(hindi) The Impact Equation: Are You Making Things Happen Or Just Making Noise?

(hindi) The Impact Equation: Are You Making Things Happen Or Just Making Noise?

इंट्रोडक्शन

क्या आप फेमस होना चाहते हो? क्या आप रिजेक्शन से बोर हो चुके हो ?

आज के टाइम में जहाँ टेक्नोलज़ी का इस्तेमाल काफी बड़े लेवल पर हो रहा है, आज हम जब चाहे, जिस वक्त चाहे किसी से भी कांटेक्ट कर सकते है. हालांकि इससे एक नुकसान ये भी है कि आज इंटरनेट पर इन्फॉर्मेशन की बाढ़ सी आ गई है जिससे  लोगों  को अपनी एक अलग पहचान बनाना काफी चेलेजिंग होता जा रहा है.

लेकिन अब वक्त आ गया कि हम अपना ट्रू टेलेंट या पोटेंशियल दुनिया के सामने लेकर आये. अब तक जो हुनर आपने छुपा कर रखा था, उसे बाहर निकालने का वक्त आ  चुका  है. तो इस समरी की मदद से हम अपने आईडियाज़ इंटरनेट के जरिये  लोगों  को पहुंचाना सीखेंगे और इस दुनिया में अपनी एक यूनीक पहचान बनाने की कोशिश करेंगे.

WORKING WITH IMPACT EQUATION

ब्रेट  रॉजर्स  एक adventurer है जो यूकोन और मिसिसिपि जैसी नदियों में जाकर ना सिर्फ  लोगों  को  नेचर की ब्यूटी दिखाते है, साथ ही वो अपने हैरतअंगेज कारनामों से अपने व्यूवर्स को हैरान भी करते है. किसी टिपिकल एडवेंचरर की तरह जिन्हें हम टीवी में देखते रहते है,  रॉजर्स  ने अपने एडवेंचर करियर की शुरुवात  नहीं  की क्योंकि इसकी सीधी सी वजह ये थी कि टीवी वाले उन्हें पे नहीं करते थे.

ब्रेट को उनके व्यूवर्स पे करते है, उनके व्यूवर्स जो उनके साथ उनके एडवेंचर में शामिल होते है यानी ब्रेट अपने एक्सपीरिएंस एक फिल्म के तौर पर एक बड़ी ऑडियंस के सामने पेश करते है हालाँकि उनके रियल क्लाइंट्स वो लोग है जो उनके साथ इन एडवेंचर ट्रिप्स पर जाते है.

ब्रेट को एडवेंचर पर जाने के लिए कोई कंपनी या ऑर्गेनाईजेशन पैसे  नहीं  देती और ना ही कोई मैनेजमेंट उन्हें लेकर कोई स्क्रिप्टेड एडवेंचर प्रोड्यूस करता है. ब्रेट वही करते है जो उन्हें पसंद है, वो भीड़ का हिस्सा नहीं है बल्कि उन्होंने खुद को बाकियों से अलग करके दिखाया है. और सबसे इम्पोर्टेंट बात तो ये कि उनके कारनामे या जो कुछ वो करते है, उससे काफी  लोगों  पर इम्पैक्ट पड़ा है.

ये स्टोरी आपको सिर्फ ब्रेट और उनके एक्स्ट्राओर्डीनरी कारनामों के किस्से बताने के लिए नहीं सुनाई जा रही बल्कि हमारा मकसद आपको ये रिएलाईज़ कराना है कि इस दुनिया में ब्रेट जैसे लोग भी है जो दुनिया में अपना यूनीक कोंट्रीब्यूशन दे रहे है.

ये समरी आपको ये सिखाने की कोशिश करती है कि हम भी चाहे तो अपना यूनीक कोंट्रीब्यूशन दे सकते है, अगर आपने अब तक इस बारे में  नहीं  सोचा तो अब वक्त आ गया है सोचने का. आपने दूसरों की सक्सेस स्टोरी की बहुत तारीफ कर ली, अब वक्त है खुद की सक्सेस स्टोरी क्रिएट करने का और दुनिया में अपनी अलग छाप छोड़ने का, इस समरी के बेसिक मकसद है आपको इम्पैक्ट इक्वेशन के बारे में बताना.

ये इम्पैक्ट इक्वेशन के कांसेप्ट पर बेस्ड है जो हमे ये बताती है सिर्फ बड़ी-बड़ी बाते करने से कुछ  नहीं  होगा, हम अगर कोशिश करे तो दुनिया में एक अलग पहचान बना सकते है.

Impact Equation है : Impact = C × (R + E + A + T + E)

सी यानी Contrast जो इस पूरे इक्वेशन में मल्टीप्लाईर की तरह काम करता है. आर यानि Reach , ई यानी Exposure, ए यानी Articulation, टी यानि Trust और ई यानी  echo . आगे के चैप्टर्स में हम आपको इम्पैक्ट इक्वेशन के फैक्टर्स के बारे में डिटेल से समझायेंगे.

आज की दुनिया पहले की दुनिया से काफी अलग है, आज के दौर में कई नए बदलाव आये है. आज हमारे पास टेक्नोलज़ी की पॉवर है, आज हमारी लाइफ पहले से ईज़ी हो गई है. आज से पहले आईडियाज़ इतने फ्री होकर कभी नहीं निकले, यही वजह है कि आज आईडियाज़ जब क्रिएट किये जाते है तो काफी कॉम्पटीशन रहता है और कुछ आईडियाज़ तो एकदम रिजेक्ट और इग्नोर ही हो जाते है.

