(hindi) Bill Gates

(hindi) Bill Gates

अगर आप दुनिया के सबसे अमीर इंसान होते तो आपको कैसा लगता? काफी एक्साईटिंग लगता ना?  मैं  शर्त लगाके ये बात कह सकता हूँ कि जो कोई भी ये पढ़ रहा होगा, उसने अपनी जिंदगी में कम से कम एक बार ऐसा  ज़रूर सोचा होगा कि काश वो दुनिया का सबसे अमीर इंसान होता. ये वो सपना है जो ज़्यादातर लोग देखते है पर  उनमें  से कितने  लोगों  का सपना पूरा होता है?

वेल, एक ऐसे आदमी को तो हम जानते है जिसने अपना अमीर बनने का सपना बहुत कम उम्र में ही पूरा कर लिया था. जी हाँ, वो और कोई  नहीं  बल्कि बिल गेट्स है जो दुनिया के उन  लोगों  में से एक है जिन्होंने सबसे पहले इनोवेशन और टेक्नोलोजी की शुरुवात की थी. उनके अंदर टेलेंट, बिजनेस स्किल और ह्यूमेनिटी का परफेक्ट बेलेंस है. हम सबने उनका नाम सुना है, हम सब जानते है कि उन्होंने क्या कुछ हासिल किया है, लेकिन क्या हममें से हर कोई उनकी जीवन के बारे में जानता है? वो क्या थे, कैसे थे, कैसे वो इस मुकाम पर पहुंचे, ये शायद हम से बहुत से लोग नहीं जानते होंगे.

सपने तो सब देखते है पर सिर्फ कुछ ही लोग उन सपनों को पूरा कर पाते है.ये लोग किसी  मैं जिकल पॉवर के साथ  नहीं  जन्मे होते. ये हमारे जैसे ही लोग है, लेकिन  उनमें  कुछ तो ख़ास बात होती है. तो क्या है ये ख़ास बात? क्या उन्हें औरों से अलग बनाता है?

दुनिया में ऐसी कोई वजह  नहीं  है जो आपको वो हासिल करने से रोक सके, जिसे पाने का आप सपना देखते हो. इन रेवोल्यूशनरी  लोगों  को देखो! इनसे हम काफी कुछ सीख सकते है, जैसे  इन्होंने अपने लिए खुद रास्ता बनाया वैसे ही हम भी बना सकते है. तो आइए, तो आइए! उस इंसान की कहानी सुनते है जो दुनिया का सबसे अमीर और आल टाइम इन्फ्लुएंशल इंसान माना जाता है यानी बिल गेट्स:

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विलियम गेट्स सीनियर और  मैंरी  मैंक्सवेल के घर 28 अक्टूबर, 1955 के दिन रात नौ बजे के बाद एक बच्चे का जन्म हुआ था जिसका नाम रखा गया विलियम हेनरी गेट्स III. इनकी फेमिली अपर मिडल क्लास फेमिली थी जहाँ सबने अपनी जिंदगी में बड़े-बड़े मुकाम हासिल किये थे. बिल गेट्स एक ऐसे परिवार में पैदा हुए थे जो अमीर और बिजनेस माइंडेड  लोगों  का परिवार था. ये लोग पोलिटिकल कनेक्शन तो रखते ही थे, साथ ही कम्यूनिटी सर्विस में भी विशवास रखते थे. बिल गेट्स के पिता एक जाने-माने लॉयर थे जिनकी पहुंच काफी ऊपर तक थी, और उनकी माँ एक सम्मानित लोकल टीचर थी जो अपनी पूरी जिंदगी लोकल कम्यूनिटी सर्विस से जुडी रही. बिल अपने भाई-बहनों में बीच के थे, उनसे बड़े एक भाई और एक छोटी बहन थी.

बिल को बचपन से ही हर सुख-सुविधा मिली थी जो उनके लिए एक स्ट्रोंग फाउंडेशन की तरह थी, वो बचपन से ही काफी आज़ाद और खुले माहौल में पले-बढ़े थे. घर पर भी उन्हें खूब सारा प्यार-दुलार और अच्छी देखभाल मिली थी. उन्हें कभी किसी चीज़ की कमी महसूस  नहीं  हुई. बिल की सोशल लाइफ शुरुवात से ही काफी एक्टिव रही थी. वो बचपन में कई तरह की एक्टिविटी करते थे और स्पोर्ट्स में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया करते थे. कुल मिलाकर बिल का बचपन बेहद खुशहाल था.

जैसे-जैसे बिल की उम्र बढती गई, उनके शार्प और इंटलेक्ट माइंड के लक्षण नजर आने लगे. बचपन से ही वो बेहद तेज़ और चालाक लडके थे और पढाई में हमेशा अव्वल रहते थे. हालाँकि रेगुलर स्कूल सिस्टम उन्हें कभी खास पंसद  नहीं  आया. उन्हें सिंपल पढ़ाई में उतना इंटरेस्ट  नहीं  था. वो बड़ी जल्दी बोर हो जाते थे इसलिए कोई भी चीज़ उन्हें ज्यादा देर तक बाँध कर  नहीं  रख पाती थी, धीरे-धीरे उनकी फ्रस्ट्रेशन उनके व्यवहार में भी झलकने लगी थी.

एक बार बिल जब बारह साल के थे जो उनके पिता गेट्स सीनियर ने उनके मुंह पर पानी फेंक कर मारा था क्योंकि बिल अपनी माँ से बुरी तरह झगड़ पड़े थे. तब उनके पेरेंट्स ने उनके इस गुस्से और बदले व्यवहार की जड़ तक पहुँचने की ठानी और उन्हें एक कांउसलर के पास लेकर गए ताकि वो बिल की इस समस्या का कोई उचित समाधान निकाल सके.

उन्हें पता चला कि बिल एक बेहद टेलेंटेड लड़का है जिसे अपना टेलेंट बाहर निकालने का मौका  नहीं  मिल पा रहा, इसलिए उसे एक स्पेशल स्कूल की जरूरत थी जहाँ उसे सही डायरेक्शन और गाईडेंस मिल सके. और इस तरह तेरह साल के बिल गेट्स को सीएटल लेकसाइड स्कूल भेज दिया गया जो ख़ास उनकी तरह के बच्चो के लिए बना था. लेकसाइड में एक काफी मुश्किल स्टडी प्रोग्राम रखा गया था  जिसमें  बाकी स्कूलों के मुकाबले डिफिकल्टी के लेवल काफ़ी ज़्यादा  थे और साथ ही यहाँ बच्चो को पूरी फ्रीडम दी जाती थी ताकि वो अपना टेलेंट एक्सप्लोर कर सके.

लेकसाइड स्कूल में बिल गेट्स जैसे और भी लोग थे. यहाँ आकर बिल को बहुत अच्छा लग रहा था क्योंकि उन्हें यहाँ अपने जैसे लोग मिल गए थे जिनके साथ वो इंटरएक्ट कर सकते थे और अपने दिमाग को चेलेंज करने के मौके ढूंढ सकते थे. ये स्कूल बिल की लाइफ का एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ.
क्योंकि यही वो जगह थी जहाँ उन्हें अपना असली पैशन पता चला और वो उन  लोगों  से मिले जो आगे चलकर उनके फ्यूचर प्रोजेक्ट के पार्टनर बनें.

लेकसाइड स्कूल में बिल पॉल एलन से मिले जो बाद में जाकर माइक्रोसॉफ्ट में उनके बिजनेस पार्टनर बने. इसके अलावा बिल की दोस्ती कई और  लोगों  के साथ भी हुई, जो फ्यूचर में उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के पहले एम्प्लोई बनें. यही वो जगह थी जहाँ बिल का पहली बार कंप्यूटर से परिचय हुआ जो बाद में उनका पहला और आखिरी प्यार बना.

उन दिनों कम्पूटर काफी महंगे हुआ करते थे इसलिए साइडलेक स्कूल वालो के लिए कंप्यूटर खरीदना बस की बात  नहीं  थी, हालांकि उनहोंने एक कंपनी से एक कंप्यूटर टर्मिनल लिंक खरीद लिया था ताकि स्टूडेंट कंप्यूटर सीख सके. इस तरह से उन्हें असल में कंप्यूटर खरीदना भी  नहीं  पड़ा और स्टूडेंट्स को कंप्यूटर सीखने का मौका भी मिल गया.

यही वो वक्त था जब बिल गेट्स और उनके दोस्तों को पहली बार कंप्यूटर देखने और सीखने का मौका मिला. बस फिर क्या था, वो लोग रात-रात भर बैठकर कंप्यूटर के हर एक पहलू से वाकिफ होने की कोशिश करते. कंप्यूटर का उन्हें ऐसा नशा चढ़ा कि बिल और उनके दोस्तों ने कंप्यूटर पर वो सारे घंटे खर्च कर दिए जो कंपनी ने स्कूल वालो को दिए थे. नतीज़ा ये हुआ कि कंपनी वालो ने स्कूल को लिंक टर्मिनल देना बंद कर दिया. पर जल्दी ही बिल गेट्स को कंप्यूटर सीखने का एक और मौका मिला.

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