(hindi) How to Live 24 Hours a Day

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इंट्रोडक्शन

आप एक दिन में क्या-क्या कर पाते हैं? क्या चौबीस घंटे आपके लिए काफी हैं? शायद आप चाहते हैं कि आपको एक दिन में और भी ज़्यादा घंटे मिले क्योंकि हो सकता है कि ऐसी बहुत सारी ऐसी चीज़ें होंगी जिन्हें आप करना चाहते हैं.

हम सब के पास बराबर घंटे होते हैं. लेकिन कुछ लोग अपने वक्त को कैसे बेहतर इस्तेमाल कर लेते हैं? जबकि दूसरे सिर्फ वक्त को बर्बाद करते हैं?

इस बुक में, आप मानसिकता यानि माइंडसेट के इम्पोर्टेंस के बारे में जानेंगे. आपको पता चलेगा कि एक दिन में आप पूरा एक दिन कैसे पा सकते हैं और, इसकी सबसे अच्छी बात ये है कि आप इसे अपने डेली रूटीन में आसानी से अप्लाई कर सकते हैं.

तो आइये, देखते हैं कि अपने दिन को सबसे बेहतरीन तरीके से कैसे बिताया जा सकता है.

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चैप्टर 1: रोज़ होने वाले चमत्कार (द डेली मिरेकल)

आप इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि आपने बहुत से लोगों के बारे में सख्त राय बना रखी है. आप उन्हें सिर से पैर तक देखते हैं और उनकी बुराई करने लगते हैं. उसके शर्ट का रंग फीका हैं, उनके जूते ऐसे दिखते हैं जैसे वे उखड़ने वाले हैं. दोष निकालते हुए आपका मन कंफ्यूज होने लगता हैं. इस आदमी ने अपना सारा पैसा कहां खर्च किया? उसके पास तो अपना इनकम था, है ना? अगर आपके पास उसका पैसा होता तो आप ज़रूर उसे किसी अच्छे काम में लगाते.

कुछ लोगो को दूसरों को नीचा दिखाना बहुत पसंद होता हैं. इससे इन लोगो का कॉन्फिडेंस बढ़ता हैं. वो ज़रिया जहाँ से कॉन्फिडेंस आता हैं , वो पैसा है. आपने ज़रूर ज़्यादा पैसे बनाने के तरीकों के बारे में पढ़ा होगा. कई बार तो न्यूज़ पेपर और ऑनलाइन आर्टिकल भी पैसे बनाने के इन तरीकों पर अपना पूरा ध्यान लगा देते हैं. लेकिन इस बुक के ऑथर  अर्नोल्ड बेनेट कुछ और ढूंढ रहे हैं. खुद को सबसे बेहतर महसूस करने में सिर्फ पैसों का हाथ नहीं है, इसमें वक्त का भी हाथ है. बल्कि,  अर्नोल्ड के मुताबिक तो इसमें, वक्त पैसे को भी मात दे देता है.

वक्त ही सब कुछ है. क्या आप वक्त के बगैर अपनी लाइफ के बारे में इमेजिन कर सकते हैं? ये नामुमकिन है. हर कोई इस चमत्कार को एक्सपीरियंस करता हैं. जैसे ही आप जागते हैं, तो आपका वॉलेट भरा हुआ होता है. आपके पास, इस वॉलेट में, एक दिन में चौबीस घंटों का गिफ्ट हैं. इस गिफ्ट को कोई आपसे चुरा नहीं सकता. ये आप पर हैं कि आप इसे कैसे खर्च करना चाहते हैं. अगर आप इस धरती पर सबसे समझदार शख्स हैं, तब भी आपको एक और घंटा इनाम में नहीं मिलता. और, जब आप कुछ गलत काम करते हैं, तब भी आपके लाइफ से एक भी घंटा कम नहीं होता. सब लोगों के पास एक ही बराबर, चौबीस घंटे हैं.

रोज़ होते इस चमत्कार को आपको सीरियसली लेना चाहिए. चलिए, ये बताइये कि आपको पैसे की जरूरत पड़ने पर आप क्या करते हैं? आप उधार लेंगे या फिर चोरी करेंगे. आप वादा करते हैं कि अगली बार आप अपने पैसों को समझदारी से चलाएंगे. ठीक ऐसी ही सोच, आपको इन चौबीस घंटों के मामले में भी रखनी चाहिए. आप गुज़रे हुए वक्त में वापस नहीं जा सकते हैं और न ही फ्यूचर में जा सकते हैं. इसलिए आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि आप अपना दिन कैसे गुज़ारते हैं.

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चैप्टर 2:  किसी प्रोग्राम को पूरा करने की इच्छा (द डिज़ायर तो एक्सीड वन'स प्रोग्राम)

बहुत से लोग वक्त की कीमत को नहीं समझते. इन लोगों के लिए, चौबीस घंटे बस काफी होते हैं. वे पहले काम करते हैं और फिर आराम करते हैं. एक शख्स को अपने लाइफ से इससे ज़्यादा और क्या चाहिए?  अर्नोल्ड को ऐसे लोगों से जलन होती है. शायद आप भी ऐसे ही जेलस होते होंगे और, क्या आपको खौफ महसूस होता हैं? क्या आपको ऐसा लगता हैं कि आप अपना वक्त बर्बाद कर रहे हैं? क्या आप सोचते  हैं कि अब तक तो आपको अपनी  लाइफ में कुछ बड़ा हासिल कर लेना चाहिए था? जैसा आपको लगता हैं, वैसा ही बाक़ियों को भी लगता हैं.

