(hindi) ART OF WAR

(hindi) ART OF WAR

इंट्रोडक्शन

अगर आपको कोई बड़ी लड़ाई जीतनी हो तो क्या करोगे?

क्या आप कभी ये सोचकर हैरान हुए हो कि कैसे मिलिट्री जर्नल और सिपाही अपनी जान की बाज़ी लगाकर जंग में जीत हासिल करते है?

क्या आप किसी कॉम्पटीटिव फील्ड में हो और लगातार हालात से  जूझने की कोशिश कर रहे हो?

क्या आपको भी यही लगता है कि जीत या कामयाबी सिर्फ किस्मतवालों को मिलती है?

क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ कि 100% कोशिश करके जीतने की कोशिश की मगर आप फेल हो गए हो?

वू के राजा होलू ने सन ज़ू की थ्योरी के बारे में सुन रखा था कि वो बड़ी ही कुशलता से सिपाहियों को कमांड कर सकता है.

इस बात पर उसे ज्यादा यकीन तो  नहीं  था फिर भी अपना शक दूर करने के लिए हो लू ने सन ज़ू से ये थ्योरी अपनी रखैलों और बाकि  औरतों  पर आजमाने को कहा.

सन ज़ू इस बात के लिए तैयार हो गया. उसने 180 औरतों को इकट्ठा किया और उन्हें कई दलों में बाँट दिया. हर दल की एक-एक मुखिया थी जो राजा की चहेती रखैलें थी.
फिर उसने उन सबको हिदायत दी.
जब सन ज़ू कहता “Eyes front यानी सामने देखो” तो औरतों को सामने की तरफ देखना होता था.

जब वो कहता “Left turn यानी लेफ्ट मुड़ो” तो उन्हें बाई तरफ देखना था.

और जब वो कहता “Right turn यानी राईट मुड़ो ” तो उन्हें अपने दाई तरफ देखना था.

और इसी तरह अंत में जब वो कहता “About turn यानी पीछे मुड़ो” तो औरतों को पीछे की तरफ घूमना होता था.

औरतों  को हिदायत देने के बाद सन ज़ू ने ड्रिल स्टार्ट की.

ड्रम की थाप के साथ ही उसने” राईट टर्न” का ऑर्डर दिया पर औरतों की हँसी छूट गई.

सन ज़ू ने कहा कि अगर सिपाहियों को आदेश समझ नहीं आ रहे तो इसका मतलब कि ये जर्नल की गलती है.

एक बार फिर से ड्रम की एक ज़ोरदार थाप के साथ सन ज़ू ने एक बार और आदेश दिया” लेफ्ट टर्न”
पर इस बार भी  औरतों  ने आदेश मानने के बजाए हंसना शुरू कर दिया था.
अब सन ज़ू ने थोडा आवेश के साथ कहा” साफ़-साफ आदेश दिए जाने के बाव ज़ू द भी अगर सिपाई उस पर अमल  नहीं  करते तो इस में सारी गलती सिपाहियों की है.

और इसके साथ ही सन  ज़ू  ने ये नया आदेश दे डाला. उसने कहा जो औरतें दल की मुखिया है, उन सबके सिर कलम कर दिए जाए.

सन  ज़ू  का ये आदेश सुनते ही राजा वू ने तुरंत सन ज़ू से कहा कि वो थ्योरी अच्छी तरह से समझ चुके है इसलिए औरतों के सिर कलम करने की कोई जरूरत  नहीं  है.

इस पर सन ज़ू ने जवाब दिया कि राज़ा के चुने हुए जर्नल होने के नाते वो चाह कर भी राजा के उन आदेशों का पालन  नहीं  कर सकता जो मिलिट्री रूल्स का उल्लघंन करते है.

इसलिए सन  ज़ू  ने अपने फैसले पर कायम रहते हुए सारी औरतों के सिर कलम करवा दिए,

उसने दलों के मुखिया के तौर पर इस बार नई औरतों को चुना और एक बार फिर से ड्रिल स्टार्ट की.

और इस बार औरतों ने वही किया, जैसा उन्हें आदेश दिया गया था.

इस example से सन ज़ू ने जिंदगी और मौत के बीच होने वाली उस जंग की एक झलक दे दी थी जिसका अनुभव लड़ाई के  मैं दान में होता है.

एक मिलिट्री जर्नल के तौर पर आपको अपने सिपाहियों को डिसप्लीन में रहने के लिए ट्रेन करना पड़ता है ताकि वो आपके हर आदेश का हूबहू पालन करे.

जंग का ये एक बेहद अहम हिस्सा होता है. आखिर शरीर वही करेगा जो दिमाग कहेगा, यही तो नियम है. अपने कमांडर के आदेश पूरा करना सिपाईयों का फ़र्ज़ है वर्ना हार निश्चिन्त है.

ये पक्का कर लेने के बाद कि आपके सोल्जर्स डिसप्लींड हो गए है, हमारा अगला कदम है एक ऐसी स्ट्रेटेज़ी तैयार करना जो हमे जंग जीतने में मदद करे.
आने वाले चैप्टर्स में हम सीखेंगे कि जीत हासिल करने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ एक विनिंग स्ट्रेटेज़ी तैयार करना कितना जरूरी होता है.

आप इस किताब में ये भी पढ़ेंगे कि जंग में जाने से पहले सारी केलकुलेश्न और प्रिपरेशन कर लेना कितना इम्पोर्टेंट होता है.

और आप ये भी सीखोगे कि कैसे बिना लड़े भी लड़ाई जीती जा सकती है और अंत में आपको हम एक ऐसा मोस्ट पॉवरफुल मेथड बताने जा रहे है जो किसी भी लड़ाई में आपको जीत की गांरटी देता है फिर चाहे आप किसी भी फीडल में क्यों ना हो.

( प्लान बनाना) Laying Plans

सन ज़ू ने ज्यादातर लड़ाइयों में जीत हासिल की थी, अपनी आर्मी की वजह से  नहीं  बल्कि अपने दिमाग की वजह से.

एक फिलोसफी है जो कहती है” विक्टरी एंड डीफीट आर आलरेडी डिसाइडेड बीफोर द वॉर बिगंस” यानी जीत और हार किसी भी लड़ाई में पहले से तय हो जाती है.

इसलिए वॉर से पहले सारी तैयारीयाँ और केलकुलेशन करना बेहद जरूरी होता है.

इससे आप पता लगा सकते है कि किसी पॉवर ज्यादा है और जीत का सेहरा किसके सिर बंधने वाला है.

एक बार अगर आपने सोच लिया कि लड़ाई लडनी है तो फिर इन फाइव प्रिंसीपल्स को जानना आपके लिए जरूरी हो जाता है क्योंकि यही वो सबसे ज़रूरी पॉइंट्स हैं जो तय करेंगे कि आप ये जंग जीतोगे या हारोगे.

पहला प्रिंसिपल है मोरल लॉ जिसका मतलब है कि  लोगों  को अपने रुलर पर पूरा भरोसा होना चाहिए चाहे कितना भी खतरा क्यों ना मंडरा रहा हो.

इसका एक्जाम्पल हमने आपको ऊपर दिया था, जब सन ज़ू को औरतों की एक आर्मी तैयार करने को बोला गया तो उसने जरा भी कसर  नहीं  रखी कि उसका हर कमांड पूरा किया जाए.

किसी भी  जंग  में ये आपसी विश्वास बेहद जरूरी है क्योंकि इसी से तय होगा कि सिफाई जंग के  मैं दान में क्या एक्शन लेंगे और कैसे लड़ाई जीतेंगे.

दूसरा प्रिंसिपल है हेवन जो दिन के अलग-अलग समय के बारे में बताता है जैसे टेम्परेचर और सीज़न.

आपको ये समझना ही होगा लड़ाई कब शुरू की जानी चाहिए, आपको टेम्परेचर और सीज़न की सही-सही जानकारी होगी तो आप इनका पूरा फायदा उठा पायेंगे.

तीसरा प्रिंसिपल है अर्थ यानी धरती यानी जहाँ लंबी और छोटी दूरियां तय की जाती है. ये ब्रॉड और नैरो ग्राउंड्स की बात करती है और लाइफ और डेथ की संभावना के बारे में बताती है.

कई ऐसे भी ग्राउंड होते हैं जो आपके लिए फेवरेबल  नहीं  होते जबकि कुछ आपके फेवर में होते हैं.

इसलिए जरूरी है कि आप ये पहचान ले कि कहाँ आपको ज्यादा फेवर मिल सकता है, फिर उसी हिसाब से अपनी आर्मी को तैयार करे और ग्राउंड का पूरा एडवांटेज़ ले.

चौथा प्रिंसिपल है कमांडर जो रीप्रेजेंट करता है विज़डम, डिसप्लीन, ब्रेवरी और इंटग्रेटी को.

ये जर्नल है, ये आप है.

आपको एक समझदार रुलर बनना होगा ताकि आपके सिपाही ख़ुशी-ख़ुशी आपका हर आदेश पूरी वफ़ादारी से निभाए. एक रूलर के लिए जरूरी है कि उसे अपनी सेना से वफ़ादारी और ईज्जत दोनों मिले,क्योंकि एक भी सिपाही अगर गद्दार निकला तो जीत को हार में बदलते देर  नहीं  लगेगी.

आने वाले चैप्टर्स में हम इसे और डिटेल में समझायेंगे.

पांचवा और लास्ट प्रिंसिपल है मेथड और डिसप्लीन.

यहाँ हम रीसोर्सेस  मैनेज करने के बारे में बताएँगे जिसमे सिपाहियों का प्रॉपर अरेंजमेंट से लेकर, कण्ट्रोल ऑफ़ सप्लाइ और खर्चे कम करने पर बात होगी.
ये सारे प्रिंसिपल डिस्कस करने के बाद अपनी आर्मी को दुश्मन की आर्मी से तौल कर देख लो, आपको अंदाजा लग जाएगा कि इस जंग में जीत आपकी होगी या दुश्मन की.
सन ज़ू इस किताब में ख़ास इस बात पर जोर देते है कि हमे सिर्फ वही लड़ाईयाँ लडनी चाहिये जहाँ हम सौ प्रतिशत जीत की उम्मीद दो.

बगैर सोचे-समझे जंग में खुद को झोंकने का कोई फायदा  नहीं , इसमें उल्टा आपकी हार है.

अगर जीत की उम्मीद दो तभी आप आगे की प्लानिंग और स्ट्रेटेज़ी पर काम कर सकते हो.

जंग एक तरह से धोखाधड़ी की कला है और यहाँ हम कुछ ऐसे ट्रिक्स बता रहे है जिससे आप अपने दुश्मन को धोखा दे सकते हो.
अगर आप पॉवरफुल तो कभी दुश्मन को इसका अंदाजा मत होने दो, उसे इसी धोखे में रखो कि आप कमज़ोर हो. यानी एक तरह से उसे अपने ऊपर हमला करने के लिए ललचाओ, उसे बिल्कुल पता  नहीं  लगना चाहिए कि आप पूरी तरह से तैयार हो. और जब वो हमला करेगा तो मुंह की खायेगा.

एक और ट्रिक है. अगर आप दुश्मन के बेहद करीब हो तो उसे एहसास कराओ कि आप उससे बहुत दूर हो. और जब आप सच में बहुत दूर हो तो उसे ये दिखाओ कि आप कहीं आस-पास ही हो. आपका दुश्मन शर्तिया चक्कर खा जाएगा.
दुश्मन को गुमराह करने के लिए उसके सामने कोई चारा डाल दो.
अगर आपका दुश्मन जल्दी गुस्से में आ जाता है तो उसे उकसाने और भड़काने की कोशिश करो.

