(Hindi) 12 Rules for Life

(Hindi) 12 Rules for Life

इंट्रोडक्शन(Introduction)

डिसऑर्डर, कंफ्यूज़न, कभी ना खत्म होने वाली प्रोब्लम्स– क्या आप हर रोज़ इन्हीं सब में खुद को फँसा हुआ महसूस करते हैं? क्या आप हमेशा काम में परेशान रहते हैं? क्या आपको लगता है कि आपके रिश्ते खराब होते जा रहे हैं? अगर हाँ तो यह बुक आपके लिए है.
यहाँ 12 रूल्स दिए गए हैं जो आपको अपने लाइफ में आर्डर लाने में मदद करेंगे.ये आपको बेकार के झंझटों और तकलीफों से फ्री करने में मदद करेंगे. तो आइये एक एक कर इन 12 रूल्स को समझते हैं.

स्टैंड अप स्ट्रैट विथ योर शोल्डर्स बैक (Stand Up Straight With Your Shoulders Back)

क्या आपने कभी हारा हुआ फील किया है? क्या आपको लगता है कि लाइफ बहुत अनफेयर है? क्या प्रोबलम्स के बोझ तले आप ख़ुद को दबा हुआ महसूस करते हैं? शायद उस वक़्त आप निराश होकर अपना सिर नीचे झुका देते होंगे. आपके कंधे और पीठ भी झुक जाते होंगे. इस बुक के ऑथर जॉर्डन पीटरसन का कहना है कि आपको ज़्यादा देर तक इस तरह बिलकुल नहीं बैठना चाहिए.

अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों? क्योंकि इस posture की वजह से आप और भी ज़्यादा डिप्रेस फील करने लग जाते हैं. इसके बजाय, अगर आप सीधे खड़े होकर, कंधों को स्ट्रैट कर गहरी साँस लेंगे तो आप ज़्यादा अच्छा महसूस करेंगे. अपने सिर को झुकाएँ नहीं, उसे ऊँचा रखें. स्माइल करने की कोशिश करें. एक सही posture और मुस्कान आपके बॉडी में सेरोटोनिन के लेवल को बढ़ाता है.

सेरोटोनिन हैप्पी हॉर्मोन है. यह आपकी नसों को आराम देता है, उन्हें रिलैक्स करने में मदद करता है. यह आपकी इम्युनिटी को भी स्ट्रोंग करता है. इस हॉर्मोन की वजह से आपको अच्छे थॉट्स आते है.यहाँ तक कि जानवरों में भी अच्छे posture को बनाए रखना बहुत ज़रूरी है. एक स्ट्रोंग बॉडी का मतलब होता है सर्वाइव करने का ज़्यादा चांस होना.

आइये लॉबस्टर यानी केकड़े की बात करते हैं. समुद्र के नीचे गहराई में सर्वाइव करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है. केकड़े की बॉडी में सेरोटोनिन का लेवल बहुत ज़्यादा होता है, उसका शरीर लंबा, स्ट्रैट और स्ट्रोंग होता है. ये उसके लिए एक बहुत बड़ा एडवांटेज है. यह एक विनर की निशानी है.

एक अच्छी posture वाला केकड़ा अपने एरिया का विनर होता है. वो आसानी से अपने शिकार को फँसा सकता है.ऐसा भी मुमकिन है कि उसे एक healthy पार्टनर मिले और वो healthy बच्चों को जन्म दे. एक अच्छा और सही posture उसके लाइफ के हर पहलु को बेटर बना देता है और उसे और ऊपर ले जाता है.

वहीँ दूसरी और, एक झुका हुआ केकड़ा हमेशा एक loser ही होता है. उसके बॉडी में सेरोटोनिन का लेवल कम होता है. वो कहीं भी ज़्यादा लंबे समय तक सर्वाइव नहीं कर सकता. ऐसे में उसे एक नए और दूसरे एरिया की तलाश करनी पड़ती है. अगर वो ख़ुद को नहीं बदलेगा तो हमेशा एक बेघर केकड़ा बन कर रह जाएगा. शायद उसे कभी कोई साथी भी ना मिले.

इंसान भी इस पहलु में बिलकुल केकड़े की तरह होते हैं. ख़ुद को loser मत बनने दो. अच्छे मौकों के दरवाज़े आपके लिए सिर्फ़ तब खुलेंगे जब आपके थॉट्स पॉजिटिव होंगे. तो अपने कंधो और सिर को झुकाए बिना स्ट्रैट खड़े होना शुरू करो. अपने बॉडी में सेरोटोनिन का लेवल बढ़ाने की कोशिश करो.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

ट्रीट योरसेल्फ लिखे समवन यू आर रेस्पोंसीबल फॉर हेल्पिंग (Treat yourself like someone you are responsible for helping)

कुछ लोग होते हैं जो थोड़ा सा बीमार होने पर भी तुरंत डॉक्टर के पास चले जाते हैं. लेकिन जब उन्हें दवाई लिख कर दी जाती है तो वो उसे ठीक से फॉलो नहीं करते. कई लोग पैसों की कमी की वजह से दवाई नहीं खरीद पाते और कुछ तो बस जिद्दी होते हैं. उन्हें लगता है कि बीमारी तो बस वैसे ही ठीक हो जाएगी, दवाई खाने की क्या ज़रुरत है. उन्हें लगता है कि हम तो बड़े हो गए हैं, दवाई तो बच्चों को दे जाती है.

यह कितने आश्चर्य की बात है ना कि जब हमारे पालतू जानवर बीमार पड़ जाते हैं तो हम उनका कितना ध्यान रखते हैं. हम उन्हें डॉक्टर के पास ले जाते हैं, उन्हें समय पर दवाई देते हैं. ऐसा लगता है कि हमें अपने हेल्थ से ज़्यादा उनके हेल्थ की चिंता है.

और बिलकुल ऐसा ही होता है जब हमारा कोई अपना बीमार हो जाता है. हम उन्हें सही समय पर दवाई लेने के लिए याद दिलाते रहते हैं. हम तो उन्हें दवाई लेने से पहले कुछ खाना खिलाने तक बैठ जाते हैं. हम हमेशा उनसे अपना ध्यान रखने के लिए कहते रहते हैं.

तो इससे आप क्या समझे? हम दूसरों की तो परवाह करते हैं लेकिन ख़ुद की नहीं.आपको ख़ुद से भी उतना ही प्यार करना सीखना होगा जितना आप अपने फॅमिली और pet से करते हैं. ख़ुद का भी ध्यान रखें. अपनी अहमियत और वैल्यू समझना शुरू करें. डॉक्टर की एडवाइस को फॉलो करें. हाइजीन को अपने लाइफ का पार्ट बनाएँ. healthy खाना अपने डाइट में शामिल करें. बुरी आदतों से बचें. अपने माइंड को पॉजिटिव थॉट्स से भरें. और हमेशा कुछ ना कुछ सीखते रहे. अपने माइंड को एक्टिव बनाए रखें.

अगर आपने खुद को कंट्रोल करना और डिसिप्लिन करना सीख लिया तो सोचिये आपकी लाइफ कितनी बदल जाएगी. आपकी लाइफ कितनी organised हो जाएगी.अगर आप healthy और ख़ुश होंगे तो इसका पॉजिटिव असर आपके लाइफ के हर पहलु पर पड़ेगा.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

मेक फ्रेंड्स विथ पीपल हू वांट द बेस्ट फॉर यू  (Make friends with people who want the best for you)

इस बुक के ऑथर जॉर्डन एक छोटे से टाउन में बड़े हुए थे. आप कह सकते हैं कि वो जगह काफ़ी सुस्त और बोरिंग थी. ख़ासकर ठंड के मौसम में वहाँ कुछ भी करने के लिए नहीं होता था. उनका एक दोस्त था एड जो बहुत इंटेलीजेंट और स्मार्ट था. लेकिन वो एक गुस्सैल और नेगेटिव सोच रखने वाला टीनएजर बन गया था.

वो दोनों साथ में पार्टी करते और टाउन में ड्राइव पर जाया करते थे. जॉर्डन ने कॉलेज ज्वाइन कर लिया लेकिन एड ड्रग्स का गुलाम बन गया था. वो ऐसे दोस्तों के साथ समय बिताने लगा जो स्कूल कॉलेज बीच में ही छोड़ चुके थे. जॉर्डन उसकी मदद करने के लिए कुछ नहीं कर पा रहे थे.

एक दिन, एड जॉर्डन से मिलने उसके कॉलेज के अपार्टमेंट में गया. जॉर्डन ने उसका स्वागत किया लेकिन एड अकेला नहीं था.उसके साथ उसका दोस्त कार्ल था. जोर्डन उन्हें देखते ही समझ गए कि वो दोनों ड्रग्स के नशे में चूर थे. कार्ल नीचे बैठा और ऊपर सीलिंग को घूरने लगा. उसने कहा कि उसकी बॉडी ऊपर हवा में तैर रही थी.

आखिर, जॉर्डन ने एड को एक तरफ़ ले जाकर उन्हें वहाँ से जाने के लिए कहा. एड ने सिर हिला दिया.शायद सिर्फ़ लॉयल्टी की वजह से वो कार्ल के साथ घूमता था. ऐसे लोगों के साथ रहना जो नशा करते हैं, आलसी हैं और लाइफ में जिनका कोई पर्पस नहीं है, बहुत दुःख की बात है. लेकिन अंत में आप ऐसे लोगों की संगत चाहते हैं या नहीं ये सिर्फ़ आपकी चॉइस है.

