(Hindi) Passionate Marriage – Keeping Love and Intimacy Alive in Committed Relationships

(Hindi) Passionate Marriage – Keeping Love and Intimacy Alive in Committed Relationships

इंट्रोडक्शन

क्या आप अपनी शादीशुदा जिंदगी से परेशान है? क्या अपनी शादी आपको बोरिंग लगती है? क्या आप ये सोचते है कि काश आप और आपके पार्टनर के रिश्तों में पहले जैसी गर्माहट होती? क्या आप शादी के बाद अपने फिजिकल intimacy को लेकर संतुष्ट है?

आप इन सारे सवालों के जवाब ढूंढ रहे है तो ये किताब आपके लिए लिए लिखी गई है. इस किताब में उन सारी परेशानियों पर चर्चा की गई है जो अक्सर शादीशुदा कपल्स फेस करते है. साथ ही इस किताब में उन समस्याओं से निजात पाने की कुछ अनोखी टेक्नीक्स दी गई है. इस बुक में दिए गए टिप्स और टेक्नीक्स सेल्फ ग्रोथ पर फोकस करके आपकी शादीशुदा जिंदगी को बेहतर बनाने में मदद करेंगे.

ये किताब आपको सेल्फ लव यानी खुद से प्यार करना सिखाती है. अपने पार्टनर के साथ कनेक्टेड होते हुए भी कैसे हम खुद पर इंडिपेंडेट बन सकते है, ये हम इस किताब से सीखेंगे.

ये किताब  हमें  सिखाती है कि अपनी जिंदगी में उस पैशन को दोबारा जगाना इतना मुश्किल भी नहीं जितना कि आप सोचते है.

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Nobody’s Ready for Marriage: Marriage Makes You Ready for Marriage

शादी करना कोई मज़ाक नहीं है. आपको शायद लगे कि अभी आप शादी के लिय तैयार  नहीं  है. क्योंकि शादी के बारे में सोचते ही  हमें  कई सारी जिम्मेदारियों का ख्याल आ जाता है. पर शादी का रिश्ता एक बेहद प्यार रिश्ता है. आप उस इंसान के साथ अपनी पूरी जिंदगी गुजारते है जिसे आप प्यार करते है.

लेकिन शादी करना बाईक की सवारी जैसा है. आप तैयार नहीं होते हो फिर अचानक से आप किक स्टार्ट करके बाईक भगा रहे होते हो.

शादीशुदा जिंदगी की एक आम सी समस्या है, सेक्स. बहुत से लोग सोचते है कि शादी का मतलब सिर्फ सेक्स है. अगर आप सेक्स से मुंह मोड़ने लगते है तो थेरपिस्ट कहेंगे कि आपके अंदर कुछ प्रोब्लम है. वो बोलेंगे कि अपने पार्टनर के साथ कहीं घूम कर आओ. यहाँ तक कि वो आपको सेक्स टिप्स भी देंगे. पर ये सब शोर्ट टर्म सोल्यूशन है. थेरपिस्ट सिर्फ आपके अंदर की सेक्सुअल डिजायर्स को निकालने पर फोकस करते है नाकि आपके पार्टनर के साथ आपके रिश्ते सुधारने पर. थेरपिस्ट आप दोनों के अंदर वो प्यार और इंटी में सी जगा पाए, इसकी कोई गारंटी  नहीं  है.

लेकिन ऑथर का मानना है कि रिश्तो में इंटी में सी की कमी को पर्सनल डेवलपमेंट के ज़रिए सोल्व किया जा सकता है. हालाँकि आप दोनों के विचार अलग हो सकते है क्योंकि आखिरकार आप दो अलग पर्सनेलिटी हैं और ये एकदम नॉर्मल है. आपकी पसंद-नापसंद एक दूसरे से अलग हो सकती है. लेकिन सेक्स के दौरान अगर आप दोनों अपनी पसंद-नापसंद शेयर नहीं करेंगे तो आपका पार्टनर आपको कभी खुश  नहीं  कर पायेगा और ना ही आप उसे सेटिसफाई कर पायेंगे.

आपको सोचना होगा कि आपको सेक्स में क्या चाहिए. अपनी डिजायर अपने पार्टनर को बताए, जिससे आप और आपका पार्टनर सेक्स को पूरी तरह से एन्जॉय कर पायेंगे.

अक्सर हमारे नेगेटिव सेल्फ इ में ज की वजह से भी हमारी लाइफ में सेक्स से रिलेटेड प्रोब्लम क्रिएट होती है. सेल्फ इ में ज का मतलब है’ खुद के बारे में सब कुछ पता होना” यानी खुद को अच्छी तरह से समझना. जो लोग अपने लिए नेगेटिव  थॉट्स  रखते है वो कभी अपने पार्टनर को पोजिटिव नजरिये से नहीं देख सकते. इसलिए किसी भी हेल्दी रिश्ते के लिए पोजिटिव सेल्फ इ में ज का होना बेहद जरूरी है.

चलिए एक एक्जाम्पल लेते है. केन और  कैरेन  की सेक्स लाइफ बड़ी बोरिंग थी, सेक्स करना उनके लिए एक मशीनी काम की तरह था. तो इसलिए उन्होंने ऑथर से हेल्प मांगी
कैरेन  केन के साथ सेक्स करते वक्त फैंटेसीज़ में खो जाती थी, उसने बताया कि वो ऐसा इसलिए करती है ताकि वो सेक्सुअली अराउज़ हो सके. वही केन सेक्स में सिर्फ सेटिसफेक्शन चाहता था. दरअसल दोनों एक दूसरे के साथ बेमन से सेक्स करते थे. उन्हें सेक्सुअल सेटिसफेक्शन चाहिए था जो उन्हें  नहीं  मिलता था क्योंकि दोनी के बीच इंटीमसी  नहीं  थी. सेक्स के वक्त वो एक दूसरे के करीब तो होते  थे पर उनका दिलो-दिमाग कहीं दूर होता था.

कैरेन अपनी बॉडी को लेकर कॉंफिडेंट  नहीं  थी, उसने ऑथर को बताया कि पहले वो बहुत मोटी थी जिसकी वजह से उसे खुद पर शर्म आती है, उसकी फैंटेसी है कि वो अपने कपड़े उतार कर सिर्फ एक नेकलेस पहनकर बिस्तर पर जाये लेकिन मोटापे की वजह से उसे ऐसा करने में झिझक महूसस होती है.

इसी तरह केन भी बढ़ती हुई उम्र की वजह से अपने लुक्स को लेकर ज्यादा कॉंफिडेंट नहीं था. दोनों पार्टनर एक नेगेटिव सेल्फ इ में ज के साथ जी रहे थे जिसकी असर उनकी सेक्स लाइफ पर पड़ रहा था.

ऑथर ने इस कपल को अपनी नेगेटिव सेल्फ इ में ज को पोजिटिव बनाने में काफी हेल्प की. डॉक्टर डेविड एक्सप्लेन करते है कि कैसे हमारी सेल्फ इ में ज हमारी इंटी में सी पर असर डालती है. एक अच्छी सेक्स लाइफ के लिए कपल्स को अपने बारे में पोजिटिव सोचना ही पड़ेगा.

इस सेशन के दौरान केन और कैरेन ने एक दूसरे से काफी कुछ सीखा. घर पहुँचने के बाद दोनों एक दूसरे के करीब आये तो उस मिलन में एक जोश और गर्माहट थी. दोनों ने काफी एन्जॉय किया और अपनी-अपनी डिजायर भी पूरी की.  कैरेन सिर्फ एक नेकलेस पहनकर केन के पास आई और उसने केन से अपनी फैंटेसी भी शेयर की.  कैरेन अब किसी और के बजाये केन की फैंटेसी करती है. दोनों एक दूसरे से सेटिसफाईड और खुश है.

डॉक्टर डेविड ने उन्हें बताया कि अब दोनों के अंदर सेल्फ validated  इंटी में सी आ गई थी यानी केन और  कैरेन का सारा खुद पर था, दोनों को जो चाहिए था, उन्होंने सिर्फ उस चीज़ पर फ़ोकस किया और फिर एक दूसरे से शेयर किया.

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Hugging till Relaxed

अगर आप दिल से करे तो हगिंग यानी गले लगाना भी इंटी में सी है जो जाकर सेक्स पर खत्म होती है. अगर आप जानना चाहते है कि इंटी में ट हग कैसे दिया जाए तो इसका जवाब है हगिंग टिल रिलैक्स्ड, जो आपको सीखना होगा. फिर से यहाँ डॉक्टर डेविड इस बात पर फोकस करते है कि पहले हम खुद को जान ले और समझ ले.

खुद के साथ कनेक्शन बनाना सबसे जरूरी स्टेप है. जो दूसरे  लोगों  के साथ आपके रिश्ते को काफी हद तक प्रभावित करता है. ज़रा याद कीजिये कि कैसे  कैरेन अपने बारे में नेगेटिव सोचती थी और क्योंकि उसने अपनी इनस्कियोरीटी को समझने की कोशिश  नहीं  की जिसका असर ये हुआ कि अपने पति के साथ उसकी सेक्स लाइफ खत्म होने की कगार पर थी. हगिंग टिल रिलैक्स्ड कपल्स के बीच इंटी में सी इम्प्रूव करने का सबसे सिंपल तरीका है.

ऑथर ने हगिंग टिल रिलैक्स्ड के चार स्टेप्स बताये है. सबसे पहले अपनों दोनों पैरो पर खड़े हो जाओ, फिर अपनी बांहे अपने पार्टनर के गले में डालो, खुद पर फोकस करो और लास्ट में एकदम शांत होकर अपने पार्टनर की बाहों में रहो.

जब हम किसी रिश्ते में होते है तो अपने पार्टनर पर काफी हद तक डिपेंड रहते है. लेकिन यही चीज़  हमें  प्रोब्लम में डाल देती है क्योंकि हम खुद की पहचान खोने लगते है. पर  हमें  अपने पैरो पर खड़े रहने की आदत डालनी होगी फिजिकली और इमोशनली दोनो तरह से.

हग करते वक्त हम अक्सर अपने पार्टनर पर झुक जाते है. इस हालत में अगर कोई भी जरा सा हिला तो आपका बेलेंस बिगड़ जाता है, जब दोनों ही गिर रहे है तो एक दूसरे को सम्भालेंगा कौन. यही बात प्रोब्लम पर भी लागू होती है. अगर आपका पार्टनर किसी प्रोब्लम में है तो आप उसकी कोई मदद  नहीं  कर सकते. आप जानते है क्यों? क्योंकि आप भी खुद प्रोब्लम में है.

इसलिए बेलेंस बनाना सीखो. अपने पार्टनर को हग करते वक्त भी अपने पैरो पर मजबूती से खड़े रहो और खुद को शांत रखना भी आपको सीखना होगा. पर क्या हगिंग सामने वाले के लिए भी उतनी ही रिलेक्सिंग  नहीं  है? तो क्यों आपका सारा फोकस सिर्फ खुद पर है?

जब आपका पार्टनर परेशान होता है तो आप भी नर्वस हो जाते हो. ऐसी सूरत में आपके लिए अपनी पैरो पर खड़े रहना जरूरी है. अपने पार्टनर को खुद पर झुकने दो. खुद को शांत रखो ताकि आप उन्हें हौसला दे सको. इसे differentiation बोलते है. अगर दोनों ही घबरा गए तो एक दूसरे को सपोर्ट कैसे करोगे?

हगिंग टिल रिलैक्स्ड एक टूल है. अपने पार्टनर से कनेक्टेड होते हुए भी ये आपको इंडिपेंडेंट होना सिखाती है. इसे हम interdependence बोलते है. आप इसे इस स्टोरी से समझ सकते है.

