(hindi) The Boscombe Valley Mystery

(hindi) The Boscombe Valley Mystery

एक दिन मैं और मेरी पत्नी ब्रेकफास्ट कर रहे थे, तभी हमारी मेड एक टेलीग्राम लेकर आयी। यह शरलॉक होम्स की तरफ से था और उसमे लिखा था  –

“क्या तुम कुछ दिनों के लिए खाली हो? मैं वेस्ट ऑफ़ इंग्लैंड से बॉसकॉम्ब वैली जा रहा हूँ। मुझे बहुत अच्छा लगेगा अगर तुम भी मेरे साथ चलोगे। वहाँ की हवा और नज़ारे बहुत  खूबसूरत  हैं। 11:15 तक पैडिंगटन छोड़ देना हैं। “

मुझे देखते हुए मेरी पत्नी बोली “क्या कहते हो? तुम जाओगे?”

“मुझे सच में नहीं पता कि क्या बोलूं। मुझे फ़िलहाल बहुत काम है।”

“आन्स्ट्रुथर (Anstruther) तुम्हारा काम कर लेगा। तुम आज कल काम की वजह से बहुत कमज़ोर लगने लगे हो। मुझे लगता है वहाँ जाने से एक चेंज मिल जायेगा और वैसे भी तुम्हें शरलॉक के केस में हमेशा इंट्रस्ट  रहा है। ”

मैंने जवाब दिया ” अगर मैं नहीं गया तो मैं एहसान फरामोश लगूंगा क्योंकि मैंने उससे बहुत कुछ पाया है। लेकिन अगर मैं गया तो मुझे अभी सारी पैकिंग करनी होगी क्योंकि मेरे पास बस आधा घंटा है। “

अफग़ानिस्तान की कैंप लाइफ का एक्सपीरियंस मुझे कम समय में ट्रैवल करने के लिए तुरंत तैयार कर ही देता है। मुझे ज्यादा चीजों की जरुरत नहीं होती इसलिए मैं कम से कम टाइम में अपने सूटकेस के साथ पैडिंगटन स्टेशन जाने के लिए कैब में बैठ गया था। शरलॉक प्लेटफॉर्म पर घूम रहा था , उसकी लंबी ग्रे ट्रैवेलिंग क्लॉक और क्लॉथ कैप से वो और भी लंबा और पतला  लग रहा था ।

उसने कहा “वॉटसन, अच्छा हुआ जो तुम आ गए। यह बात मेरे लिए बहुत मायने रखती है कि एक ऐसा इंसान मेरे साथ है जिसपे मैं पूरा भरोसा कर सकता हूँ। लोकल लोगों की हेल्प या तो बिलकुल बेकार होती है या फिर एक तरफ़ा होती है। अगर तुम  कोने की दो सीट ले लें तो मैं टिकट लेकर आता हूँ।”

पूरे डिब्बे में हम दो ही लोग थे और कागज़ों का ढेर जो होम्स अपने साथ लाया था । उन्हीं के बीच वह कुछ ढूंढता, पढ़ता, नोट्स बनाता और मेडिटेट करता रहा। तभी उसने अचानक उसे  मोड़ कर एक बड़ी बॉल बनायीं और ऊपर रैक में फेंक दी।

उसने  पूछा “क्या तुमने केस के बारे में कुछ सुना ?”

“नहीं एक शब्द भी नहीं। मैंने कुछ दिनों से अखबार भी नहीं पढ़ा। “

“लंदन प्रेस के पास भी पूरी डिटेल नहीं हैं। मैं इस बारे में जानने के लिए आज कल सारे अखबार पढ़ रहा हूँ। जो भी मैंने पढ़ा उससे ऐसा लगता है कि ये उन आसान केस में से एक है जो बहुत मुश्किल होते हैं। “

“ ये थोड़ा बेतुका लग रहा है।”

“लेकिन देखा जाये तो यह वाकई सच है । क्राइम का अलग और अनोखा होना भी एक क्लू होता है। क्राइम जितना मामूली और कॉमन होता है उसे सॉल्व करना उतना ही मुश्किल होता है। हालांकि इस केस में उन्होंने मारे गए आदमी के बेटे के खिलाफ एक अच्छा केस बनाया है।”

“तो क्या यह एक मर्डर है ?”

“हाँ, अनुमान तो यही लगाया जा रहा है। लेकिन मैं किसी भी बात को तब तक नहीं मानूँगा जब तक मैं वहां जाकर खुद छानबीन नहीं कर लेता।इस केस के बारे में जो भी मैं जान पाया हूँ , बहुत कम शब्दों में तुम्हें बताता हूँ।”

“बॉसकॉम्ब वैली एक कंट्री डिस्ट्रिक्ट है जो रॉस, हेरेफोर्डशिर (Ross, in Herefordshire) से ज्यादा दूर नहीं है। जॉन टर्नर वहां के एक बड़े जमींदार हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में पैसे कमाये है और कुछ साल पहले ही वापस लौटे थे। हैदर्ली Hatherley) फार्म उनके कईं फार्म्स में से एक है जिसे चार्ल्स मैकार्थी  को दिया गया था। चार्ल्स मैकार्थी भी पहले ऑस्ट्रेलिया में रहते थे। वो दोनों एक दूसरे को पहले से ही जानते थे इसलिए जब वो दोनों सेटल हुए तो एक दूसरे के पास ही घर लेना कोई अजीब बात नहीं थी।

उन दोनों में  टर्नर ज्यादा अमीर थे, इसलिए मैकार्थी उनके किरायेदार बन गए, उनके हमेशा साथ होने पर ऐसा लगता था कि उनके रिश्ते अच्छे हैं और मैकार्थी अभी भी उनके किरायेदार हैं। मैकार्थी का 18 साल का एक बेटा है और टर्नर की उसी उम्र की एक बेटी है, लेकिन दोनों में से किसी की भी पत्नी जिंदा नहीं है। अपनी रिटायर्ड जिंदगी शांति से जीने के लिए उन्होंने पड़ोस की इंग्लिश फैमिली की सोसाइटी से दूरी बनाए राखी , हालांकि दोनों मैकार्थी खेल के शौकीन थे और अक्सर आस पास की रेस मीटिंग्स में दिखते थे।

मैकार्थी के पास दो नौकर थे, एक आदमी और एक औरत। टर्नर के पास लगभग 6 -7 नौकर थे। मैं अभी तक उनकी फैमिली के बारे में यही पता कर पाया। अब फैक्ट्स की बात करते है।”

“3 जून यानि पिछले सोमवार को दिन में मैकार्थी लगभग तीन बजे अपने हैदर्ली फार्म के घर से निकले और बॉसकॉम्ब पूल की तरफ गए, बॉसकॉम्ब पूल एक छोटी सी लेक है जो बॉसकॉम्ब वैली से नीचे गिरने वाले झरने से बना है। सुबह वो अपने नौकर के साथ रॉस में थे और उन्होंने कहा की वह जल्दी में हैं  क्योंकि तीन बजे उनकी एक जरूरी मीटिंग है। उस मीटिंग से वह जिंदा लौट कर नहीं आये।

“हैदर्ली फार्महाउस से बॉसकॉम्ब पूल ज्यादा दूर नहीं है और दो लोगो ने उन्हें वहां से जाते हुए भी देखा। उनमें से एक बूढ़ी औरत थी जिसका नाम नहीं दिया है और दूसरा विलियम क्रोडर थे जो टर्नर के यहाँ गेम-कीपर है। इन दोनों ही गवाहों ने बताया की मैकार्थी अकेले चल रहे थे। गेम कीपर ने ये भी बताया कि मैकार्थी के जाने के कुछ ही मिनटों के बाद उन्होंने उनके बेटे जेम्स मैकार्थी को भी उसी रास्ते से जाते हुए देखा था और उसके हाथ में एक गन थी। जहाँ तक वह समझ पाया है, पिता आगे चल रहे थे और बेटा उनका पीछा कर रहा था। उसने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जब तक कि शाम को उसे हादसे के बारे में पता नहीं चला।”

“दोनों मैकार्थी को उसके बाद भी देखा गया जब वो विलियम क्रोडर की नज़रों से दूर हो गए थे। बॉसकॉम्ब पूल थोड़ी बहुत घास और घने जंगल से घिरा हुआ है। चौदह साल की एक लड़की जिसका नाम पेशेंस मोरान (Patience Moran) है और जो बॉसकॉम्ब वैली एस्टेट के लॉज कीपर की बेटी है, वो उस वक़्त वहाँ फूल तोड़ने गयी थी। उसने बताया की वो वहीँ थी, और उसने लेक के पास और जंगल के कोने पर मैकार्थी और उनके बेटे को देखा और वे दोनों लड़ रहे थे।

