(hindi) THE HARD THINGS ABOUT HARD THINGS: BUILDING A BUSINESS WHEN THERE ARE NO EASY ANSWERS

(hindi) THE HARD THINGS ABOUT HARD THINGS: BUILDING A BUSINESS WHEN THERE ARE NO EASY ANSWERS

इंट्रोडक्शन(Introduction)

क्या आप एक नए उभरते हुए बिजनेस मैन हैं? क्या आप एक स्टार्ट अप शुरू करने में दिलचस्पी रखते हैं? क्या आपको लगता है कि आपमें एक बड़ी कंपनी चलाने की एबिलिटी है?अगर हाँ, तो आप बिलकुल सही जगह पर आए हैं. ये बुक आपको स्टार्ट अप से लेकर सक्सेस तक गाइड करेगी.बेन आपको अपने पर्सनल एक्सपीरियंस के सफ़र पर ले जाएँगे कि कैसे उन्होंने एक फेल्ड स्टार्ट अप से Hewlett Packard के साथ डील की.इसमें आप बेन के स्ट्रगल और जीत के बारे में जानेंगे. “Opsware” के सीईओ आपको टॉप पर पहुँचने के लिए गाइड करेंगे.

From Communist to Venture Capitalist

मैं बर्कली में बड़ा हुआ. मेरेदादा-दादी कम्युनिस्ट थे.कॉलेज कम्पलीट करने के बाद मैं अपने पिता के पास लॉस एंजिल्स रहने चला गया.मेरे एक दोस्त ने ब्लाइंड डेट सेट किया था और उसी के द्वारा मैं अपनी वाइफ फेलिसिया से मिला. हमने डिनर तैयार किया लेकिन फेलिसिया तब तक आई नहीं थी. मैंने फेलिसिया को फ़ोन किया और उसे आने के लिए मनाया. डेढ़ घंटे बाद वो आई. मुझे पहली नज़र में ही वो अच्छी लगने लगी. उसके साथ समय बिताना मुझे बहुत अच्छा लगा.आज फेलिसिया और मैं 25 साल से एक अच्छी शादीशुदा जिंदगी जी रहे हैं और हमारे तीन बच्चे हैं.

मुझे Silicon Graphics (SGI) में इंजिनियर की जॉब मिली थी.वहाँ काम करते हुए मैं रोज़ली बुउनाउरो(Roselie Buonauro) से मिला. रोज़ली ने एक स्टार्ट अप की शुरुआत की थी और उसने मुझे जॉब ऑफर की. इसी समय के दौरान हमें पता चला कि मेरी दूसरी बेटी मारिया को आटिज्म था. वहाँ काम करना मेरे मुश्किल हो गया था और अंत में मैंने जॉब छोड़ने का फ़ैसला किया.कुछ महीनों बाद मुझे Netscape में जॉब मिली. मार्क एंडरसन ने मेरा इंटरव्यू लिया. मैंने मार्क के साथ टेक्निकल नॉलेज शेयर की.आज 18 साल हो गए हम बिज़नस पार्टनर होने के साथ-साथ करीबी दोस्त भी बन गए हैं. अब मैं कंपनी के Enterprise Web Server प्रोडक्ट लाइन का इनचार्ज था.

Netscape का Microsoft के साथ ज़बरदस्त मुकाबला था.जब Microsoft ने Windows 95 को फ़्री में रिलीज़ करने की बात कही तो Netscape के लिए खतरा पैदा हो गया था.Operating System की सेल के मामले में Microsoft का मार्केट में मोनोपोली था. Netscape ने तब Web-Servers से प्रॉफिट कमाने का फ़ैसला किया.इस बीच, Microsoft ने अपने Web server, Internet Information Server (IIS) का पहला वर्ज़न रिलीज़ किया.उसमें Netscape की तुलना में ज़्यादा बेहतर features थे.

मैंने महसूस किया कि IIS के रिलीज़ होने से पहले हमारे पास सोचने के लिए सिर्फ़ पांच महीने थे. मैं अपने डिपार्टमेंट के हेड, माइक होमर, से मिलने गया. वो हमेशा अपने काम में डूबे रहने वाले इंसान थे और प्रेशर की सिचुएशन में और भी ज़्यादा कड़ी मेहनत करते थे. अगले कुछ महीनों में हमने Netscape SuiteSpot लॉंच किया.आने वाले सालों में SuiteSpot तेज़ी से बढ़ने लगा.

अंत में America Online (AOL) ने कंपनी को खरीद लिया. AOL टेक्नोलॉजी से ज़्यादा मीडिया में इंवेस्ट करते थे. इसलिए मैंने और मार्क ने एक नई कंपनी बनाने के बारे में सोचा और Cloud के ऊपर काम करने का फ़ैसला किया. हमने अपनी टीम में और मेंबर्स को add किया.Timothy Hower “Lightweight Directory Access Protocol” के को-इनवेंटर थे और Sik Rhee 'Kiva Systems' के को-फाउंडर थे. अंत में, 1999 में 'Loudcloud' को लॉंच किया गया.

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I Will Survive

मैं Loudcloud का सीईओ बनने जा रहा था. मार्क एंडरसन बोर्ड में फुल टाइम चेयरमैन के रूप में काम करने वाले थे और टिमोथी हावर चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर का काम संभालने वाले थे. Netscape की सक्सेस के कारण मार्क इंवेस्टर्स को जानते थे. उन्होंने Benchmark Capital के एंडी रैचलेफ (AndyRachleff) के साथ बातचीत की. वो 45 मिलियन $ इंवेस्ट करने जा रहे थे और मार्क 6 मिलियन $. कंपनी की टोटल वैल्यू 66 मिलियन $ थी.

Loudcloud ने जल्द ही cloud स्ट्रक्चर बनाना शुरू कर दिया. हमने टैलेंटेड एम्प्लाइज को काम पर रखा और काम शुरू करने के लिए एक बड़ी जगह में चले गए. सिर्फ़, नौ महीनों में कंपनी बहुत प्रॉफिट कमाने लगी. इसके बाद वो घटना हुई जिसे 'dot-com crash' कहा जाता है. 1996 के आस पास इन्टरनेट तेज़ी से बढ़ रहा था. लोगों की दिलचस्पी इन्टरनेट में बढ़ने लगी.तब शुरुआत हुई ऑनलाइन बिज़नेस की और कुछ इन्टरनेट बेस्ड कम्पनीज काफ़ी अच्छा परफॉर्म भी कर रही थी.

इन्टरनेट पर बढती एक्टिविटीज देखकर और कंपनी की अच्छी पर फॉरमेंस देखकर इंवेस्टर्स उसमें पैसा इन्वेस्ट करने लगे.उन्हें यकीन था कि इन्टरनेट का यूज़ बढ़ने से उन कम्पनीज की वैल्यू बढ़ेगी जिसके कारण उन्हें भी बहुत प्रॉफिट होगा. यही सोच कर लोग अंधाधुन पैसा इन्वेस्ट करने लगे. कईयों ने तो कंपनी के बिज़नेस मॉडल या उसकी return तक को देखना भी ज़रूरी नहीं समझा. लेकिन जैसा की उम्मीद की गई थी, असल में ये कम्पनीज अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाई और उनका दिवाला निकल गया. उनकी शेयर के दाम गिरने लगे और कई ऑनलाइन बिज़नेस बंद हो गए.ऑनलाइन बिज़नेस अपने नाम के आगे डॉट कॉम लगाते थे इसलिए इसे डॉट कॉम क्रेश कहा जाने लगा.

जल्द ही Microsoft को एक मोनोपोली के रूप में डिक्लेअर कर दिया गया. इससे स्टार्ट अप्स को भारी नुक्सान होने लगा. कम्पटीशन में बने रहने के लिए Loudcloud को बहुत पैसा की ज़रुरत थी. सिचुएशन बिगडती ही जा रही थी, तब मैंने फ़ैसला किया कि शेयर्स को आम जनता को बेचना ही पड़ेगा. मुझे लगा बिल कैम्पबेल को समझाना मुश्किल होगा, जो पहले एक पब्लिक कंपनी के सीईओ रह चुके थे. वो बोर्ड मेंबर्स में से एक थे. आख़िरकार, कंपनी अपने शेयर्स मार्केट में लाने के लिए तैयार हो गई.

पब्लिक की नज़रों में Loudcloud की reputation इतनी अच्छी नहीं थी. मीडिया लगातार कंपनी के नुक्सान के बारे में रिपोर्ट कर रहे थे. हमसे फ़िर स्प्लिट स्टॉक को रिवर्स करने के बारे में सोचा. स्प्लिट स्टॉक रिवर्स करने का मतलब है कि शेयर्स को जोड़कर उनका नंबर कम कर दिया जाएगा लेकिन उनकी वैल्यू ज़्यादा होगी. इस फ़ैसले से कंपनी में काम करने वाले लोग और ज़्यादातर इंवेस्टर नाराज़ थे.

कंपनी दिवाला निकलने के कगार पर आ गई थी. मैं इतना चिंतित था कि मुझे नींद नहीं आती थी. मुझे तो इतना भी होश नहीं था कि मैंने क्या पहना था या मैंने दो रंग के जूते तो नहीं पहन लिए थे. तब मैं सोचने लगा कि अगर हमारा दिवाला निकल गया तो मैं क्या करूंगा. तब मैंने एक नई सॉफ्टवेर कंपनी Opsware बनाने के बारे में सोचा.

Opsware एक सॉफ्टवेर था जो Loudcloud पर चलता था. तब मैंने Opsware को Loudcloud से अलग करने के बारे में सोचा.कंपनी ने दोनों को अलग करने के काम में दस engineers को लगाया. इस काम में लगभग नौ महीने लगे.

