(Hindi) A HAPPY ENDING
ल्यूबोवा ग्रिगोर्येवना एक भारी-भरकम बॉडी वाली चालीस साल की औरत थी जो लोगो की शादियाँ और मैचमेकिंग जैसे काम करती थी जिसके बारे में लोग अक्सर फूसफुसा कर बाते करते है. ल्यूबोवा स्त्य्तच्किन हेड गार्ड (Stytchkin,) से उसकी छुट्टी वाले दिन मिलने आई थी. स्त्य्तच्किन (Stytchkin,) थोडा शर्मिंदा था लेकिन वो हमेशा से ही प्रेक्टिकल और दिलदार टाइप का आदमी था. वो अपने रूम चक्कर काटते हुए सिगार पी रहा था और बोल रहा था:
“आपसे मिलकर बड़ी ख़ुशी हुई. सेम्यों इवानोविच (Semyon Ivanovitch) ने तुम्हे इस शर्त पर रेकमंड किया है कि तुम मुझे मेरी लाइफ के एक बड़े ही इम्पोर्टेंट और नाज़ुक मामले में हेल्प करोगे जिस पर मेरी खुशियाँ टिकी हुई है. ल्यूबोव ग्रिगोर्येवना*, (Lyubov Grigoryevna,) मै फिफ्टी टू ईयर्स का हो गया हूँ और इस उम्र तक लोगो के बच्चे बड़े हो जाते है. मेरी पोजीशन सिक्योर है. हालाँकि मै बहुत अमीर आदमी नहीं हूँ लेकिन इस लायक जरूर हूँ कि अपने बीवी बच्चो का खर्चा अफोर्ड कर सकूं.
ये बात मै सिर्फ तुम्हे बता रहा हूँ इसलिए इसे अपने तक ही रखना. मेरी सेलरी के अलावा मेरे पास बैंक में काफी पैसा सेव है. तुम्हे तो पता ही है कि मै एक सोबर और प्रेक्टिकल आदमी हूँ और बड़े तरीके से जीता हूँ मेरी लाइफ तो औरों के लिए भी एक एक्जाम्पल है. बस एक कमी है मेरी लाइफ में- मेरा खुद का परिवार, एक लाइफ पार्टनर जो सुख-दुःख में काम आए. मै कब तक यूं ही अकेला जिंदगी काटूँगा, आवारा की तरह यहाँ से वहां घूमता हुआ. अकेले आदमी को कभी चैन नही आता. और मेरा इस दुनिया में अपना कहने को कोई है भी नहीं.
मान लो कल कोई अगर मै बीमार पडू तो कम से कम कोई पानी देने वाला तो हो. इसके अलावा एक और बात है ल्यूबोव ग्रिगोर्येवना (Lyubov Grigoryevna, ) तुम तो जानती हो सोसाईटी में कुंवारों से ज्यादा शादीशुदा आदमी की ईज्ज़त होती है.. . . . मै पढ़ा-लिखा हूँ, पैसे वाला हूँ मगर उससे क्या होता है? एक अकेला आदमी तो अकेला ही रहता है. बिना बाल-बच्चो के कोई लाइफ है? जैसे कोई चर्च का पादरी! इसलिए अगर कोई ढंग की लड़की मिल जाए तो मै भी घर-गृहस्थी बसाना चाहता हूँ.
“ये तो बहुत नेक ख्याल है! मैचमेकर ने एक गहरी साँस लेते हुए कहा.
“पर मै अकेला रहता हूँ. और यहाँ किसी को जानता भी नहीं हूँ. मेरे लिए तो यहाँ सब लोग अजनबी है तो तुम ही बताओ मै शादी के लिए किससे बात करूँ? इसीलिए सेम्यों इवानोविच ने मुझसे बोला था कि “ शादी ब्याह जैसे कामो के लिए मुझे किसी ऐसे इन्सान से बात करनी चाहिए जो इन मामलो में स्पेशलिस्ट हो. और तुमसे अच्छा स्पेशलिस्ट और कौन होगा ल्यूबोव ग्रिगोर्येवना (Lyubov Grigoryevna,) मेरी रिक्वेस्ट है तुमसे. मेरा घर बसाने में मदद करो. तुम तो काफी सारी औरतों को जानती हो तो तुम ही मेरे लिए कोई अच्छी सी लडकी बताओ”
“मै बता सकती हूँ ….. . .”
“ज़रा एक ग्लास वाइन, प्लीज. . . .”
और जैसा कि उसे आदत थी, मैचमेकर ने वाइन का ग्लास ऊँचा उठाया और एक ही सांस में पूरा ग्लास गटक लिया.
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“मै आपके लिए लड़की ढूंढ सकती हूँ”’ उसने फिर से कहा…मगर कैसी लड़की चाहिए तुम्हे, निकोले निकोलेविच? (Nikolay Nikolayitch?”
“मुझे कैसी लड़की चाहिए? ये तो किस्मत की बात है कि मुझे कैसी बीवी मिलेगी
“हाँ, ठीक कहा तुमने, कैसी बीवी मिलेगी, ये तो किस्मत की बात है पर हर किसी की अपनी एक पसंद भी तो होती है. तुम तो जानते ही होगे, जैसे कोई गोरी बीवी चाहता है और कोई काली.
“देखो! ल्यूबोव ग्रिगोर्येवना (Lyubov Grigoryevna,”) स्त्य्तच्किन ने कहा” तुम तो जानती हो, मै एक प्रेक्टिकल आदमी हूँ और केरेक्टर का भी साफ हूँ, तो मेरे लिए खूबसूरती और रंग-रूप ज्यादा मायने नहीं रखता. तुम्हे तो मालूम है, मुझे खूबसूरती का कोई अचार तो डालना नहीं है. बीवी का ज्यादा सुंदर होना भी एक मुसीबत ही है. जहाँ तक मेरा ख्याल है, औरत की बाहरी खूबसूरती नहीं बल्कि उसके गुण मायने रखते है.—उसका दिल अच्छा होना चाहिए और अपना घर परिवार संभालने की खूबी होनी चाहिए.
“ एक ग्लास वाइन और प्लीज?
“ हां,हाँ क्यों नहीं”
“बीवी का गोरी-चिट्टी होने से अच्छा है कि वो ढंग की औरत हो जिसके साथ अच्छी निभे. सच बोलूं तो शादी के लिए ये नही देखना चाहिए कि औरत के पास दिमाग है या नही. अरे! क्या करेगी दिमाग का? अगर तेज़ दिमाग होगी तो हर बात पे बहस करेगी. ऐसी औरतो के दिमाग में खुरापात चलती रहती है. वैसे तो आजकल पढ़ी-लिखी औरतो का ज़माना है, पर एजुकेशन डिफरेंट काइंड की है.
ये तो अच्छी बात है अगर किसी की बीवी को फ्रेंच या जर्मन बोलनी आती है, ये तो बड़ी अच्छी चीज़ है. लेकिन इतना पढ़ने-लिखने का फायदा ही क्या अगर बटन लगाना ना आए? मै खुद पढ़ा-लिखा हूँ. इस लायक हूँ कि प्रिंस कनित्लिन से बाते कर सकता हूँ और तुम जैसे लोगो से भी. पर एकदम सिंपल रहता हूँ. और मुझे ऐसी ही लड़की चाहिए जो मेरे जैसी सिंपल हो. और सबसे बड़ी बात वो मेरी ईज्जत करे और मेरी फीलिंग्स की कद्र करे..”
“हां सही कहा, ऐसी ही लड़की होनी चाहिए”
“अच्छा, अब काम की बात सुनो…..मुझे पैसे वाली लड़की नहीं चाहिए. मै इतना गया-गुज़रा आदमी नहीं हूँ जो पैसे के लिए शादी करूँ. मुझे ऐसी बीवी नहीं चाहिए जो मुझ पर अपने पैसे का रौब जमाए बल्कि उसका सारा खर्चा मै उठाऊंगा. हाँ पर मुझे कोई गरीब-बेसहारा भी नहीं चाहिए. मेरे पास पैसे की कमी नहीं है और ना ही मै लालची बंदा हूँ पर लड़की इतनी गरीब भी ना हो कि खाली हाथ चली आए. महंगाई कितनी बढ़ गयी है, तुम्हे तो मालूम ही है. और कल को बाल-बच्चे भी होंगे तो खर्चा और बढ़ जाएगा.
“हाँ क्यों नहीं, थोडा-बहुत दहेज मिल जाए तो क्या बुरा है?’ मैचमेकर ने कहा.
“ज़रा एक और ग्लास वाइन..प्लीज़. .”
कुछ देर कमरे में चुप्पी रही.
मैचमेकर ने एक लम्बी सांस भरी, फिर आँखों के कोनो से गार्ड की तरफ देखा और पुछा:
“अच्छा, सर…. . क्या आपको कुँवारी लडकियों में दिलचस्पी है? मेरे पास कुछ अच्छे रिश्ते है. एक तो फ्रेंच लडकी है और एक ग्रीक है. और पैसे वाले भी है.
गार्ड ने कुछ देर सोचता रहा फिर बोला.
“नहीं, शुक्रिया. क्या मै जान सकता हूँ कि तुम अपने हिसाब से शादी के लिए एक लड़की ढूँढने का कितना पैसा लोगी ?
“ज्यादा नही. बस 15000 रुपये और एक ड्रेस का कपड़ा.. इतना तो नॉर्मल है… बस इतना काफी है. और जहाँ तक दहेज का सवाल है वो अलग बात है.
स्त्य्तच्किन ने अपने दोनों हाथ सीने पर बांधे और कुछ देर चुपचाप सोचता रहा. कुछ देर सोचने के बाद उसने एक गहरी सांस ली और बोला :
“ये तो काफी ज्यादा है”
“बिलकुल भी ज्यादा नही है. निकोले निकोलेविच (Nikolay Nikolayitch!) पुराने जमाने में जब काफी शादियाँ होती थी तो लोग सस्ते में काम चला लेते थे. पर आजकल देखो, हमारी क्या कमाई है? तुम अगर महीने में 20,000 bhi कमाते हो तो भी गनीमत समझो. हमे शादीयों से कुछ नही मिलता सर.