(Hindi) Drunk Tank Pink: And Other Unexpected Forces That Shape How We Think, Feel, and Behave
Introduction
इस book में दी गई studies आपको चौंका देगी। ये साबित कर देगी कि कैसे नाम, symbol और कलर आदि हमारे सोचने, महसूस करने और behave करने के तरीके को affect कर सकते हैं।
आप सीखेंगे कि कैसे bright pink colour लोगों को शांत कर सकता है और कैसे blue रोशनी crime rate को कम कर सकती है।
आप सीखेंगे कि symbols कितने powerful हो सकते हैं और कैसे लेबल हमारे दुनिया देखने के तरीके पर फर्क डाल सकते हैं।
आप सीखेंगे कि नाम हमारे भाग्य पर क्या असर डाल सकते हैं और दूसरे लोगों के होने पर हमारे ऊपर क्या effects होते हैं।
आप सीखेंगे कि ज्यादा भीड़ एक community के लिए क्या करती है।
यहां के conclusion और आंकड़े आपके दिमाग में घूमते रहेंगे।
Drunk tank pink
Drunk tank pink का concept Professor Alexander Schauss के साथ 1979 में शुरू हुआ था। उन्होंने एक simple experiment किया जिसमें 153 जवान लड़को ने हिस्सा लिया था । एक लैब में, लड़कों को cardboard के दो टुकड़ों को देखने के लिए कहा गया । उनमें एक का रंग blue और दूसरे का pink था। उसके बाद उन्हें cardboard के सामने अपने हाथ उठाने के लिए भी कहा गया।
पूरे एक मिनट के लिए , लड़के Blue कार्डबोर्ड को घूरते और फिर researchers लड़कों के हाथो को पीछे की ओर धकेल देते। उसके बाद, वे bright pink cardboard को घूरते थे। Reseachers ने record किया कि 151 participants की ताक़त pink cardboard को देखने के बाद कम हो गई थी। जब reseachers ने उनके हाथो को वापस नीचे करने के लिए मजबूर किया तो उन्होंने उसे रोकने के लिए कम ताकत लगाई।
इस hypothesis को prove करने के लिए professor Schauss ने एक और experiment किया। इस बार उन्होने 38 आदमियों को एक measurement device dynamometer दबाने के लिए दिया। Professor Schauss ने bright pink cardboard को पूरे एक मिनट तक घूरने के बाद उनकी ताकत record की। फिर से, सभी 38 लड़के काफ़ी कमज़ोर थे।
Professor schauss ने public lecture के जरिए पूरे अमेरिका में अपनी bright pink cardboard theory शुरू की। एक TV show में, Mr. California को biceps curl करने के लिए कहा गया था। उनके muscular शरीर के लिए, यह बहुत आसान था। लेकिन Mr. California ने bright pink cardboard को देखने के बाद एक और bicep curl करने के लिए struggle किया।
Professor Schauss ने पुलिस officers को सलाह दी के वे aggressive कैदियों को पिंक सेल में रखें। Seattle के US Naval Correctional Centre में, जेल को bright pink colour से paint किया गया था। Chief Warrant Officer Gene Baker और Facility commander Ron Mille ने देखा कि नए कैदी बहुत अशांत और गुस्से में जेल में आए थे। लेकिन पंद्रह मिनट सेल के अंदर समय बिताने के बाद वे शांत और control में आ गए थे।
देश भर की दूसरी जेलों ने भी अपनी जेल को bright pink colour में paint करना शुरू कर दिया। छोटी जेलों में, लड़ाकू drunk कैदियो को pink जेल में लाया गया था। इसलिए इस कलर को drunk tank pink कहा जाने लगा।
जल्द ही, डॉक्टर, teacher, psychologist और माता-पिता भी अपने कमरों को drunk tank pink में paint करने लगे। ऐसा करके वे bright colour के calming effect को साबित कर रहे थे।
यहां तक कि बस कंपनियों ने जब pink सीटे लगाई तब लोगों ने उन्हें कम नुकसान पहुंचाया। Pink colour की uniform पहनने पर charity workers ने ज्यादा दान इक्ट्ठा किया। Underdog boxers pink shorts पहनने पर champion fighters से जीत जाते हैं।
Drunk tank pink aggression, चिंता और hyperactivity का solution बन गया। 1980 se 1990 तक अलग अलग research इसके calming effect को साबित करते रहे हैं।
आप अपने कमरे को Drunk tank pink में paint करने की कोशिश कर सकते हैं या अपने laptop के wallpaper को drunk tank pink में बदल सकते हैं। शायद आप भी गज़ब का फ़र्क महसूस कर सकेंगे।
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नाम
Carl Jung ने एक बार समझाया था कि वे जवानी, उम्र बढ़ने और पुनर्जन्म के concept से इतने क्यों जुड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके नाम Jung का मतलब है “जवान”। उन्होंने अपने साथी Freud और Adler के बारे में भी बात की। Freud, जिनका जर्मन में मतलब “खुशी” है, वे pleasure principle के बारे में पढ़ रहें थे । जबकि Adler जिनके नाम का मतलब है “eagle” वे इच्छा और शक्ति के concept को पढ़ रहे थे.