उसके सामने कमजोर होने की एक्टिंग करो ताकि दुश्मन को ओवर कांफिडेंस हो जाए और वो कोई भूल कर बैठे.
फिर वहां पर अटैक कर दो जहाँ दुश्मन सबसे कमजोर है. इस तरीके से अटैक करना कि उसे बचने का मौका ना मिल सके.
सरप्राइज़ अटैक यानी जब उन्हें उम्मीद भी ना हो ऐसे वक्त में हमला बोलने से दुश्मन को सोचने-समझने का वक्त  नहीं  मिलेगा और वो हडबडाहट में गलती पर गलती करता चला जाएगा,
डिसेप्शन यानी आँखों में धूल झोंकना एक बेहद कारगर टेक्नीक है जो दुश्मन को चारो खाने चित्त कर देगी.

जैसे कि हम एक्जाम्पल लेते है, आप जानते ही होंगे कि कई सारी कंपनीज़ और बिजनेस इंटरनेशनली ग्रो कर रहे है, सिर्फ इसलिए नहीं कि ये बड़े और सक्सेसफुल ब्रैंड है बल्कि इसलिए भी कि उन्होंने काफी चालाकी से अपनी स्ट्रेटेज़ी प्लान की और हमेशा अपन दुश्मनों को चकमा देने में कामयाब रहे है.

Appsumo एक वेबसाईट है जहाँ एंटप्रेन्योर्स के लिए ऑनलाइन सर्विसेज़ की डेली डील्स ऑफर होती है. ज्यादातर लोग सोचते है कि ये बड़ा आसान काम होगा, पर ऐसा  नहीं  है.

आज की तारीख़ में ये एंटप्रेन्योर्स के लिए नंबर वन सॉफ्टवेयर डील साईट है.

Appsumo के फाउंडर  नोआह  कागन ने ये बिजनेस  लोगों  की ज़रूरतों के बारे में जानते हुए और टारगेट करते हुए इस बिजनेस की शुरुवात की थी.

फिर उन्होंने सेल्स करने और अपने पोटेंशियल कस्टमर्स तक पहुँचने के लिए स्ट्रेटेज़ीकली प्लान किया.
इसके लिए  नोआह  ने ई-मेल और डिजिटल मार्केटिंग की हेल्प ली.

फिर उन्होंने अपने उन कंज्यूमर्स को टारगेट करने पर फोकस किया जो उनकी सर्विसेज़ ले सके.

ज्यादतर जो लोग बिजनेस स्टार्ट करते है, उन्हें लगता है कि शुरुवात के कुछ महीनों तक फेलर नॉर्मल है लेकिन  नोआह  के साथ ऐसा  नहीं  था.

उन्होंने पहले ही तय कर लिया था कि वो अपना बिजनेस स्टार्ट करते ही रेवेन्यू अर्न करना शुरू कर देंगे.  Appsumo की लॉन्चिंग के दो साल बाद ही उन्होंने इसे मिलियन डॉलर बिजनेस बना दिया जिसके 500,000 से भी ज्यादा ई-मेल सब्सक्राइबर हैं.

इससे पहले कि बाकि एंटप्रेन्योर्स को जरा भी अंदाजा होता कि  Appsumo उनके लिए एक ख़तरा है,  Appsumo में  लोगों  ने इतनी दिलचस्पी दिखाई कि कंपनी स्कसेस की उंचाईयों तक पहुँच गई.
इसलिए किसी बी कॉम्पटीटिव फील्ड में स्ट्रेटेज़ीकली प्लान करना इम्पोर्टेंट है.

आज  मार्केट  में कई बिजनेस वैल्यूएबल प्रोडक्ट और सर्विस ऑफर कर रहे है. लेकिन भीड़ में अपनी पहचान बनाने के लिए आपको कुछ यूनिक और एसेंशियल ऑफर करना होगा.
अपने दुश्मनों यानी कॉम्पटीटर्स को हराने के लिए आपके पास एक स्ट्रेटेज़िक प्लान होना बहुत जरूरी है.

इसलिए इससे पहले कि कोई दुश्मन आपको नीचे पटके, आप उसे अपने बिजनेस की पॉवर दिखानी होगी और अपनी कमजोरियों को बड़ी चालाकी से छुपाना होगा ताकि उसे आप पर हावी होने का मौका ना मिल सके.

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