(hindi) Loving What Is: Four Questions That Can Change Your Life

(hindi) Loving What Is: Four Questions That Can Change Your Life

इंट्रोडक्शन

क्या दूसरे लोग आपके स्ट्रेस को बहुत बढा़ देते हैं? क्या नेगटिव इमोशंस आपको फिज़िकली इफ़ेक्ट करते हैं? क्या आप कई बार परेशान हो जाते  हैं? क्या आप शायद ही कभी स्माइल करते हैं? क्या परेशानी की वजह से आपके कंधे अकड़ने लगते हैं?  क्या ये सब आपके लिए जाना-पहचाना हैं?

इस बुक में, आप सीखेंगे कि अपने लाइफ में स्ट्रेस्फुल और निराश लोगों से कैसे डील करें. आप सीखेंगे कि दूसरे लोगों के लिए आपकी जैसी भी सोच हैं, उसे कैसे अपने फायदे के लिए यूज़ करें.
सबसे ज़रूरी बात, आप चार सवाल और एक वर्कशीट के बारे में जानेंगे – जो आपको अपनी लाइफ बदलने में मदद कर सकते हैं. जब ऑथर ने बड़ी बात कही तो ऑथर बड़ा-चढ़ाकर नहीं कह रही थी. इस टेक्निक ने उनकी लाइफ को मोड़ने में मदद की थी.

क्या आप भी खुद को और बेहतर बनाने के लिए तैयार हैं?

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सबसे बड़ी 'अनडूइंग'

ऑथर, केटी, ये बुक लिख सकी क्योंकि उन्होंने खुद भी बहुत बुरे दिन देखे थे. वो डिप्रेस हो गई थी, और अपना ख्याल नहीं रख पाती थी. हालाँकि उनके परिवार ने मदद करने की कोशिश की, लेकिन केटी उन पर ही उल्टा गुस्सा करती थी. केटी हमेशा उन्हें क्रिटिसाइज़ करने और उनकु इंसल्ट करने के तरीके खोजती थी. वो डेस्परेट, अकेली और गुस्से वाली हो गई थी. ऐसा लगता था कि सब होप खत्म हो गया हैं. फिर, एक दिन, अचानक, केटी बदल गई. वो पहले से बेहतर शख्स बन गई थी. वो एक ब्रांड न्यू औरत बन गई थी. अचानक हुए इस बदलाव से उनके आसपास के लोग कन्फ्यूज़ हो गए पर साथ-साथ उन्हें ये अच्छा भी लग रहा था. तो केटी को किस बात ने बदला था?

केटी ने अपने फैमिली और दोस्तों को ये बताने में टाइम लगाया कि उनके साथ ऐसा क्या हुआ कि वो बदल गई थीं. उन्होंने एक्सप्लेन करने की पूरी कोशिश की, लेकिन वो बस इतना बता पाई कि आज़ादी मिलने से उनके अंदर कुछ हो गया हैं. उन्हें एहसास हो गया था कि आज तक वो खुद से जो कुछ भी कह रही थी, वो सब सच नहीं था. केटी अपनी ही सोच से जूझ रही थी, और आखिर में उन्हें इसे हराने का एक तरीका मिल गया था. फिर, उन्होंने 'वर्क' बनाया. 'वर्क' से मतलब था वो चार सवाल जो किसी के सोचने के तरीके को बदल दें और बाद में उनके लाइफ को भी बदल दें. ये वो चीज़ें हैं जिनकी आपको खुद में इम्प्रूवमेंट लाने के लिए ज़रूरत पड़ती हैं. ये ध्यान रखना ज़रूरी हैं कि केटी इस बात पर जोर देती हैं कि 'वर्क' ऐसा काम हैं जो कभी रुकना नहीं चाहिए. ऐसा नहीं हैं कि इसे एक बार करते ही आपको पूरी ज़िन्दगी इससे फायदा पहुंचेगा. आपको इसे काम में लाने के लिए मेहनत करनी पड़ेगी.

‘वर्क' शुरू करने के लिए, आपको सबसे पहले जो काम करना हैं, वो हैं इसे किसी चीज़ पर लिखने की तैयारी करना. कागज के एक टुकड़े को लेने के बाद, आपको हर उस चीज़ के बारे में लिखना होगा जो आपको स्ट्रेस दे रही हैं.  इसके अलावा, उन चीजों, घटनाओं, या उन लोगों के बारे में लिखिए जो आपको गुस्सा दिलाते हैं या डराते हैं. अपने दिमाग के अंदर छुपे हुए सबसे बुरे, भद्दे और बदसूरत ख्यालों को बाहर निकालिए.

शुरू-शुरू में अपनी सोच, अपने फैसलों को एक्सेप्ट करना मुश्किल होगा. सारी लाइफ , हमें सिखाया जाता हैं कि हम जो महसूस करते हैं, उसे छुपा कर रखनी चाहिए. लेकिन आपको इसी पॉइंट पर अपना काम करना हैं. ये वही पॉइंट हैं जहाँ आपको सबसे ज़्यादा मुश्किल आती हैं. इसलिए, अपने सोच को बाहर निकालिए. आप चाहे कितने भी गलत क्यों ना हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, आपको एक्सप्लेन करने की ज़रूरत नहीं हैं. आपको दयालु या काइंड दिखने की ज़रूरत नहीं, शुगर-कोट करने की कोशिश मत कीजिए. आप कुछ भी दिल में मत रखिए, सब कुछ कह सकते हैं. इस बारे में लिख सकते हैं कि आप अपने दोस्त से कितना जेलस होते हैं. अगर आपको गलत तरीके से बड़ा करने के लिए अपने माँ या पिताजी को दोष देना चाहते हैं, तो आप वैसा भी कर सकते हैं. आप अपने लाइफ में लोगों से कितने परेशान हैं, उसकी लिस्ट बनाइये.

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अब, इनको जज-योर-नेबर वर्कशीट के रेफ़्रेन्स के तौर पर यूज़ कीजिए. ये केटी द्वारा बनाई गई एक वर्कशीट हैं. ये उन चार सवालों को यूज़ करने में आपका गाइड करेगा जो आपके लाइफ को बदल सकते हैं.

अपने लाइफ के एक पॉइंट में, केटी अपने दूसरे पति, पॉल से नाराज़ थी. पॉल उनके जज-योर-नेबर वर्कशीट में से एक थे. आप इस एक्टिविटी के लिए किसी को भी चुन सकते हैं जो आपके लिस्ट में हो.

वर्कशीट का पहला सवाल ये पूछता हैं कि आपको कौन नाराज, सैड और डिसाप्पोइंट कर रहा हैं. ये, आपको ये भी पूछता हैं कि आपको उनके बारे में क्या पसंद नहीं हैं. केटी ने जवाब दिया कि वो पॉल को पसंद नहीं करती थी क्योंकि वो केटी की बात कभी नहीं सुनते थे. वो उन पर इसलिए भी गुस्सा थी क्योंकि पॉल केटी के हेल्थ की परवाह नहीं करते थे और कभी अप्रिशिएट नहीं किया. दूसरा सवाल ये पूछता हैं कि आप उस शख्स में कैसी तबदीली देखना चाहते हैं और इसके लिए उस शख्स को क्या करना चाहिए. केटी चाहती थी कि पॉल उनकी ओर अधिक ध्यान दे. वो चाहती थी कि वो उनकी जरूरतों के बारे में थोड़ा सोचे.

तीसरे सवाल के लिए, वर्कशीट आपसे पूछती हैं कि उस शख्स को क्या नहीं करना चाहिए, क्या नहीं सोचना और फील नहीं करना चाहिए. ये भी पूछता हैं कि उनके लिए आपकी एडवाइस क्या होगी. केटी ने इसका जवाब ये कहते हुए दिया कि पॉल को अपनी बुरी आदतों को छोड़ देना चाहिए, जैसे कि बहुत ज्यादा टीवी देखना और स्मोकिंग करना. पॉल को दूसरे लोगों के सामने केटी को क्रिटिसाइज़ करना भी बंद कर देना चाहिए.

चौथा सवाल आपसे पूछता हैं कि आपको खुश करने के लिए उस शख्स को क्या करना चाहिए. केटी को लगता हैं कि पॉल को इमोशनली ज़्यादा अवेलेबल होना चाहिए और केटी के लिए बेहतर पार्टनर बनना चाहिए.

पाँचवाँ सवाल आपको एनकरेज करता हैं आप एक लिस्ट बनाकर लिखिए कि आप उनके बारे में क्या सोचते हैं. केटी ने पॉल के बारे में नेगटिव बातों का लिस्ट किया, जैसे कि वो बेईमान, बचकाना हरकत करने वाला और लापरवाह शख्स हैं.

छठा और अंतिम सवाल आपसे पूछता हैं कि आप उस शख्स के साथ दोबारा क्या एक्सपीरियंस नहीं करना चाहते. केटी के लिए, अगर पॉल नहीं बदले तो वो पॉल को छोड़ देगी. जितना भी बहस करना था वो कर चुकी थी.

अब, यहाँ वो चार सवाल आते हैं जो आपकी फ्रीडम, आपकी आज़ादी के लिए ज़रूरी हैं. आपका जज-योर-नेबर वर्कशीट में जो भी जवाब था, उन्हीं जवाबों के हिसाब से अब आप ये सवाल पूछिए. सबसे पहले, अपने आप से पूछें कि क्या ये सच हैं?  दूसरा, क्या कोई तरीका हैं जिससे ये 100% पता चले कि ये सच हैं. तीसरा, जब भी उस बारे में आप सोचते हों तो आपका क्या रिएक्शन होता हैं? चौथा, आपको क्या लगता हैं कि आप इस सोच के बिना रह सकते थे?

अब हम जज-योर-नेबर वर्कशीट के पहले स्टेटमेंट का यूज़ करेंगे. अब, केटी के जवाबों के बारे में देखते हैं. क्या ये सच हैं कि पॉल उनकी बात नहीं मानते? या फिर, आपकी अपनी ज़िंदगी का एग्जाम्पल ले तो, अगर आपने किसी के बारे में कोई फैसला लिया हैं तो, क्या वो फैसला सही हैं? आप टाइम लगाकर, सोचकर इसका जवाब दे सकते हैं.

दूसरा सवाल, क्या आपका जवाब 100% सही हैं? केटी के केस में, केटी ने खुद से सवाल किया कि क्या वो वाकई में ये फैसला कर सकती थी कि पॉल उनकी बातों को सुन रहा हैं या नहीं. उन्होंने आगे खुद से सवाल किया कि क्या कुछ पल ऐसे भी थे जब उन्होंने खुद भी किसी और को न सुना हो. जवाब आया हाँ, केटी ने भी ऐसा किया था.

केटी ने कहा था कि जब पॉल उनकी बातें नहीं सुनते तो वे पॉल को इगनोर करना शुरू कर देती हैं. वो ऊँची आवाज़ में और तेज़ बोलना शुरू कर देती हैं ताकि पॉल उनकी बात सुन लें. जब भी कोई शख्स या कोई बात आपके स्ट्रेस, गुस्सा, या डिसाप्पोइंटमेन्ट का कारण बनता हैं, तो आप पर क्या गुज़रती हैं?  आप हर उस चीज़ की लिस्ट बनाइए. देखिए कि ये आप पर मेंटली और फिज़िकली किस तरह नेगेटिव असर करता हैं.  ऐसे सिचुएशन में आप उस शख्स को क्या कहेंगे, ये भी सोच लीजिए.

आखिरी सवाल के लिए, ये सोचिए कि अगर आपकी सोच वैसी नहीं होती तो आपके हालात कैसे होते. आप क्या सोचते? आप क्या फील करते? अगर आपने वैसा नहीं सोचा होता तो आपकी सिचुएशन किस तरह अलग होती? क्या आप इसके बिना हल्का महसूस करते हैं? केटी के हिसाब से, उन्होंने ये इमेजिन करने की कोशिश की कि वे नहीं सोचते कि पॉल उनकी बातों को नहीं सुनते हैं.

केटी ने 'टर्न अराउंड' शब्द का यूज़ किया हैं इसका ये मतलब था कि दूसरों के लिए जो बातें कहें वो खुद पर लागू कीजिए. एग्जाम्पल के लिए, केटी के “पॉल ने मेरी बात नहीं मानी” को टर्न अराउंड करे तो “मैं खुद को पसंद नहीं करती क्योंकि पॉल जो कहता हैं, मैं उस पर ध्यान नहीं देती.”  ये तय कीजिए कि क्या ये टर्नअराउंड बात सही हैं. केटी ने ये फील किया कि वो पॉल को भी सुनने में फ़ैल हुई थी. जब भी पॉल बात करते तो केटी ये सोचती रहती कि कैसे पॉल उनकी बात सुनते ही नहीं.

जो आप दूसरों को करने के लिए कह रहे हैं उसे आपको खुद को करना चाहिए. एग्जाम्पल के लिए, आपने अपनी माँ को लिस्ट में इसलिए रखा क्योंकि वो आपको गुस्सा दिलाती हैं. आपके हिसाब से “आपकी माँ को ज़्यादा केयरिंग और अंडरस्टैंडिंग होना चाहिए.” इस बात के टर्नअराउंड के लिए, आप उनके नाम को अपने नाम के साथ बदल सकते हैं. आपका टर्नअराउंड ये हो सकता हैं कि “आपको खुद ही अपना ज़्यादा ध्यान रखना चाहिए.” जैसे ही आप टर्न अराउंड करेंगे, आप खुद के बारें में नई बातें जानेंगे. शुरू में, आपको ऐसा करना मुश्किल लगे पर आपको इस बात पर लगे रहना हैं और एनालाइज़ करना हैं. आपने जिस सच को जानने के लिए इतनी मेहनत की, उस सच को दबने मत दीजिए.

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