आप खुद से कुछ तो उम्मीद रखते हैं. यही उम्मीद आपके सीने में खौफ, डर बनकर बैठ जाता हैं. हालांकि, आप इस डर को आसानी से भुला सकते हैं. आपकी अपनी ड्यूटीस हैं, जिम्मेदारियों को पूरा करना हैं. आपका एक करियर हैं, फैमिली और दोस्त हैं जिनके साथ आपको निभाए रखना हैं. रोजमर्रा की जिंदगी आपको बिज़ी रखती हैं. लेकिन फिर भी आपके सीने में खौफ हैं. आपको पता हैं कि लाइफ में और भी बहुत कुछ हैं. तो क्यों न अपनी कोई स्किल को ही इम्प्रूव कर लें? या, कुछ वक्त के लिए सफर पर निकल जाएँ? अपनी रूटीन को बदलना एक्साइटिंग तो हैं पर आपको डर भी लगता हैं.

जब तक आप अपनी एक्सपेक्टेशन यानी अपनी उम्मीदों पर काम नहीं करते, तब तक आप नाखुश ही रहेंगे. आपका मन और आपकी आत्मा शांति से नहीं रह पाएंगे. आपको नॉलेज की ज़रूरत हैं, कुछ नया करेंगे तो आपको नया इंन्फोर्मशन मिलेगा. आपको नॉलेज की इच्छा हैं. आप इस इच्छा को पूरा कीजिए. अपने रूटीन को बदलने के लिए हिम्मत कीजिए. आप अंदाज़ा नहीं लगा सकते कि इससे आपको कितने फायदे होंगे और आपकी लाइफ में कितनी अच्छी बातें होंगी.

चैप्टर 3: शुरुआत से पहले सावधानियाँ (प्रीकॉशन्स बिफोर बिगनिंग)

आप अपनी लाइफ में बहुत कुछ कर सकते हैं. ज़रूरी नहीं कि आपको बड़ी चीज़ें ही करनी हैं. आप धीरे-धीरे अपनी रूटीन बदल सकते हैं. आप ये नहीं सोच सकते कि आपके पास ये सब करने के लिए फ्यूचर में बहुत टाइम मिलेगा. अगर आप अपनी उम्मीदों को पूरा करना चाहते हैं, तो फौरन शुरुआत कीजिए.

अर्नोल्ड के पास, आपके सपनों को पूरा करने के लिए कोई आसान और झटपट रेसिपी नहीं हैं. आपको ये याद रखना होगा कि कुछ भी अच्छा हासिल करना आसान नहीं होता. ये सुनकर अभी अगर आप झिझक रहे हैं, तो इसे रोकिए. ये सफर आसान नहीं हैं, इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता. लेकिन क्या आप ऐसी लाइफ जीना पसंद करेंगे जिसमें आप ये सोचते रहे कि आपने कोशिश तक नहीं की?

तो सबसे पहले अपने  माइंडसेट से इसकी शुरूवात कीजिए. इसके लिए, आपको ये मानना पड़ेगा कि आपके सपने खुद ब खुद आपके हाथों में नहीं आने वाले. इसके लिए आपको काम करना होगा. अपने विलपॉवर को मजबूत कीजिए. आप जो कुछ चाहते हैं, क्या वो वाकई आपके लिए स्पेशल हैं? ऑफ़ कोर्स, है. गलतियों और लम्बे रास्ते के डर से घबराना नहीं हैं. आप जानते हैं कि आप इन प्रॉब्लम्स से कुछ तो सीखेंगे और आखिर में , इन सब को पार कर ही लेंगे.

अगला स्टेप, आप बस अपने सपनों पर काम करना शुरू कर दीजिए. ये जितना आसान कहने में हैं, उतना ही आसान करने में भी हैं.  अर्नोल्ड का कहना हैं कि बहुत से लोग इस स्टेप को लेकर कन्फ्यूज्ड हो जाते हैं. लेकिन इसमें कोई जादू नहीं हैं. ये एक स्विमिंग पूल के किनारे पर खड़े होने जैसा हैं. आप खुद से ये नहीं पूछते कि आपको कैसे कूदना चाहिए. आप बस अपने डर को काबू करके पूल में छलांग लगा लेते हैं.

हालांकि, आपको अलर्ट रहना होगा. आपका एक्साइटमेन्ट और जुनून आपके सपनों को बढ़ावा देता हैं. ये आपको ज़्यादा से ज़्यादा कोशिश करने के लिए ज़ोर देगा. लेकिन तेज़ कदमों को ध्यान से लेना सीखें क्योंकि जोश और जुनून आसानी से खत्म हो जाते हैं. इनके खत्म होते ही आपको ऐसा लगने लगेगा जैसे आपने काफी कोशिश कर ली है और, अब आपको लगेगा जैसे आपको रुक जाना चाहिए. इसलिए, आपको एक-एक दिन आगे बढ़ना चाहिए. जल्दबाज़ी करने की जरूरत नहीं है. अपने सफर के हर मोड़, हर पल को appreciate करना सीखिए.

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