उसने सुना की मैकार्थी अपने बेटे से बहुत कड़े शब्दों में बोल रहे थे और देखा की बेटे ने अपना हाथ उठाया था जैसे की वह अपने बाप को मारने वाला हो। यह देख कर वह इतनी डर गयी कि वहां से भाग गयी और घर पहुंच कर उसने अपनी माँ को बताया कि उसने दोनों मैकार्थी बाप-बेटे को बॉसकॉम्ब पूल के पास झगड़ा करते हुए देखा था और उसे डर है की वह एक दूसरे को मारने वाले है। उसने इतना कहा ही था की तभी वहाँ मैकार्थी का बेटा भागता हुआ आया और बोला की उसने अपने बाप को जंगल के पास मरा हुआ देखा और उसे लॉज कीपर की मदद चाहिए। वह घबराया हुआ था और उसके पास अपनी गन और हैट नहीं थी, उसके राईट हाथ पर ताजा खून लगा हुआ देखा गया। उसके साथ जाकर देखा तो पूल के पास घास पर लाश पड़ी हुई थी।

उनके सर को किसी भारी चीज से बहुत बार मारा गया था। उनकी चोट देख कर ऐसा लग रहा था कि जैसे उसे उनके बेटे की गन के पिछले हिस्से से मारा गया हो, जो की बॉडी से कुछ ही दूर घास पर पड़ी हुई थी। इन परिस्थितियों में लड़के को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और उस पर 'जानबूझकर मर्डर’ करने का चार्ज मंगलवार की पूछताछ के बाद लगा दिया गया, उसे बुधवार को रॉस के मजिस्ट्रेट के सामने लाया गया, जिन्होंने मामले को अगले कोर्ट में भेज दिया। ये केस के मेन फैक्ट्स हैं क्योंकि ये कोरोनर और पुलिस-अदालत से सामने आए थे। ”

मैंने कहा “मैं शायद ही इससे ज्यादा आसान केस की कल्पना कर सकता था।” “ अपराधी सामने हैं और घटना की जगह के सबूत उसकी तरफ इशारा कर रहे हैं।”

होम्स ने सोच कर जवाब दिया, “घटना की जगह के सबूत बहुत ट्रिकी होते है। ऐसा लगता है कि वह एक ओर इशारा कर रहे हैं  लेकिन जैसे ही आप देखने का नज़रिया बदलते हैं तो वह एकदम अलग और दूसरी ओर इशारा करने लगते हैं। हालांकि ये मानना पड़ेगा की इस केस में सारे सबूत बेटे के खिलाफ है और हो भी सकता है की वही ख़ूनी हो। वैसे बहुत सारे लोग ऐसे भी है जो ये मानते है कि उनके बेटे ने ये खून नहीं किया, ऐसे लोगों में एक ज़मींदार टर्नर की बेटी है, जिसे मैकार्थी के निर्दोष होने पर भरोसा है, इसीलिए उसने इस केस के लिए लेस्ट्रेड (Lestrade) को रखा है जिसे तुम स्कारलेट की स्टडी के दिनों से जानते हो। लेस्ट्रेड ने उलझनों में फंसने से पहले ये केस मुझे दे दिया और इसलिए दो अधेड़ उम्र के आदमी घर पर चुपचाप अपना ब्रेकफास्ट पचाने की जगह इतनी दूर वेस्ट की ओर जा रहे है।”

मैंने कहा “मुझे लगता है कि फैक्ट्स इतने साफ़ और क्लियर हैं कि इस केस में तुम्हें शायद ही कोई क्रेडिट मिले।”
“एक क्लियर फैक्ट से ज्यादा धोखा देने वाला कुछ नहीं होता” उसने हँसते हुए जवाब दिया। “और हो सकता है कुछ और साफ फैक्ट्स हमारे हाथ लग जाएं जो लेस्ट्रेड के लिए बिलकुल क्लियर ना रहे हों। तुम मुझे अच्छी तरह जानते हो इसलिए तुम यह नहीं सोचोगे की मैं अपनी बढ़ाई कर रहा हूँ जब मैं कहता हूँ कि मैं इस तरह से उसकी थ्योरी को कन्फर्म या डिस्ट्रॉय करुंगा की वह इसे समझ भी नहीं पायेगा। ये पहला example ही ले लो, मैं बहुत अच्छे से देख सकता हूँ कि तुम्हारे बेडरूम में खिड़की राइट साइड में हैं, फिर भी यह सवाल मेरे मन में है की क्या मिस्टर लेस्ट्रेड ने इतनी जाहिर सी बात को नोट किया होगा।”

“तुम्हें कैसे पता चला -”

“मेरे दोस्त, मैं तुम्हें अच्छे से जनता हूँ। मैं मिलिट्री की साफ़ सफाई के बारे में जनता हूँ जो तुम्हारी पहचान है। तुम रोज सुबह शेव करते हो और इस मौसम में तुम धूप में शेव करते हो; लेकिन जैसे जैसे मुँह की लेफ्ट साइड में पीछे की तरफ जाते हो, वहां पर शेव पूरी तरह नहीं हुई है और जबड़े तक पहुंचते -पहुंचते थोड़ी गंदी भी दिखती है , यह बिल्कुल साफ़ है कि यह साइड दूसरी साइड से कम चमक रही है। में सोच नहीं पा रहा हूँ कि तुम्हारे जैसे आदतों वाला इंसान पूरी लाइट में खुद को देख रहा है और फिर भी ऐसी शेव से संतुष्ट है। मैं यह सिर्फ गौर करने और किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए एक छोटे से example के तौर पर कह रहा हूँ। यही मेरा काम है और शायद इससे इन्वेस्टीगेशन में कुछ मदद मिल जाये। पूछताछ में एक दो मामूली पॉइंट सामने आए हैं, और जो गौर करने लायक हैं।

“ वो क्या हैं?”

“ऐसा लगता है की उसकी गिरफ़्तारी उसी वक्त नहीं हुई बल्कि हैदर्ली फार्म लौटने के बाद हुई। जब इंस्पेक्टर ने  बताया की उसे गिरफ्तार किया जा रहा है तो वह बिलकुल भी हैरान नहीं हुआ और उसने कहा की उसे अपने किये की सजा मिल रही है। उसकी इस बात से जूरी के दिमाग में कोई भी शक नहीं रहा होगा।”

मैंने एकदम से कहा “तो यह कबूलनामा था”।

“नहीं, इसके बाद उसने अपने बेगुनाह होने पर जोर दिया।”

“जिस तरह यह घटना हुई उसके बाद यह बात सबसे ज्यादा शक पैदा करने वाली है।”

होम्स ने कहा “वैसे देखा जाए तो काले बादलों के बीच यही एक उम्मीद की किरण लगती है। हालांकि वह कितना भी मासूम क्यों ना हो, वह इतना मूर्ख नहीं हो सकता कि देख ना सके की हालात पूरी तरह उसके खिलाफ हैं। अगर वह अपने गिरफ्तार होने पर हैरान या गुस्सा हुआ होता तो मैं इसे बड़े शक की नजर से देखता क्योंकि उन हालातों में ऐसे चौंकना या नाराज़ होना एक आम बात नहीं होती, पर एक झूठे आदमी को यही रास्ता सबसे सही लगता है।

उसका सीधा जुर्म कबूल करना बताता है कि या तो वह बेगुनाह है या फिर बहुत सुलझा हुआ और शांत इंसान है। जहां तक बात कर्मो के फल की है, यह भी कुछ अजीब नहीं है अगर आप सोचें कि वह अपने मरे हुए बाप के बगल में खड़ा था, और उस दिन उसने अपने बेटे होने का फर्ज भूल कर अपने पिता से बहस की थी, और वह छोटी बच्ची जिसकी गवाही बहुत अहम् है, बताती है की उसने हाथ उठाया था जैसे कि वह अपने पिता को मारने वाला हो। मुझे उसकी बातों में खुद पर धिक्कार और लानत वाले भाव नजर आते है जो की एक अच्छा इंसान होने की निशानी है ना कि एक गुनहगार होने की।

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मैंने अपना सिर हिलाते हुए कहा “ बहुत सारे लोग इससे भी कम सबूतों के आधार पर फाँसी पर लटका दिए गए हैं।”
“ऐसा हुआ है। और कईं लोगों को तो गलती से फाँसी दे दी गयी।”

“इस मामले पर उस लड़के का खुद क्या कहना है ?”

“मुझे लगता है उसका खुद का बयान भी उसके पक्ष में खड़े लोगों को कुछ खास उम्मीद नहीं देता, फिर भी एक दो बातें हैं जो सोचने पर मजबूर करती हैं। वो तुम्हें यहाँ मिल जाएंगी, और तुम इसे खुद भी पढ़ सकते हो।”

उसने अपने बंडल से हेरेफोर्डशिर पेपर की एक कॉपी निकली, और पेज निकालते हुए वह पैराग्राफ दिखाया जहाँ उस लड़के का बयान लिखा था की उस दिन क्या हुआ था। मैं कैरिज के एक कोने में आराम से बैठा और ध्यान से उसे पढ़ने लगा। उसमें लिखा था :

“मिस्टर जेम्स मैकार्थी, मरने वाले के एकलौते बेटे को बुलाया गया और उसने यह गवाही दी: ‘मैं तीन दिनों से घर से दूर ब्रिस्टल में था और पिछले सोमवार  यानि 3 तारीख़ को ही वापस आया था। जब में घर पंहुचा उस समय मेरे पिता वहां नहीं थे, और मुझे मेड ने बताया कि वह जॉन कॉब के साथ रॉस गये हैं। मेरे वापस आने के कुछ ही देर बाद मैंने उनकी गाड़ी के पहियों की आवाज़ सुनी, और मैंने खिड़की से बाहर देखा, वह गाड़ी से उतरे और जल्दी से बाहर चले गए, हालांकि मुझे याद नहीं वे किस ओर गए।

तब मैंने अपनी गन ली और बॉसकॉम्ब पूल की तरफ चल दिया, इस आशा में कि खरगोश का शिकार करूँगा । रास्ते में मुझे गेम कीपर विलियम क्राउडर दिखाई दिया, जैसा की उसने अपने बयान में बताया; पर उसे ग़लतफ़हमी हुई है कि मैं अपने पिता का पीछा कर रहा था। मुझे बिलकुल भी अंदाजा नहीं था कि वह मेरे आगे चल रहे थे। तभी मैंने पूल से लगभग सौ मीटर दूर से एक आवाज़ सुनी “कुई!” यह आवाज़ मैं और मेरे पिता एक दूसरे को सिग्नल देने के लिए निकालते थे। मैं भाग कर गया, और देखा की वह पूल के पास खड़े हैं। वह मुझे देख कर हैरान हुए और गुस्से से पूछा कि मैं वहां क्या कर रहा हूँ।

हमारे बीच बहस होने लगी, बहस बड़ी और बात लगभग मार-पीट तक आ गयी क्योंकि मेरे पिता बहुत गुस्सैल आदमी थे। यह देखकर कि उनका गुस्सा बेकाबू  हो रहा था , मैं उन्हें छोड़कर वापस हैदर्ली फार्म की तरफ चल दिया। मैं 150 मीटर दूर भी नहीं गया था कि मैंने अपने पीछे से दर्द भरी चीख सुनी जिसके कारण मैं दौड़ कर वापस गया। मेरे पिता मरने की हालत में ज़मीन पर गिरे थे, उनके सर पर बहुत गहरी चोट थी। मैंने अपनी गन नीचे रखी और उन्हें अपनी बांहों में उठाया, लेकिन तभी उन्होंने दम तोड़ दिया।

मैं घुटने टेक कर कुछ मिनट उनके पास बैठा रहा, फिर मदद के लिए मैं मिस्टर टर्नर के लॉज कीपर के घर गया, क्योंकि उनका घर सबसे पास था। जब मैं वापस आया तो उनके आस पास कोई नहीं था,और मुझे नहीं पता कि उन्हें वो चोट कैसे आई। वह कोई मशहूर इंसान नहीं थे, वह सख्त स्वभाव के जरूर थे लेकिन जहां तक मुझे पता है उनका कोई दुश्मन नहीं था। इसके अलावा मैं और कुछ नहीं जानता।’”

कोरोनर: “क्या तुम्हारे पिता ने मरने से पहले कुछ कहा?”

गवाह : “उन्होंने कुछ तो कहा पर मुझे सिर्फ रैट समझ में आया”

कोरोनर: “इससे तुम क्या समझे?”

गवाह: “इसका मेरे लिए कोई मतलब नहीं है, मुझे लगा कि वह बेहोशी में बोल रहे हैं।”

कोरोनर: “किस बात पर तुम और तुम्हारे पिता के बीच झगड़ा हुआ था?”

गवाह:  “मैं इसका जवाब नहीं देना चाहता।”

कोरोनर : “मुझे अफ़सोस है कि आपको बताना ही पड़ेगा।”

गवाह: “मेरे लिए यह बताना मुमकिन नहीं है। लेकिन मैं आपको यकीन दिलाता हूं की इसका उसके बाद हुई घटना से कोई लेना देना नहीं है।”

कोरोनर : “यह फ़ैसला करना कोर्ट का काम है।  मुझे बताने की जरूरत नहीं है कि तुम्हारा जवाब देने से इनकार करना आगे होने वाली किसी भी कार्यवाही में तुम्हारे केस को कमजोर करेगा।”

गवाह: “मैं फिर भी नहीं बता सकता।”

कोरोनर : “मुझे पता चला है कि वह “कुई” की आवाज़ तुम और तुम्हारे पिता के बीच एक कॉमन सिग्नल था?”

गवाह: “जी हाँ।”

कोरोनर : “तो फिर यह कैसे हुआ कि उन्होंने तुम्हें देखे बिना यह आवाज़ निकाली, और वो भी बिना ये जाने कि तुम ब्रिस्टल से वापस लौट आए हो?”

गवाह ( कुछ कंफ्यूजन के बाद) : “मुझे नहीं पता”
एक जूरीमैन: “जब तुम चीखने की आवाज़ सुनकर अपने घायल पिता के पास आए तो क्या तुमने कुछ ऐसा देखा जिस पर तुम्हें शक हुआ हो?”

गवाह: “कुछ खास नहीं।”

कोरोनर : “ क्या मतलब है तुम्हारा?”

गवाह: “ मैं इतना परेशान और घबराया हुआ था कि मैं अपने पिता के अलावा और कुछ नहीं सोच रहा था। मुझे हल्का सा याद है कि वहां जमीन पर लेफ्ट साइड में कुछ पड़ा हुआ था। वह ग्रे कलर था,शायद कोट जैसा। जब मैं अपने पिता के पास से उठा तो मैंने अपने चारों ओर देखा लेकिन तब वह वहां नहीं था।”

“ तुम्हारा मतलब है कि वो तुम्हारे मदद के लिए जाने से पहले ही ग़ायब हो गया था?’

“हां ग़ायब  हो गया था’

“ ‘ क्या तुम बता सकते हो वह क्या था?’

“ नहीं, पर मुझे लगता है वहां कुछ था’
“लाश से कितनी दूरी पर था?’
“10-12 मीटर की दूरी पर’

“ और जंगल के कोने से कितनी दूर था?’

“ लगभग उतनी दूरी पर’

“तो जब वह ग़ायब हुआ, तुम उससे सिर्फ 10 -12 मीटर की दूरी पर थे?

“ हां, लेकिन उस तरफ मेरी पीठ थी।‘

मैंने यह पढ़कर कहा “कोरोनर उस लड़के से बड़ी सख़्ती से पेश आया। कुछ बातें हैं जो ध्यान उसकी ओर खीचतीं हैं जैसे कि उसके पिता ने बिना उसे देखे क्यों वह आवाज़ निकाली, क्यों वह उस बहस में हुई बातें बताने से इनकार कर रहा है और  उसके पिता ने मरते वक्त क्या कहा था। यह सब बातें बहुत हद तक बेटे के खिलाफ  जाती हैं।”

होम्स थोड़ा सा मुस्कुराया और गद्दी वाली सीट पर लेट गया। उसने कहा “तुम और कोरोनर दोनों उन बातों को उजागर कर रहे हो जो कि दरअसल उस लड़के के पक्ष में सबसे मजबूत पॉइंट हैं। क्या तुम्हें नहीं दिख रहा कि तुम उसे इमेजिनेशन की कमी होने और मनगढ़ंत कहानी बनाने दोनों का क्रेडिट दे रहे हो ।कम इमेजिनेशन का ऐसे  कि वह झगड़े का कोई ऐसा कारण नहीं बना पाया जिससे उसे जूरी की हमदर्दी मिल सके; मनगढ़ंत इसलिए की उसने अपने आप पिता के मरते वक्त रैट की बात करने और किसी कपड़े के गायब होने जैसी अजीब कहानी बनाई।

नहीं सर, मैं इस केस को इस नज़र से देखूँगा कि जो वह लड़का कह रहा है, सच है, और देखेंगे की इससे हम किस नतीजे पर पहुंचते हैं और अब हम इसके बारे में एक शब्द नहीं कहेंगे जब तक कि हम क्राइम सीन पर नहीं पहुंच जाते। हम स्विंडन ( Swindon)में लंच करेंगे और मुझे लगता है कि हम 20 मिनट में वहां पहुंच जाएंगे।”