आज, इस नई जेनरेशन के दौर में हमे ऐसे आईडियाज़ चाहिए जो यूनीक और डिफरेंट हो. क्योंकि आज के टाइम में लोग रिजेक्शन से काफी डरते है,इसी डर की वजह से लोग अपने बिलिफ्स शेयर करने से डरते है बेशक चाहे उनके आईडियाज़ दुनिया को इम्पैक्ट करने की ताकत रखते हो.

ये किताब लिखी ही इसलिए गई है ताकि  लोगों  को अपने आईडियाज़ राईट वे में एक्सप्रेस करने के लिए मोटिवेट कर सके. हर  इंसान  का अपना एक विज़न या गोल होता है जो दुनिया को इम्पैक्ट करने की ताकत रखता है लेकिन अक्सर लोग उसे शेयर करने से डरते है, और यही पर हमे इसकी ज़रूरत पडती है जो हमे अपने ग्रेट आईडियाज़ शेयर करने में हेल्प करती है.

CONTRAST

आज के टाइम में आईडियाज़ की कमी नहीं है. इसलिए अगर आप दुनिया को इम्पैक्ट करना चाहते हो तो आपका कंटेंट सबसे अलग और अपने कॉम्पटीटर्स से एकदम हटकर होना चाहिए.

पूरी पोपुलेशन के लिए आईडियाज़ की भरमार है पर एक सिंगल पर्सन के लिए भी काफी ज्यादा है. क्योंकि एक  इंसान  का दिमाग लाखो-करोड़ो आईडियाज़ सोच सकता है और वो भी डिफरेंट फील्ड के, और यही वो पॉइंट है जहाँ हमे डिसाइड करना होगा कि कौन सा स्टेटमेंट वाइटल है और कौन सा नहीं.

आईडिया को  contrast  बनाने के लिए आपको इसे सिचुएशन की जरूरत और  नेचर के हिसाब से शेप करना होगा क्योंकि तभी आपके आईडिया को अटेंशन मिल पाएगी.

अब जैसे एक्जाम्पल के लिए, आपने ध्यान दिया होगा कि आजकल टॉप कॉमेडीयंस वही है जिन्हें इस फील्ड में अच्छा और लम्बा अनुभव हो  चुका  है. क्योंकि ये कॉमेडियंस बखूबी जानते है कि किस तरह के  लोगों  को किस टाइप के जोक्स पसंद आयेंगे.

और उन्हें ये भी अनुभव है कि लोग कब उनके जोक्स पर नहीं हसेंगे, और ये भी कि कब लोग खूब हंसेगे. अनुभवी कॉमेडियंस जानते है कि कैसे अपने आईडियाज़ को शेप देकर ऑडियंस के हिसाब से फिट करना है.

एक एक्सपर्ट कॉमेडियन होना किसी एक्सपर्ट राईटर, स्पीकर, या वीडियो मेकर जैसा ही है. हालांकि फील्ड अलग-अलग है पर प्रोसेस तो सेम है.  लोगों  को बेस्ट बनते-बनते ना जाने कितनी बार हार का मुंह देखना पड़ता है, कितने ही स्ट्रगल करने पड़ते है.

और हार का यही डर ना जाने कितने ही  लोगों  को अपने आईडियाज़ शेयर करने से रोकता है. लेकिन एक चीज़ है जो आपको समझनी चाहिए कि आपकी गलतियाँ मैटर  नहीं  करती है. आप चाहे कितनी भी छोटी-मोटी गलतियाँ करे  लोगों  को याद तक नहीं रहेगी पर आपकी खास पहचान या अचीवमेंट हमेशा याद रहेगी.

अगर आप कंटेंट क्रिएटर हो तो शायद आप ब्लॉगर या यूट्यूबर होंगे, लेकिन एक स्कसेसफुल करियर के लिए सिर्फ एक आईडिया से काम  नहीं  चलेगा. एक कंटेंट क्रिएटर होने का मतलब है रोज़ नए-नए आईडिया क्रिएट करना और अपनी ऑडियंस के साथ एक्सपेरीमेंट करना.

हो सकता है आपको शुरुवात में थोडा डर लगा होगा, कई बार रिजेक्शंस का सामना भी करना पड़ा होगा. हालाँकि ये प्रोसेस डराने वाली चीज़  नहीं  बल्कि एक्स्पेट करने वाली चीज़ है. हर कोई जानता है कि सक्सेस तक पहुँचने का रास्ता आसान नहीं है.बल्कि  इंसान  को कई तरह के पापड़ बेलने पड़ते है, कई बार गिरना और संभलना होता है तब जाकर सक्सेस मिलती है.

कोई भी यूनीक आईडिया एक बार में कभी क्रिएट नहीं होता. ऐसा कंटेंट बनाने के लिए जो इम्पैक्ट डाल सके, आपको कई दिक्कते आएँगी तभी जाकर आपका कंटेंट एकदम अलग और बेस्ट बन पायेगा.

SHARE
Subscribe
Notify of
Or
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments