किस्म का लड़का था. सब जानते थे कि वो दब्बु था और आसानी से बात मान लेता था. चार्ली का मानना था कि शांति और सुकून से जीने के लिए आपको चुपचाप और पीछे छुप कर जीना चाहिए ताकि किसी का आप पर ध्यान ना जाए.

एक दिन, चार्ली ने सेल्फ़-कॉन्फिडेंस पर एक लेक्चर सुना. उस लेक्चर में कहे गए शब्दों ने उस पर ऐसा असर किया कि उसने तुरंत ख़ुद को बदलने का फ़ैसला किया.

अगले दिन, चार्ली अपने बॉस के पास गया और उनसे न्यूज़पेपर की कंपनी में उसकी पोजीशन को बदलने के लिए कहा. उसने कहा कि वो एडवरटाइजिंग डिपार्टमेंट में काम करना चाहता था. मैनेजरने उसकी बात मान ली और चार्ली ने उसी दिन से अपना नया काम करना शुरू कर दिया.

अब हर कोई इस बात पर बेट लगा रहा था कि चार्ली तो फेल हो जाएगा लेकिन चार्ली ने ठान ली थी कि वो सक्सेसफुल होकर लोगों की बात का जवाब देगा. वो अपने ऑफिस में गया और उसने उन लोगों की लिस्ट बनाई जिन्हें वो अपना प्रोडक्ट बेचना चाहता था.लेकिन ये कोई ऐसी वैसी लिस्ट नहीं थी, ये बहुत अलग थी. चार्ली ने उन लोगों का नाम  नहीं चुना था जिन्हें प्रोडक्ट बेचना आसान था बल्कि उसने ऐसे नाम चुने थे जिनसे दूसरे सालेस्मैन डील करने से कतराते थे.

चार्ली इस बार कॉंफिडेंट तो था लेकिन नेचर से अब भी शर्मीला था. इस कमी से उभरने के लिए उसने पार्क जाने का फ़ैसला किया. वो अपने साथ वो लिस्ट भी लेकर गया और उन लोगों के नाम को बार बार दोहराने लगा. वो ख़ुद से कहता रहा कि इस महीने के अंत तक इस लिस्ट के सारे लोग पक्का उससे प्रोडक्ट खरीद लेंगे.

अपनी नई पोस्ट के पहले हफ़्ते के दौरान चार्ली उस लिस्ट में शामिल तीन लोगों को प्रोडक्ट बेचने में कामयाब रहा. इस चीज़ को उसने अपने पेपर में advertise भी किया. आश्चर्य की बात तो ये थी कि जिन्हें कोई भी प्रोडक्ट नहीं बेच पाया था, चार्ली ने उस सभी लोगों को प्रोडक्ट खरीदने के लिए मना लिया था. सिर्फ़ एक शख्स ऐसा था जो उसके ऑफर को बार बार रिजेक्ट करता रहा.

आपको क्या लगता है कि चार्ली ने उस एक आदमी का नाम लिस्ट से हटा दिया? अजी बिलकुल नहीं, वो अब कहाँ मानने वाला था. अगला महीना शुरू हो गया लेकिन चार्ली ने लोगों के नाम की कोई नई लिस्ट नहीं बनाई बल्कि उस एक नाम पर ही अड़ा रहा. पूरे महीने, हर सुबह वो उस क्लाइंट को फ़ोन करता और वो हर बार उसे मना कर देता.

महिना ख़त्म होते होते आख़िर एक दिन उस आदमी ने चार्ली से पूछ लिया कि वो क्यों उस पर अपना टाइम बर्बाद कर रहा था जबकि वो अच्छे से जानता था कि वो उसका ऑफर एक्सेप्ट नहीं करेगा ? चार्ली ने इसका जवाब बड़ी चतुराई से दिया. उसने कहा कि हर रोज़ फ़ोन करने से वो उस हर बहाने के बारे में जान पा रहा था जो एक कस्टमर किसी सेल्समेन को मना करने के लिए करता है. इससे वो ऐसी स्ट्रेटेजी बना सकता था कि उसके पास कस्टमर के हर बहाने का एक बेहतरीन उपाय हो जिसे सुनने के बाद वो कस्टमर किसी भी सूरत में प्रोडक्ट खरीदने से मना ना कर पाए.

चार्ली का जवाब सुनकर उस आदमी को बड़ा ताज्जुब हुआ. वो चार्ली के लगन और ख़ुद पर जो उसका अटल विश्वास था उसकी तारीफ़ किए बिना नहीं रह पाया. उसने चार्ली की धुन को देखकर आख़िर एक एडवरटाइजिंग पोस्ट खरीदने का मन बना ही लिया. ये डील चार्ली के करियर का सबसे इम्पोर्टेन्ट सौदा साबित हुआ. इस अकेले डील ने चार्ली को दुनिया का सबसे फेमस सेल्समेन बना दिया और क्या ये बताने की ज़रुरत है कि इसकी वजह से चार्ली एक मिलियनेयर बन गया था.

तो जो अपने काम की धुन में रमा रहता है, सफ़लता झक मार के उसके पास चली आती है.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

SHARE
Subscribe
Notify of
Or
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments