(hindi) BULLSHIT JOBS
इंट्रोडक्शन (Introduction)
क्या आपको लगता है कि आपकी जॉब मैटर करती है ? मान लो कभी दुनिया के सारे लीडर्स मिलकर डिसाइड करे कि सेम जॉब रिस्पोंसेबिलिटी वालो को जॉब से निकाल दिया जाए तो क्या होगा? क्या आपको लगता है इससे कुछ फर्क पड़ने वाला है? दुनिया को इसका फायदा होगा या नुकसान? या आपको लगता है कि इससे काफी नुकसान झेलना पड़ेगा?
अगर इन सवालों के जवाब हाँ में है तो अच्छी बात है, यानी आपको आपको ये सोचने की जरूरत नहीं है कि एक यूज़लेस काम कर रहे हो ? लेकिन अगर आपका जवाब ना में हो तो? क्या आपको लगता है कि आपकी जॉब वर्थ करती है? आप रोज़ सुबह 5 बजे उठते हो फिर 8 घंटे की जॉब करते हो और हफ्ते में पांच दिन काम पर जाते हो. आप इतनी मेहनत करते हो उस जॉब के लिए जो बिल्कुल यूज़लेस है? तो मतलब आप अपना टाइम वेस्ट कर रहे हो?
ये तो वही बात हुई कि कोई अपनी डेस्क पर बैठे-बैठे हजारों-लाखों यूज़लेस जॉब्स क्रिएट कर रहा है जिससे ना तो सोसाइटी का कोई भला होगा और ना ही किसी और का. अब सवाल ये है कि आखिर इस टाइप की जॉब्स यानी ऑथर के हिसाब से “बुलशिट जॉब्स” को क्रिएट करने का मतलब ही क्या है ? इस बुक में आप पढेंगे कि बुलशिट जॉब्स एक्चुअल में होती क्या है और बुलशिट जॉब्स करने वाले हमेंशा परेशान क्यों रहते है.
वैसे ज्यादातर बुलशिट जॉब करने वाले इस बात को जानते है. इन्हें पता होता है कि उनके काम से किसी को फायदा नही है सोसाईटी तो क्या खुद उन्हें भी नहीं. लेकिन इनमे से बहुत कम ऐसे लोग भी है जिन्हें मालूम ही नहीं होता कि उनके काम एकदम बेकार है.
नहीं मुझे गलत मत समझो. इस बुक के ऑथर ये डिसाइड नहीं कर पा रहे कि कौन सी जॉब यूजलेस है और कौन सी नहीं. अगर कोई सोचता है कि उसकी जॉब से सोसाइटी के लोगो का भला हो रहा है तो हम कौन होते है उसे ये बोलने वाले कि वो गलत सोच रहा है?
हालाँकि अगर ये समरी किसी एक को भी ये रिएलाइज करा सके कि उसकी जॉब यूजलेस है या किसी को अपना सही मकसद और हैप्पीनेस अचीव करने में हेल्प कर सके तो इसका मतलब है कि ऑथर अपना मैसेज देने में कामयाब रहा है.
इस बुक को पढने के बाद शायद आप भी ये समझ पाए कि कहीं आप भी यूजलेस जॉब तो नहीं करते. और अगर ऐसा है तो ये बुक आपको हेल्प करेगी और सिखाएगी कि अपनी कम्यूनिटी और खुद का भला कैसे किया जाए.
अगर आप नहीं जानते कि आपकी जॉब वैल्यूएबल है या नहीं, तो इस समरी के एंड में आपको क्लियर आंसर मिल जाएगा. क्योंकि ये समरी आपको एक राईट डायरेक्शन में गाइड करेगी. और ये आपको एक वैल्यूएबल जॉब और पहले से ज्यादा मीनिंगफुल रोल करने के लिए मोटिवेट करेगी.
इस समरी को पढने के बाद आपको फील होगा कि आप पहले से ज्यादा वेल-इन्फोर्मेड और एक बैटर पर्सन बन सकते हो और सोसाईटी को अपना वैल्यूएबल कोंट्रीब्यूशेन दे सकते हो.
व्हट इज़ बुलशिट जॉब ( बुलशिट जॉब्स होती क्या है) What is a Bullshit Job?
बुलशिट जॉब्स पॉइंटलेस जॉब्स होती है यानी जिनका कोई मतलब नहीं होता, जिनके करने या ना करने से कोई फर्क नही पड़ता. ऐसे कई फालतू के काम है जो लोग करते है पर उसका फायदा कुछ नही होता. इसके अलावा ये ऐसी जॉब्स है जो लोगो को लगता है कि होनी ही नहीं चाहिए.
अब जैसे एक्जाम्पल के लिए सोवियत यूनियन में काम को हाई प्रायोरिटी दी जाती है यानी वहां काम करना सबसे बड़ा कर्तव्य है. इसलिए वहां की गवर्नमेंट लोगो के लिए जॉब्स क्रिएट करती है यानी सबको काम करना पड़ता है. मान लो अगर आप मीट खरीदना चाहते है तो आपको प्रोडक्ट खरीदने के लिए तीन-तीन कैशियर्स के पास जाना होगा.
एक और एक्जाम्पल देखते है. कर्ट, एक जर्मन मिलिट्री के लिए काम करता है. पर असल में कर्ट दरअसल किसी और के लिए काम करता है, जो किसी और के लिए और वो दूसरा भी किसी ऐसे के लिए काम करता है जोकि असल में मिलिट्री जॉब में है.
इसे और क्लियरली समझते है, अब जैसे जर्मन मिलिट्री एक सबकांट्रेक्टर रखती है जो उनकी आईटी रिलेटेड वर्क हैंडल करते है. इस आईटी कंपनी का भी एक सबकांट्रेक्टर होता है जो इसे लोजिस्टिक्स प्रोवाइड करता है. ये लोजिस्टिक कंपनी भी एक सबकांट्रेक्टर रखती है जो उनका पर्सनल मैनेजमेंट देखती है. तो कर्ट इस लास्ट वाली कंपनी में जॉब करता है.
अब मान लो, किसी आदमी “पर्सन ए” को अपना कंप्यूटर ठीक करवाना है तो कंप्यूटर को डायरेक्ट दो कमरे क्रोस करके हॉल में ले जाने के बजाए उस आदमी को एक फॉर्म भरना पड़ेगा. फिर ये फॉर्म आईटी फर्म के पास जायेगा. आईटी फर्म इसे लोजिस्टिक फर्म के पास भेजेगी जो इसे अप्रूव करेंगे और फिर कर्ट की कंपनी के पर्सनल्स को रिक्वेस्ट करके उनसे कंप्यूटर रीपेयर करवाने को बोलेंगे. फिर वो पर्सनल्स मैनेजमेंट फर्म कर्ट को ऑर्डर देगी कि वो कंप्यूटर को हाल में लेकर जाए, तो कर्ट को कंप्यूटर लेकर हाल में रिपेयरिंग के लिए लेकर जाना पड़ेगा.
अब आप देखो कि यहाँ कर्ट का रोल एकदम यूजलेस है. उसकी जॉब और वो सारी फर्म्स जिनके बारे में हमने बताया, इन सबका काम पर्सन ए आसानी से रीप्लेस कर सकता है जिसे अपना कंप्यूटर फ़िक्स करवाना था. यानी पर्सन ए को सिंपली अपना कंप्यूटर उठाकर हाल तक ले जाना था.
अब किसी को ये लगेगा कि आज की इस कैपिटलिस्ट सोसाईटी में, जहाँ हम रहते है वहां इस तरह की बुलशिट जॉब्स होना पॉसिबल नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है.
जोक्विन गार्सिया (Joaquin Garcia ) स्पेन में रहता है और एक गवर्नमेंट एम्प्लोई है. 2010 में उसे अपनी लॉन्ग टाइम सर्वीसेस के लिए अवार्ड मिलने वाला था पर कोई भी उसे ढूंढ नहीं पा रहा था. बाद में पता चला कि जोक्विन गार्सिया तो 6 सालो से ऑफिस ही नहीं आ रहा था पर उसे मन्थली सेलरी अभी भी मिल रही थी. दरअसल उसके एब्सेंट होने से किसी कोई फर्क नहीं पड़ा ना उसके डिपार्टमेंट को और ना ही किसी और को. किसी को पता है नहीं था कि वो ऑफिस आता भी है या नहीं. पर कोर्ट ने जोक्विन को गिल्टी मानते हुए उस पर 27,000 यूरोज़ का फाइन किया.
ये स्टोरी उस टाइम की है अनएम्प्लॉयमेंट काफी ज्यादा था. लोगो को जॉब्स मिलनी मुश्किल हो रही थी. बावजूद इसके जोक्विन जैसे लोगो को जो 6 सालो से काम पर नही गए थे, रेगुलर सेलरी मिल रही थी. और किसी को उसके जाने का पता तक नहीं चला.
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व्हाट सोर्ट्स ऑफ़ बुलशीट जॉब्स आर देयर (किस टाइप की बुलशिट जॉब्स होती है ?)
What Sorts Of Bullshit Jobs Are There?
इस बुक के ऑथर डेविड ग्रैबर दुनिया भर के लोगो से ई-मेल्स और मैसेजेस जमा करते है ताकि उन्हें पता चल सके कि दुनिया में कितने टाइप की बुलशिट जॉब्स होती है. अब क्योंकि दुनिया में कई टाइप की डिफरेंट बुलशिट जॉब्स मौजूद है तो डेविड उन्हें पांच ब्रोड कैटेगरीज़ में डिवाइड करते है. और ये है फ्लुंकीज़ (Flunkies,) गून्स ( Goons) डक्ट टेपर्स ( Duct tapers,) बॉक्स टिकेट्स ( Box tickers,) और टास्कमास्टर्स (Taskmasters)
फ्लंकीज़ (Flunkies ):
ये वो एम्प्लोईज़ है जिनकी एक सर्टेन जॉब होती है जो उनके एम्प्लोयर को खुश रखती है या कहे कि उन्हें इम्पोर्टेंट फील कराती है. बिल एक ऐसा ही फ्लंकी है जिसे अपनी जॉब बुलशिट लगती है. उसका कहना है कि उसकी जॉब सिर्फ इतनी है कि उसे डोर बटन प्रेश करना है ताकि बिल्डिंग में रहने वालो को मेन्युअली डोर ओपन ना करना पड़े. बस इतनी सी बात है जिसके लिए बिल को सेलरी मिलती है.
जैक एक ब्रोकर का असिस्टेंट है. वो अपने ब्रोकर एम्प्लोई की तरफ से कंपनीज़ को फ़ोन करता है और स्टॉक्स बेचता है. जैक की इस बुलशिट जॉब का पर्पज सिर्फ इतना है कि ब्रोकर अपने पोटेंशियल क्लाईटस की नजरो में बिज़ी और एक सक्सेसफुल ब्रोकर लगे. ब्रोकर को डिमांड में रहने के लिए एक आदमी चाहिए जो उसके बिहाफ पर क्लाइंट्स के काल्स ले सके.
गून्स :
इन्हें बैटर ढंग से समझना है तो नेशनल आर्मी फोर्सेस का एक्जाम्पल ले सकते है. हर कंट्री को अपनी सिक्योरिटी के लिए एक आर्मी की जरूरत पड़ती है जो उन्हें दुश्मन देशो से बचा सके. तो अगर सारे देश डिसाइड कर ले कि वो एक दुसरे पर अटैक नहीं करेंगे तो शायद किसी देश को मिलिट्री की जरूरत पड़े ही ना.
टॉम को हम गून बोल सकते है क्योंकि वो मूवीज़ के लिए स्पेशल इफेक्ट्स क्रिएट करता है जैसे कि बिल्डिंग उड़ाना या शहर में डायनासोर्स का अटैक वगैरह-वगैरह. लेकिन टॉम बड़ा खुश रहता था. पर टॉम ने जब एक एडवरटाईजिंग एजेंसी में काम करना स्टार्ट किया तो उसे कुछ अलग ही एक्सपीरिएंस हुआ.
सबसे पहले तो टॉम को एक मूवी के लिए सेलीब्रेटीज़ के टीथ व्हाईटन करने पड़ते थे, एक्टर्स को स्लिम दिखाना पड़ता था या उनकी जर्नल बॉडी एपीरिएयंश को चेंज करना पड़ता था. फिर उसके बाद मूवीज़ के बीच में जो एड्स आते है उनमे एडवरटाईजर्स अपने प्रोडक्ट्स प्रोमोट करते है जैसे कि वेटलोस पिल्स, टीथ व्हाईट करने वाले प्रोडक्ट्स वगैरह.
टॉम अपनी जॉब को बुलशिट मानता है तो इसका भी एक रीजन है. पहले टॉम को अपने स्पेशल इफेक्ट्स के जरिये बॉडी की प्रोब्लम्स क्रिएट करनी पड़ती है फिर मूवीज के बीच में जो एड्स आते है वो उन प्रोब्लम्स का सोल्यूशन ऑफर करते है. तो टॉम का टास्क है एक ऐसी डिमांड क्रिएट करना जिसकी असल में कोई जरूरत ही नहीं है और यही चीज़ इसे एकदम बुलशिट जॉब बनाती है.
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Duct tapers :
डक्ट टेपर्स का काम है उन प्रोब्लम्स को सोल्व करना जो दुसरे लोग क्रिएट करते है.
जैसे एक्जाम्पल के लिए एक दिन डेविड ग्रैबर के ऑफिस में एक बुकशेल्फ गिर पड़ी. सारी बुक्स फ्लोर पर फ़ैल गई और उन्हें कारपेंटर को बुलाना पड़ा. जब कारपेंटर आया तो उसने डेविड को बोला कि पहले बुक्स को ओर्गेनाइज़ करना पड़ेगा. इस बीच कारपेंटर एक सेफ्टी हैजर्ड क्रिएट करेगा. उसने डेविड को बोला कि वो उसे कॉल करे ताकि वो बुकशेल्फ फिक्स कर सके.
अब डेविड ने पहले बुक्स ठीक से अरैंज की. फिर कारपेंटर के आने का वेट किया. लेकिन कारपेंटर एक हफ्ते तक नहीं आया. तो डेविड रोज़ डिपार्टमेंट कॉल करके कारपेंटर के बारे में पूछते थे. और वहां एक आदमी बड़ी पोलाईटली से जवाब देता था” सॉरी सर, कारपेंटर नहीं आ सकता क्योंकि वो बिज़ी है”.
तो हुआ ये कि हफ्ते के एंड में ग्रैबर को रिएलाइज़ हुआ कि डिपार्टमेंट में एक ऐसा आदमी भी है जिसका काम सिर्फ ये बताना है कि कारपेंटर अवलेबल है या नहीं. लेकिन इस यूजलेस जॉब की जरूरत ही नहीं पड़ती अगर यूनीवर्सिटी ने एक और एक्स्ट्रा कारपेंटर रखा होता. इससे डिपार्टमेंट के लोगो की ज्यादा हेल्प मिलती बजाए इसके कि उन्होंने सिर्फ सॉरी बोलने के लिए एक आदमी को जॉब पर रखा था.
बॉक्स टिकर्स :
बॉक्स टिकर्स की बस एक सिंपल जॉब होती है. दरअसल इनका काम एक इल्यूज़न क्रिएट करना है कि उनकी कंपनी वाकई में कुछ कर रही है जबकि असल में कंपनी कुछ नही कर रही होती.
एक रीटायर होम में काम करने वाले एम्प्लोई ने बताया कि उसका काम न्यू रेजिडेंट्स का इंटरव्यू लेना है. इंटरव्यू के वक्त वो एक फॉर्म फिल करती है जिसमे कैंडीडेट के इंटरेस्ट के बारे में पुछा जाता है. वो इन फॉर्म्स को एक बाइंडर में रखती है और कंपनी के डेटाबेस में भी ये फॉर्म अवलेबल रहते है. बस इसके अलावा और कोई काम नहीं होता.
ये फॉर्म्स यूं ही रखे रहते है. कोई इन फॉर्म्स को दुबारा चेक नहीं करता. और एम्प्लोई से लेकर रेजिडेंट्स सबको ये बात मालूम है क्योंकि ये फॉर्म्स सिर्फ फोर्मेलिटीज़ के लिए भरे जाते है. असल में रेजिडेंट्स की चॉइस या इंटरेस्ट का कोई ख्याल नहीं रखा जाता.
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टास्कमास्टर्स :
Taskmasters टास्कमास्टर्स दो टाइप के होते है. टाइप 1 के पास एक जॉब होती है कि वो अपने जूनियर एम्प्लोई को टास्क देता है. इस टाइप को हम कंसीडर कर सकते है क्योंकि अगर टास्क मास्टर नही होगा तो उसके अंडर में काम करने वालो को अपने काम में कोई प्रोब्लम फेस नहीं करनी पड़ेगी.
अब आते है टाइप 2 टास्क मास्टर्स जोकि बेसिकली सेम होते है, फर्क बस इतना है कि ये बुलशिट टास्क क्रिएट करते है और अपने जूनियर्स को वो टास्क देते है. फिर उनके अंडर में काम करने वालों की जॉब भी बुलशिट बन जाती है.