(Hindi) You Can, You Will: 8 Undeniable Qualities of a Winner

(Hindi) You Can, You Will: 8 Undeniable Qualities of a Winner

(Short Summary) संक्षिप्त सारांश

आप सफल होने के लिए बने है. हर इंसान के अन्दर एक विजेता होता है. हम विजेता बनने के लिए बने है. इस किताब में 8 सूत्र है जो आपके भीतर के विजेता को बाहर लाने में मदद करेंगे. इन सूत्रों को पढ़िए और फिर उन्हें अपने जीवन में इस्तेमाल कीजिये. और फिर तैयार हो जाइए क्योंकि आप वो जीत हासिल करने वाले है जो आजतक आपने कभी सोची भी नहीं होगी. आप कर सकते है, आप करेंगे!!

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अपना लक्ष्य अपने सामने रखे

ये बात अध्ययन (studies) में सामने आई है कि जब आप किसी चीज़ को बार-बार देखते है तो वो चीज़ आपके अवचेतन (subcnscious) मन में गहराई से बैठ जाती है. ये एक जानी मानी तकनीक है अपने सपनो तक पहुचने की, मगर कई बार ऐसा भी होता है कि आप अपनी पूरी काबिलियत नहीं दिखा पाते.

ऐसा इसलिए नहीं कि आप काबिल नहीं है या उतने स्मार्ट नहीं है बल्कि इसलिए क्योंकि आपने अपनी आंखो के सामने गलत चीज़ रखी है. कुछ ऐसा चुनिए जो आपके सपने से मेलखाता हो, उदाहरण के लिए अगर आप एक मेडिकल स्टूडेंट है तो अपनी मेज पर एक प्लास्टिक की खोपड़ी (skull) रखे और जब भी आप पढने के लिए बैठेंगे तो आपके सामने वो प्लास्टिक की खोपड़ी होगी जो आपको आपके लक्ष्य की याद दिलाती रहेगी और आपको ये याद रहेगा कि आपको जिंदगी में क्या हासिल करना है.

इसका आपकी पढ़ाई पर एक सकारात्मक असर पड़ेगा क्योंकि ये आपको हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रहेगी.

मान लीजिये कि आप शादी करना चाहते है, तो अपने घर को खाली चित्रों से भर दे. अब जहाँ कहीं भी आप जायेंगे उन खाली चित्रों पर नजर पड़ते ही आपका शादी करने का इरादा और भी मज़बूत होता जाएगा. और अगर कोई आपसे पूछे “ ये खाली चित्र किसलिए है ?” तो कहिये कि” उस पत्नी के लिए जो मेरे जीवन में आने वाली है”

अगर आप ये सोच रहे है कि आप छोटे सपने देख रहे है ना कि बड़े, क्योंकि आप भगवान् को तकलीफ नही देना चाहते ताकि उपरवाले को आसानी हो आपके छोटे सपने पूरा करने में. तो यकीन मानिए ये सच नहीं है.बल्कि ये इसके एकदम उलट है. जब आप बड़े सपने देखते है तो उपरवाला खुश होता है. सारे बंधन तोड़ दीजिये और कहिये” मै अभी नहीं जानता कि ये कैसे होगा भगवान्,,मगर मै ये जानता हूँ कि ये जब भी होगा तुम्हारी मदद से होगा” भगवान् पर असीमित विश्वास रखकर ही आप उसे प्रसन्न कर सकते है.

चाहे परिस्थितिया कितनी भी अजीब लगे, खुद को विश्वास दिलाये कि सब ठीक है. क्योंकि भगवान् की शक्ति अपरम्पार है. हमारे साधन, परिस्थिया या शिक्षा कोई मायने नहीं रखती जब भगवान् हमारी इच्छा पूरी करना चाहे. जो हम मांगते है, प्रभु उससे बढकर ही हमें देता है बस अगर आपका उस पर पक्का विश्वास हो तो | और अपने सपनो को कभी मत भूलिए, हार कभी भी मत मानिए.

भगवान का आशीर्वाद सदा आपके साथ रहेगा इस बात की अगर आप कल्पना भी नहीं कर सकते तो मत कीजिये. अगर आप अपने लक्ष्य को अपने सामने नहीं रखेंगे और पूरी शिद्दत से उसका यकीन नहीं करेंगे तो आप कभी भी उसे हासिल नहीं कर सकते.

हिल्टन होटल्स के फाउन्डर कोंनार्ड हिल्टन एक दिन एक लेख पढ़ रहे थे जो न्यूयॉर्क के वाल्डरोफ एस्टोरिया होटल के बारे में था. वो इस बात से बेहद प्रभावित हुए कि वो होटल कितना बड़ा और शानदार था. कितना सुन्दर है वो होटल, वो एक दिन उस होटल का मालिक बनने के सपने देखने लगे. अगर वो इस बात को सीधे सीधे सोचते तो ऐसा हो पाना नामुमकिन लगता, मगर उन्होंने इसको कुछ अलग तरीके से सोचा, उपरवाले की मर्ज़ी से सोचा. उन्होंने उस लेख में से होटल की तस्वीरे काटकर अपने सामने लगा दी. वो उन तस्वीरो को बार-बार देखते रहते जब तक कि उनका ये सपना पूरा नहीं हो गया और उनकी कम्पनी ने उस होटल के लगभग 250,000 शेयर्स नहीं खरीद लिए.

नकारात्मक विचारों को (negative thinking ko) कभी भी खुद पर हावी मत होने दीजिये. हो सकता है किसी दिन आप एक बहुत ही तंदुरुस्त व्यक्ति को देखे और खुद से कहे कि “मै तो ऐसा कभी भी नहीं बन सकता” या फिर आप एक बड़ा सा शानदार मकान देखकर अपने से कही कि” मै कभी भी ऐसा कुछ नहीं खरीद सकता”. इन नकारात्मक विचारों का आपकी सफलता पर गहरा असर पड़ता है क्योंकि वो आपको आगे बढ़ने से रोकती है, आपके नज़रिए को सिमित कर देती है इसलिए आपको अपना नजरिया बदलना पड़ेगा

एक बार एक आदमी था जो हमेशा से ही एक कलाकर बनने के सपने देखता था मगर वो अन्दर से टूटा और बेमकसद था. उसका परिवार इतना गरीब था कि वो लोग वैन में रह रहे थे . एक दिन वो इतना निराश हुआ कि वो अपनी पुरानी गाडी से एक पहाड़ की चोटी पर पंहुचा और नीचे झाँक कर देखा. उसने कुछ ऐसा किया जिसके बारे में उसने कभी सोचा भी नहीं था वो गाडी से उतरा और खुद के लिए एक दस मिलियन डॉलर का चेक लिखा, अपनी “अभिनय सेवा” के लिए. बारह साल बाद वो नौजवान जिम कैरी, अपनी हर फिल्म के लिए पंद्रह से पच्चीस मिलियन डॉलर के लगभग पैसा कमा रहा था.

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अपनी रेस खुद दौड़ो

आपकी रोज़मर्रा की जिंदगी में ऐसे कई लोग होंगे जो आपकी जिंदगी को नियंत्रित करने की कोशश करते होंगे. उनका इरादा नेक हो सकता है मगर अपनी जिंदगी को नियंत्रित करने वाले सिर्फ आप होने चाहिए. आपको अपनी रेस खुद ही दौड़नी पड़ेगी. अगर आप अपनी सफलता की कहानी नहीं लिखेंगे तो कोई दूसरा लिख लेगा और फिर आपके लिए कुछ नहीं बचेगा. सबको खुश रखना नामुमकिन है, चाहे आप जो मर्ज़ी कर लीजिये, आप सबको खुश नहीं रख सकते.

इस कोशिश में आप खुद को वो काम करते हुए पाएंगे जो आप नहीं करना चाहते या आपको नहीं करने चाहिए. अगर हर बार कोई ना कोई आपके काम में इतनी नुक्ताचीनी करने लगे कि आप वो काम करना ही छोड़ दो तो आप कभी भी कुछ नहीं कर पाओगे. क्योंकि हर कोई आपको उसकी जगह पर रखकर देखने की कोशिश करेगा मगर आप अपनी जगह पर कायम रहे क्योंकि अगर आप उनके हिसाब से चलना शुरू भी कर दे तो वही लोग फिर भी कुछ न कुछ कमी निकाल ही लेंगे.

किसी ने एक बार कहा था कि जब आप 20 के होते हो तो आपको ये फ़िक्र रहती है कि सब आपके बारे में क्या सोचते है मगर 40 में आप ये परवाह करना छोड़ देते तो और 60 में आपको पता चलता है कि कोई आपके बारे में तो सोच ही नहीं रहा था. तो खुद को लोगो की राय से मुक्त रखिये तभी आप सही मायनों में पूरी तरह से आज़ाद हो सकेंगे.

हमेशा अपनी जिंदगी का एक लक्ष्य रखिये. इस बात के लिए तैयार रहे कि हो सकता है कि इस लक्ष्य को पूरा करने की यात्रा में भले ही कुछ लोग आपका साथ ना दे, आपसे दूर हो जाए तो भी परवाह मत कीजिये. जो रास्ता आपने चुना है वो भगवान् ने आपके लिए पहले से ही निर्धारित किया है. लोगो से ज्यादा आपको उपरवाले की मंज़ूरी की ज़रुरत है क्योंकि लोगो की राय हमेशा आपको उलझन में डाल देगी और आप कभी भी स्पष्ट नहीं सोच पायेंगे. तो औरो की बिन मांगी राय पर आपको ये कहना सीखना ही पड़ेगा कि” आपका शुक्रिया, मगर मुझे इसकी ज़रुरत नहीं है”

“जिनकी बार-बार खुशामद करनी पड़े, ऐसे लोगो से ज़रा बचके रहे क्योंकि यही वो लोग होते है जिनके लिए चाहे कितना भी कुछ क्यों ना किया जाए आप उन्हें कभी संतुष्ट नहीं कर सकते. हर बार वो कुछ ना कुछ कमी निकालते ही रहेंगे. आप ज़रा सा चुके नहीं कि ऐसे लोग आपकी जिंदगी की बागडोर अपने हाथ में लेने की कोशिश करने लग जाते है. इन लोगो को खुश करना लगभग नामुमकिन है क्योंकि ये आपसे कभी खुश नहीं होते और ना ही कभी तारीफ़ के दो बोल बोलते है. अगर आप का कोई दोस्त सिर्फ अपने मतलब के लिए दोस्ती निभा रहा है तो ऐसे लोगो से दूरी बना लेना ही बेहतर होगा. अगर वो आपकी जिंदगी से जाते है तो चले जाए. ,

एक बहुत पुरानी कहानी है, एक दादा और पोते की. एक बार एक दादा अपने पोते को अपने गधे पर बैठाकर कहीं ले जा रहा था. कुछ दूर जाने पर लोग उन्हें देखते है, तो कहते है कि “ देखो! ये पोता कितना स्वार्थी है, खुद तो गधे के ऊपर बैठा है और अपने बूढ़े दादा को पैदल चलने पर मजबूर कर रहा है. लोगो की बाते सुनकर दादा परेशान हो जाता है. वो अब पोते को उतार कर खुद गधे की सवारी करने लगता है. मगर कुछ आगे जाने पर फिर से कुछ लोग उन्हें देखकर कहते है “ अरे! दादा तो बड़ा मतलबी है जो खुद अकेले गधे की सवारी कर रहा है और बेचारे पोते को पैदल चला रहा है.

लोगो की बातो से परेशान होकर दादा इस बार पोते को भी अपने साथ गधे पर बैठा लेता है. मगर इस भी बार लोग उन दोनों को भला बुरा बोलने लगते है कि दादा-पोता कितने निर्दयी है जो दोनों उस गधे पर बैठकर उस पर अपना सारा बोझ डाले हुए है.

इस कहानी का सार ये है कि आप चाहे जो भी कर ले फिर भी सबको एकसाथ खुश नहीं रख सकते. कुछ लोग फिर भी आपकी आलोचना करते रहेंगे. तो बजाये सबकी परवाह करने के अपना एक लक्ष्य खुद ही चुनिए और उस पर डटे रहिये जब तक सफलता नहीं मिल जाती

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