(hindi) Pre-Suasion: A Revolutionary Way to Influence and Persuade

(hindi) Pre-Suasion: A Revolutionary Way to Influence and Persuade

इन्ट्रोडक्शन

किसी भी शक्तिशाली इंसान की सबसे बड़ी खासियत, उसकी कन्विंस करने की यानी persuade करने की एबिलिटी होती है। एक अच्छा लीडर हमेशा यह जानता है कि लोगों पर प्रभाव कैसे डालें और कैसे ऐसी बिजनेस डील करें, जिससे लाखों डॉलर का फायदा हो।

अगर आप भी दुनिया के सबसे प्रभावशाली इंसानों  में से एक बनना चाहते हैं, तो आपको पर्स्वेड करना सीखना होगा।

यह बुक आपका जरिया बनेगी। आप अपनी सर्विस देने के लिए सही समय चुनना सीखेंगे। आप सिर्फ बातों से काम नहीं कर सकते, क्योंकि बिजनेस की दुनिया में, सही समय सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट होता है।

साथ में, आप यह भी सीखेंगे कि, जो आप चाहते हैं, उस चीज पर, अपने क्लाइंट को कैसे फोकस करवाना है। अगर आपके प्रोडक्ट में कोई अच्छी क्वालिटी है, तो आप किसी को भी उस क्वालिटी पर फोकस करवा सकते हैं।

ऐसा करने से उन्हें यह यकीन हो जाएगा कि, आपका प्रोडक्ट खरीदने के लायक है। वे आपके और आपके प्रोडक्ट के बारे में अच्छा बोलना शुरू कर देंगे।

तब आप सीखेंगे कि, किसी का ध्यान attract करने के लिए जिन आसान ट्रिक्स की आपको ज़रूरत है, वह पहले ही हर जगह मौजूद है। हम आपको ऐसे ही कुछ ट्रिक्स दिखाएंगे और सिखाएंगे कि उन्हें कैसे यूज़ करना है।

आप ना सिर्फ ध्यान attract करना सीखेंगे, बल्कि उस ध्यान को अपनी ओर बनाए कैसे रखना है ये भी सीखेंगे। बस एक बार लोग आपको और आपके प्रोडक्ट को देख ले, फिर कंपीटीटर्स प्रॉब्लम नहीं बनेंगे।

अगर आप नया बिजनेस शुरू कर रहे हैं, और आपको सेल चाहिए, तो यह बुक आपको, क्लाइंट को कन्विंस करने की सभी बेसिक प्रिंसिपल सीखाएगी।

प्रिविलेज्ड मोमेंट्स

अगर आपका खुद का बिजनेस हैं, तो आपने अपना प्रोडक्ट और सर्विस नए क्लाइंट्स को बेचने के लिए ज़रूर स्ट्रगल की होगी। इसका पुराना तरीका यह है की, कस्टमर्स  को अपने प्रोडक्ट की अच्छी क्वालिटीस के बारे में बताना और फिर यह देखना कि उन्हें इसकी ज़रूरत है या नही।

यह तरीका गलत और थकाने वाला है। इंतजार करना कभी भी एक ऑप्शन नहीं है। नया और डेवलप्ड तरीका यह है कि, अपने क्लाइंट्स का सही समय पर ध्यान attract करके उन्हें पर्स्वैड करना।

जब आप क्लाइंट को सही समय में यह विश्वास दिलाते हैं की उन्हें इस चीज की ज़रूरत है तब आप ज़रूर sell कर पाएँगे.

आपको आगे और समझाने के लिए, हम सैम, जो हाथ पढ़ना जानता है, उसका example देंगे। सैम इसलिए हाथ नहीं पड़ता था, क्योंकि उसे सुपरनेचुरल दुनिया पर यकीन है। बल्कि वो ये इसलिए करता है क्योंकि उसे पार्टीज़ में मस्ती करना पसंद है। उसे अपने आसपास  के अनजान लोगों से घुलना मिलना और बातें करना पसंद है।

जब उसने बहुत से लोगों के हाथ पढ़े, उसने एक अजीब बात नोटिस करना शुरू किया। किसी कारण से उसकी सभी रीडिंग सही साबित हुई। लोग उसके पास आ रहे थे, उन्हें विश्वास था कि, वो सच में उनकी पर्सनैलिटी पढ़ने और भविष्य देखने के काबिल है।

सैम ने दो थ्योरी बनाई। पहला उसने सोचा कि शायद सुपरनेचुरल ताकतें सच में है। शायद वह सच में बीते हुए कल और आने वाले कल के परे देख सकता है। शायद वह अपने बगल वाले इंसान की एनर्जी महसूस कर सकता है।

दूसरी और ज्यादा रीयलिस्टिक  थ्योरी थी। सैम ने सोचा कि लोग उसकी बात पर इसलिए यकीन कर रहे हैं क्योंकि उसने, लोगों के बारे में ऐसे सामान्य बातें बताई हैं जो कोई भी बता  सकता था।

एक बार, सैम ने एक आदमी का हाथ, एक ही शाम मे दो बार पढ़ा। पहली बार जब पार्टी शुरू हुई तब और दूसरी बार जब वो नशे में था तब।

पहली बार में, सैम ने कहा कि, वह आदमी ढीठ है। और उस आदमी ने यह स्वीकार भी किया। दूसरी बार में सैम ने कहा कि वह फ्लैक्सिबल है, और उसने इस बार भी स्वीकार किया। लेकिन ऐसा कैसे हुआ?