इस concept को “nominative determinism” कहा जाता था। यह 1994 में New Scientist Magazine में छपा था। इसका मतलब है “name driven outcome”। आप जो बनते हैं उसमें आपके नाम का भी योगदान होता है। कुछ बुद्धिमान लोगों का कहना है कि हमारी मानसिक दुनिया हमारे नाम को magnet की तरह हमारी physical दुनिया में खींचती है।
और इसलिए, England के Lord chief justice का नाम Justice Igor Judge रखा गया है। इसी बीच, Lord Justice Laws, Court of Appeal के जज हैं। Anna Smashnova एक professional Israeli tennis player हैं जबकि Layne Beachley सात बार surfing world champion रह चुके हैं।
Stephen Rowbotham ब्रिटेन के Olympic rower हैं, Derek Kickett, Australian फुटबॉलर, और Usain Bolt दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले इंसान हैं।
ये सब सुनकर लगता है कि नाम सच में powerful होते हैं, क्या आपको नहीं लगता?
रूस में, Vyacheslav Voronin नाम के एक आदमी के पहले नाम का मतलब है “गुलाम”। उनकी पत्नी Marina Frolova हैं। Vyacheslav कहते हैं कि वह चाहते थे कि उनके बेटे को दूसरे बच्चे न छेडे। इसलिए उन्होंने उसके लिए एक अलग सा नाम चुना।
उनके बच्चे का नाम BOHdVF260602 है। वह 2002 की गर्मियों में पैदा हुआ एक लाल- Yellow बालों वाला लड़का है। BOHdVF260602 का असली मतलब है ” Voronins और Frolovas का बेटा जो 26 जून 2002 को पैदा हुआ है”। लेकिन उनका nickname boch है जिसे “Bawtch” कहा जाता है।
क्या आप जानते हैं कि दूसरे world war के दौरान और बाद में Adolf नाम popular हुआ था? उसके बाद कई लड़कों का नाम Adolf रखा गया था । इस बीच, 1930 के दशक में, Donald नाम कम popular हो गया, जैसे ही Disney ने Donald duck रिलीज़ किया।
Dorothy नाम की औरत के बारे में आप क्या सोचते हैं? हमें लगता है कि शायद वह एक बूढ़ी औरत होगी। 1920 के दशक में Dorothy लड़कियों में दूसरा सबसे popular नाम था। उस समय हर 100 में से 14 लड़कियों का नाम Dorothy रखा गया था। लेकिन 21वीं सदी में किसी भी बच्ची का नाम Dorothy नहीं रखा गया ।
इस बीच, Ava नाम ज्यादा popular होने लगा था । 21वीं सदी में ही लोगों ने अपनी लड़कियों का नाम Ava रखना शुरू किया था।
Ava और Dorothy पक्का गोरी लड़कियां हैं। जबकि, आलिया काली हो सकती हैं और फर्नांडा शायद hispanic है।
Freakonomics book में, writers ने कहा है की माँ की परवरिश और उनके द्वारा अपने बच्चों के लिए चुने गए नामों के बीच एक Green connection होता है। Micheal या Tylor जैसे गलत spelling वाले नामों में ऐसी मां होती हैं जो कम पढ़ी-लिखी होती हैं। इसी तरह, Rachel और Alexandra नाम की गोरी लड़कियां Kayla या Amber नाम की लड़कियों से ज्यादा अमीर होती हैं।
आपका नाम क्या है? आपके भाई-बहनों का नाम क्या है? आपके बच्चों का नाम क्या है?
शायद आप ना जानते हों लेकिन इसके पीछे जरूर कोई न कोई कहानी होगी।