लगभग चार बज रहे थे जब हम आख़िरकार, सुंदर सी स्ट्रौड वैली से गुजरते हुए और चमचमाती हुई सेवर्न नदी के ऊपर बसे खूबसूरत शहर रॉस पहुंचे। एक पतला, चालाक सा दिखने वाला आदमी प्लेटफॉर्म पर हमारा इंतजार कर रहा था। वह हल्के ब्राउन कलर का कोट और लैदर की पैंट पहने हुआ था। उसके ऐसे कपड़ों के बावज़ूद मुझे लेस्ट्रेड को पहचानने में परेशानी नहीं हुई। उसके साथ हम हेरेफोर्ड आर्मस गए जहां हमारे लिए एक रूम पहले से ही बुक था।

जब हम चाय पर बैठे , लेस्ट्रेड ने कहा “मैंने गाड़ी मंगा ली है , मैं आपके एनर्जेटिक नेचर के बारे में जनता हूँ, आपको तब तक चैन नहीं मिलेगा जबतक आप क्राइम सीन पर नहीं पहुंच जाते।”

“आपकी मेहबानी” होम्स ने कहा, “यह पूरी तरह एक बैरोमेट्रिक प्रेशर की बात है।”

लेस्ट्रेड चौंक गया और बोला “ मैं आपकी बात समझा नहीं ।”

“टेम्प्रेचर कैसा है? अच्छा 29  है। ना हवा चल रही है और ना ही आसमान में कोई बादल है। मेरे पास एक सिगरेट से भरा डिब्बा है जिसे मैं पीना चाहता हूँ, और ये सोफा बाकी होटलों के सोफे से बहुत अच्छा है। मुझे नहीं लगता कि मैं आज रात कहीं  भी जाना चाहूँगा। ”

लेस्ट्रेडहँसते हुए बोले, “मुझे कोई शक नहीं है की आप न्यूज़पेपर पढ़ कर पहले ही किसी नतीजे पर पहुंच चुके हैं। ये केस बहुत सीधा और साफ़ है और कोई जितना इसके अंदर जायेगा यह उतना साफ़ होता जायेगा। लेकिन हाँ, एक लड़की को मना नहीं किया जा सकता, खासकर तब जब वह उम्मीद लगाए हुए हो। उसने आपके बारे में सुना है और आपकी राय जानना चाहती है, हांलाकि मैंने उसे बार बार समझाया की ऐसा कुछ भी नहीं है जो आप कर सकते हैं और मैंने ना किया हो। क्यों, भगवान लंबी उम्र दे ! लो उसकी गाड़ी दरवाज़े पर आ गयी है। ”

इससे पहले की वो कुछ बोलते, कमरे में एक सुन्दर सी लड़की भागते हुए आयी, मैंने अपनी पूरी जिंदगी में इससे सुन्दर लड़की नहीं देखी थी। उसकी बैंगनी आँखें चमक रही थी, उसके खुले हुए होंठ, उसके गुलाबी गाल, घबराहट और चिंता में वह अपना संयम खो चुकी थी।

“ओह, मिस्टर शरलॉक होम्स!” वो हम दोनों को देखते हुए चिल्लाई और एक औरत की तेज सिक्स्थ सेंस से वह पहचान गयी की कौन शरलॉक हैं। “मैं बहुत खुश हूँ की आप यहाँ आये। मैं आपको यही बताने आयी हूँ। मैं जानती हूँ की जेम्स ने कुछ नहीं किया है। मैं जानती हूँ और चाहती हूँ की आप भी अपना काम ये बात जानकर ही शुरू करें। कभी भी अपने आप को इस बात पर शक मत करने देना। हम एक दूसरे को बचपन से जानते हैं और मैं उसकी उन कमियों को भी जानती हूँ जो कोई नहीं जानता, लेकिन उसका दिल इतना कोमल है की वो एक मक्खी भी नहीं मार सकता। उस पर ऐसा आरोप हर उस इंसान को झूठा लगेगा जो उसे जानता है।”

“शरलॉक ने कहा “मैं आशा करता हूँ कि हम उसे बरी करवा लेंगे , मिस टर्नर। आप मुझ पर भरोसा कर सकती हैं की मैं पूरी कोशिश करुंगा”।

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