(hindi) HOW TO FAIL AT ALMOST EVERYTHING AND STILL WIN BIG -Kind of the Story of My Life
इंट्रोडक्शन
आप जो भी करते है क्या उसमे हमें शा नाकामयाब रहते है? क्या आप कोशिश करने से इसलिए डरते है क्योंकि आपको लगता है कि आप फेल हो जायेंगे? क्या आप भी ये सोचकर परेशान रहते है कि बाकि लोग आगे बढ़ रहे है पर सिर्फ आप ही पीछे रह जाते है?
ये किताब आपको बताएगी कि इस किताब के ऑथर स्कॉट एडम्स भी जिंदगी में कई बारे फेल हुए थे. आपको जानकर ताज्ज़ुब होगा कि स्कॉट पहले सौ से भी ज्यादा बार फेल हुए तब जाकर उन्हें एंड में सक्सेस मिली थी. इस किताब को फ्दकर आप ये सीखेंगे कि हमारी हर हार हमें जीत एक और कदम करीब ले जाती है.
स्कॉट अपने फेलियर्स को लेकर ज़रा भी शर्मिंदा नहीं होते बल्कि वो खुद पर प्राउड फील करते है कि इतनी बार ठोकर खाने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी. इस बुक को पढ़कर आप भी स्कॉट जैसा माइंडसेट डेवलप कर सकते है.
जब तक आप ये किताब खत्म करेंगे, आपके मन में भी खूब सारी गलतियाँ करने की ईच्छा पैदा हो चुकी होगी.
TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE
Passion is Bullshit
कई सारे लोग सोचते है कि पैशन से आप जो चाहे वो पा सकते है. यानी आपके अंदर सिर्फ पैशन होना चाहिए फिर वो चीज़ आपको मिलेगी ही मिलेगी. जो चीज़ करना आपको पसंद है, आप उसे करके रहते हो, है ना? जिस चीज़ को लेकर आपका पैशन है, आप उसे करने की बार-बार कोशिश करते रहते हो. लेकिन ये चीज़ एकदम गलत है” ये मानना है इस किताब के ऑथर स्कॉट का. स्कॉट इस बात पर पूरा यकीन करते है कि पैशन हमें कभी सक्सेसफुल नहीं बनाता.
स्कॉट पहले एक लोन प्रोवाइडिंग कंपनी के लिए काम करते थे. उस ऑफिस में स्कॉट के बॉस ने एक रुल बनाया था. उनके बॉस ने उनसे कहा था जो लोग अपना पैशन फॉलो करने की बात करें , उन्हें कभी लोन मत देना. उनके बॉस ने एक्सप्लेन किया कि पैशन इन्सान को इररेशनल यानी नासमझ बना देता है. इसलिए बॉस के कहने पर स्कॉट सिर्फ उन्ही लोगों को लोन ऑफर करते थे जो सर्वाइव करने के लिए काम करते थे जैसे किसी को अगर लांड्री सर्विस खोलनी है तो उसे लोन दिया जाएगा.
आप शायद सोच रहे होंगे कि स्कॉट ऐसा क्यों सोचते है. दरअसल स्कॉट को लगता है कि पैशनेट लोग गलत रिस्क लेने में हिचकते नहीं है. अपने पैशन की खातिर वो किसी भी हद को पार कर सकते है जिसकी वजह से अक्सर कई सारी गलतीयाँ भी कर बैठते है. लेकिन फिर हमें अक्सर सक्सेसफुल पैशनेट लोगों की कहानियाँ क्यों सुनने को मिल जाती है ? वो इसलिए क्योंकि दूसरे लोग यही सुनना चाहते है, सक्सेसफुल लोग ये कभी नहीं कहते कि वो एवरेज से बढकर है क्योंकि वो हम्बल बने रहना चाहते है. इसलिए वो कहते है कि वो पैशनेट थे तभी सक्सेसफुल बन पाए, क्योंकि यही एक सेफ जवाब है.
सब कुछ बढिया ढंग से चले तो पैशनेट बनना आसान है. आपको लगता है कि आप अपने पैशन की वजह से सक्सेसफुल है. स्कॉट ने एक बार खुद का रेस्टोरेंट खोला, शुरू-शुरू में उनके अंदर एक पैशन था. अपने इस नए बिजनेस को लेकर वो बहुत एक्साईटेड थे. वो खुद बोलते थे कि वो बड़े पैशनेट है और जब उनके पास कस्टमर्स की लाइन लगने लगी तो स्कॉट और ज्यादा पैशनेट फील करने लगे. लेकिन कुछ वक्त में जब रेस्टोरेंट का बिजनेस डाउन होना शुरू हुआ तो स्कॉट का सारा पैशन गायब हो गया.
तब स्कॉट को महसूस हुआ कि पैशन बेकार की चीज़ है. उन्हें ये समझने में थोड़ा वक्त लग गया कि किसी भी बिजनेस या जॉब में जब तक सक्सेस मिलती है, हमारा पैशन बरकरार रहता है. सक्सेस आपको पैशनेट बनाती है. आप जिस काम में अच्छे हो, ये उस आईडिया को और भी मज़बूत करता है. जबकि दूसरी तरफ पैशन का सक्सेस से कोई ख़ास लेना-देना नहीं है.
TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE
Some of My Many Failures in Summary Form
स्कॉट इस बात को स्वीकार करने से डरते नहीं है कि वो कई बार फेल हो चुके है. बल्कि उल्टा उन्हें खुद पर प्राउड है कि उनसे इतनी गलतियाँ हुई है. स्कॉट के लिए फेलियर ही सक्सेस की पहली सीढ़ी है. बस आपको अपनी कोई ऐसी गलती ढूंढनी है जो आपको सबक दे और आगे बढने के लिए प्रेरित करें . स्कॉट फेलियर को लेकर भी पोजिटिव व्यू रखते है. फेलियर अपने आप में कोई रिजल्ट नहीं है, बल्कि वो टूल है जो हमें सफलता के रास्ते की तरफ लेकर जाता है.
स्कॉट को एक फेमस और सक्सेसफुल कार्टूनिस्ट माना जाता है. हालंकि उनकी इस दौलत और शोहरत के पीछे ना जाने कितनी दर्जन गलतियाँ छुपी है. वो अपनी इस किताब में अपनी गलतियों का जिक्र करना नहीं भूले ताकि उनके रीडर्स उनसे कनेक्ट कर सकें . वैसे कई दूसरे सक्सेसफुल लोग अपनी गलतियां स्वीकार करने से बचते है. उन्हें लगता है कि कहीं इससे उनकी शोहरत कम ना हो जाए. लेकिन स्कॉट बिल्कुल भी शरमिंदा नहीं है. उनके लिए फेलियर सक्सेस का स्टेपिंग स्टोन है.
अपने पहले ही जॉब इंटरव्यू में स्कॉट रिजेक्ट हो गए थे. दरअसल प्रिंटिंग कंपनी Xerox को सेल्स पर्सन की जरूरत थी, हालंकि स्कॉट को जॉब कुछ ख़ास पसंद नहीं आई थी पर इसके बावजूद उन्होंने अप्लाई कर दिया. उनके कई और क्लासमेट भी सेम पोस्ट के लिए अप्लाई कर रहे थे. वैसे स्कॉट बिल्कुल भी टेंशन में नहीं थे क्योंकि उस वक्त वो बड़े कांफिडेंस में थे कि ये जॉब उन्हें ही मिलेगी क्योंकि दूसरो के मुकाबले उनके ग्रेड्स काफी अच्छे थे. पर अंत में स्कॉट को रिजेक्ट कर दिया गया. इस रिजेक्शन की वजह से उन्होंने अपनी उस हॉबी पर ध्यान देना शुरू किया जिसमे वो कुछ-कुछ अच्छे थे यानी स्कॉट कार्टूनिंग के फील्ड में चले गए.
कॉलेज के बाद स्कॉट ने एक दोस्त के साथ मिलकर बिजनेस वेंचर स्टार्ट किया. दोनों ने मेडिटेशन सिखाने वाली गाईड बेचने का काम शुरू किया क्योंकि स्कॉट मेडीटेशन अच्छा कर लेते थे और वो इसके फायदों से बखूबी वाकिफ थे. लास्ट में हुआ ये कि उनके मेडीटेशन गाइड की सिर्फ तीन कॉपी ही बिक पाई. हालांकि स्कॉट इसी बहाने पब्लिकेशन इंडस्ट्री के बारे में काफी कुछ सीख गए. अपने इस मेडीटेशन गाईड बिजनेस की वजह से उन्होंने एडवरटाईजिंग और मार्केटिंग के बारे में भी काफी कुछ सीख लिया था. इससे उन्हें आने वाले सालो में उनके बाकि बिजनेस वेंचर में काफी हेल्प मिली.
फिर पोर्टेबल कंप्यूटर पोपुलर होने लगे तो स्कॉट ने भी कंप्यूटर गेम्स बनाने का बिजनेस स्टार्ट किया. स्कॉट ने अपनी सारी जमा-पूँजी लगाकर एक पोर्टेबल कंप्यूटर खरीद लिया और प्रोग्रामिंग सीखने लगे. वो अपना सारा ख़ाली टाइम स्पेस थीम वाली गेम्स बनाने में गुजारते थे. अब चूंकि वो इस फील्ड में अभी सीख ही रहे थे, तो स्कॉट को गेम फिनिश करने में काफी वक्त लग गया.
और जब उनकी गेम बनकर तैयार हुई तो काफी देर हो चुकी थी. तब तक काफी अच्छे-अच्छे कंप्यूटर गेम्स लांच हो चुके थे. और अंत में हुआ ये कि स्कॉट के बनाये गेम्स की सिर्फ 20 कॉपी ही बिक पाई. पर स्कॉट की प्रोग्रामिंग की नॉलेज उन्हें आने वाले करियर में काम आई. जब वो बैंकिंग में गए तो उनकी कंप्यूटर नॉलेज से उनके बॉस उनसे बड़े इम्प्रेस हुए. और जब उन्होंने कार्टूनिंग स्टार्ट की तो अपने कंप्यूटर नॉलेज की वजह से उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं आई. यानी आखिर में जो भी उन्होंने सीखा उसका उन्हें फायदा ही हुआ.