यहाँ हुआ ये कि, जब आप किसी इंसान से यह कहते हैं कि, वह ढीठ है, तो वह ऐसी चीजें याद करने लगता है जोकि उस दावे को सपोर्ट करती हैं। तो वह सच में उस पर विश्वास कर लेता है, क्योंकि उसनें ऐसी सिचुएशन याद कि जिसमें वह बहुत ढीठ था।

और जब आप आदमी से कहते हैं कि, वह फ्लैक्सिबल है। तो वह सिर्फ उन्हीं बातों को याद करेगा जो उसके फ्लैक्सिबल होने को सपोर्ट करती है।

तो कहानी का सार यह है कि, जब आप, सही समय पर सही शब्दों को यूज़ कर, इंसान की सही यादें ट्रिगर करते हैं, तो आप कन्विंसिंग बन जाते हैं।

जैसे कि, आप रास्ते पर किसी अजनबी को रोककर, उसे सर्वे के लिए पूछते हैं, तो वह मना कर सकता है। लेकिन अब अगर आप उसे रोककर यह पूछते हैं कि, क्या वह एक मददगार इंसान है। तब इंसान ऐसी बातें याद करने लगेगा जब उसने दूसरों की मदद की है।

तब उस अजनबी का जवाब होगा,”हाँ मैं मददगार इंसान हूँ”। और तब वह आपको आपके सर्वे के लिए मदद करेगा।

तो अगर आप, किसी इंसान का ध्यान उसकी किसी खास याद की ओर ले जाते हैं, तो आप उनसे कुछ भी करवा सकते हैं।

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The Importance of Attention … Is Importance

पिछले चैप्टर में हमने सीखा, जब हम किसी इंसान का ध्यान किसी चीज की ओर ले जाते हैं, तो हम उनके डिसीजन को इनफ्लुएंस कर सकते हैं। हम उन्हें अपनी किसी भी बात के लिए सहमत करवा सकते हैं, सिर्फ अगर, हम सही समय पर उनकी सही सोच की धारा को जगा दें तो।

जिंदगी और बिजनेस में ध्यान बहुत इम्पोर्टेन्ट होता  है। अगर आपके पास कोई प्रोडक्ट है, जिसे आपको बेचना है, तो आपको आपके सभी कस्टमर्स का ध्यान attract करने की ज़रूरत है। आप ऐसा कैसे कर सकते हैं? अच्छी चीज़ों पर फोकस करके, आप ऐसा कर सकते हैं।

जितना आप अपने प्रोडक्ट की अच्छाइयों को हाईलाइट करेंगे, उतना ही लोग उसके बारे में बात करेंगे, और वह उतना ही खास बनता जाएगा। आपकी प्रोडक्ट को परफेक्ट होने की ज़रूरत नहीं है। जैसे ही, सब लोग उसके बारे में बात करने लगेंगे, कोई उसकी कमी पर ध्यान नहीं देगा।

यह मीडिया में बहुत ज्यादा यूज़ किया जाता है। अगर आप ध्यान देंगे, तो देखेंगे कि, लोगों का मत हमेशा नए टॉपिक पर शिफ्ट हो जाता है। एक दिन कोई टॉपिक हर जगह रहता है, और दूसरे दिन वह गायब हो जाता है।

आगे और समझाने के लिए, हम बात करेंगे कि कैसे US गवर्नमेंट, लोगों के मत को, अपने हिसाब से मैनिप्युलेट करती है। जब ऑफिशियल्स ने इराक पर हमला करने का तय किया , तब वे अलग-अलग तरह का दावे करना शुरू कर दिया ।

पहले ऑफिशियल्स ने कहा कि, इराक हथियार बना रहा है। फिर उन्होंने दावा किया  कि, उन्हें इराक को उनके अत्याचारी लीडर सद्दाम हुसैन से आजाद करवाना है। US गवर्नमेंट ने सबको यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि, उनके पास इराक को टेकओवर करने का कारण है।

क्योंकि उनके दावों का कोई बेसिस नहीं था, उन्होंने एक नए तरीके का इस्तेमाल किया, और वह है ध्यान खींचना । US गवर्नमेंट ने जंग के मैदान में रिपोर्टर्स को भेजा। उन्हें एक ख़ास  मिशन दिया। उन रिपोर्टर्स से कहा गया कि, वह सैनिकों की कहानियां बताएं कि, वे कैसे खाते हैं, कैसे ट्रेनिंग करते हैं, और कैसे अपने देश के लिए लड़ रहे हैं।

वह कहानियां बहुत दमदार और दिल को छूने वाली थी। अच्छी कहानियां किसे पसंद नहीं होतीं? बिना नतीजे जाने, रिपोर्टर्स ने वही किया जो उन्हें कहा गया।

उसका रिजल्ट ये हुआ कि, किसी ने यह नही सोचा कि, US गवर्नमेंट को इराक पर कब्जा करने का हक है या नहीं। सब का ध्यान सैनिकों की ज़िंदगी की ओर कर दिया गया था, तो वो मैटर सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट बन गया था। और तब, इराक पर धावा बोल दिया गया।

यह ट्रिक एडवर्टाइज़मेन्ट में भी यूज़ किया जा सकता है। अगर कस्टमर्स का ध्यान आपके प्रोडक्ट के किसी खास फीचर पर है, तो वो उसके महंगे होने पर ध्यान नहीं देंगे। जब तक आप उन्हें ये यकीन दिला सकें कि, वह चीज़ इम्पोर्टेन्ट है, तब तक आप उन्हें वह खरीदने के लिए पर्स्वेड कर सकते हैं।

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