(hindi) 10% Happier: How I Tamed the Voice in My Head, Reduced Stress Without Losing My Edge, and Found Self-Help That Actually Works–A True Story

(hindi) 10% Happier: How I Tamed the Voice in My Head, Reduced Stress Without Losing My Edge, and Found Self-Help That Actually Works–A True Story

इंट्रोडक्शन

क्या ऐसा कभी हुआ है कि आप काम के बीच में फंस गए हों? क्या आपके मन की आवाज़ लगातार शोर कर आपके काम में बाधा डालती हैं? क्या कभी ये जानते हुए कि यह आपके लिए अच्छा नहीं है, फिर भी आपने जल्दबाज़ी में रिएक्ट किया है?

अगर इनमें से किसी का भी जवाब 'हाँ' है तो आपके लिए यह बुक परफेक्ट है। यह बुक ऑथर के पर्सनल एक्सपीरियंस से आपको अपने मन की आवाज को शांत करना सिखाएगी।

डैन हैरीस अमेरिका के फेमस जर्नलिस्ट हैं। वे popular टीवी शो गुड मॉर्निंग अमेरिका के कई न्यूज़ एंकर्स में से एक हैं। यह कहानी उनके मन की शांति खोजने के बारे में और एक्चुअली काम करने वाले सेल्फ हेल्प को खोजने के बारे में है। डैन कहते हैं कि मेडिटेशन उन्हें 10% ज़्यादा ख़ुश  बनाता है।

इस बुक से आप यह भी सीखेंगे की अपने मन की आवाज को शांत कैसे करना है और उसे कैसे इंजॉय करना है।
आप अपने मन की आवाज को बंद नहीं कर सकते लेकिन उसे अपना बेस्ट फ्रेंड बना सकते हैं।

एयर हंगर

मन की आवाज का होना नॉर्मल है। कई बार हम इसे सही और गलत में अंतर करने के लिए यूज़ करते हैं। हम इसे खुद को कहानी बताने के लिए और खुद को कोई काम याद दिलाने के लिए यूज़ करते हैं। मन की आवाज हमें आगे बढ़ने में, सही रास्ते मे रहने में और हमें अपनी जिंदगी के साथ क्या करना है यह डिसाइड करने में मदद करती है। यह हमारा बेस्ट फ्रेंड है लेकिन यह हमारा सबसे बुरा दुश्मन भी हो सकता है। जब हम दुखी होते हैं, तो यह आवाज हमें सपोर्ट करती है, लेकिन जब हम डरे या घबराए हुए हों तो ये हमें बर्बाद भी कर सकती है। ये हमसे गलत ढ़ंग से  रिएक्ट करवा कर, हमारे आगे के चांस खराब कर सकती है।

डेन हैरीस एक आम आदमी हैं। वह बाकी लाखों अमेरिकन की तरह नॉर्मल फैमिली में पले बढ़े हैं। उनके माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं। उनसे उम्मीद किया गया था कि परिवार की इस परंपरा को जारी रखते हुए वो भी एक डॉक्टर बनेंगे। लेकिन परिवार की उम्मीदों के बावजूद उन्होंने एक दूसरा रास्ता चुनने का फ़ैसला किया। डैन टीनएज से ही एक जर्नलिस्ट बनना चाहते थे।

उनकी पहली जॉब अमेरिका के मेन, बैंगोर, के सबसे छोटे टेलीविजन नेटवर्क में लगी थी। हालांकि यह कोई बहुत अच्छी जॉब नहीं थी, लेकिन इसे कर के डैन खुश और सेटिस्फाइड थे क्योंकि वो आगे के बारे में कुछ सोच रहे थे । डैन बैंगोर से पोर्टलैंड, फिर वहाँ से बोस्टन गए। उन्होंने बड़ी स्टोरीज़ कवर की। वे जो पोजिशन चाहते थे, रिपोर्टिंग वहाँ तक पहुँचने की सीढ़ी थी।

सात साल बाद, डैन फाइनली न्यूयॉर्क में थे। वे सबसे जाने माने टेलिविजन नेटवर्क्स में से एक में, टीवी न्यूज़ के दिग्गजों के साथ काम कर रहे थे। डैन उनमें से एक बनना चाहते थे। उन्होंने वॉर जोन्स में भी स्टोरीज कवर की थीं। उन्हें भी एडवेंचर की आदत हो गई थी । उन्होंने कभी यह नहीं सोचा यह उनके लिए सही पोजीशन है या नहीं। उनमें टीवी पर दिखने का जुनून था। वो अपने गोल्स को अचीव करने के भूखे थे। डैन सबसे कम उम्र में सबसे ज्यादा सक्सेसफुल न्यूज़ रिपोर्टर बन गए थे।

उनका पाकिस्तान का असाइनमेंट उनका पहला बड़ा ब्रेक था. डैन कभी भी यूनाइटेड स्टेट्स से बाहर नहीं गए थे, लेकिन उन्होंने खुद को, दुनिया के एक अलग हिस्से  में, एक आलीशान होटल में पाया। पहले टास्क के बाद उन्हें और बहुत से टास्क्स मिले। डैन ने दुनिया भर के बहुत से वॉर जोन्स से रिपोर्ट किया। और हालांकि वो अपने आस-पास के माहौल में भी शांत बने रहे लेकिन राइफल के सामने रिपोर्टिंग करना डराने वाला मंजर था।

डैन यूनाइटेड स्टेट्स लौट आए, लेकिन उन्हें एडवेंचर की कमी फील होती रही। वे उदास फील कर रहे थे, वो ख़ुशी महसूस करने के तरीके खोजने की कोशिश करने लगे। डैन की दोस्ती गलत लोगों से हो गई, और वो ड्रग्स लेने लगे। ड्रग्स के नशे से मिलने वाली कुछ पलों की खुशी उन्हें जिंदा होने की झूठी फीलिंग देने लगी। सुबह जगते ही उन्हें फिर से नशे में चूर  होने की इच्छा होने लगती ।

डैन दुखी फील करने लगे। उन्हें बेचैनी होने गई थी। नेशनल टेलीविजन पर रिपोर्टिंग करते हुए आया पैनिक अटैक से उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें कुछ करने की ज़रुरत है।

उस दिन डैन लाइव रिपोर्टिंग कर रहे थे। स्टूडियो के एंकर्स ने उन्हें इंट्रोड्यूस किया, कैमरे का फोकस उनके चहरे था। लेकिन अचानक से डैन सब कुछ भूल गए । वो घबराहट से जैसे सुन्न हो गए थे। उनके मुंह से शब्द नहीं निकल रहे थे। अपने घरों से लाखों लोग उन्हें देख रहे थे और डैन बिलकुल भौंचक्के खड़े थे । डैन ने रिपोर्ट को काटकर छोटा कर दिया। उन्होंने स्टूडियो के एंकर्स के नाम लेने में भी गलती की।

डैन को तब एहसास हुआ कि उन्हें अपनी ज़िंदगी बदलनी होगी। उन्होंने अपने लिए हुए गलत डिसीजन्स को रियलाइज किया। उनका खुद को खुश करने के लिए ड्रग्स लेना एक बड़ी गलती थी।

डैन ने एक साइकेट्रिस्ट से कंस्लट किया, उन्होंने ड्रग्स लेना बंद कर दिया, और उन्होंने अपनी पुरानी आदतें बदल दीं। उन्होंने रिलाइज किया कि लाइव न्यूज़ में होने की भूख , उनके लिए किसी भी चीज से ज्यादा इंपॉर्टेंट थी। डैन ने पार्टी करना और कुछ दोस्तों से मिलना बंद कर दिया। उन्होंने एक चीज पर फोकस करने का डिसीजन लिया। और वह चीज थी, अगली स्टोरी को जितना अच्छा हो सके उतने आचे से कवर करना।

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Unchurched

डैन हैरीस ने एक वॉर रिपोर्टर के रूप मे अच्छी रेप्युटेशन बनाई थी। उन्होंने अपने कैरियर में अगला कदम धार्मिक झगड़े और चुच के समूहों को कवर करने का उठाया। उनके पेरेंट्स दयालु  थे और डैन का बचपन खुशी से बीता, लेकिन वो ज्यादा धार्मिक नहीं थे। जब डैन 9 साल के थे, तब उनकी माँ ने उन्हें बता दिया कि सैंटा क्लॉस और भगवान  नहीं होते।

डैन ने कई चर्च से रिपोर्टिंग की और यूनाइटेड स्टेट्स में जहाँ भी, जितने भी रीलिज़न हैं सभी के बारे में पता किया। डैन बंदूक और बम वाले वॉर ज़ोन से एक दूसरे वॉर ज़ोन में आ गए थे । यह वॉर ज़ोन पीसफुल था, जहाँ लड़ाइयाँ शब्दों और चर्चाओं से जीती जाती थीं।

नए चैलेंज के रूप में डैन सभी रीलिज़न को अच्छे से कवर करने के लिए तैयार थे। उन्होंने एक बाइबल पैक की और इजरायल, egypt और इराक जैसे देश, जहाँ धर्म ज़िन्दगी के ख़ास पहलुओं मे से एक है, से रिपोर्ट करने के लिए चले गए।

जब तक डैन घर लौटे, उन्हें पता चला कि उनके मेंटर पीटर गुजर चुके हैं, और इससे टीवी स्टेशन में कुछ बदलाव आए। डैन अब संडे न्यूज़ डिवीजन में काम करने के लिए भेज दिए गए थे।

डैन अपने पैनिक अटैक, नए जॉब पोजीशन, वर्क लोड और कभी-कभी  ड्रग्स लेने की इच्छा से डील करते हुए भी, कभी धार्मिक नहीं बने। वह धर्म को सिर्फ एक जर्नलिस्ट के पॉइंट ऑफ व्यू से देखते थे। वह धर्म को सिर्फ न्यूज़ और उन ऑडियंस के लिए जो इस टॉपिक में इंटरेस्टेड है, के लिए कवर करना चाहते थे।

तो डैन अलग-अलग चर्च के father के इंटरव्यू लेते रहे। वह न्यू लाइफ चर्च के हेड टेड हैगर्ड से मिले। टेड को बहुत से लोग फॉलो करते थे। उनके चर्च के पास कोलोराडो मे एक मॉडर्न बिल्डिंग थी ।डैन टेड की इज्जत करते थे, वह दोनों दोस्त बन गए। डैन टेड के बिलीफ़्स और टीचिंग्स को सुनते थे।

डैन को यह जानकर आश्चर्य हुआ कि टेड का संबंध एक आदमी से था। टेड के भगवान् से डरने वाले, दयालु father की इमेज के पीछे, वह एक ऐसे आदमी के साथ रिश्ते  में थे  जो ड्रग्स की डीलिंग करता था ।

उस आदमी ने डैन को टीवी पर देखा और उनके नेटवर्क से कांटेक्ट किया। उसके पास काफ़ी सबूत  थे। उससे यह पता चला है कि father टेड, जो homosexuality के खिलाफ बातें करते थे, पांच बच्चों के पिता और हजारों लोगों के लीडर थे, वो शुरू से दोहरी ज़िन्दगी जी रहे थे। पूरी मीडिया इंडस्ट्री इस स्कैंडल को सुनकर सकते में आ गई।

इन बीच डैन बियांका से मिले और उससे प्यार करने लगे। डैन एक फेमस रिपोर्टर और माचो मैन, बियांका की सुन्दरता पर मोहित हो गए। डैन को  बियांका  के रूप में एक बेस्ट फ्रेंड और सोलमेट मिल गई थी । बियांका 3 महीने बाद उनके अपार्टमेंट में रहने लगी । उनका रिश्ता और मजबूत हो गया था । डैन की प्राइवेट लाइफ अब ठीक होने लगी थी । वो काम करने के लिए और ज्यादा मोटिवेट हो गए थे।

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