(Hindi) Creativity, Inc.: Overcoming the Unseen Forces That Stand in the Way of True Inspiration

(Hindi) Creativity, Inc.: Overcoming the Unseen Forces That Stand in the Way of True Inspiration

क्रियेटिविटी इंक. Creativity, Inc.

पिक्सर एनिमेशन के प्रेजिडेंट एड कैटमूल अपनी सक्सेस स्टोरी शेयर करते है जिसमे वो बताते है कि कैसे हम एक क्रिएटिव वर्क एनवायरमेंट मेंटेन कर सकते है. और अपने पास्ट टीचर्स की तरह एक ट्रू लीडर बन सकते है, और वे ये भी बोलते है कि हमें अपनी मिस्टेक छुपानी नहीं चाहिए बल्कि उनसे कुछ लर्न करना चाहिए.

पार्ट 1 गैटिंग स्टार्टेड (Part I: Getting Started)
Chapter 1: Animated
चैप्टर 1: एनिमेटेड

जब मै बच्चा था, अल्बर्ट आइनस्टीन (Albert Einstein ) और वाल्ट डिज्नी मेरे चाइल्डहुड आइडल (childhood idols )हुआ करते थे. डिज्नी(Disney)का मतलब था कुछ न्यू इन्वेंट करना और आइनस्टीन (Einstein ) का मतलब था जो पहले से एक्जिस्ट (exists) करता है उसको एक्सप्लेन करना. फिजिक्स और आर्ट्स दोनों मुझे इंस्पायर करते थे लेकिन एनिमेशन सबसे ज्यादा अट्रैक्ट करता था क्योंकि ये मुझे ना जाने कौन-कौन सी दुनिया की सैर कराता था. मै एक मिडल क्लास फैमिली में पला बढ़ा था. मेरे फादर का पास्ट काफी रफ था, वो स्कूल के टाइम में मैथ टीचर थे और समरटाइम में बिल्डिंग वगैरह बनाने का काम करते थे. उन्होंने खुद अपने हाथो से हमारा घर भी बनाया था. तो आप खुद समझ सकते है कि एजुकेशन मेरे लिए कितनी इम्पोर्टेंट थी.

हमारे पेरेंट्स को मुझसे और मेरे भाई बहनों से यही एक्स्पेक्टेशन थी कि हम खूब मेहनत से पढ़ाई करे और कॉलेज अटेंड करे. लेकिन तब मुझे एनीमेटर बनने के बारे में कोई आईडिया नहीं था लेकिन मेरा साइंस में एक क्लियर विजन था. और जब मै 1969 में यूनिवरसिटी ऑफ़ उताह (University of Utah )से दो-दो डिग्रीज लेकर ग्रेजुएट हुआ, एक फिजिक्स में और एक कम्प्यूटर साइंस में तो मेरे दिल में यही था कि मै ग्रेजुएट स्कूल के लिए कम्प्यूटर लेंगुएज डिजाईन करना सीखू, लेकिन ये बात मेरे माइंड में उस इंसान से मिलने से पहले थी जिसने मेरी लाइफ ही चेंज कर दी : इवान सूदरलैंड (Ivan Sutherland) इंटरेक्टिव कम्प्यूटर ग्राफिक्स के पायोनियर्स (pioneers ) में से एक. कम्प्यूटर ग्राफिक्स है क्या? ये मशीन के थ्रू किसी भी नम्बर या डेटा से डिजिटल पिक्चर बनाने का तरीका है.

मैंने ये प्रोग्राम ज्वाइन कर लिया और एक नया गोल सेट किया: मैंने पेन्सिल नहीं बल्कि कम्प्यूटर से ऐसी इमेज एनिमेट का तरीका डेवलप किया जिन्हें मूवीज में यूज़ किया जा सकता था. और 1973 में मेरी फर्स्ट शोर्ट एनिमेटेड मूवी जिसका नाम था हैण्ड, रिलीज़ हुई जिसने धूम मचा दी. आज से पहले किसी ने ऐसी कोई चीज़ नहीं देखी थी. ये पहली फुल लेंग्थ फीचर थी जिसमे कम्प्यूटर जेनरेटेड एनिमेशन (computer-generated animation) यूज़ किया गया था. उसी साल के स्प्रिंग टाइम में प्रोफेसर सूदरलैंड (Professor Sutherland ) ने मुझे डिज्नी एक्जीक्यूटिवस (Disney executives) को एक एक्सचेज प्रोग्राम आईडिया सेल करने के लिए बुलाया जिसमे वो अपने एक एनिमेटर्स को न्यू कंप्यूटर टेक्नोलोजी सीखने के लिए उताह (Utah) भेजने वाले थे. और यूनिवरसिटी (university) अपने एक स्टूडेंट को स्टोरी टेलिंग सीखने के लिए डिज्नी एनिमेशन भेजने वाली थी.

सरप्राइज़ की बात तो ये थी कि उन्हें इस एक्सचेंज प्रोग्राम में ज़रा भी इंटरेस्ट नहीं था. क्योंकि उनके हिसाब से कम्प्यूटर और एनिमेशन का कोई मैच नहीं था. मुझे 1974 में पी. एच डी. की डिग्री मिली. अपने साथ इन्वेंशंस की लिस्ट और माइंड में एक क्लियर विजन यानी एनिमेटेड फिल्म बनाने का गोल लेकर मै उताह (Utah) से लौट आया. लेकिन उन दिनों किसी और कंपनी या यूनिवरसिटी (universities) को मेरा इस गोल में कोई इंटरेस्ट नज़र नहीं आया. फिर नवबंर 1974, की बात थी, मेरे पास एक फोन आया जिसने मेरी पूरी लाइफ चेंज कर दी.

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चैप्टर 2 पिक्सर इज बोर्न Chapter 2: Pixar Is Born

जब मै छोटा था तभी मैंने सीख लिया था कि तीन डिफरेंट स्टाइल वाले रेबेल्स के साथ कैसे मैनेज करना है. मेरा फर्स्ट बॉस, एलक्स स्चुरे (Alex Schure) (वो जिसके एक फोन कॉल ने मेरी लाइफ चेंज कर दी) का एक मिशन था कि वो एनिमेशन प्रोसेस की फील्ड में कंप्यूटर लाना चाहते थे. और इसके लिए उन्हें कोई ऐसा चाहिए था जो इस काम को संभाले, और फिर कुछ ही वीक्स में मै न्यू यॉर्क इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलोजी (New York Institute of Technology) में अपने न्यू ऑफिस में मूव हो गया. एलेक्स के पास एनिमेशन में कंप्यूटर के यूज़ को लेकर कमाल का विज़न था, उन्हें लगता था कि इस फील्ड में कंप्यूटर का इनक्रेडिबल यूज़ हो सकता है, और उनका ये विज़न ग्राउंडब्रेकिंग था.

अपने लिए एक टीम एसेम्बल (assemble) करने के दौरान मै अल्वी रे स्मिथ (Alvy Ray Smith) से मिला जो मुझे उस काम के लिए अपने से ज्यादा कवालीफाईड लगा जो मै करता था. लेकिन मैंने उस फिर भी सेलेक्ट कर लिया. बाद में अल्वी (Alvy) मेरा सबसे क्लोज फ्रेंड बन गया था जो मेरा मोस्ट ट्रस्टेड कोलाब्रेटर्स (trusted collaborators) था और तब से मैंने डिसाइड किया कि मै उन्ही लोगो को हायर करूँगा जो मुझसे ज्यादा स्मार्ट हो. एक प्रोब्लम जिसका सोल्यूशन कंपनी के पास नहीं था वो ये थी कि हम बेशक कंप्यूटर के थ्रू कोई स्टोरी बना सकते थे लेकिन हमारे पास कोई स्टोरीटेलर नहीं था.

मुझे और अल्वी (Alvy) को ये लिमिटेशन फील होती थी तो हमने डिसाइड किया कि हम ऐसी किसी जगह का पता करेंगे जो हाईटेक्नोलोजी के साथ फिल्ममेकिंग इन्वोल्व करने को रेडी हो–लेकिन ये सरप्राईजिंग (surprising) था कि ये चीज़ किसी के लिए कोई प्रायोरिटी थी ही नहीं. लेकिन फिर एक इंसान ने स्टार वार मूवी से इस थिंकिंग को चेंज कर दिया. 1977 में स्टार वार्स रिलीज़ हुई. मेरा सेकंड बॉस, ज्योर्ज लुकास (George Lucas) डायरेक्टर और राइटर था जिसने उन्ही दिनों अपनी कंपनी लुकासफिल्म स्टार्ट की थी. ज्योर्ज(George) ने मुझे बताया कि उसने मुझे मेरी आनेस्टी((honesty) क्लेरिटी ऑफ़ विज़न(my clarity of vision) और कंप्यूटर में मेरे बीलीफ(belief ) की वजह से हायर किया था.

मैंने अल्वी (Alvy) को ग्राफिक्स ग्रुप का चार्ज दे दिया जहाँ हाईली स्पेशलाईजड कंप्यूटर (highly specialized computer ) डिजाईन किये गए जो फिल्म स्कैन कर सकते थे और स्पेशल इफेक्ट्स भी एड कर सकते थे और इतना ही नहीं ये कंप्यूटर फाइनल रिजल्ट को वापस फिल्म में रिकोर्ड भी कर सकते थे.– इस सबमे चार साल लगे और हमने इसे पिक्सर इमेज कंप्यूटर नाम दिया. उन दिनों लुकाफिल्म (Lucasfilm) बड़े डायरेक्टर्स के लिए किसी मेग्नेट की तरह था. मुझे एक पर्टिकुलर (particular) विजिट याद है जब डिज्नी एनीमेटर्स का एक ग्रुप टूर पे आया थाऔर तब में जॉन लुस्सेटर (John Lasseter) से मिला. उसके पास एक फिल्म का आईडिया था

जिसे डिज्नी में उसके सुपरवाईजर्स ने रिजेक्ट कर दिया था और उसे काम से निकाल भी दिया था. लेकिन मेरी उसकी कुछ मंथ्स बाद मीटिंग हुई और मैंने उसे इमीडीएटली (immediately) हायर कर लिया. यही टाइम था जब उन्होंने एक शोर्ट मूवी”द एडवेंचर्स ऑफ़ एंडरे एंड वैली बी पर काम किया. ये मूवी का प्रीमियर एक एनुअल कांफ्रेसं में किया गया था हालाँकि इस मूवी में कई सारे फ्लाव्स (flaws) थे फिर भी जिन लोगो ने इसे देखा, किसी ने भी इतना नोटिस नहीं किया. और इस तरह के फेनोमेनन(phenomenon) से ये मेरा फर्स्ट एनकाउंटर (encounter)था जहाँ मैंने सीखा कि अगर स्टोरी राईट हो तो आर्टिस्टिक विजुअल पोलिश(artistic visual polish) ज्यादा मैटर नहीं करती है.

1983 में ज्योर्ज (George)और उसकी वाइफ अलग हो गए और तब उसकी फाईनेंशियल स्टेबिलिटी की वजह से कंपनी को बिकना पड़ा. सिर्फ यही नहीं बल्कि हमारे गोल्स भी दो डिफरेंट डायरेक्शन में बंट गए थे और इस तरह लुकाफिल्म (Lucasfilm) में मेरा टाइम ओवर हुआ. मेरे थर्ड बॉस थे द ग्रेट स्टीव जॉब्स. अल्वी (Alvy) और मेरी उनसे एक मीटिंग हुई थी लेकिन उसके 2 मंथ्स बाद तक हमे कोई जवाब नहीं मिला. फिर हमे इस रीजन भी पता चल गया जब हमने न्यूज़ पेपर्स में पढ़ा कि स्टीव जॉब्स और एप्पल के सीईओ जॉन स्कुल्ले (John Sculley) के बीच कुछ डिफरेंसेस हो गए थे. स्टीव जॉब्स दुबारा हमारे पास आये एक नए एडवेंचर के साथ लेकिन वो मेरी जॉब लेना चाहता था.

और फिर हमें ये क्लियर हो गया कि उन्हें हमारे गोल से कोई मतलब नहीं था. उन्हें कोई एनिमेशन स्टूडियो नहीं बल्कि नेक्स्ट जेनरेशन होम कंप्यूटर बनाना चाहते थे ताकि वो एप्पल से कॉम्पीट (compete ) कर सके. लेकिन हमारा लक अच्छा था क्योंकि कुछ मंथ्स बाद ही हमने ट्रेड शो में एक बूथ लगाया जहाँ हमने अपना पिक्सर इमेज कंप्यूटर (Pixar Image Computer) शो किया था और तभी स्टीव जॉब्स वहां से गुज़रे. तब तक वो आलरेडी (already)अपनी पर्सनल कंप्यूटर कम्पनी नेक्स्ट (NeXT) शुरू कर चुके थे और उन्हें अब कुछ और प्रूव नहीं करना था. फिर कुछ मंथ्स बाद ही स्टीव हमारे साथ एक डील करने को तैयार हो गए थे. और फाइनली 1986 में अल्वी (Alvy) मै और स्टीव के कमरे में साथ बैठे थे और इस तरह हमारी कम्पनी पिक्सर का जन्म हुआ.

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