आगे आने वाले महीनों में Loudcloud को ख़रीदने के लिए कई buyer मिले जैसे IBM और EDS. अंत में EDS ने Loudcloud को 63.5 मिलियन $ में खरीदा.मेरी टीम और मैं Opsware के मालिक बने रहे और सॉफ्टवेर कंपनी को शुरुआत की. हमारी कंपनी की सिचुएशन पहले से बेहतर थी. लेकिन अभी भी मुझे कुछ एम्प्लाइज को EDS को देना पड़ा और कुछ को काम से निकालना पड़ा.

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This Time With Feeling

EDS के साथ डील करने के बाद कंपनी अब भी स्ट्रगल कर रही थी. मैंने कुछ कमरे रेंट पर लिए और अपने एम्प्लाइज को खाने पर ले गया. मैंने कंपनी की पोजीशन के बारे में उन्हें सब सच-सच बता दिया. मैंने उनसे कहा कि अगर उन्हें कंपनी के फ्यूचर के बारे में डाउट है तो वो इसे छोड़ कर जा सकते हैं. उस दिन, 80 में से 2 लोगों ने काम छोड़ दिया.

Opsware को सिर्फ़ एक प्लेटफार्म Loud cloud पर चलाने के लिए बनाया गया था. अभी इस प्रोडक्ट में कमाल के features की कमी थी और इसे बेचा नहीं जा सकता था. EDS संतुष्ट नहीं था और कॉन्ट्रैक्ट ख़त्म करना चाहता था. कॉन्ट्रैक्ट ख़त्म होने का मतलब था कि Opsware अपना 90% इनकम खो देता.

मैंने तुरंत एक मीटिंग के लिए जेसन रोसंथल और एंथनी राईट को बुलाया. मैंने जेसन को EDS का इन चार्ज बना दिया और एंथनी को रिलेशनशिप मैनेजर. वो फ्रैंक जॉनसन से मिले (बदला हुआ नाम) जो EDS में काम करते थे. फ्रैंक ने हमें प्रॉब्लम का हल निकालने के लिए 60 दिनों का समय दिया. एंथनी ने मुझे फ़ोन पर बताया कि EDS Tangram नाम के एक कंपनी का प्रोडक्ट इस्तेमाल करती थी जो फ्रैंक को बेहद पसंद था. लेकिन Computer Associates के साथ EDS के अग्रीमेंट के कारण, वो EDS को अपना प्रोडक्ट खरीदने के लिए मजबूर करेंगे.

फ्रैंक को उनका प्रोडक्ट पसंद नहीं आया. इसलिए हमने Tangram को खरीदने और उसे अपने सॉफ्टवेर के साथ फ्री में बेचने का फ़ैसला किया.Tangram एक छोटी कंपनी थी और उन्होंने इस डील में दिलचस्पी दिखाई. नॉर्म फेल्प्स कंपनी के सीईओ थे. डील पर साइन किये गए और हमने Tangram को 10 मिलियन $ में खरीद लिया.फ्रैंक बहुत खुश थे, हम उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे थे. लेकिन अभी हमें ये तय करना था कि जिस कंपनी को हमने खरीदा है उसका क्या करना है.

कंपनी के सीएफओ, जॉन नेली ने अपनी जॉब खो दी थी. कुछ समय बाद उनकी हेल्थ ख़राब होने लगी. जॉन को ब्रेन कैंसर था. क्योंकि वो Opsware के एम्प्लोई नहीं थे, उनका insurance नहीं कराया जा सकता था. मैंने उनके मेडिकल ख़र्च को उठाने का फ़ैसला किया. दुर्भाग्य से, जॉन कुछ महीनों बाद गुज़र गए. मुझे जॉन की पत्नी का लैटर मिला जिसमें उसने कहा था कि वो मेरी मदद के लिए शुक्रगुज़ार थीं.

अब मार्केट में एक नया competitor BladeLogic आ गया था. मार्क ने भी Ning नाम की कंपनी बनाने का फ़ैसला किया. अब मार्केट में हर डील के लिए कड़ा मुकाबला हो रहा था और हम Blade Logic से हारने लगे. आने वाले छ महीने पूरी कंपनी के लिए बहुत challenging थे. मैंने अपने एम्प्लाइज से कहा कि वो कड़ी मेहनत करें. हमने पूरे हफ़्ते काम किया-सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक. आखिर हमने Rendition Networks को 33 मिलियन $ में खरीदा और हमारे प्रोडक्ट को बेचने के लिए Cisco Systems के साथ डील की.

कई buyers ने हमें कांटेक्ट किया लेकिन मैंने हमेशा कहा कि Opsware को बेचा नहीं जाएगा. बोर्ड ने भी इसमें मेरा साथ दिया. लेकिन अंत में हमने Hewlett Packard के साथ एक डील साइन की. हमें 1.65 बिलियन $ कैश में ऑफर दी गई. शुरुआत में, मैं दुखी था. अक्सर मैं घबराकर उठ जाता और रोने लगता कि मैंने अपने आठ साल की मेहनत बेच दी. लेकिन बाद में जाकर मुझे एहसास हुआ कि ये कितना स्मार्ट डिसिशन था. हमारी टीम ने ज़ीरो से शुरू कर कंपनी को 1.65 बिलियन $ की कंपनी बना दिया था.

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