कैरल  अपने हजबैंड  वॉरेन  से उम्मीद करती थी कि वो उसे हग किया करे. क्योंकि  कैरल  के लिए गले लगने का मतलब था कि उसका हजबैंड उसे चाहता है, उसे प्यार करता है पर  वॉरेन  उसे खुद से कभी हग  नहीं  करता था.  उसे ये अनकम्फर्टबल लगता था. डॉक्टर डेविड को फील हुआ कि उन्हें  कैरल  की अपने पति पर डिपेंड रहने की आदत छुडवानी होगी.

डॉक्टर डेविड ने  कैरल  को सुझाव दिया कि उसे  वॉरेन  को हग करने के लिए फ़ोर्स  नहीं  करना चाहिए बल्कि  वॉरेन  खुद उसे गले लगाये तो ज्यादा बेहतर होगा. क्योंकि जबर्दस्ती के प्यार और हग से  कैरल  को वो इंटी में सी फील नहीं होगी जो होनी चाहिए.

जब वो लोग हगिंग की इम्पोर्टेंस पर बात कर रहे थे तो  कैरल  अचानक रोने लगी. उसने बताया कि बचपन में उसे प्यार  नहीं  मिला था. जब वो छोटी थी तो कोई उसे गले  नहीं  लगाता था. और अब  वॉरेन  भी जब उसे हग  नहीं  करता तो उसे बड़ा बुरा लगता है, उसे लगता है जैसे कि उसे नेगलेक्ट किया जा रहा है.

वॉरेन  को अब समझ आया कि उसकी वाइफ हगिंग को लेकर इतनी सेंसटिव क्यों है. हालाँकि खुद पहले गले लगना अभी भी उसकी आदत  नहीं  बन पाई, उसे हग करना पसंद  नहीं  है पर उसे ये भी रिएलाइज हुआ कि  कैरल  की खातिर उसे ये करना होगा.

तो डॉक्टर डेविड ने  वॉरेन  से कहा कि जिसे जो पसंद हो वही करना चाहिए,  वॉरेन  को कोई भी फ़ोर्स  नहीं  कर सकता कि वो अपनी वाइफ को हग करे. हालाँकि जब डॉक्टर डेविड ने  वॉरेन  को हगिंग टिल रिलैक्स्ड के बारे में समझाया तो  वॉरेन  के लिए भी हग करना कम्फ़र्टेबल हो गया था.

डॉक्टर डेविड ने  वॉरेन  को सेल्फ सूथिंग टेक्नीक्स भी बताई. उन्होंने  वॉरेन  से कहा कि  कैरल  को हग करने से उसे खुद भी बड़ा रिलेक्स फील होगा. और साथ ही  वॉरेन  को खुद से फ्रेंडली मैनर में बात करनी चाहिए. जैसे कि  वॉरेन  खुद को समझा सकता है कि सिर्फ एक हग ही तो है और उसे डिवोर्स के डर से अपनी पत्नी को गले लगाने की जरूरत नहीं है बल्कि वो इसलिए उसे गले लगा रहा है क्योंकि वो उसे बहुत प्यार करता है. हगिंग जबर्दस्ती नहीं होनी चाहिए बल्कि रिलेक्सिंग होनी चाहिए.

अगले दिन डॉक्टर डेविड ने  कैरल  से कहा कि वो  वॉरेन  को खुद आगे बढ़कर हग करे. क्योंकि  वॉरेन  हगिंग को लेकर नर्वस था. डॉक्टर डेविड ने उन्हें याद दिलाया कि पहले दोनों को अपने पैरो पर खड़े होना है, खुद को एकदम शांत रखना है. जब  कैरल  पूरी तरह शांत हो जाए तो उसे  वॉरेन  की नर्वसनेस दूर करनी है.

कैरल  और  वॉरेन  ने एक दूसरे को हग किया और इस बार  वॉरेन  ने बड़ी देर तक  कैरल  को हग किया, और इतना ही नहीं, इस बार पहले वो नहीं बल्कि  कैरल  उससे अलग हुई.

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