इसके बजाय आप ऐसे लोगों के आस पास रहना चूज़ कर सकते हैं जो पॉजिटिव सोच रखते हों, जो लाइफ में आपको आगे बढ़ने के लिए इंस्पायर करेंगे. अच्छे लोगों की कंपनी रखने से आप ख़ुद को दुःख और तकलीफ़ से बचा सकते हैं. लाइफ में पर्पस होना बहुत ज़रूरी है क्योंकि खाली दिमाग शैतान का घर होता है.

हर दिन बदलाव का एक नया मौका लेकर आता है. अपने पास्ट को पीछे छोड़ कर आगे की ओर बढ़ें. अच्छे दोस्तों का साथ आपको लाइफ में मीनिंग ढूँढने में मदद करेगा.अगर आप इन बदलावों को अपनाते हैं तो आने वाली ज़िन्दगी में होप, प्यार और खुशियाँ आपका इंतज़ार कर रही होंगी.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

कम्पेयर योरसेल्फ टू हू यूवर यस्टरडे, नॉट टू हू समवनएल्स इज़ टुडे (Compare yourself to who you were yesterday, not to who someone else is today)

इमेजिन कीजिये कि एक दिन आप सोशल मीडिया ब्राउज कर रहे हैं और आपके दोस्तों के पोस्ट आपके सामने आ जाते हैं.आप उनकी pictures देखने लगते हैं.उनमें से कुछ यूरोप में वेकेशन मनाने गए थे, तो किसी को जॉब में प्रमोशन मिला है, कुछ लोगों को उनका लाइफ  पार्टनर मिल गया और उनकी शादी हो गई. किसी को अपने फील्ड में अवार्ड मिला और कुछ ने अपनी मास्टर्स की डिग्री कम्पलीट कर ली.

अब आप ख़ुद को उनसे compare करने लगते हैं कि कहाँ वो लाइफ में मज़े कर रहे हैं तो वहीँ दूसरी तरफ़ आप हैं जो अपने अस्त व्यस्त और गंदे अपार्टमेंट में अपनी बिल्ली के साथ अकेले बैठे बियर पी रहे हैं. अब आप बहुत insecure और जेलस फील करने लग जाते हैं. आप तो यहाँ तक सोच लेते हैं कि शायद आप बिना कुछ ख़ास किए, बिना कुछ ऐसा किए जिस पर आप प्राउड फील कर सकें, ऐसे ही अकेले मर जाएँगे.

लेकिन ये बिलकुल सच नहीं है. अगर आप एक म्यूजिशियन हैं तो ख़ुद को द ग्रेट मोज़ार्ट से compare ना करें. अगर आप शेफ हैं तो ख़ुद को मास्टर शेफ गॉर्डन रामसे से compare ना करें. आप के पास अपने यूनिक स्किल्स हैं. “आप उनसे अलग हैं उनसे कम नहीं”. आप ख़ुद में एक कमाल के इंसान हैं.बिलकुल आपके जैसा इस पूरी दुनिया में दूसरा कोई नहीं है.आप जैसे हैं ख़ुद को वैसे एक्सेप्ट करें. आपके जो स्पेशल स्किल्स हैं उन्हें इम्प्रूव करें. दूसरों की नक़ल करेंगे तो ना उनके जैसा बन पाएँगे और ना आपकी ख़ुद की कोई अलग पहचान बन पाएगी.

ख़ुद को दूसरों से compare करने की बजाय आप कल क्या थे उससे ख़ुद को compare करें सिर्फ़ तब आप असल में फ़र्क देख और समझ पाएँगे. हर दिन ख़ुद को कल से बेटर बनाने की कोशिश करें. अपने स्किल को प्रैक्टिस करते रहे और अपनी प्रोग्रेस को ध्यान से नोटिस करें. आपको सच में ख़ुद पर प्राउड फील होने लगेगा.

insecure होना अच्छी आदत नहीं है. सोशल मीडिया ब्राउज करने से या ख़ुद में कमियाँ निकालने की बजाय अपना टाइम और एनर्जी किसी प्रोडक्टिव चीज़ में लगाएँ.अगर आप काम को कल पर टालने की आदत को छोड़ कर प्रैक्टिस करने में समय लगाएँगे तो आप बहुत ज़्यादा इम्प्रूव कर सकते हैं. जो आपको पसंद है बस उसे करते रहिए.

अपने आप को दूसरों से compare करना आपके अंदर सिर्फ़ negativity को भरता है. आपके कांफिडेंस को ख़तम करने लगता है. ये आपकी अच्छाई को खत्म करके आपको एक नेगेटिव इंसान बनाने लगता है. लेकिन आपका aim ख़ुद को कल से भी एक बेटर इंसान बनाने का होना चाहिए. तब आपकी लाइफ सही मायनों में खूबसूरत और कमाल की होगी. और इसे प्रूव करने के लिए आपको किसी सोशल मीडिया पोस्ट की ज़रुरत नहीं होगी.

TO READ OR LISTEN COMPLETE BOOK CLICK HERE

SHARE
Subscribe
Notify of
Or
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments