(hindi) The Man with the Twisted Lip

(hindi) The Man with the Twisted Lip

इसा व्हिटनी,  जोकि स्वर्गीय इलायास Elias व्हिटनी के भाई और Theological College of St. George,  में  प्रिंसिपल थे , उन्हें अफीम कि बहुत ज्यादा लत थी । मुझे लगता है  कि ये  लत  उन्हें  किसी बेवकूफी  में लगी होगी जब वह कॉलेज में थे ,  तब  उन्होंने  De Quincey के  सपनों और एहसास, के बारे में पढ़ा , तो उसी असर को पैदा करने के लिए उनकी नक़ल करने की कोशिश में अफीम के नशे में डूब गए ।

जैसे की बाकी लोगों के साथ हुआ है, ये आदत बड़ी आसानी से लग तो जाती है पर इसे छोड़ना बेहद मुश्किल है. इस बात का उन्हें भी एहसास हो गया था और कई सालों तक, वो इसके ग़ुलाम बने रहे. दोस्तों और रिश्तेदारों को उनके लिए डर भी लगता था और उन पर दया भी आती थी। अब जब मैं उन्हें देख रहा हूँ तो मुझे पीले बुझे हुए चेहरे, झुकी हुई पलकें और बहार आयी हुई  आँख की पुतलियों से देखता हुआ कुर्सी पर सिमटकर बैठा एक बर्बाद और तबाह रईस दिखाई दे रहा है.

जून, '89 '  की एक रात मेरे घर के दरवाजे की  घंटी बजी , लगभग उस वक्त जब आदमी अपनी पहली जम्हाई लेकर घड़ी की ओर देखता है। मैं कुर्सी पर सीधा बैठ गया और मेरी पत्नी ने सुई धागा अपनी गोद में नीचे रख लिया  और  मुँह बना कर कहा, “कोई मरीज होगा, आपको बाहर जाना पड़ेगा।”

मैने  भी आह भरी, क्योंकि मैं  दिन भर से थक हार कर अभी-अभी घर  आया  था।
हमारा दरवाजा खुला, जल्दी जल्दी कुछ बोलते हुए लिनोलियम पर तेजी से किसी के चलने की आवाज आयी।  हमारा दरवाजा  तेजी से  खुला और काले कपडे पहने  चेहरे पर नक़ाब लगाए एक औरत अंदर आयी ।

“इतनी रात में आने के लिए  मुझे माफ़ करना ”  फिर अचानक  अपना आपा खोकर वह आगे बढ़ी  और  मेरी पत्नी के गले से लगकर रोने  लगी। “ओह, मैं  बहुत मुसीबत में हूँ!” वह  रोते हुए बोली  “मुझे सच में मदद चाहिए।”

मेरी wife ने उसका नक़ाब उठाते हुए कहा, “अरे,  ये तो केट व्हिटनी है ” । तुमने तो मुझे डरा ही दिया था केट!  जब तुम अन्दर आई तो मुझे बिलकुल भी अंदाजा नहीं था कि तुम हो ।”

“मुझे  समझ में नहीं आ रहा  था कि मैं क्या करूँ, इसलिए मैं सीधे आपके पास आ गई। ” हमेशा ऐसा ही होता था। जो लोग मुश्किल में होते थे, मेरी wife के पास  ठीक वैसे ही आ जाते थे जैसे एक लाइट-हाउस के पास पक्षी आते हैं।

” अच्छा किया तुम यहां आ गयी । अब तुम थोड़ी वाइन और पानी लो, और आराम से बैठकर  हमें सब कुछ बताओ। अगर तुम  चाहो तो  मैं जेम्स को सोने के लिए भेज दूँ ?”

“अरे , नहीं, नहीं! मुझे डॉक्टर की सलाह और मददभी चाहिए. ये  ईसा के बारे में है । ”  वह दो दिनों से घर नहीं आया है। मुझे उसकी बहुत चिंता हो रही है !”
ऐसा पहली  बार नहीं था की उसने  हमसे  अपने पति की मुश्किल के बारे में बात की हो , मुझसे एक डॉक्टर के नाते और मेरी wife से एक बेस्ट फ्रेंड के नाते । हमनें उसे दिलासा देने के लिए कुछ शब्द कहे। क्या उसे पता था कि उसका पति कहाँ हैं ? क्या ये मुमकिन था कि हम उसे वापस ला सकते हैं ?

शायद ये मुमकिन था. उसके पास  पक्की खबर  थी, कि कुछ दिन से उसका पति, जब भी उसे तलब लगती तो शहर के बाहर  east  में एक  अफीमखाने में जाने लगा  था, । उसका नशा  एक दिन तक ही रहता था और शाम होने तक , वह गिरते-पड़ते, नशे की  हालत में  घर लौट आता था।

पर  इस बार  48 घंटे हो  गए थे और  इसमें कोई शक नहीं था  कि वो घाट के बेकार हिस्से में  पड़ा  इस जहर का कश ले रहा होगा  या नशे में धुत्त पड़ा होगा  ।केट को यकीन था कि उसका पति वहीं  Swandam लेन  में  Bar of Gold,  में मिलेगा । पर वह क्या कर सकती थी?  एक घबरायी  हुई  कम उम्र की औरत, कैसे ऐसी  जगह में  जाकर उन नशेड़ियों के बीच से अपने पति को छुड़ाकर लाती ?

तो बात बस यही थी और इसका एक रास्ता था ! क्या मैं उसके साथ उस जगह पर नहीं जा सकता था? फ़िर दूसरा विचार आया कि उसने आने की ज़रुरत ही क्या है? मैं इसा का डॉक्टर था और इस तरह मेरा कुछ कहने का अधिकार था. अगर मैं अकेला जाऊँगा तो अच्छे से चीज़ें संभाल लूँगा. मैंने केट से वादा किया कि अगर इसा वहाँ है जहाँ उसने बताया है  तो दो घंटे के अंदर मै उसे घर भेज दूंगा और इस तरह दस मिनट बाद मैं अपनी कुर्सी और बैठक को छोड़कर एक  बग्गी से  शहर के पूर्वी दिशा की ओर बढ़ रहा था ! एक अजीब से काम के लिए और ये काम आगे इतना अजीब होगा ये तो सिर्फ़ वक़्त ही बता सकता था।

मेरे इस एडवेंचर की शुरुआत में कोई परेशानी नहीं हुई।  Swandam Lane बंदरगाह के पीछे नदी के उत्तरी दिशा और लंदन ब्रिज के पूर्वी तरफ एक गंदी सी  गली  है. शराब के ठेकों के पास ऊंची सीढ़ियों से नीचे उतरने पर एक अँधेरी गुफ़ाजैसी वो जगह थी , जिसकी तलाश में मैं था।
मैंने  बग्गी  वाले को नीचे रुकने के लिए कहाँ और नशेड़ियों  के कदमों से घिसी  हुई सीढ़ियों से नीचे उतरा. एक  दिए की मंद रोशनी की मदद से कुंडी खोलकर मैं कमरे में दाखिल हुआ जो  अफीम के भूरे धुंए  से भरा हुआ था. ऊपर लकड़ी के फट्टों से बने बर्थ थे जैसे किसी विदेशी जहाज में होते हैं ।

उस धुंधली सी रौशनी में मुझे टेढ़े-मेढ़े मुड़े हुए, गिरे पड़े शरीर, झुके हुए कन्धे, घुटने मुड़े हुए , सिर पीछे की ओर लुढ़का हुआ कहीं-कहीं  दिखाई दे रही थी. एक आध लोगों की नज़र नए आने वाले पर भी पड़ जाती थी। उन काले सायों के बीच छोटी लाल बत्तियां चमक रही थीं, अभी चमकती और फ़िर फीकी पड़ जाती बिलकुल उस ज़हर की तरह जो मेटल पाइप के कटोरों में बढ़ता और कम होता जा रहा था. उनमें से ज्यादातर चुपचाप पड़े थे, कुछ खुद ही बड़बड़ा रहे थे 'और कहीं कोई  जोर-जोर से बोलता, कहीं चुप हो जाता.

सब अपने ख़यालों में गुम थे और अपने पास वाले की बात पर कोई ध्यान नहीं दे रहा था. दूर एक कोने में कोयले की अँगीठी के पास एक लंबा, पतला बूढ़ा सा आदमी बैठा था जिसका जबड़ा उसकी दोनों मुट्ठियों पर टिका हुआ था और उसकी कोहनियों उसके घुटनो पर टिकी हुई थी और वह आग की ओर टकटकी लगाए देख रहा था।

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जा मैं अंदर घुसा तो एक attendant  मेरी तरफ चिलम लेकर आया और एक खाली बर्थ  की तरफ बैठने का ईशारा किया ।

“शुक्रिया, लेकिन मैं यहाँ रुकने नहीं आया.  मेरे एक दोस्त यहाँ  हैं मिस्टर इसा व्हिटनी, मुझे उनसे मिलना है” मैंने  कहा ।

मेरी right side कोई हिला  और धुएं में से देखते हुए मुझे विटनी नजर आया ! बाल बिखरे हुए, थका हुआ और मुरझाए हुए चेहरे से मेरी ओर देखता हुआ, वो काफी कमजोर लग रहा  था ।

“हे भगवान् वॉटसन .” वो बहुत ही दयनीय हालत में था.  इसा ने पूछा  “वॉटसन , क्या time हुआ होगा ?”

“ग्यारह बजे हैं ” मैंने   कहा ।

“दिन कौन सा है  ” इसा ने पूछा।

“19 जून शुक्रवार है”  मैंने जवाब दिया।

इसा ने कहा  “हे भगवान् मुझे लगा आज बुधवार हैं। आज बुधवार ही  हैं , क्यों मुझे डराना चाहते हो?” वो चेहरे को हाथो मैं छुपाकर रोने  लगा।

“आज शुक्रवार ही हैं, तुम्हारी wife  दो दिन से  तुम्हारा इंतजार कर रही है, तुम्हे शर्म आनी चाहिए”,  मैंने  कहा ।

इसा ने कहा “मैं बहुत शर्मिंदा हूँ पर तुम्हें ग़लतफ़हमी हुई है वॉटसन, मैं तो बस यहाँ कुछ घंटे से हूँ । बस तीन चिलम पी थी या चार मुझे कुछ याद नहीं पर मैं चलता हूँ तुम्हारे साथ , इसा ने कहा,  बेचारी केट मैं उसे डराना नहीं चाहता, मुझे  हाथ देना जरा, क्या तुम्हारे पास गाड़ी हैं ?'

मैंने  कहा  “हां नीचे  है ”
“तो मैं वहीं ले लूँगा पर पहले  पता करो  कि  मुझे कितने पैसे देने है,  मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है “इसा ने कहा ।

मैं दोनों तरफ़ सोते हुए लोगों के बीच पतली सी जगह से होता हुआ, धुंए की गंध से बचने के लिये सांस को दबाए, अफीम के धुंधले धुएं को चीरता हुआ मैनेजर को ढूढ़ने लगा। मैं अँगीठी के पास बैठे लम्बे आदमी के पास से गुजरा ही था कि मेरी शर्ट को किसी ने धीरे  से खींचा और फुसफुसाकर कहा “आगे चलते जाओ, फ़िर मेरे बगल से निकलना उसके बाद  मुड़कर मेरी तरफ देखना”।  मुझे ये शब्द बिल्कुल साफ सुनाई दिए. मैंने नीचे देखा. उस बूढ़े आदमी के सिवा और कोई ये शब्द नहीं कह सकता था, पर वो तो बिल्कुल ही अपनी दुनिया मैं गुम था,

पतला सा झुर्रियों वाला मुरझाया सा चेहरा बुढ़ापे से बिल्कुल झुका हुआ, जिसके घुटनो के बीच चिलम लटक रही थी जैसे वो उसकी थकी हुई उँगलियों से ख़ुद ब ख़ुद गिर गया हो। मैंने दो कदम आगे बढ़ाया और पीछे मुड़कर देखा. मैं हैरानी और ख़ुशी के मारे चीख ही पड़ता और उसे रोकने के लिए मुझे ख़ुद को बहुत कंट्रोल करना पड़ा।  उसने अपनी पीठ घुमा ली थी ताकि मेरे आलावा उसे और कोई ना देख सके. उसका शरीर भर गया था, चेहरे की झुरिया गायब हो गई थी , मुरझाई आँखो में चमक थी ,

अँगीठी के किनारे बैठा शख्स और कोई नहीं मेरा दोस्त शर्लाक होम्स था. मेरी हैरानी पर मुस्कुराता हुआ। उसने मुझे अपने पास आने का हल्का सा इशारा किया और फ़िर तुरंत अपना मुँह फेर लिया, और दोबारा मुरझाया हुआ नशे  से धुत्त  बूढ़े की तरह बैठ गया।

“होम्स ! “मैं फुसफुसाया “तुम यहाँ क्या कर रहें हो ?”

होम्स ने कहा  “जितना हो सके धीरे बोलो, मेरे कान बहुत तेज हैं, अगर तुम अपने नशेड़ी  दोस्त को घर भेज सको तो मैं तुमसे कुछ बात करना चाहूंगा. नीचे बग्गी  इंतजार कर रही हैं। इसे अकेला भेज दो ये इस हालत मैं नहीं हैं कि कुछ और गड़बड़  कर सके और गाड़ी वाले को एक मैसेज अपनी वाइफ के लिए दे दो। “

शरलॉक की किसी भी रिक्वेस्ट को इनकार करना बेहद मुश्किल था. उसका कहना  ही इतने  अधिकार से होता था,  जैसे कि आदेश हो ।  कुछ ही मिनटों में मैंने वाइफ के लिए लैटर देकर व्हिटनी का बिल अदा किया और उसे बग्गी  में बैठाकर घर भेज  दिया।  थोड़ी ही देर में एक कमजोर  सा आदमी  अफीम खाने से निकला।  दो गलियों तक वह  आदमी झुक कर घिसटकर लंगड़ाते हुए  चलता रहा, फिर उसने पीछे देखा, कमर को सीधा किया और जोर से हँस पड़ा।

“ तुम्हे लगा होगा  वॉटसन कि मैंने एक अपनी बुरी आदतों के साथ और लत पाल  ली है, जिन पर  तुम मुझे कई बार अपनी डॉक्टरी की सलाह दे चुके हो “ होम्स ने कहा ।

“मुझे तुम्हे यहाँ देखकर हैरानी  हुई” मैंने कहा

“पर उतनी नहीं  जितनी मुझे, तुम्हे देखकर हुई ”

“मैं यहाँ एक दोस्त को ढूंढ़ने आया था !” मैंने बताया ।

“और मैं एक दुश्मन को  “,होम्स ने कहा

“दुश्मन ?” मैंने पूछा

” हाँ  मेरा दुश्मन   ये कह सकते है कि मेरा शिकार मैं एक अजीब मर्डर को  इन्वेस्टीगेट कर रहा हूँ वॉटसन,और उन नशेड़ियों के बड़बड़ाने मैं कोई क्लू  ढूंढ रहा था अगर मुझे यहाँ कोई पहचान लेता  तो मेरी लाइफ  की कीमत घंटे भर की अफीम  की कीमत से ज्यादा होत।  लश्कर जो ये बार  चलाता   है मुझसे बदला लेने की कसम खा चुका है।   उस अड्डे  के पीछे एक चोर दरवाजा है और अँधेरी  रातो मैं वहाँ से क्या क्या गुजरा हैं, उसके बारे में  मेरे पास बहुत कहानियाँ हैं “,होम्स ने कहा.

“ क्या मतलब है तुम्हारा ? लाशे?” मैंने कहा

“ हाँ लाशे !  अगर उस अड्डे में  हुए हर खून के लिए  हमे  हजार पौंड मिलते तो हम बहुत अमीर  होते ।  नदी के किनारे इससे खतरनाक खूनी  जगह और कोई नहीं, और मुझे डर है St. Clair  यहाँ आया तो पर शायद  कभी निकला नहीं। हमारी बग्गी  यही कहीं होगी “

उसने दांतो के बीच दो उंगलिया दबाकर एक तीखी सी  सीटी बजाई , कुछ दूर से  जवाब में same सीटी की आवाज़ सुनाई दी।

और फिर घोडा गाड़ी की आवाज  अँधेरे को चीरती जा रही थी। “तुम मेरे साथ चलोगे ना वॉटसन ?” होम्स ने पूछा।

मैंने कहा “अगर मेरी जरूरत हो तो ?” होम्स ने कहा-“ एक भरोसेमंद दोस्त की हमेशा जरूरत होती है और इन सब के बारे में लिखने वाले की उसे भी ज्यादा , Cedars  में मेरे कमरे में डबल बेड है। “

“Cedars ?” मैंने पूछा

“हाँ, वो St. Clair  का घर है – जब तक इन्वेस्टीगेशन  जारी रहेगी मैं वहीं रहूँगा ”। होम्स ने कहा

“ये कहाँ है ?” मैंने पूछा
“ली के पास कैंट में , यहाँ से सात मील दूर ” होम्स ने कहा

“पर मुझे तो इस मामले के बारे मैं कुछ भी नहीं पता ” मैंने पूछा

होम्स ने कहा  “बेशक, लेकिन तुम्हें अभी सब पता लग जाएगा. यहाँ ऊपर आओ,  जॉन यहाँ से आगे तुम्हारी जरूत नहीं, ये पैसे लो कल मेरा इंतजार करना ग्यारह बजे ”

होम्स ने चाबुक चलाई और हम सुनसान सड़क पर बढ़ निकले. बाद में सड़क धीरे-धीरे चौड़ी होती गई, फिर हम एक पुल पर उड़ान भर रहे थे और नीचे नदी बह रही थी. आगे ईंट पत्थरों से बनी ख़ामोश इमारतें खड़ी थीं और उस सन्नाटे को कभी किसी पुलिस वाले के क़दमों की आहट या रात को मस्ती करते हुए वापस आते लोगो का शोरगुल चीर रहा था. एक सुस्त लहर आसमान में धीरे-धीरे बह रही थी और बादलों के बीच में एक दो  तारे टिमटिमा रहे थे ।

होम्स बिना कुछ कहे गाड़ी चलता रहा, उसका सिर नीचे छाती तक झुका हुआ था, वो किसी गहरी सोच में था और मैं उसके बगल में उत्सुक बैठा था ये जानने के लिए कि इस बार क्या माजरा था जिस पर होम्स इतनी बारीकी से काम कर रहा है, पर उसका ध्यान भंग करने से डर रहा था । हमने कई मील की दूरी तय कर ली थी, और शहर से दूर बने बंगलों के किनारे पहुँचने लगे थे, जब होम्स ने खुद को हिलाया, अपने कंधों को उचकाया और इस भावना के साथ अपने पाइप को जलाया जैसे उसने खुद को संतुष्ट कर लिया हो कि वो बिलकुल सही रास्ते पर चल रहा था।

“वॉटसन , ! तुम में  चुप रहने की खासियत है,  जिसकी वजह से तुम बड़े अच्छे दोस्त हो ।

मैं  बहुत relexed हूँ  कि मैं  किसी से बात कर पा रहा हूँ। क्योंकि मैं बहुत पॉजिटिव नहीं  सोच पा रहा हूँ,  कि उस छोटी सी औरत से क्या कहूंगा जो मुझे दरवाजे पर मिलेगी”

“होम्स ! तुम भूल रहे हो कि इस मामले में मुझे अभी तक  कुछ  भी नहीं पता”

“मेरे पास तुम्हे कुछ ही टॉपिक्स  बताने का टाइम  है।  ये बहुत  ही आसान  मामला लगता है, फिर भी मेरे पास आगे बढ़ने  का कोई सुराग नहीं हैं  । मैं  तुम्हे  सब साफ साफ बताता हूँ , शायद तुम  मुझे कुछ  हेल्प कर  पाओ “ होम्स ने कहा ।

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